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  • 3 months ago
Gen-Z के लिए क्यों जन्नत है Lithuania?

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00:00दुनिया के ज्यादातर देशों में जैन्जी यूथ नाखुश है
00:03लेकिन एक ऐसा देश भी है जिसकी चर्चा भले ही ना हो
00:08लेकिन यहां की युवापीड़ी सबसे ज्यादा संतुष्ट है
00:11हम बात कर रहे हैं यूरूपिय देश लिथ्वेन्या की
00:15यहां की सरकार ने ऐसा क्या किया कि
00:18यहां की युवापीड़ी दुनिया में सबसे ज्यादा संतुष्ट कहला दी है
00:22यहां किन बदलावों का बड़े पैमाने पर असर हुआ
00:25समझते हैं
00:26हैपिनेस रिपोर्ट दोहजार चॉबिस में माना गया
00:32कि लिथ्वेन्या में जैंजी सबसे ज्यादा खुशाल है
00:35रिपोर्ट के मुताबिक
00:37तीस साल से कम उम्रिकी लिथ्वेन्याई आबादी ने
00:39अपनी खुशी को दस में से लगभग
00:41आठ नंबर दिये जो की
00:43बाकी देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है
00:46बाकी देशों के युवा जिन बातों से घबराय हुए है
00:48लिथ्वेन्या में वो भी तमाम वजहे हैं
00:51लेकिन फिर भी वहां के युवा खुशाल है
00:54लिथ्वेन्या भले ही चोटा देश है
00:58लेकिन वहां की नाइट लाइफ काफी चमक दमक वाली है
01:01नाइट लाइफ सिर्फ कलब तक सीमित नहीं है
01:04यहां थियेटर, आर्ट गैलरी और लाइव कॉंसर्ट पूरे सब ताह चलते हैं
01:09लेकिन लगभग चार दशक पहले हालात एकदम अलग थे
01:15तब उस पर सुवियत संग का कंट्रोल था
01:18एकोनॉमी से लेकर बोलने की आजादी तक सीमित थी
01:21पलायन और असंतोष के बीच विद्रोह हुआ
01:24और फिर लिथुएन्या आजाद हो गया
01:27और तुरंद ही उसे यूरूपियन यूनियन में शामिल कर लिया गया
01:31वक्त के साथ देश ने कई बदलाव किये
01:35इसमें सबसे ज्यादा काम यूवाओं पर हुआ
01:38सरकारी पढ़ाई पर ट्यूशन फीस खत्म गर दी गई
01:41वही प्राइवेट कॉलेजों में मामूली फीस ली जा रही है
01:44पढ़ाई के साथ यहां हलके काम भी किये जा सकते हैं
01:48तो स्टुडेंट्स बिना लोन लिए ये दोनों काम कर पा रहे हैं
01:52गाउं से शेहर आए बच्चों के लिए कम कीमत पर घर उपलब्ध हैं
01:58शेहरों में छोटे-छोटे स्टूडियो अपार्टमेंट आसानी से मिल जाते हैं
02:02स्टुडेंट्स अगर एकाद महीने या जादा वक्त के लिए चुट्टी पर जाना चाहें
02:06तो किराय पर लिए गए कमरे को सब लेट भी कर सकती हैं
02:10ताकि खर्चान निकाला जा सके
02:12ये सारी सुविधाय मानसिक तनाव काफी हद तक कम कर देती हैं
02:16पढ़ाय लिखाई के बाद आती है नौकरी की बाद
02:22रूस से चुड़ा होने के दौर में यहां सेंट्रलाइजड सिस्टम था
02:25सब कुछ मौस्को से चलता था
02:27आजादी के बाद बाजार खोल दिये गए
02:30इसके साथ ही जीडीपी तेजी से बढ़ी
02:32लोगों के पास काम के मौके बढ़े
02:34लिथ्वेनिया में बेरुजगारी दर
02:38यूरूपियन यूनियन के आसत से भी कम है
02:41यही वज़र है कि यहां से अमेरिका निकले युवग भी
02:44घर वापसी कर रहे हैं
02:46यहां की सरकार ने एक नारा भी दिया है
02:49देश के लिए काम करें
02:51यहां की सरकार वापस लोटने वाले युवाओं को
02:56काफी छूट दे रही है
02:58ताकि वे स्टार्ट अप शुरू कर सकें
03:00या कुछ ऐसा करें जिससे उनके साथ देश भी आगे बढ़े
03:04यही वज़र है कि बीते 5 सालों में
03:07यहां री माइग्रेशन बन गया है
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