इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर को सख्त चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर कतर ने हमास के लीडर्स को अपने देश से बाहर नहीं निकाला, तो इज़राइल पुनः हमला कर सकता है। इस कदम से गल्फ क्षेत्र में अशांति की आशंका बढ़ गई है। वहीं, अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि नेतन्याहू अब उनकी बात भी नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। इस वीडियो में देखिए पूरे घटनाक्रम का विश्लेषण।
00:00इसराइल ने कतर की राजधानी दोहा पर अटेक करके जहां हमास के लीडर्स की मीटिंग चल रही थी उस इस्तान पर अटेक किया और ऐसा दावा किया था कि जो टारगेट उन्होंने बनाए थे वो अचीव कर लिए अटेक किया इसराइल ने कतर के ऊपर तो ट्रंप बड़ी
00:30कर रहे हैं उसके साब से सबसे बुरी स्थित होने वाली अमेरिका की यानि ट्रंप की नितन्याहू की धंकी है और अगर कतर ने हमास लीडर्स को नहीं निकाला तो यह मुझे लगता है कि नितन्याहू अपनी धंकी पूरी करने के लिए कातर पर पुना आक्रमर्ण दोस्तो
01:00कि आखिर पूरी दुनिया ट्रंप और गल्फ कंट्री के विरोत के बावजूद इसराइल रुक क्यों नहीं रहा है और वो लगातार धंकियां क्यों दे रहा है तो देखिए अभी इसराइल के जो प्रधान मंत्री हैं बेंजमिन नेतनियाहू उन्होंने कतर को पुना धंक
01:30हमास के लीडर्स की मीटिंग चल रही थी उसे स्तान पर अटेक किया और ऐसा दावा किया था कि जो टार्गेट उन्होंने बनाए थे वो अचीव कर लिए हाला कि हमास के जो लीडर है उनका दावा है कि उनके किसी भी बड़े लीडर को कोई भी प्रॉलम नहीं आई है या �
02:00उसके बाद भी अटेक किया इसराइल ने कतर के ऊपर तो ट्रंप एक बड़ी सी मुसीवगत हम फस गये इस पहले अटेक के बाद अल्रेडी ट्रंप ने कतर को वादा किया था कि आगे इस तरह की कोई घटना नहीं होगी कतर पर किसी भी तरह का कोई आक्रमण इसराइल के �
02:30में फस गये हैं क्योंकि ऐलरीडी गल्फ शेत्र में उनको एक नॉन
02:34रिलाइबल पार्टनर की तोर पर देखा जा रहा है अमेरीका को क्योंकि देखे-कतर में आलरीडी जो अमेरीका की सेंट कॉम
02:41यानि Central Command है, उसका Headquarter है, Qatar Adhikansh हतियार यूज अमेरिका के करता है,
02:46फाइटर जैट अमेरिका के यूज करता है, इसके अलावा पैटियाट सिस्टम जो एर डिफेंस सिस्टम है,
02:51वो अमेरिका का यूज करता है, उसके बाद इनना अटेक किया, अच्छा, यहाँ पर एक चीज और ध्यान रखना अवश्चक है,
02:57कि यह जो अटेक हुआ था, हमास के लीडर्स पे, वो कतर और अमेरिका, यानि ट्रम्प के बोलने पर ही,
03:05होस्टेज और पीस डील के बारे में, हमास के लीडर्स बातचीत करने के लिए इखटा हुए थे,
03:11यानि मदब ट्रम्प के बोलने पर ही इखटे हुए, और उस पर इसराइल ने एक अच्छा मौका देखके,
03:18कि सारी लीडर्शिप एक स्थान पर रहे हैं, अलाकि वो सफल हुए हैं, कितना हुए हैं, उनके दावे के साब से वो टार्गेट अच्छीव कर चुके हैं, लेकिन हमास लीडर्स जो बोल रहे हैं कि कोई भी बड़ा लीडर को कोई परिशानी नहीं हुई, तो ये एक डि�
03:48हैं और ना सिब धंकियां दे रहे हैं, वो एक्ट भी कर रहे हैं, पूरी दुनिया, UN, येरोपियन देशों के विरोध के बावजूद भी वो अटेक कर रहे हैं, तो इस स्थिती में सबसे बुरी स्थिती जो होने वाली है, वो अमेर्का की ही होने वाली, विशेश तोर पे
04:18प्लानिंग कर रहे हैं कि बविश्म में कैसे रोका जाए इसराइल को, कुछ इसके खिलाब वो प्लानिंग बना सकते हैं, कोई ऐलाइंस बना सकते हैं, ये प्लान है, फिर इन सबसे बड़ी चीज ये है कि जो नेतनियाहु है, चोकि नेतनियाहु अब जिस तरह से एक्ट क
04:48पाँच देशों पर जिस पर कतर है, यमन है, सीरिया है, लेबनान है और फिलिस्तिनेंज पर अटक अलड़ी करी चुका है इसराइल
04:57तो जो अब नए समीगरण बन रहे हैं उसके साब से सबसे बुरी सिर्थित होने वाली अमेरिका की यानि ट्रम्प की
05:03दूसरे डंबर पर यहां जो गल्फ रीजन में है, पुना अशान्ती आ सकती है और अब इसराइल के खिलाब अगर अरब देश मिलके कोई अलाइंस बनाएंगे तो निश्यत है कि इसमें इस पूरे रीजन में रण नितिक परिस्तितियां में बतलेंगी जो की पूरी तरह से �
05:33तक्ति से या उनके उपर कुछ इस तरह के प्रेशर डालना होंगे कि ट्रम्प उनकी बात माने अदर्वाइस जिस तरह से नितन्याहू की धंकी है और अगर कतर ने हमास लीडर्स को नहीं निकाला तो यह मुझे लगता है कि नितन्याहू अपनी धंकी पूरी करने के लिए
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