00:00ताजनगरी के सरकारी स्कूल की सिच्छ का पविता कुश्वाह पढ़ाई संग बच्चों को परियावर्ण की सीख दे रही हैं।
00:08पिछले 10 साल में अब तक वो 2000 से जादा परियावर्ण मित्र बना चुकी हैं।
00:15इस दोरान उन्होंने कई प्रोजेक्ट किये जिसमें बच्चों को सिंगल यूज प्लास्टिक के रियूज के साथ ही प्राकृतिक खेती से जोडने का काम भी सामिल है।
00:26इस समय सिच्छा विभाग में पविता कुश्वाह की चर्चा सिंगल यूज प्लास्टिक से बनाई गई लाइफ जैकेट है।
00:33आया सिच्छक दिवस पर इटीवी भारत की स्पेसल रिपोर्ट में पढ़ें और देखें सिच्छ का पविता कुश्वाह के इनोवेशन की पूरी कहानी।
01:03प्लास्टिक बोतल बैंक बनाया और इस प्लास्टिक बोतल बैंक के बाद ही
01:33अब पविता कुश्वा ने इको क्लब के साथ लाइफ जैकेट बनाने का काम सुरू किया है।
01:39प्लास्टिक जहां देखो वहां हर चीज में प्लास्टिक हम जब भी कोई बस्तु लेकर घर में तो प्लास्टिक है।
01:45कोड्रिंग पी रहे हैं घर में बोतल आ रही हैं तो इसका कोई रियूज होना चाहिए इसके लिए मैंने सोचा कि इतनी सारी बोतले कोड्रिंग की निकली हैं
01:53हमारे आसपास के तालाब के चार तरफ पड़ी हुई थी तो मैंने सोचा क्यों ना मैं इसका रियूज करूं और इसके लिए मैंने वह बोटल्स अपने गाउं में जितनी महिलाई थी उनको खट्टा किया इको क्लब से जोड़ा और उनसे कहा जितनी प्लास्टिक की बोटल
02:23बनाई जिसको हमारे पास में तालाब है उसमें बच्चे को तेरा करके भी देखा अच्छी तरह तरह त्यारनी में साहकती लेक्ट हमारा सी के द्वारा यूए नाउस दिली में भी इसको प्रदरशित किया गया था और इंटरनेशनल पर भी इसकी चर्चा हुई है और बह�
02:53प्लास्टिक बोतल और प्लास्टिक के बोरे से महत सो रुपे की कीमत में लाइफ जैकेट बनकर त्यार हो गई है जो सस्ती होने के साथ ही मजबूत और सुरक्षित भी है और इसी पर आप काम करने की प्लानिंग है विरो रिपोर्ट शामबिर सिंग इठीवी भारत आगरा
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