पिछले हफ्ते टॉमी रॉबिंसन ने 'Unite the Kingdom' रैली आयोजित की। मकसद था Britain में 'Free Speech' की हिफाजत...लेकिन नारों से ये बात साफ थी कि ये रैली प्रवासी और मुस्लिम विरोधी थी...London में डेढ़ लाख समर्थक चले, बड़े पोस्टर लिए - 'स्टॉप द बोट्स', 'सेंड देम होम' और 'हमारा देश वापस चाहिए' नारों जैसे। anti immigration rally शुरू में शांत थी, लेकिन भीड़ बढ़ने के साथ हिंसा फैल गई। 26 पुलिसकर्मी घायल हुए, चार की हालत गंभीर। अधिकारियों ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया। रॉबिंसन ने इसे 'ब्रिटेन में सांस्कृतिक क्रांति' कहा। लेकिन असल मकसद समाज में डर, विभाजन और तनाव पैदा करना है. रैली के दौरान एंटी-रेसिज़्म समर्थक भी पहुंचे। दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा – 'ब्रिटेन एक विविध और सहिष्णु देश है, हम हिंसा और डर को बर्दाश्त नहीं करेंगे...
00:00लंदन की सडकों पर गूंजे नारे, हमारा देश वापस चाहिए इनने घर भेजो।
00:04क्या ये महज नारों की आवाज है या बिटन की राजनीती को भीतर से हिला देने की एक खतरनाक साज़िश।
00:10एक ऐसा आदमी जो हिंसा नफरत अपराद और विवादों के लिए कुख्यात है फिर भी हजारों लोग उसके पीछे चल पड़ते हैं।
00:17कौन है टॉमी रोबिंसन, क्या वो सच में देश भक्ती की बात कर रहा है या समाज को बाट कर अपनी राजनीतिक टाकत बनाना चाहता है।
00:25इस वीडियो में हम खोलेंगे उसके हर अपराद का काला सच, उसकी सजा, उसके छुपे एजिंडे, एलाउन मस्क से जड़ाओ और सरकार को हिलाने की उसकी चाले।
00:33नमस्कार मैं हूँ आसिफिक बाल और आप देख रहे हैं One India
00:36पिछले हफ़ते टॉमी रॉबिंसन ने युनाइट दा किंगडम रैली आयोजित की मकसद था बिटेन में फ्री स्पेच की हिफाज़त।
00:50लंदन में डेड़ लाग समर्थक चले। बड़े पोस्टर लिए Stop the Boards, Send them Home और हमारा देश वापस चाहिए जैसे नारों को लेकर।
00:59रैली शुरू में शान्त थी लेकिन भीड बढ़ने के साथ हिंसा भैल गए। 26 पुलिस कर्मी घायल हुए चार की हालत गंभीर है।
01:05अधिकारियों ने 25 लोगों को करफ़तार किया है। टॉबिंसन ने इसे बिर्टन में सांस्कृतिक रांती का है लेकिन असल मकसद समाज में डर, विभाजन और तनाव पैदा करना है।
01:15रैली की दोरान एंटी रेसिज्म समर्थक भी पहुँचे तोनों पक्षों के बीच जड़ब कोई। बिटिश प्रधान मंतरी कीर स्टार्मर ने कहा है बिटन एक विविद और सहिशों देश है हम हिंसा और डर को बरदाश्ट नहीं करेंगे।
01:26लेकिन सवाल यह है कि आखिर कैसे करीब देड़ लाख लोग सड़कों पर उतर आए वो भी एक शक्स टॉमी रॉबिंसन के पीछे।
01:56प्रिस्टन मजिस्ट्रेट कोर्ट में किसी व्यक्ति को सिर से मारने का दोशी पाया गया था।
02:26इसके लावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने उन्हें बार बार हेट स्पीच और हिंसा पहलाने के लिए बैन किया।
02:36इसके बाद टॉमी रॉबिंसन का अकाउंट वापस सक्री हुआ।
02:44मस्क ने खुद लिखा फ्री टॉमी रॉबिंसन।
02:47यही वज़ा है कि एलॉन मस्क ने लंदन प्रोटेस्ट में रॉबिंसन का समर्थन करते हुए प्रवासियों के लिए धंकी भरा संदेश बेजा।
02:53एक्स की वज़े से ही उन्हें सोशल मीडिया और राजनेतिक समर्थन मिला जिससे रॉबिंसन अपने संदेश और रैलियों को बड़े पैमाने पर फैलाने में सक्षम हुए।
03:02हेट स्पीच मामले में यूट्यूब, फेस्बुक और टिक टॉक ने उनके खातों को हटाया था लेकिन मस्क के आने के बाद उन्हों ने फिर से आवास पाई।
03:10चली अब बढ़ते हैं रॉबिंसन के उस साज़श की तरफ जिससे वो बिर्टन में राजकता फैला कर अपनी राजनितिक इच्छा शक्ती पूरी करना चाहता है।
03:40यूके में शामिल हुआ।
03:41दरसल रॉबिंसन की कोशिश है बिर्टन में धुर दक्षिर पंती राजनितिक ताकत बनना और समाज में विभाजन फैलाना खासकर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के पीच।
03:50बिर्टन में दो सबसे बड़ी पार्टियां हैं कंसर्वेटिव और लेबर पार्टी।
03:54कंसर्वेटिव पार्टी बिर्टन की मुख धारा की राइट विंग राजनितिक पार्टी है हाला कि ये पार्टी मुख धारा की राजनितिक करती है और समप्रदायक हिंसा और कट्टर पंत के खिलाफ है यही वज़ा है कंसर्वेटिव पार्टी भी रॉबिंसन की सोच के �
04:24मुख्य धारा की पार्टियों का वर्चस्व है, बिर्टेन में कभी भी धुर्ध दक्षिर्पंती या कटर नसलबादी धड़े की सरकार नहीं बनी है और रॉबिंसन ने जितनी भी पार्टियां पहले जुआइन की, उनका वोट प्रतिशत चुनावों में 2-4 फीस दी ही रह
04:54करते हैं जबकि हिंदू दोनों ही पार्टियों को वोट करते हैं, दोनों समुदायों में काफी एकता रही है, ऐसे में रॉबिंसन ने इनकी एकता को तोड़ने के लिए सबसे पहले मुसल्मानों को निशाना बनाना शुरू किया, इसके बाद इंगलेंड के कई हिस्तों मे
05:24हाला कि 13 सितंबर की परदर्शन में उसके निशाने पर मुसलिम और हिंदू दोनों प्रबासी थे, लेकिन फिर भी उसने अपने बयान में कहा कि वो हिंदू धर्म को सहिश्वू मानता है, तरसल ऐसा करके रॉबिंसन कंसर्वेटिव और लेबर पार्टी के वोटरों को बा
05:54बनाने की चाले, वो खुद को फ्री स्पीच का हीरो बताता है, लेकिन असल में वो नफरत का पैगाम पहला कर समाज को तोड़ने पर तुला हुआ है, क्या वो बिर्टेन को मजबूत बनाना चाहता है या फिर उसकी जड़ों में जहर गोल रहा है, फिलाल के लिए इतना ही
Be the first to comment