00:00दोस्तों चाड़के के बारे में तो आप जानते ही होंगे, लेकिन क्या ये जानते हैं कि चाड़के की मौत कैसे हुई, ये एक रहस्य बना हुआ है, वैसे ही जैसे कि चाड़के का जन्म कहा हुआ, उसका बचपन कहां पे बीता, तो उसी तरह जो चाड़के का मौत का रहस्य
00:30में चाणक की मौत हुई है अब चाणक की मौत को ले करके चार मत दोस्तों प्रचलित हैं पहला मत है दोस्तों चाणक जो है पूरा जीवन अपना जीता है और साधारन मित्यू होती है यानि बृद्धा उस्था में जाता है और उसके फिर मित्यू हो जाती है साधारन तरीके स
01:00बाहर जाती हैं, उसके बाद वह कभी लौटते नहीं है, यानि दूसरे मत का क्या कहना है, विद्वानों का कहना है कि ये मगद से रत पे सवार होके मगद से बाहर जाती हैं, उसके बाद वापस लौट कर नहीं आते हैं, ये दूसरा मत है, तीसरा मत के मानने वाले विद्वा
01:30बिद्वानों का कहना है कि हेलना जो थी वह चाड़क के को जहर दे दीती है, खाने में, पीने में, किसी भी चीज में जहर दिलवा देती है, जिससे कि चाड़क की मित्ती हो जाती है.
01:42चौथा मत् है, जो कुछ भी द्वानों का मनना है, कि बिंदुसार का मंत्री था सुबंधू, उसने जब चाड़क के कुटिया में बैठा था, आप जानते हैं कि चाड़क के राजभौन में नहीं रते थे, हमेशा एक सन्यासी की तरह कुटिया में ही रते थे, राजभौन से
02:12है, तो इन चारों मतों में से दोस्तों आपको काउन सा मत्री ज्यादा सही प्रतीत होता है, कमेंट बाक्स में बताईएगा.
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