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  • 1 week ago
दशहरा के मौके पर देवघर में रावण दहन नहीं होता है. देवघर के बाबा धाम को रावणेश्वर धाम भी कहा जाता है.

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00:00भारत वर्ष में विज्या दश्मी के अफसर पर जहां एक ओर रावन दहन की प्रमप्रा निभाई जाती है वहीं देवगर का बैदनाथ धाम इस प्रमप्रा से अलग दिखाई देता है
00:08दुआदस जोति लिंग में विशेश अस्थान रखने वाला बाबा बैदनाथ धाम को रावे नेश्वरन धाम भी कहा जाता है क्योंकि श्रीव भक्त रावन के तप और अवाहन से ही यहां भगवान भोले नाथ की श्रीवलिंग अस्थाप पित हुई थी
00:21यहां जो बाबा बैदनाथ के यहां रावन भुआरा साफिस किया गया है रावन इश्वर बैदनाथ के नाम से दिख्ञा थे तो यहां यहां यह सब पुर्वत से परठा नहीं चल रहा है पुर्वत से देखते आ रहे हैं इस तरह का परठा यहां नहीं है रावन जलाने का
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02:46वहीं मंदिर के मुख प्रवंधा क्रमेश परियस्त्री बताते हैं कि यहां पर यह परंपरा नहीं निभाई जाती है
02:51गौर तलब है कि विज्या दश्मी के दिन पुरे देश में जहां बुराई पर अच्छाई की विज्याई का प्रतीक स्वरूप रावन का दहन क्या जाता है
02:59वहीं देवघर में दुरगा पुजा पुरे उत्सा और आस्था के साथ मनाई जाती है
03:04किन्तु रावन दहन का आयोजन नहीं होता है
03:06देवघर से ETV भारत के लिए हितेश कुमार चौधरी
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