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"Mohabbat Ek Saza" is a soul-stirring tale of love, betrayal, and sacrifice. Sometimes, falling in love feels like a blessing… but ends up being a punishment.

This emotional romantic drama follows the painful journey of two lovers torn apart by fate and society. With intense performances and a gripping storyline, "Mohabbat Ek Saza" will touch your heart and leave you thinking about the true cost of love.

✨ Featuring: [Actor/Actress Names]
🎥 Directed by: [Director Name]
🎶 Music by: [Composer/Singer if any]

💔 If you've ever loved and lost, this story is for you.

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#MohabbatEkSaza #LoveHurts #EmotionalDrama
Transcript
00:00खड़ोगी रेस लगारी ये वो बिनुट से, पागल करदेगी ये मशे
00:30खुदा के लिए रुप जाओ लिए, खुदा के लिए रुप जाओ
00:40हार नहीं मानूँगे, तुभे पकड़के ही रहूँगी ये जाये कितनी ही देश चला रो
00:45सिर्फ एक बाद मेरी बात सुलो, सिर्फ एक बार
00:49अगर तुम ऐसे गाड़ी चलाती रहोगी तो निकल जाएगा
00:53ये नूर कर क्या रही है?
01:19रुक जाओ अली रुक जाओ
01:23बस बस बस पूर बस कर दो
01:30तुम हार मानने वाली नहीं हो
01:49हाटो सामने से
01:52अल्ला घारत करें अल्ला घारत करें ये क्या क्या तुमने
02:09अरे पागर तो नहीं हो गई तुम
02:19मरने का इरादा है के तुम्हारा?
02:20तक के निचाना चाथिये कही है?
02:40टुम्हार्ण तुम्हारा है
03:02युम्हार्ण
03:08तुअ है कि तुम कर रही हो आखिर हा करना क्या चाहिँ तुम
03:30सकत customize दीया किस्यां Tips denying लियान वहां जाकर खुद का
03:35तुम्हेरा जूट सामने आ चुक है वागर उसके बाद भी नूर तुम्हेशा अपनी ही मनमानी कि ऐसी तरह से
03:50अगर तुम्हें अची तरह पता है अली मुश्किल में कभी नहीं छोड़ेगा तुम्हें तुम्हें कितना भी जूट बुलो अगर वो पीछे नहीं अटेगा क्योंकि अली तो पागल है ऐसा नहीं है क्योंकि अभी मुझसे मुझसे मुझसे मुझसे मुझसे मुझसे मुझस
04:20लेकिन हमारे दिल एक दूसरे को सुन लेते हैं अली
04:22फुजूल की बात मत करो मुझसी सब बाते मेरे ले बिलकुल फुजूल है
04:26फुजूल चीज सिर्फ मेरी बेवकूफी है
04:28बेवकूफी कि मैंने तुम से इसाब चुपाया अली प्लीज
04:30देखो हम बलकुल फुजूल सी बात पर कब से लड़े जा रहे हैं
04:34मैं तुम से दर्खुास्त करती हूं सिर्फ एक बार
04:36एक बार मेरी बात सुल्व की बच्पन की क्या बेवकूफी हैं जो मैंने की थी
04:40तुम मेरी पहली और आखरी महबत हो अली
04:44मुझे तुम से बहुत महबत है
04:46मैंने बच्पन से जो नौविल और फिल्में देखी हूं सब के ही रो तुम ही हो मेरे लिए अली
04:49मैं तुम्हारे इलावा किसी और के बारे में सोचती भी नहीं
04:51तुम मेरी पहली और आखरी महबत हो और देख लो आज क्या हुआ
04:53नूर साहिबा की पहली महबत लोटाई है
04:55मेरी पहली महबत तुम हो
04:57मेरी महबत का गुज़रा हुआ एक भी लम्हा एक भी लव्ज छूट नहीं था
05:01यार तुम ये कैसे सोच सकते हो कि मेरी महबत वो था
05:04ये सब मैंने तो नहीं कहा ये तो तुम कह रही है
05:06अले प्लीज बस करो, देखो जब तुमने अपनी जिंदेगी का सबसे बड़ा जूत मुझ से कहा, फिर भी मैंने तुम्हें समझने की कोशिश की ना ली, प्लीज अब तुम मेरी बात समझने की कोशिश करो, बात तो सुनो मेरी,
05:17परिशान मत हूँ, तुमारी एक एक बात सुनोंगा, लेकिन तुमारे लिए नहीं, अपने लिए सुनोंगा, और एस उमीद से सुनोंगा, कि शायद तुम इस बार कुछ ऐसा कह दो, जिससे मेरी उमीद बर जाए, क्योंकि मैं हम दोलों का रिष्टा बचाना चाहतू, क्या �
05:47उथ तुमारे लिए, जवंकि मैं हुआ है, ज�MAN मुझे गर ले जाए, जांकि मैं ये इस सारी तकलिफ बेकारना चाह, नाँसान तुम्हें बिल्कू सुनों बहुत बच्छा नियगा, हाँ उदे रिखानत तुम ऐधार्सा तुम्हूदी तूटी टूट सुती ती तुम मा
06:17के साथ उस पिस्तर पर देखो उस से बहते हो कि मैं मर जा हूं वाह नाजा शापाश है तुम नाजा बहुत बहादर हो तुम नाजा
06:27जाहिद कुछ नुम किया था तुमारे हुश महाने का बीट कर नहीं थी तुफून करें ठेरो लुको लुको
06:34कैसा लगा पसंदा है ना हमने अपनी पूरी कोशिश की है कि आपको यहां जर्मनी की कमी महसूस नहों यानि अगर कोई चीज रह गई हो तो प्लीज बताईएगा हैलिकॉप्टर और यह स्नूकर बॉन लगता है जर्मनी काफी पसंद है आपको दाद देनी पड़ेगी अप्
07:04और होसला दिया अमेरिकन्स भी खेलते हैं ये गेम तो मैं प्राउडी नहीं लगना चाहता इसलिए दोनों शौक पूरे करता हूँ अंदाजा था मुझे एक जमाने में यानि जवानी के दिनों में अली के साथ स्नूकर हॉल से बाहर नहीं निकलता था मैं धर में भी एक ट
07:34अगराएपर हेलिकॉप्टर और इसक्यूज मी खाला मैं जरा भी बिजी एक क्या कह रही है आप खाला ठीक है ठीक है ठीक है मैं आ रहा हूँ
07:47माफ कीजिएगा मुझे फॉरा निकलना पड़ेगा कोई अमजल्सी है क्या जी हाँ बहुत मैं आप से फ्री होकर मुलकाट करता हूँ
08:17चलो बोला सुन रहा हूँ मैं सच को छुपा कर और तुम्हीं ना बता कर मैंने बहुत बड़ी घलती कर दिया जानती हूँ
08:42लेकिन जब मैंने अचानक उस से अपने सामने देखा तो बहुत हैरान हो गए थी और इतनी जादा घबरा गए थी
08:51मतलब बे तो किसे गिल्ट का हैसास होता है मुझे लगता है कोई बहुत बड़ी घलती करती
09:00चलो मैं तो बेवकूफ हूँ लेकिन तुम्हें तो अगल है ना मैं तो हमेशा से ऐसी बचकाना हरकतें करती रहती हूँ
09:08बचकाना यह हरकते बचकाना लगती हैं तुम्हें
09:13तो और क्या कहूं मैं अली ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा तुम सोच रहे हो यार
09:16यार तुम्हें पता है नूर, एक इंसान की पहली मुहबबत जितनी भी पुरानी हो जाए मगर वो कभी भी नहीं भूलता
09:21मेरी पहली मुहबबत तुम हो अली, पहली और आखरी, मेरी पूरी जिन्दिकी तुम हो
09:28इस वक्त तुम ऐसे रो नहीं हो, थैंसान सूचने पर मजबूर हो जाये, मजबूर हो जाए यह सोचने पर, कि बचपन की उस खत में आकर लिखा गया होगा
09:37तुम्हें उस खत कभी पता है क्या?
09:40जिया, खत कभी पता है मुझे
09:43चलो अब ये बताओ मुझे कि उस खत में ऐसा क्या लिखा ना जो तुम्हारे चेहरे के इस वक्त सारे रंगुर चुके हैं लूट
09:49मैं बारा साल की थी, क्या लिख सकती हूं उस खत में
09:52ये सब कुछ तो तुम्हें पता होगा, मुझे नहीं
09:55देखो, तुम्हें नराज होने का पूरा हग है क्योंकि मैंने चुपाया
10:00लेकिन जब तुमने पूछा तो मैं तब भी तुम्हें नहीं बता सकी
10:05प्लीज मेरी बात को तु समझो, मैंने कुछ खलत नहीं किया
10:09जो कुछ भी किया वो मैंने
10:10खौफ और परिशानी में किया तुम नहीं समझते
10:13तुम खुद को नहीं पहचानते
10:15मैं जानती थी कि मैं तुम्हारी पहली महबबत हूँ
10:18ये बात तुम भी अच्छी तरह जानते हो न
10:19मुझे पता था कि तुम मुझे पर
10:21ये सब को जाने के बाद बहुत ज्यादा खुसा करोगे
10:24यहाँ तक कि मुझे तकलीफ भी दोगे
10:27लिकिन समझने की कोशिश करो इस वक्ट मैं सिर्फ बारा साल की थी अली
10:31क्या मालूँ
10:32तुम बारा साल की थी क्या पता
10:35वो इस बात का क्या मतलब हो
10:38पता ने
10:39मतलब तुम मुझे तुम समझाओगी
10:41अगर तुम सच कहरी हूँ के तुम इस फ़कp 12 साल की थी
10:43तुन तुम मेरे चेरे के रंग चूड रहे है
10:45�infl Richter कूद के अगर तुम सच कहरी ही है
10:46तो इस फ़कp बल्कुल भी घवराना नहीं चाहिए नहीं चाहिए तुम
10:48इससर नाइंसाफी है अली नाइंसाफी बताओ मैं तुम्ह।
10:53नाइंसाफी ये है कि मैं खुद को आज तक समझ्ट रहा नाइंसाफी ये है कि तुमने आज तक ये बात नहीं बतायी थी, नूर बस उसाद्वी को सब्सक्र
11:08तुमने किये हैं ठीक कह रहूं है मेरे सामने उसाथ भी से निकाह करना भी एक तुरा से ना इंसाफी थी
11:16देखा असल मसला यही है तुम अभी नराज हो क्योंकि मैंने उससे शादी कर ली थी हम अभी तक उस बात से आगे बढ़ी ही नहीं सके हैं अरे वाह तुम्हें वाक है आगे बढ़ना है वहाई तक मैंने सोचे नहीं अल्ला पूछेगा तुम्हें यह जो कुछ भी और एसके �
11:46नफरत है मुझे, क्योंकि मैं तो हमेशे सही होता हूँ
11:48लेकित, अली
11:49अली
11:53अली रुको तो
11:54मैं तुम्हें हासिर करने की कोशिश करने में लगी हूँ
11:58और तुम ये क्या बच्चा वाली चीज़े लेकर बैठ गया हूँ
12:00मेरे लिए ये सब इंपोर्टन नहीं है
12:01बोलो ना आगे
12:03वो बस ऐसे
12:06क्या क्या बोलो आगे ये ही तो जानना है
12:08बस वो बच्च्पेर की बात थी ना
12:10कहो ना खुलकर क्या मसला है
12:11अली, मैं अपनी घल्टी को मानती हूँ
12:15अब मुझे उन सब चीज़ों पर बहुत ज़्यदा पश्टावा भी है
12:18तुम्हार इस पश्टावे से मुझ पर बिल्कुल भी असर नहीं होगा
12:21अभी तक मैं उस करीम वले मामले को हज़न नहीं कर पाया था
12:24कि अब ये फातिमी सामने आगे नूर
12:25बे मायने की शादी खत्म होई
12:27और अब सामने तुम्हारी पहली महबबत आ गई
12:29देखो मैंने नहीं बताया तुम इस पर नराज हो
12:32लेकिन उसे पहली महबबत मत कहो
12:34मैं सिर्फ बारा साल की थी
12:35बारा साल की बच्चे के महबबत का क्या बरोसा होता है
12:38ठीक है
12:41ये सब मेरी गलती थी जानती हूँ मैं
12:43मैंने पागल पन में ऐसा कर दिया होगा
12:45क्योंकि मुझे ये भी बतत है जानने के बाद खुसा करोगे तो
12:48मुझे शुरू मैं ही बता देना चाहिए था तुम्हें लेकिन नहीं बता सकी
12:51तुम तो अब इतक करीम वाली बात भी नहीं भूले
12:54इसलिए मुझे फाते के बारे में बताने की हिम्मत नहीं थी
12:58अगर वो सब कुछ बचपना था तुम्हारे लिए
13:00बचपना था ना तो उस आत्मी को देखते ही हाथ पाऊ
13:02क्योंक आपने लगे थे तुम्हारे
13:03अगर मगर कुछ नहीं
13:05मैंने ये सारी चीज़े उस दिन इंसानों की तरह पोची थे तुमसे
13:07मैंने कहा था कि मैं उस इंसान के साथ काम करने जा रहा हूँ
13:10गर कुछ ऐसा है जो मेरा जानना जरूरी है तो बताओ मुझे
13:12नहीं बता है ना?
13:13और अब कह रही हो कि वो बचपरा था
13:14मैं कैसे याकिन करूं तुपे?
13:15यह सा मेरी बेवकूफी थी
13:16मैं बेवकूफी कर रही थी
13:18बेवकूफी तो मैं कर रहो इस वट और पता है क्या है वो?
13:21वो यह है कि मैं तुम्हारे साथ यहां पर खड़े होके वत को जाया कर रहा हूँ
13:24इससे बहतर है कि मैं वहाँ जाओ और जाकर उस मगरूर जर्मन के साथ कुछ काम कर लो
13:27थाली पता है मेरा नाम अली वाहां तुम तुम इस मेरा नाम धोरॉती रहना नहीं लेकिन सब्सक्राइब
13:31मैंकम करना मैं मुजबूर हुआरी बच्पन की मुख�aşपत के साथ काम करने के लिए
13:35और नाम अली एन टाया जया ले बशक्पन की भबहत क्या यार क्या है
13:40बश्पन की मुभबत बारा साथ, बारा साल कोई बश्पना थोड़ी होता है
13:45बारा साथ
13:49ये क्या करती है तुमने, बहुत अच्छा किया, सब कुछ बिकारती है
14:10बारा साथ
14:40देखे खाला, हुआ क्या था सच सच बता ले
15:10खाला, देखें, प्लीज बार बार अदालत की बात करके, मेरा दिमाग खराब मत करें
15:19माफ करना, नाजान मौत के मूँ से बची, तुम्हें इस बात पर शुकर करना चाहिए कि उसे अंदरूनी चोट नी लगी या गरदन नहीं डूटी और तुम्हें अदालत का खौफ है
15:28मुझे बहुत है, सिर्फ इस ली कि उसके पेट में बच्चा है, तुम इतने सालों का पुराना रिष्टा भी खुर्बान कर दोगे
15:34लेखें, खाला, नाजान के सामने इस किसम की बातें मत कीज़ेगा प्लीज
15:39जैसे नाजान के पास अपनी अक्र नहीं है, मैं उसे कहूंगी तो वो केस करेंगी है ना
15:44तुम का भी इस बात पर शुक्र अदा करो कि उसने घर पे पुरिस नहीं बेजी
15:47हाँ, अगर तुम चाहो तो अपने बच्चे के लिए के अच्छा हसा वकी लख लो, मैं इसमें मदाफलत देंगा
15:52डॉक्टर, कुछ संजीता मसला तो नहीं न
16:01कुछ अफ़ते इने रेस्ट करना होगा, शुरू के कुछ दिन काफी दर्द हो सकता है
16:05पेन किलर्स डेली देनी है, वैसे इंजिरी इतनी सीडियस नहीं है, फिजियो थेरापी होती रहेगी तो जल्द ठीक हो जाएंगी
16:13अल्ला का शुकर है स्यादा मसला नहीं हो, कुछ देर में डिस्चार्ज करते हैंगी, लेकिन आराम करना बहुत जुरूरी है, और खासकर उनका बैट और्टोपेडिक होना चाहिए, वरना प्राब्लम हो सकती है
16:24शुक्रिया, शुक्रिया
16:25अब क्या होगा, उसके भाई की घर में तो और्टोपेडिक बिस्च जैसे लाइन में लगे होई है
16:30या लाँ, मेरी मदद कर या लाँ, मेरी असानी में तक पर, मेरी ये तक्रिफें बेकार ना जाएंगी, अल्लाँ
16:46आमीन
16:47अल्लाँ का शुक्र करो, तुम्हाई जान बचकी नाजान
16:55नाजान
16:57अन्दाजा है मुझे
16:59बहुत दर्थ हो रहा है नो
17:02उस आरत का, तुम्हारे साथ मेरे मिस्टर पर सोना
17:05मेरे लिए तस ज्याधा तक्लीफ का बाहिस है स्वाहिद
17:08तुम लोगों ने इसी वज़ा से जखड़ा किया
17:12जखड़ा
17:13अच्छा अच्छा बस करो, और ज़्यता दर्थ होगा
17:16जाहिद तुम किस दर्थ की बात करें जो उस औरत ने मुझे पर हमला किया
17:19उस ने मुझे सीरियों से धक्का दिया
17:21उस औरत ने मौन लगी कोशिश की मुझे
17:23मैं ये सब कुछ कैसे बंदाश कर सकती थी जाहिद
17:26नाजान, प्लीज देखो अब तुम रिलाक्स हो जाओ
17:29अभी तुम सिर्फ अराम करो
17:31हो सकता है ये गलती से हो गया होस से
17:34नाजान, जाहिद को ये खौफ है कि तुम कहीं
17:38अल्मास में मुकद्मा न कर दो
17:39नाजान, देखो, मुकद्मे की बात
17:42जाहिद, उस औरत में मुझे बांदे के कोशिश की है
17:47मैं चुप सीरियों से गिर रही थी
17:51मैंने अल्मास की आँखे देखी
17:54जो मुझे जालिब नजरों से देख रही थी
17:56उन में तीन अफरत थी
17:57कि मैं अपनी जिन्दगे के आँखरे लंगे तक
17:59वो नजरें नहीं बोल सकती
18:01जाहिद, क्या तुम देख नहीं रही
18:12इस हाल में तुम किस मुझे अल्मास को माफ़ करने की दर्खास करोगे हाँ
18:29जाहिद, मैं उस अल्मास जैसी चालिब अहुर्टों को कभी नहीं बोलूँगी
18:34लेकि मेरी फिकर मत करना
18:38मैं उसके खिलाफ शिकायत नहीं करूँगी
18:41सिर्फ तुमारे लिए
18:45सिर्फ तुमारे बच्चे के लिए
18:52ताके मुमासूम बच्चा दुनिया में अपने आखे जिल की दिवारों के बिच ना कोले
18:59तुम से तुमारे बाप बंदी की खुशी को छीनना नहीं चाहती हूँ जाहिद
19:07माज़ान
19:08मैं चेकर कुछ कहने की ज़रुगरते हैं मैं शुक्रिया की मुत्जर नहीं हूँ
19:15मैंने वो ही किया जो मेरे दिलने कहा करने को
19:18किया आपने मेरे पाइव गुफून की आईतल सेवा डॉक्टर ने अर्टोपेटिक मिस्टर की बात की थी ना लेकि मैं तो वहां जमीं पर सोती हूँ अगर हम मिस्टर खरीद भी ले तो रख देखी जगा नहीं है चले खैर आप किसी तर इंतिजाब करें लेगे लेगे ल
19:48कि आप बड़े मेरवानी में बुनाएं अक्यों मुझे यहां से ले जाए अ कि बर्बाद हो गई मैं मैं बर्बाद हो गई हूँ यह मेरा इकताम है बस अनमास एक मिनट रुको पहले हम हॉस्पिटल फून करके उस औरत का हाल तो मालूम कर लेंगे वो कैसी है
20:14वो अकर मर गई अकर वो मर गई तो मेरा क्या अंजाम होगा क्या अंजाम होगा
20:20तौबा है अलमास हद है बस करो अब मैं कितना समझाओं तुम्हें सारी मुसीबत वो आदमी जाहिद है जिसकी विज़ा से यह सब हुआ
20:27क्या वो आदमी जाहिद ही है ना
20:30तुम क्या कहरे यो लड़की ?
20:33मैंने क्या कहा मुझे इससे क्या ?
20:37मैं तो अपने बच्चे को एक चच्छी जिन्दगी देना चाहती थी ये है कर देना चाहती थी घर देना चाहती थी उससों लेकिन integration सब कुछ क्या हो गया ?
20:44तुम यहाँ ख़ड़ों कर क्या रहो उपनी बहन को तसली नहीं दे सकतें।
20:47आसान है तो तुम देदो। इसने जू किया है मैं क्या कर सकता हूं उसकर?
20:50इसने कहा है ना कि
21:04क्या है? क्या हो गया है और लिग कार नहीं सकते तो
21:08तो रो, अच्छा, अलमास, कुछ सोचने दो मुझे, बहुत गलत आदमी को बुला लिया है, मैंने मुझे माफ करना, उठाओ मुझे, मुझे भागना पड़े किया से, मुझे ये मुल्क छोर का भागना पड़ेगा, बस कर दो, अलमास, पागल हो गई, यो कहा जाओगी तो,
21:38लेकिन जो भागता है, वो बच जाता है, खुदा आफिस, अम्मी, अम्मी, मुझे भूलना कर दो, मैं अपनी मास, अम्मी मागना चाहती है, अलमास, मस करो, तुम है ऐसे देखकर अम्मी को कुछ हो जाएगा, मुझे भाद में पड़े गया समीन, ये मुल्क छोड़ना प�
22:08अमीन मुझे भाद है, तुम है, आउ, बेठो यहा, बेठो, बेठो, मैं तुम्हारे लिए पाने लेकर आता हूं, तुम बेठो, हाँ,
22:38खुदाहाफ इस पागलों की दुनिया
22:49देखा ना तुमने तुम जब चाहो यहां आ सकते हो
22:59वा भाई यह कहां बला लिया तुमने
23:03मुझ बन करो अपना वर्णा कोई मख़्ी चली जाएगी
23:07मेरी चीज़े का हैं?
23:13अच्छा यह वही घर है?
23:14जहां तुम कह रहे थी कि मैं काफी दिनों से कैद हूँ?
23:16मैंने पूछा है मेरी चीज़े का हैं?
23:18छोड़ो यार चीज़ों को क्या करना है?
23:20बताओ ने इस महल में कैद किया बता तुम्हें
23:22तुम गई ही नहीं थे न? तुमने कोई काम नहीं किया
23:25रेलाक्स हो जाओ यार क्या हो गया? घुस्सा क्यों करे इतना?
23:27बताओ ना यार कैसी रही?
23:29और यह घर है किसका?
23:31मेरे भाई का
23:31भाई का?
23:32हाँ मेरे भाई का छोड़ो ये सब चलो यहां से
23:35बताओ रहा, तुम्हारा भाई कौन है?
23:38मेरा भाई बस एक अमेर और एक बनावटी आत्मी है
23:41खुदा का दियावा बहुत सारा पैसा है और घर भी किसी अजायब घर जासा है
23:44और मेरे भाई के पास बहुत सी गाड़िया भी है
23:46और हाँ, बाग में स्विम्मिंग पूल भी है, तुम्हें तैने हस में?
23:49चलो, हो गया, चलते हैं देर हो रही है
23:52अच्छे ये बताओ मुझे, पैसों का बंदर बस थो गया?
23:56कौन से पैसे?
23:57अमेरिका जाने के लिए पैसे चाहिए होंगे ना?
24:15आओ
24:15आईस्था, आईस्था, आजाओ
24:20शाप पाईश
24:21आओ
24:24मैं नहीं आ सकती, नहीं आ सकती, मैं नहीं
24:33नाजान, मैं तुम्हें इस हालत में तुम्हारे भाई के पास नहीं बह सकता, इसलिए ज़िए त मत करो
24:38चलो अंदर, प्लीज
24:39जाहिद मैं नहीं कर सकती, मैं इस औरत के सौने की छट के नीचे नहीं रह सकती
24:43मुझे दीन नहीं आएगी, सच बतारी हूँ
24:45मैं ठीक होने के बचाया और मिगर जाओंगी
24:47नाजान, तुम इन बातों की फिकर मत करो
24:49जाहिद को हिरे कोई हल निकाल लेगा
24:52जालो, आचा जालो
24:58जालो
25:22नहीं हाँ, नहीं, साहिद मुझे पर यकीन करेगा चाहिए कुछ भी हो जाए
25:25मुझे समझेगा साहिद
25:27अलमास, खुदा के लिए पानी पीलो पहले
25:29साहिद यकीन करेगा ना
25:33तुम मताओ मुझे, वो मुझे देखेगा और
25:35वो समझ जाएगा कि मैं जूट नहीं बोली, मैंने कुछ नहीं किया है
25:38ठीक है, ठीक है, लेकिन पहले तुम पानी पीलो और परिशान ना हो
25:42अपना नहीं तो कमस कम बच्चे का खयाल कर लो
25:45पुलीस आ कई
25:49पुलीस आ कई अमी
25:51अमी, जाहिद को फों करो, जलती से जाहिद को फों करो
25:55अब तुम मेरी बात नहीं समझ रहे, वो लोग ले जाएगे मुझे यहां से
25:59खुशाम देज जाहिद सर
26:01नाजान बीबी को फॉरण उपर कमरे में ले जाएए
26:04जाहिद आया है, जाहिद
26:06जाहिद
26:08यह तो नाजान जाहिब आये, अलमास
26:11जाहिद
26:14अल्ला का लाग शुकर है कि तुम लीखो
26:22जाहिद तुम्हें बता है, मैं बहुत डर कर थी
26:25अलमास तुम प्लीज
26:29जाहिद इन में से किसी ने भी मुझ पर यकीन नहीं किया
26:31कि मैंने कुछ ने किया, लिकिन मैं जानती थी
26:33कि तुम मुझ पर यकीन करोगे, जाहिद, कि मैं ऐसा
26:35नहीं कर सकूँ
26:35खाला
26:38नाजान को उपर ले जाहिए कमरे में
26:41क्या? तुमने क्या कहा?
26:45कौन सा कमरा? क्या मतलब है?
26:47क्या नाजान कहां हमारे साथ रहेगी? क्या कह रहे हैं आप लोगे?
26:51पिल्कुल सही सवाई पूछा है जाहिद, किस कमरे में ले जाओ?
26:54मेरे कमरे में
27:04ये वहां आराम करेगी जाओ
27:06सम्राल के जाओ
27:18लेकिन साहिद, वह कमरा तो अब हमारा कमरा है ना?
27:21रुक जाओ सेरा, पहले मुझे चाने दो
27:23साहिद, तुम ये क्या कर रहे हो?
27:29तुम मेरे साथ ये क्या कर रहे हो साहिद?
27:32जाहिद, जाहिद!
27:39दिमाग खराब हो गया है, तुम्हारा पता भी है कि क्या कह रहे हो?
27:42भूक की मरना पसंद करूँगी लेकिन अपने भाई से कुछ भी नहीं मंगूगी मैं
27:46मसला क्यों बना रही हो? तुम्हारा भाई ही तो है, कोई गहर थोड़ी है?
27:50तुम शायद समझ नहीं रहे कि वो भाईों से भी ज्यादा गहर है मेरे लिए, मैं कह रही हूँ ना तुमसे?
27:54आ तो चोरी कर लो करूँ
27:57क्या हो गया? तुम्हारा भी कौनसी नहीं बात है?
28:00मैं ये बात नहीं सुनना चाहती
28:01मानूर, पागल मत बनो यार, इतना बड़ा घर है तुम्हारे भाई का, इतना अमीर है वो, और तुम यहाँ पर तंग भी हो, इतना पैसा है अगर चोरी कर भी लोगी, कोई भी किम्ती चीज, कोई डामेंड का नेकलेस, या फिर गोल्ड, तो इससे तुम्हारे भाई को क्य
28:31याद रखो, कुछ नहीं है यहाँ, ना जिंदगी है, ना पैसा है, ना ही कोई खानदात, और तुम जानती हो, तुम्हारा भाई तुम्हें कुछ नहीं देने वाला, अब अगर ऐसे कंजूस भाई से पैसे निकलवाने हैं, तो वस एक यही तरीका है, इस चोरी से उसे को�
29:01और फिर बताना मुझे, ठीक है, इसके इलावा कोई आप्शन भी रही है, यहाँ से कहां जाओगी, जहनती हो ना बार भी बंद हो चुका है, और तुम खुद ही सोचो, मेरे साथ जो पांच पागल रहते हैं, उनके साथ तुम रह पाओगी, देवकूफ, गाली कैसे थी त
29:31ओके जाओग, इंतजार करूँगे तुम्हारे जवाब का, चलो जाओग, मैं कॉल करूँगी, क्या देख रहे हो, कोई फिल्म चल रही है, नहीं, ड्रावनी फिल्म में नहीं देखता मैं, बॉइफरेंड है, पसंद नहीं आया तुमें, बहुत पसंद आया, तुम्हारे �
30:01तुम मेरे मूँ मत लगो, असल में मैं तुम्हारे मूँ नहीं लगना चाहता, असल में मुझे तुमसे नहीं हूँ, लश्टा, अलमास जूट मत बोलो, देखो जितना तुम इनकार कर रहे हूं, मुजे अतना ही घुस्सा आ तुम पर, लेकिल जाहित मैंने कुुछ नहीं क
30:31हाँ ठीक है मैंने उसे पीछे अताय था लेकिन वो गिरी नहीं थी वहीं खड़ी थी
30:34मैं तो उपर चली गई थी लेकिन चब उसे मुड़ कर देखा तो वो नीचे गिर गई थी
30:38अलमास बस बहुत हो चुका तुम्हारे मजीद जूट सुनने की हमत नहीं कर सकता बस करो अलमास
30:43लेकिन मैं जूट नहीं बोल रही हूँ तुम मेरा यकीन क्यों नहीं करते जाहिर
30:46तुम जूट नहीं बोल रही न अगर तुम सच कह रही तो नाजान जूट बोल रही है क्या
30:50खाला जूट बोल रही है घर के मुलाजमीन जूट बोल रहे है
30:52सब जूट बोल रहे है सब जूट बोल रहे है
30:54ऐसा ही है ऐसा ही है हर कोई जूट बोल रहा है
30:57और वो मुलासिम लड़किया, वो लुब तो बाद थी ही नहीं, जो कुछ मैं में देखा वही देखा उन्होंने, आयतुल सहबा, आयतुल सहबा, इसलिए ये सब कुछ कह रही है, कि वो नाजान के साथ मिली है, तुम्हारे मताबिक, नाजान में अपने साथ खुद किया ये स
31:27अगर मैं भी चाती तो इस वक्त सब कुछ खराब कर सकती थी मैं
31:30क्या है सकती थी उस ओरत ने गाड़े के नीचे धक्का दिया
31:32लेकिन मैंने मैंने क्या किया जाहिद
31:35कुछ नहीं किया बलकि उसे माफ कर दिया मैंने उस वक्त
31:37मैंने ते ये सोचा के ये भी हो सकता है
31:40कि ये सब एक हाथ सा और कुछ नहीं
31:42लेकिन क्या मिला उसके बदले में
31:44तुम मेरा यकीन नहीं कर रहे जाहिर
31:46लेकिन उस और तो यकीन कर रहे हो
31:47जिसने सानों तक तुम्हें धोके में रखा
31:49क्या हो गया है तुम्हें जाहिर
31:51तुम खुद तो सोचो
31:53देखो मैं नाजान की किसी भी हरकत को नहीं भूला हूँ समझ गए
31:56वो एक अलग बात है
31:57अगर वो खुद से ये हरकत करती तो तुमें लगता है कि तुम इस घर में आज मौजूद होती
32:02मैं जो ये बात कह रहा हूँ क्या तुम इसका मतलब जानती हो अलमास
32:05क्या मतलब है इसका जानती हो तुम इसका मतलब ये है कि मेरा बच्चा जेल में प्यादा होता
32:10अब समझी तुम वो केस कर देती और इस हालत में तुम जेल में सर रही हो तीस वक्त
32:14मैं इस वक्त सिर्फ अपने बच्चे के बारे में सोच रहा हूँ
32:19और तुम भी यही करो, आराम करो और मुझे भी आराम करने के लिए वक्त दो, प्लीज
32:28बwang़े ला रहे हो जो सिर्फ हमारी जगा होनी चाहिए
32:31और मुझे ये सब कुछ बरताश करने को कह रही हो साहिए
32:35मगर इससे भी बुरा क्या है जामते हो
32:37तुम्हें नाजान पर यकीन है, इसलिए किया है, नाजान पर अभी भरोसा इसलिए है क्योंकि इससे मुहपत करते हो, मुझे आजान को फॉक्यत दे रहा हो, नाजान को अराम की जूरूरत है, इसलिए वो मेरे कमरे में अकेली सो जाएगी, ठीक है न, मैं कले खल तलाश कर ल
33:07नहीं होगा.
33:08देखो यह सिर्फेट.
33:09तो में तो कमाल करती है नासा?
33:39जली गई वो शेतान वरत?
33:42हाथ चली गई.
33:44अल्ला तेरे शुकरे, शुकरे तेरे बहुत.
33:48आहिस ते नासा?
34:09अल्ला तेरे शुकरे, शुकरे तेरे बहुत.
34:18झाल, झाल, झाल, झाल.
34:48झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झाल, झा
35:18अल्मा, फिकर मत करो
35:20अल्मास
35:34अल्मास
35:37बिटा क्या हुआ?
35:41बताओ मुझे क्या हुआ?
35:42तुम्हारा बच्चा खत्र में है क्या?
35:43तुम क्यों परिशान बैठी हो?
35:45आपने सब सही कहा था, अमी
35:48मुझे शिरू सही सब सही कहा था
35:52कहा तुम बहुत कुछ था, लेकिन तुम क्या बात कर रही हो?
35:56वो मुझे से नहीं उससे महबद करता है
35:58मेरी प्यारी बच्ची, मैंने तुमें पहले ही समझा दिया था
36:06अमी में क्या करो?
36:09सबर करो
36:15अँड़ा अँड़ा
36:43मुर
36:46जाहे साथ तो चले गए
36:47फिर तुम क्यों आ गई
36:48कोई बात नहीं मुझे यहां कुछ काम था
36:51मुझे तुमारी फिकर हुए
36:54तुम अचानक चली गए थी जब ठीक तो है न
36:56हाँ वो अचानक कुछ काम आ गया
37:04तुम रो रही थी क्या
37:05क्या
37:08नहीं नहीं तो बस अलर्जी हो गए होगी
37:11हो सकता है तुमारी आख में कुछ चला गया
37:14हाँ हो सकता है लेकिन तुम मुझे बता सकती हो कि तुम रोई थी
37:22चलो बोल भी दो मैं जानता हूं तुम मुझे कुछ कहना चाहती हो नूर
37:37दरसल मैं तुम नहीं हो यही कहोगे ना मुझे पता है लेकिन मैं ऐसा क्यों कहूंगा यह तो बता
37:47नहीं नहीं तुम ही कहोगे
37:57वो मैं एक बिलट एक बिलट दरसल हम काम की बात कर रहे थे
38:02मुझे लेकिन जाती जिंदिके को काम के साथ मिलाना मुश्किल है
38:26मुश्किल तो चलती ही रहती है शुरू से यह हाल है
38:42क्या बक्वास है यह कौन सी बात है जो खत्म नहीं होरी कौन सी बात है
38:47जरा अली सर को देखो कैसे नूर अफाते सर को देख रहे यह आदमी एक दिन पागल हो जाएगा
38:54क्या हुआ
39:00कोई परिशानी है तुम्हें नहीं कोई परिशानी नहीं सर चलो चलो काम करो समपना
39:06बहुत मज़ात है तुम लोगों को गॉसिप्स में
39:09कि बहुत अच्छे लिशा बहुत अच्छे खुद को जरील कर रहे गुनाजमों के साथ है
39:16क्या मैं किस तरह कहूं के अगर मैं कह सकूं तो नहीं पता
39:25नहीं नहीं यह बेवकूफी होगी छोड़ दो बूल जाते हैं
39:34मैं तो समझ नहीं पा रहा तुम कहना क्या चाहती हो नूर
39:37यह तो बचकाना सी बात है छोड़ दो
39:41ठीक है लेकिन मैं तुम एक सजेशन देता कि दुबारा कभी भी बचकाना बातों के लिए मत रो ना
39:55हाँ शाम को तो घरा आई जाओगे
40:25अरे हमारे महमान आने वाल हैं तुम लोग ज़र अपना हुलिया तो देखो मूं क्यों लटकाया हुआ है
40:47अग खुदा के लिए इंसान अपने चेहले पर थोड़ी मुस्काट रखता है महमानों के आगे
40:51और तम क्यों इतनी चुप-चुप वाफिजा
40:55मेरी बात सुनो बेटा अलमास के बारे में कुछ में नी बताना नेयर साहब को
41:01बाते को बुरा लग गया तो ख्याल रखना भ्यान से
41:05हमारे चेहनों को क्या हो गर नेयर साहब आप क्यों भी लावजब बाते कर रहे हैं
41:10चुची कहा आँटी चान मैं एक नजर अलमास को देखाँ
41:14चुची कहा
41:31चलो बुर्चा अलमास चलो नीजर खुद को सम्हालना होगा तुम्हें
41:48चलो उठो हाथ मूँ धोलो फिर खाना खाने चलते हैं नीजर वोग नहीं लग रही है मुझे
41:56ठीक है ठीक है तो तुम में ही खाओ
42:00मेरे भांजे को तो कुछ खेला दो
42:02मुझे नहीं जब मत करो मेरा बिल्कुल दिल नहीं चारा कुछ खाने का
42:07कुछ तो खाना पड़ेगा ना चलो कुछ बाते भी कर लेंगे
42:19मुझे नहीं चाहता वो उसे चाहता है
42:22सिर्फ और सिर्फ इस बच्चे की वज़ा से मुझे बरदाश कर रहा है वो जबरदस्ती
42:29लेकिन वो मुझे नहीं चाहता
42:31मेरे बात करने से भी क्या हुआ
42:35देखो मैं यहां तुम्हें होसला देने नहीं आया हूँ
42:41आज के साथ से के बाद किसी का भी होसला तुम्हारे काम नहीं आएगा
42:46लेकिन तुम जानती होके
42:48हकीकत सामने आ ही जाती है
42:51वक्त के साथ लोगों के चहरे भी सामने आ जाते है
42:54ये सचाई भी सामने आ जाएगी
42:57सब ठीक हो जाएगा
42:59नासान का खेल उसे बचा नहीं सकेगा
43:04मेरा यकीन रखो
43:06अगर आ गया
43:10तो क्या करो
43:11वो मुझे लेने भी इस बच्चे के लिए आएगा
43:14यानि अब तक भी वो तुम्हें ठीक तरह से नहीं जान सका
43:18मतलब ये है कि
43:20उसे पता ही नहीं है कि तुम कितना बदल चुकी हो
43:22नूर तुम खुद को ठका रही हो बिला बचा
43:26मैं यहां बैठी हो और वो और अरत बहा है
43:28जिस जगा मैंने महसूस किया
43:31कि साहिद मेरा हो गया है अब उस जगा नाजान है
43:34अब मुझे ये तसलिय देने का कोई फैदा नहीं
43:38बात सुनो
43:39बहर जादा गुसा था मुझे तुम पर आज
43:42लेकिन तुम्हारी इस हालत की वज़े से
43:45कुछ भी नहीं कहा
43:46लेकिन अब मैं तुमसे सब कहूंगी
43:49तुम्हें अब खुद को समहालना होगा
43:51अदास होना बंद करो
43:52काश कि मैं भी नहीं बोलती ज्यादा
43:55क्या सुचता होगा मेरे बच्चा मा के बारे में
43:57चुडैल है
43:58जो कुछ भी मैंने कहा वो सब इस पे सुना होगा
44:02मेरा खुद पर कंट्रोल क्यों नहीं रहता
44:04परिशान हो दिमाग से अपने
44:05कोई बात नहीं
44:07कोई बात नहीं छोड़ दो
44:08देखो मैंने तुमसे कहा था न
44:10कि सचाई सब के सामने आ जाएगी
44:12सच किसी से छुप नहीं पाता
44:14इसलिए देखो न
44:16हलाकि कितना भी बुरा हुआ हो
44:19सच सामने आ गया
44:22मुझे ये सुकून है
44:23मैं कल भी अली को हासल करना चाहती थी
44:28और आज भी
44:29इसलिए कुछ भी चेंज नहीं हुआ
44:46क्योंकि अली मुझे से बहुत महबब करता है
44:53जैसे मैं उससे महबब करती हूँ
44:55हम एक दोसे से कितना भी नराज और नुकसान नहीं पहुंचा सकते
44:58क्योंकि हम एक दोसे को नजर अंदाज नहीं कर सकते
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