Solar Eclipse 2025:21 सितंबर 2025 को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2025) लगेगा और अगले ही दिन से शारदीय नवरात्रि 2025 शुरू होगी। यह संयोग धार्मिक दृष्टि से अत्यंत विशेष और चेतावनी सूचक माना जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान मंत्र जाप, दान और स्नान जैसे उपाय करने चाहिए। वहीं, नवरात्रि में देवी शक्ति की उपासना से ग्रहण के दोषों का शमन संभव है। जानिए सूर्य ग्रहण का मतलब, असर, नुकसान और उससे बचने के उपाय, साथ ही सूर्य ग्रहण और नवरात्रि का यह दुर्लभ संयोग क्या संकेत देता है।
00:0021 सप्टम्बर 2025 की रात को सूरे ग्रहन लगेगा और अगले ही दिन 22 सप्टिम्बर से शारदिय नवरात्री शुरू होगी
00:08शास्त्रों के अनुसार या संयोग सामान्य नहीं बलकी चेतावनी का संकेत है
00:13ग्रहन को हमेशा विग्नकारी और शुद्धी की आवशकता बताने वाला समय माना गया है
00:19जबकि नवरात्री शक्ती जागरन का पर्व है
00:22यानि यह दुरलब मेल दर्शाता है कि देवी उपासना से ही ग्रहन के दोशों का शमन होगा और समाज को नकरात्म कुर्जा से सुरक्षा मिलेगी
00:31तो आई आज किस वीडियो में आपको बदाते हैं कि नवरात्री से पहले सूरे ग्रहन का अशुब संकेत क्या है
00:36लेकिन उसे पहले नमस्कार मैं अशुब तो शुपाद्य आप बोल्ड स्काई तेक रहे हैं
00:40मनुस्मृति और धर्म सूत्रों में सूरे ग्रहन को असुर शक्तियों का प्रभाव माना गया है
00:46इस समय सूरे पर छाया पढ़ना राज्य, समाज और विक्ति के जीवन में और स्थिरता का संकेत माना गया है
00:52अब ग्रहन काल में शुब कारे विवा, यात्रा या फिर नए सौदे वर्जित होते हैं
00:58अब इसे चेतावनी की तरह भी देखा जाता है
01:01वही नवरातरी का अर्थ है नौ राते देवी की उपासना
01:04दुरगा सब्तवशती में कहा गया है कि देवी का समरण करने वाला साधक हर संकट से मुक्त होता है
01:10ग्रहन के बाद जब नवरात्री शुरू होती है तो यह संदेश देती है कि शक्ती उपासना ही वह उपाय है जिससे नकरात्मक छाया से मुक्ति मिल सकती है
01:20वहीं भविश्य पुराण के अनुसार ग्रहन विग्न कारक जरूर है यानि कि अर्था तो ग्रहन विग्न का सूचक है लेकिन उसके बाद की पूजा और रत दोशों को दूर कर देते हैं
01:30अब यही कारण है कि इस बार की नवरात्री और विविशेस है क्योंकि असीधे ग्रहन के बाद आरंभ हो रही है
01:36सूर्य सत्ता और निर्तित्तो का कारक है उस पर छाया पढ़ना राजनितिक और स्थिर्ता और विवादों का संकेत देता है
01:43वहीं वैश्विक स्तर यानि कि ग्रहन से अंतराष्टे स्तर परतनाव संगर्स और आर्थिक मंदी की आशंका भी हो सकती है
01:49वहीं समाज परसर जैसे लोग मानसिक बेचैनी और असुरक्षा का अनभाव कर सकते हैं
01:54वहीं वैक्तिगत जीवन पर प्रभाव की बात कर लें तो स्वास्त यानि कि नेत्रों हर्दय और रक्त से जुड़ी बिमारियों वाले लोग सावधान रहें
02:01वहीं करियर में जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचे वहीं परिवार नवरात्री साथना से परिवार में शांती और सकरात्मक्ता बनी रहें
02:08वहीं ग्रहन के दौरान मंत्र जब करें और अशोभ विचारों से दूर रहें
02:12ग्रहन समापती के बाद स्नान कर दान दे नवरातरी स्थापने से पहले सूर्य देव को जल अर्पित करें अर्थात मंतुर का जब करें
02:19सूर्य ग्रहन और नवरात्री का या मेल साधारन खगोली घटना नहीं है बलकि शास्त्रों के नुसार या चितावनी और अवसर दोनों है
02:27चितावनी इसलिए कि ग्रहन नकरात्मक उर्जाओं का संकेत है और अवसर इसलिए कि नवरात्री की साधना इन्हें दूर कर जीवन में नई उर्जा ला सकती है
02:36अब इस बार कि नवरात्री के वल टहवार नहीं बलकि एक आध्यात्मिक सुरक्षा का बच है
02:41फिलाल इस वीडियो में इतना ही आपको इजान करें कैसी लगी कमेंट में लिखकर ज़रूर पतेएगा
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