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Mohra Episode 28 - [Eng Sub] - Mikaal Zulfiqar - Laiba Khan - Aagha Ali - 5th Sept 2025 - Har Pal Geo

Mohra is a powerful story about how ego and greed can blind people and make them forget the difference between right and wrong. One decision made out of pride or for money can change many lives including the lives of innocent people.

Alizay is a confident and smart girl who lives with her mother and sister Anooshay. Even though they belong to a lower middle class family Alizay is happy with what she has and shares a strong bond with her sister.

On the other hand is the Hamdani family. Fareed and Armeen live with their children Hamza, Sikandar, and Nimra. Fareed and Hamza are kind and grounded but Sikandar and Nimra follow their mother's pride and develop an ego that slowly starts to affect their decisions.

An unforeseen tragedy shatters Alizay, setting her on a path of vengeance against the Hamdani family.

What tragic incident shattered Alizay’s world? How is the Hamdani family connected to it? Can Alizay take revenge on the Hamdani family?

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Mohsin Mirza
Writer: Tahir Nazeer

Cast:
Mikaal Zulfiqar as Hamza
Laiba Khan as Alizay
Aagha Ali as Sikandar
Syeda Tuba Anwar as Anooshay
Azra Mohyeddin as Aafeen
Behroz Sabzwari as Fareed Hamdani
Nida Mumtaz as Armeen
Nazlee Nasr as Kaneez Begum
Asim Mehmood as Hannan
Lubna Aslam as Shaheena
Namra Shahid as Areesha
Nawal Pervaiz Malik as Nimra
Sumhaiira Saghir as Amaya
Beena Chaudhry as Shaista
Syed Afzal Ali as Azfar
Afifa Sheikh as Fareeha

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#harpalgeo
#laibakhan
#mikalzulfiqar

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Transcript
00:00जानता था
00:25घर के किसी कोने में ऐसे ही बैठे हुए मिल अवे तुम
00:29यह मुहबबब भी नहीं
00:32एक बात कहूं
00:47यह मुहबबब
00:51धोके और बेवकूफी के इलावा और कुछ नहीं देती
00:56तुझे बड़ा तरजर्बा है?
01:02है तो
01:03पर अनस्टी
01:05आज के दोर में मुहबबब सिर्फ दूसरों का फायदा उठाने के लिए की जाती है
01:11तुब बस समझ नहीं रहा है
01:14अच्छा
01:16तुम भी ऐसे ही करते थे क्या?
01:21मुहबबबब में दूसरी लोगों का फायदा उठाते
01:23क्या हो गया?
01:34ऐसा क्या पूछ लिया जो तुम्हें इतना सोचना पड़ ले?
01:41नहीं कुछ नहीं, तु भाई है ना
01:43मैं चाहता हूँ तु समझे
01:46तो एक मॉम डाट सही कह रहे है
01:49उनकी बात समझे
01:54तुम नहीं समझोगे
02:04जिस लड़की से मुहबत करते हैं
02:11शादे भी उसी लड़की सकाते है
02:14अगर मैं तुछ से यह पूछू के
02:25हरीशा में ऐसी कौंसी खास बात है तो क्या जाएगा?
02:28सब है
02:31कमी क्या है?
02:33खुबसूरत है, समझदार है
02:35अंडरस्टैंडिंग है, बातमानती है
02:38यह सब क्वालिटीज तो अलीजे में भी है
02:41तो बात नहीं समझ रहा है
02:44मॉम गलत नहीं कहती
02:46सी, अलीशा को मॉम पसंद करती है
02:52उसको हर जगा अपने साथ लेके जाना चाहती है
02:55वो हमारी फैमिली के स्टेटिस को मैच करती है
02:58वर बात अलीजे?
02:59क्या यह सारी क्वालिटीज हैं उसमें?
03:02हीरे की पैचान तो सिर्फ जोरी को ही होती है
03:12बाकी सब के लिए तो वो शीशा होता है
03:16बात सिर्फ इतनी ऐसे कंदर के
03:19तुम लोगों ने सोच लिया के अलीजे बुरी है
03:23और बुरी है तो बस बुरी है
03:26अब फचा किया है यह नहीं समझ आ रही है
03:29शायद तुम लोगों ने इगो का इशु बना दी
03:32या फिर कोई और बज़े?
03:38बज़े तो है
03:40और बहुत बड़ी बज़े है
03:42पर तु समझने के मूड में नहीं है
03:45इसलिए मैं और समझाओंगा भी नहीं
03:48थेक से कंदर
03:50बज़ाए इसके के तु माम डाट का तरफदार बनके मुझे समझाने आ दिया
03:54तु तु उनको समझाया
03:58तु प्यार करने वालों के बीच में इस तरह रुकावट नहीं बनते
04:02कुणा मिलता है
04:04फिर ये गुना तु मुझे मिलके रहेगा
04:22फिर ये गुना तु मुझे मिलके रहेगा
04:26उस लड़की को रास्ते से हटा दो
04:39सॉरी हमसा
04:48मुझे
05:06हमजा की बात उसे बगवत की बूँ आ रही है
05:11अगर उसने ऐसा कर लिया तो
05:14क्या मतलब आप क्या कहने जा रहे हैं
05:17अरमीन
05:18ये उमर बहुत जजबाती होती है
05:21इंसान
05:23फैसला करते हुए कुछ नहीं सोचता
05:25खुन गरम होता है उसका
05:27तो फिर
05:28मैं
05:31अपना बेटा गवाना नहीं चाहता
05:33क्या
05:35आप चाहते हैं कि हम हमजा की शादी
05:38उस दो टके की लड़की से कर दें
05:40जिसका नहीं कोई गहर बार नहीं खानदान
05:42तो क्या करें
05:43अगर हमजा ने कोट मैरिज कर ली
05:46तो हमारे पास उसको अपनाने
05:48के इलावा दूसरा उप्शन होगा
05:50तो मारे सामने दमकी दी है उसने
05:52दमकी दी है ना उसने
05:54इसका ये मतलब तो नहीं कि
05:56हम उसकी बात मानने
05:58मैं कभी भी उस लड़की के घर नहीं जाओंगी
06:00अरमील अगर इस वक्त हमने
06:02हमजा का साथ मा दिया ना
06:04तो हम अपना बेटा
06:06को देंगे
06:08और मैं ऐसा कभी नहीं होने दूगा
06:10मुझे ना
06:12आपकी बाते समझ नहीं आ रही है
06:14आप सल्मान साथ को फोन करें और उन्हें घर बलाएं
06:17हमजा कभी नहीं मानेगा
06:19वह इसमें
06:21हमारी इंसल्ट हो जाएगी
06:23अगर हमजा उस लड़की से शादी कर लेता है
06:26तो हमारी ज्यादा इंसल्ट होगी
06:28हम कैसे लोगों का सामना करेंगे
06:30अपने सरकल में हमारी बदनामी होगी
06:32हमारे पास दूसरा कोई आप्शन नहीं है
06:58अबुल
06:59तो हमार chim
07:00इंसल्ट
07:02इमत्री इंसल्ट
07:05प्र to प्रेस्त
07:06इंसल्ट
07:07इंसल्ट
07:10आयाँ
07:12अपक्ष श tat
07:28झाल
07:58हाँ वो लोग काम हो गया है?
08:01नहीं
08:01क्यों नहीं हुआ?
08:03हम वाह गये थे
08:04लेकिन वहाँ और लोग भी थे
08:06शायद उस लड़की की सिक्यूरिटी के लिए वो लोग ख़डे थे
08:13तमाँ खराब हुगया है तमारे
08:15उस लड़की कितनी आउकात ही नहीं है कि अपने लिए सेक्यूरिटी रख सके
08:18हमसा
08:24हमारे लिए क्या हुकम है अब
08:28फिर आज कोई हुकम नहीं है तुम
08:30रुको
08:32जब कुछ करना होगा बताओंगो मैं
08:35ठीक है
08:36हमसा हमसा हमसा
08:45हमसा क्या हो गया है इसमें इतना परिशान होने वाली क्या पात है
09:04अगर अंकल अंटी नहीं मान रहे तो
09:06तो ठीक है फिर
09:08छोड़ दे मुझे
09:12हम यही समझेंगे कि हम कभी एक दुस्रे से मिले ही नहीं थे
09:16लेकर अलीजे हम कोट मैरेज भी तो कर सकते है
09:19क्या
09:21हमसा अपती सोचा भी कैसे कि मैं कोट मैरेज करूंगी
09:25अब को पता है
09:29किसी भी इजददार लड़की के लिए यह बहुत बढ़ी गाली होती
09:33मैं क्यों कोट मैरेज करूँ
09:35मैं इसे नहीं करूंगी
09:38बजायरी तो मैं खुश लगूँगी लेकिन अंदर ये अंदर मैं अपनी कबर खोद रहे होंगी
09:42और मैं यह नहीं कर सकती
09:44मैं मामा और दैट से बात की है
09:48तिक वो नहीं मान रहे
09:51अगर आप मुझे अपनी जिन्दगी में इजददार तरीके से शामिल कर सकते हैं तो ठीक है
09:55मैं आपके साथ है
09:56और अगर नहीं
10:01तो पिर भूल जाया
10:03आज के बाद हम कभी भी नहीं मिलेंगे
10:06क्योंके मैं किसी भी चोड दर्वाजे से आपकी जिन्दगी में शामिल नहीं होना चाहती हम्जा मुझे
10:10मुझे आप बाइजद तरीके से रुकसत करके लेके जाएं
10:14लेकिन अलीजए
10:17लेकिन अलीजए क्या हम्जा
10:19हम्जा मैं भी इजद डिजर्फ करती हूँ
10:22अगर आप अपनी फैमिली को लेकि मेरे घर रिष्टा ला सकते ह।
10:25मेरे ले भरात ला सकते ह।
10:27मुझे सबसे इंट्रिव्ध कराएं
10:28मुझे अपने खांदान मालों से मिलाएं
10:30मुझे अपने घर के ईजद मनें
10:31अब बाइं
10:39नह невेला मीने तरफ से इंकार है
10:40आपके पास कल तक कचाई में अराम से सोच रहे हैं, और मेरे जबाब देदी शेया है
10:51नहीं आफिस
11:10साब जी, बीबी जी
11:32क्या हुआ है?
11:33साब जी, बीबी जी
11:34क्या हुआ है?
11:35क्या बात है?
11:36वो मैं हमजा साब के कमरे में पानी रखने गए थी
11:39फिर?
11:39मैंने उनके हाथ में पिस्टॉल देखा है
11:42क्या?
11:43हमजा!
11:45हमजा!
11:46हमजा!
12:02हमजा!
12:04तो पागल हो गए!
12:05चौड़ो चौड़ो चौड़ो
12:06हमजा क्या कर रहे हो?
12:07हमजा चौड़ो इसे!
12:09आप लोग मेरी बात निसे बेतर हैं कि में आरी क्या मर रहेह हूं!
12:11अरे!
12:12अरे!
12:12हध्या युजा यूज़ो!!
12:13फिरू… छोड़ो और फिर रहे हमजाआ
12:15हमजा क्या मेरी बात उसे महांचे का मानेंगे आप
12:16छोड़ो!!
12:17मुझे पता है
12:18या आपनोग मरी बात मी मानेंगे
12:20मैं मैं आलीजेिक बगीर जिंदन नहीं रह सकता है
12:27हम्जा
12:29हम्जा
12:31ceso ग्राब हो गया spend
12:33मुझे जिंदन नहीं रह ना इस Familien
12:36टो यह हुआ करने जा रहे थे तूम अभले तूम्हें उगल किया किया तूम्हे तूम्हय कैने
12:40आपने तो साही उमर दो और दो पांच किया है, मेरी फीलिंग सिर्फ वो ही समझ सकते हैं जिसमें मुख्बत की हो, मुझे गोली चलने के आप
12:51तुम सुसाइड, तुम्हारा दिमाँ खराब हो गया है, हो गया मेरा दिमाँ खराब, हमजा
12:58जिसकी बात ना सुनी जाए वह बागल नहीं होगा तो और क्या होगा
13:02तो मैसा करो, अपने हाथों से हमें माठा लो, सब को, तुम्हें भी स्कून मिल जाएगा और हमारे भी जान चुप जाएगी
13:10हाँ तो यही तो कर रहा था मैं
13:12तो कि जान नहरता है ताके आप लोगों कभी इमतिहार कातम हो जाएगा
13:18अब्जाथ, बात, सुनो मेरी
13:20देख भी जैसा तुम चाहते हो, वैसा ही होगा
13:24पाचिस यह आप क्या कहे रहे हैं, अप कैसे कह सकते हैं यह
13:27तुम अलीजे से छादी करना चाते हो ना
13:32तुम्हारी शादी अलीजे से ही होगी, लेकिन एक बात याद रख लेगा
13:41आ इंदा तुम हैसी कोई अरकत नहीं करोगे
13:44समझ गए
13:53अंजे, अंजे अंजे अंकल क्या कह रहे हैं
13:56आपने कहा देना कहम दो सक मेरा है, आप मेरी शादी करेंगे उससे
14:02करेंगे
14:10हम्जा
14:12हम्जा, तुम क्यों कह रहे हो यह मेरे साथ, देखो
14:16तुम जैसा कोगेन में बैसा करूंगी
14:19पुरे शंद्गी तुम्हारी कद्मों में पढ़े रहोगी लेकिन प्लीज
14:22प्लीज
14:23प्लीज
14:24नेरे मुखब्ब के युना कदरी मत करो
14:26मुझे
14:28मुझे ऐसे मैं ठुक रहा हूँ के अपना आप भी हखीर लगने लगे मुझे
14:33माया प्लीज प्लीज
14:36इस वक तुम्हारी बात नहीं सुन सकता
14:58ये क्या किया अपने फरीद इजासत दे दी हमसा को
15:03दोर क्या करता अपना बेचा गमा देता
15:07आपको लाडला अच्छी तरह जानता है कि आपको ब्लैक मेड कैसे करना है
15:19उसने किया और आप हो गए क्या बात है डाड
15:23जानते हो इस ते पिस्टिल का रखी भी थी
15:32यहाँ
15:34अगर कोली चल जाती
15:42तो भी हम सब यहां बेटे रो रहे होते हैं उसकी लाश्ट में
15:46बुरा वक्त पच्टावे साथ लाता है
16:11और मैं नहीं चाहता कि हम अपनी सिंथ और अना की खादिर अपने बेटे को गवादें
16:23और सारी जिंदगी बैट के पच्टाते लें
16:35मैंने हवास अभी तक बान नहीं हुए
16:51यह सोच कर खुदा रहासता अगर कोली उसे लग जाती तो
16:57अल्ला तो बेतर यही है
17:09कि बेटे की लाश पर रोने की बजाए
17:13अपनी अना और जित की लाश पर रो लिया जाए
17:18मैं उस लड़की को इस घर में कभी बर्दाश नी करूँगी
17:21मुझे उससे चड़ है
17:31चड़ तो क्या मुझे उससे नफरत है
17:34औलाद से जादा कीमती कुछ नहीं होता
17:36हमदा जैसा कहता है वैसा करो
17:50उस लड़की के गर रिष्टा लेके जाने की तैयारी करो
18:06अपनी अना और अपनी जित को आग लगाओ
18:16एक बार वो लड़की इस घर में आ गई
18:28तो फिर गेम अमारे हाथ में होगी
18:34उस वक्त हमदा को उस लड़की से बज़न करना असान होगा
18:47इस वक्त हमदा हमारी कोई बात नहीं सुनेगा
18:54वो जैसा कहता है वैसा करना पड़ेगा
18:59झाल झाल झाल
19:29इस वक्त हमारी कोई बात नहीं सुनेगा
19:43इसक में खेरात नहीं होती है
19:45ना कोई भीक मांगी या दी जाती है
19:53इसक में सिर्फ हाक होता है
20:01और अगर दूसरा हाक ना दे तो इसक में कोई जबरदस्ती नहीं चलती है
20:11जबरदस्ती होती है
20:16अपना हम उसको सुन देते है
20:19हमें गुछ से बवात माफ़ पत करते है
20:21लगता है नमा है ये शेहर भीच
20:27वेरी दुन्या में कदम तड़ू रखे हैं
20:31तिके तो बश्थ दुन्या के वारे में कुछ नहीं किते हैं
20:33मेरा आपकी कहानी से क्या तालुक तालुक सावल तुम इस कहानी के ना सबसे एहम किर्दार है
20:57आपकी मुका हाँ
21:22बहुत मुश्किल गेम है यह
21:27जब खेलने वाला अपने खेल में माहिर हो तो कोई भी ये मुश्किल नहीं होता हूँ
21:35मैं माहिर नहीं हूँ
21:43तुम्हे क्या लगता है?
21:45वो आएगा?
21:47तुम्हे क्या लगता है?
21:50मैंने उससे ऐसी जाने दिया
21:52ये किन दियानी किये बगएर?
22:01और अगर नहीं आया तो?
22:04आएगा
22:04जरूर आएगा
22:07तुम्हे आदे?
22:11एक दफ़ा मैंने कहा था
22:13खेल जाहे जंग का हो या महबत का
22:18जिसने दिल से खेले हैं हमेशा वो हार जाते हैं
22:24जीत उसी की होती है जिसने दिमाग से खेला होते हैं
22:33जên लाओगा
22:35हम मेरे देरी जरूर याओगा
22:51मैश कम से डाप
22:55पड़ को आएख बाड़
22:58झाल
22:59हलो
23:04बेटा तुम रो क्यों रही हो
23:09हलो हमाया बेटा मैं तुमसे पूछ रही हूँ
23:14आखर मुझे बताओ तो हुआ क्या है किसी ने कुछ कहा है तुमसे
23:19मामा सब खर्तम होगे है
23:23सब खर्तम होगे है
23:28अरे क्या खर्तम हो गया
23:31अब ठीक कहती थी
23:33अब बलकुछ एक कहती थी मामा के मैं लाहासर के पीछे भाग रही हूँ
23:37और अपने आप को जलील करवा रही हूँ
23:43बेटा तुम्हे कितना तो समझाया था मैंने
23:46कि खुद को पहचानो मगर तुम्हे मेरी बात ही नहीं समझ में आ रही थी
23:50अब मेरे बस में कुछ नहीं था
23:54अगर किसी की सुमता है
23:58यह तो अपनी मर्से करता है ना
24:00मैं क्या करती मैं कैसे रोकती इससे जब यह
24:05जब यह सिर्फ और सिर्फ हमजा के नाम भी धरकता था
24:11देखो बेटा आज के बाद तुम हमजा का नाम नहीं लो
24:14उस धोके बास को अपनी जिन्दगी से निकाल दू
24:17इस हकीकत का तुम्हें सामना करना पड़ेगा
24:23ममा, ममा मुझे वाफिस बुनाए
24:27मुझे यहां नहीं रहे ना, मुझे एक लबा भी यहां नहीं रहे ना, अपनी इसमेरी टिकेट करवा दे
24:31ममा कुछ कहरे ममा भी कहरे मुझे वाफिस बुनाए
24:34मैं रुपीज
24:36मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि ये इंसान ऐसी बेवकूफी कर सकता है
25:04ऐस एक लड़की के लिए
25:05वो अपनी जान लेने चाला
25:08I mean, how stupid is that?
25:13वहत जालिम चीज़ है महबब
25:15महबब में इंसान अपने हावाज को दिता है
25:19तुम्हे आद है
25:25अनूशे
25:27कैसे इसमे तुम्हारी महबब के पीछे
25:35अपने सब कुछ पर बात कर दिया था
25:37तुम्हे पहले भी कहा था
25:39उसका नाम मेरे सामने मत लिया करो
25:45आखरी बार कह रहा हूँ
25:51कहें ऐसा तुनहें
25:53तुम्हे अपने किये पर गिल्ट हो रहा है
25:56तुम्हे ऐसा बिता है
26:01किस बात का गिल्ट होगा मुझे
26:11उस रड़की ने खलती की
26:18उसा सामने लिया उसे
26:21तु गिल्ट किस बात का
26:24अचा ठीक है
26:27मैं तु बस तुम्हें बता रही थी
26:31जो लोग महबबत करते है
26:33उन्हें अपनी महबबत के सवार कुछ नजर में आता
26:54अच्छा तु बताओ क्या सोचा है तुम्हें क्या जाब दू उनको
27:02ऐसा करो जाकर तुम ना मना करता हो ले
27:08अब मेरा बेटा इतना भी क्या घुसरा नहीं है
27:12कि किसी तलाक जाफता के साथ मुझे की शादी करवा दो
27:15सोच लो शाइस्ता जिन्दगी बार बार मौका नहीं देती
27:20एक ही छिलांग में मेडल क्लास से हाई क्लास पहुँच जाओगी
27:24टुपिया पैसा नौकर चाकर गाड़ी बंगला सब होंगे
27:30अरे भई मैंने पहले भी तुम्हें समझाये था
27:33हनान की मुस्तक्बिल का सोचो
27:35सोचो वो कहां पहुँच सकता है
27:38जिन्दगी मौका दे रहे हैं तुम्हें करना क्या है
27:44सिर्व इतनी सी बात भूलनी है कि लड़की दराग्याफता है
27:49अच्छा ऐसा करो दो-चार दिन ले लो
27:54फिर अच्छे से सोच कर मुझे जवाब दे लो
27:57देखो भई तुम नहीं तो कोई और सही
28:04यहां तो रंग-रंग की दुनिया बैठी है
28:06अच्छा अगर चाहो तो हनान से बात कर लो एक दफा
28:13मैं अभी आए
28:20कौन
28:25असलाम अलेकम शायस्ता बेन
28:30अलेकम असलाम
28:32शायस्ता बेन दस तारीख हो गई
28:36कुराय नहीं पुंचाया आपने
28:38वो भाई
28:39हनान का तनुखा मिलेगी न
28:43तो वो आपके घर खुद दे आएगा
28:45बेहन पिछली बार भी दो मेने कुराय लेट दिया था अपने
28:48इस बार इतना लेट नहीं करूंगा
28:50मुझे जरूरत है
28:52हनान आता ता मैं उसे कहती हूँ
28:57हनान आये तो उससे बात करें
28:59आप लोग पुराने कुरायदार हो
29:01इसलिए लियास कर रहा हूँ
29:03वरना कोई और होता
29:05और इतना मुझे तंग करता
29:07तो दूसरे दिन ही उससे मकान खाली करवा लेता
29:10हनान आये तो उससे जरूर कहें
29:13एक दो दिन में कुरायदार पुरायदार दे
29:14जी भाई आप रिकर ना करें
29:18चलता हूँ
29:19हनान की सेलरी कितनी है
29:43क्या किराया पूरा नहीं होता
29:45नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है
29:48किराया पूरा हो जाता है
29:51मस वो इस पर बिजली का बिल और गैस का बिल थोड़ा ज्यादा आ गया था
29:57इसलिए सारे पैसे उसी में निकल गया
30:00अच्छा देखो मैंने ना लड़की के भाई से बात की थी
30:05उन्होंने कहा है कि हम लड़की को मकान भी दिलवाएंगे
30:09तुम्हारे किराय के मकान से भी जान चुट जाएगी
30:12तुम बेहन हो मेरी
30:14मैं खेरफ़ा हूँ तुम्हारी
30:16दुश्मन नहीं हूँ
30:18अच्छी तरह से सोच की फिर मुझे जवाब दे देना
30:25ठीक है
30:26तुम चाहे लो
30:31अच्छी से सोच लो
30:48हम्जा
31:07हम्जा
31:10मैं तुम्हाई जिंदगी से जा रही हूँ
31:15कभीने वापस आने के लिए
31:17पते
31:22मैंने बहुत देर तक रात को सोचा के
31:26यहां रुक जाओं
31:30तुम्हाई शादी में शरकत करो
31:33तुम्हें
31:36तुम्हा बनते वे देखो
31:40मैं गर
31:46मैं गर
31:47इस दिल का क्या करूँ
31:49जो तुम्हें किसी और का होते वे देखी नहीं सकता
31:55वो अहबत में शेरिंग नहीं होती ना
32:04अपनी जोली भरी हुवी होने के बावचुत पे
32:08इंसान के पास दूसरों को देने के लिए
32:15कुछ भी नहीं होता
32:18कुछ भी नहीं होता
32:20अच्छ चोड़ो
32:22आओ
32:23एक सर्फी लेते हैं साथ में
32:25यादगार रहेगी मेरे लिए
32:27अप
32:30क्या हो वे तुम्हें
32:34तुम्हें इतने संजीता क्यों हो
32:36आई में
32:42तुम्हाई दुसाई खुआशात पूरी हो रही है
32:45तुम्हारे चेहरे पर तुम्सकुराहत होनी चाहिए
32:48देखो
32:50में दिल टोटाओ वे
32:52एक नम्सकुरा रही है
33:04प्लीज मुस्कुराओ
33:06स्मायर
33:07मुझे वही मुस्कुराहत चाहिए
33:09जो नेच्रल है
33:11जो तुम हमेशा देते हो
33:13चाहिए
33:15तभी मुझे देख करी
33:21स्मायर
33:36गुद्बाइ
33:37स्मायर
33:39स्मायर
33:41प्लीज मुझे देख
33:43झाल झाल
34:13जिन्दगी में आपसे कभी कुछ नि मांगा सेवाए हमजा के आप मुझे वो भी ना दे सकी
34:21मामा मुझे हमेशा कहती थी कि एक तरफा मुहबद इंसान को तकलीफ के सिवाब कुछ नि देती हांकर मैं नहीं मानते थी
34:33मैं कहती थी कि मुहबद में इतनी ताकत है कि वो दूसरे इंसान को बिलाखिर अपना कर ही लेती है
34:40लेकिन हमजा के मामने में शायद एरी मुहबद में खोट है एरी मुहबद में इतनी ताकत ही नहीं है कि मैं उससे अपना मना सकती
34:55कोई खोट नहीं है तुम्हारी मुहबद में
35:04बस हमजान तुम्हारी मुहबद की कदर में किये तुम देखना जिंदगी भर पच्टाय का बहुँ
35:16हला ना करे हला ना करे कि वो पच्टाय
35:19मुहबद किसी को तकलिफ देने का नाम नहीं है
35:28इंसान जिनसे मुहबद करता है न
35:32उन्हें तकलिफ में नहीं देख सकता
35:36मैं ते दुआर कि हमजा हमेशा खुश रहे
35:47हमेशा
35:50मैंने जाने अंजाने में तुम्हें बहुत कुछ का उचे माफ कर देना
36:08आंटे प्लीज आपके माफ्य मांग रही हैं
36:14आपको तो कोई कसूर नहीं है
36:16खलत तो मैं थी
36:18जो बिना देखे डोर का सिरा पकड़कर चलती रही
36:22महबद के आंके नहीं होती ना
36:29अंधी होती है
36:31सान को पागल कर देती है
36:39प्रुप जाओना थोड़े दिन और
36:44नहीं
36:51नहीं
36:54नहीं रुख सकते
36:56मैं हम्जा को किसी और का होते वे थेख नहीं सकती
37:02मेरे जाने में ही इस घर के बलाही है
37:06इस घर कर सकून काइम रहेगा
37:12अपना ख्याल रप्टा
37:16टेक केर
37:20प्रीज अख्याल रख्टा
37:23बाए
37:25आप क्यों साइड हो रहे हैं वो क्या है ना
37:34शाइद उसकी मौपत की ढोर में इतनी दाकत ही नहीं थी
37:37कि आपको उसे मौपत की रख्टा
37:39शॉर्ड
37:40शॉर्ड
37:41यह तो गलत क्लिए आप अपको यह नहीं करना चाहिए आप उन्हें हर्ट किया है
37:53मेरे पास और कोई आप्शिन नहीं था है अली से
37:57वो माबाप है आपके
38:00आप जाया और जाकर उनसे माफी मान
38:03लेजों में करवाट पहनने से पहले माफी मांगेने चाहिए बहुत सारी शीज़ा असान हो जात
38:08और उनको मिनाने के और भी तो तरीके हो सकते हैं नहीं
38:23करना चाहिए था ठीक कहरी हो तो मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था गलत किया
38:30अच्छे बात है आपको रेलाइस हो गया छोड़ दें आप मुझे
38:35उसे ही कहने आप उनकी बात मानने और वैसे भी अगर वो मान जाते हैं
38:41अच्छे को हमारी शादी हो गई
38:43सब मुझे दिल से एक्सेप्ट नहीं करेंगी
38:46मेरे और आपके बीच में बग्वानिया पहला करेंगी और अगर आपने मुझे फिर छोड़ दिया तो
38:51खीज यार तुम कहां के भाग कहां ले जाती हो तो हमारी शादी नहीं
38:56जब शादी होगी न सब कुछ ठीक हो जाए
38:59वेको अभी मैंने सिटुएशन संभान ली थे आगे भी महसंद
39:04और मुझे यह कि
39:07जस तरह तो मुझे पसंद आई हो
39:10मेरे माबाप को भी उसी तरह पसंद आई हो
39:12आई नो तुम उनके दिन में देगा बना दो
39:15अगर ऐसा ना होगा तो
39:18तो फेर हम कहीं दूर बाप जाए
39:23जाह हम दोनों के दुर्मिदान और कोई
39:25अरे मानना पड़ेगा उनको
39:30हैसे थोड़ी काने दूँगा
39:32मना आकर छोड़ूगा देखना पर
39:45मेहसूस नहो दिल को
39:50तुम ऐसे बदल जाते
39:54कर दो
39:55थास दुम झावाए
39:57झावगा तो
39:59कर दो दो
40:01झावगाए
40:03झावण
40:04झावद
40:07थोन कर दो
40:08जक दो
40:09वाह
40:11प्र राब
40:14जावदां
40:16ंवदाल
40:18कर दो
40:20कर दो
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