01:26अभी जब मैं बाहर वाले गुस्तिल ठाने में नहाने गई थी
01:30तभी अचानत
01:32बहरवी, लगता है पानी के दिक्कत फिर से शुरू हो गई
01:36आज सुबह जब बात्रों में नहा रहा था तो अचानक चलता हुआ पानी बंद हो गया
01:40ऐसे कैसे?
01:42लगता है पाई पे कुछ फास गया होगा
01:44हाँ ठीक रहेगा
01:46तो रजो, तुम कुछ कह रहे थी?
01:48जी, कुछ नहीं
01:50और यह बार-बार गुंगट यो काड लेती हुआ
01:52अपने घर में कोई गुंगट काडता है क्या
01:54वैरवी, तुम तो इस भी बाभी हो ना
01:56तुम सम्झाओ रहेजे
01:58हाँ रज्जो, तब तक महवान बन कर रहोगी
02:00यह कुंगट की क्या ज़रूरत है
02:02वैसे भी यह सब तुमारे गाउं में चलता है
02:04यहाँ इसकी कोई ज़रूरत नहीं
02:10और हाँ, आज से तुम मेरे ही बातरूपे नहा लिया करना
02:13ठीक है?
02:15हाँ, हाँ, बहुत अच्छा रहेगा
02:17आज के बाद इसे बाहा नहाने के लिए नहीं जाना पड़ेगा
02:22आज से तुम मेरे ही बातरूपे नहा लिया करना
02:25आज के बाद इसे बाहा नहाने के लिए नहीं जाना पड़ेगा
02:40अरे रज्जो, घबरावस मैं हूँ
02:42यह क्या कर रहा है अभी का रहा है वो तो गई अब यहां तुम और मैं हम दोनों ही अखेले अच्छा वाप मंदिर नहीं आए पंदी जी के घर में कोई बिमार पड़ गया
03:12और उन्हें एमर्जनसी में स्पताल आपका साइज बहुत ही जादा च्छोटा पतला है टाइमिंग आपके बिल्कुल जीरो हो गई है और आपने बहुत सी मैडिसिंग कर लिया है पर आपका साइज जो इंक्रीज नहीं हो पा रहा है तो हम आपके लिए लिए करके आए हैं ब
03:42रज्जो जल्दे से दवाई का डबा लेकरा इतना खुम बह रहा है रज्जो अरे कहा रह गई यह घर पर नहीं है क्या मुझे क्या पता मैं तो अपे कम्रें भी था तुम चलो आओ आओ अरम्स
04:12अरि विरसामान मध दिला और फैर क्वाइजां है ना किराये देने के ल Jew कि अना थे आणे कहने के लिए अर्फाला जा इने सारे पैसे है किले अर आई आट vide कि अरिछ अर्थमा इस आखे अचे तुए टॉ इए बेट इन, जड़ी कहां कि ऊष्धे चुद दे
04:42इसे कैसे पिसल के आप बात्रूमे अरी रज्जो पिना पता है कहां चली के थी वो भाभी थोड़ी तब भी ठीक नहीं लग रही थी दवा खाने गई थी
05:02क्या हुआ नहीं गपराईयों की हुआ है क्या कुछ नहीं भाभी
05:12क्या है क्या है रज्जो आज बहरी कर दवाईय मैं दूंगा तुम आपने कबने पर जाओ स्नोने की त्यारी करो
05:18आज राद आपके रादे कुछ ठीक नहीं लग रहे हैं आज एक प्रती को अपने प्रतनी पर बहुत प्यारा आदे है
05:40पर तो मिस्टर जी मेरी ऐसी हालत का मजाग मत उड़ाओ तुम जैसी भी मेरी पत्नी अगर तुम्हाई तकलीस दम नहीं कर सकता है तुम बार तो सत्ता हूँ
05:47इतना प्यार करते हो मिल से बहुत प्यार करता हूँ
06:03अब तुम आराम से सुझाओ
06:05अब तुम्हें परिशान करने कोई नहीं आएगा
06:13अब तुम्हें जाएगा
06:27मैं और अज्व
06:28आप यहाँ क्या कर रहें? अपने कब्रे में जाहिए
06:31वारी भाभी को गुल दे कर सुला ती है बने
06:33सुबह तक सोती रहेगी अब तुम और मैं अकले
06:35चला जाए
06:37मैं कहरी हूँ आप अपने कब्रे में जाई
06:39तुम्हेट परे अपने कर दूब
06:41अज्व
06:43है
06:47आप
06:49अज्व
06:51आज्व
06:53आपकल से कान ले भावली
06:55तो चोज तेरी सारी जंदीगी सुदर जाएगी
06:57अग्ज जाए रानी बना कि रकोंगा तुछ अग्ड़
07:01तुम्हेरी के लिए
07:03अज्व
07:05अज्व
07:07तो उस भिखारी के लिए मुझे तुक्रानों काती है
07:09ज़ तुझे इसनी आतानी से एक गैर मर्द के खर गिर्मी रख के चला किया
07:12और उसको!
07:13मेरे पास आजा रजो!
07:14बहुत कुछ सकूँ का तुझे!
07:16रजो!
07:17रजो!
07:18रजो!
07:23हलो!
07:24अरे बिर्जो!
07:25मेरे पैसे ले काहा भागया पे तु?
07:26वापस आएगा भी या नहीं?
07:28अरे आओंगा भाया जी
07:29बस काम बने किया संझो
07:30रजो तो ठीक से है ना?
07:31बहुत धीछ और से तरी जोरो
07:32रजो तो ठीक से है ना?
07:33जो कहा जाए चुप-चाप मान लिया करे
07:35नहीं तो तो दून के अंदर पैते लेके या
07:37और अपनी जोरो को आपत लेके जाए
07:39नहीं, मैं समझाता हूँ उसको
07:41आप उसको फोन दो
07:42रजो, विर्जो का पोन है
07:45रजो, रजो कैसी है रे तू?
08:00और कितना टाइम लगेगा आपको?
08:04तू रो कियो रही है?
08:10अरे, मुझे भुला लिया हो तू
08:12उसी तो बड़ा बोल रही थी कि तू
08:14कि मैं खूश हूँ, खूश हूँ
08:16अब अज अचानक से क्या हो गया तुझे?
08:18अगर आपको मेरी इतनी प्रियर है
08:20तो जितना जल्दी हो सके ना
08:22इतना जल्दी हो सके पैसे ले आईए
08:24मुझे यहां से लेके जाहिए
08:26अरे हाँ बस एक दो दिनों में बयाने का पैसा उठा लूँगा
08:30और सिधर तेरे पास आजाओंगा मैं
08:32और एक दो दिन बढ़ दाश्टी हो था
08:34आप इतना जल्दी हो सके आईए
08:36और मुझे यहां से लेके जाहिए
08:38रज्जो
08:44अल रात को मैंने हीरे के अंगुटी इसी में रखी थी
08:46मुझे अच्छी तरह याद है
08:48तानी कहां चली कही
08:50अज़ ज़िए
08:52अज़ गर से कोई चीज गयाव हो सकती है
08:54आज तक तो कभी ऐसा हुआ नहीं
08:56क्यों नहीं एक बार उस लड़की का समान चेक करें?
08:58उसकता है उसमें?
09:00नहीं नहीं नहीं होगी अब ठीक से ढूंडिये
09:02तुम बहुत भोली हो बहर भर भी
09:04क्या आज़ ज़िए इसमें?
09:06चीक
09:28मन तो मना किया थाना एसलों पर यकीन मत क्या को
09:30तिर सूरत से भोली हो मातूम दिखती है थाकिकत में ऐसी है
09:40और नोजाने क्या क्या चुपा रखा रहते है
09:44भावी
09:46यह अंगोटी महने नहीं चुदाई है
09:48तो क्या अंगोटी खुद उड़के तुमारे समाने पहुंच भी
09:51आप नहीं रखी होगी
09:53मैरे नहीं चुराया कुछ
09:55अच्छा
09:57तो पकड़े जाने पर मुझे पसाना काजिये तुम
09:59देखा भावी
10:01एक तो ऐसे लोग के फरोसा करो अपने खर का हिस्ता बनाओ
10:03और बात में यह सिला देता है
10:05मुझे तो उसी दिन समझ आना चाहिए था
10:07जिस दिन इसका पती यह चोड़के गए
10:09यह चोरी की रादे स्या यह चोरी की
10:11मुझे इस पर नजर रहनी चाहिए थी
10:13यंगोथी
10:15तेरे समान में क्या करिये रज्जो
10:17पावी में सच बूट रहे है
10:19मुझे इस पर नजर रहनी चाहिए थी
10:23यंगोथी
10:27तेरे समान में क्या करिये रज्जो
10:29पावी में सच बूट रहे है
10:31मैं नहीं जानदी कि यंगोथी
10:33तेरे समान में कहते आई
10:35हाँ आप इंकी बाग का विश्वास मत कीचे
10:39यह आपको दोखा दे रहे है
10:43यह आपको दोखा दे रहे है
10:45इतने साल हो गए इनके साथ रहते हो गए
10:51तो तेरा भरोसा करेंग या मेरा
10:53अज तक मैंने किसी को दोखा नहीं तिया
10:55तो अब आपको अज़ा करूगा और क्या बताना चाहिए
10:57पीट बीछे मैं तुछे चेड़ा करसा था
10:59हाँ
11:03हाँ
11:07इन्हें जब जब पॉका मिलाए
11:09तब तब इनोने मुझे आद लगाने की
11:13मुझे चोने की कूल ठीज की है
11:21यह रह तुमारे पर से
11:23चलो जो
11:27अब भरो
11:33और प्रवह
11:36जाता काने बिए
11:39पाकी के परसे काई थे
11:43जितने लिये थे उतने ही थे
11:45जाओ तो एक रागिला चादरी
11:47चालिस हिदा का व्याज के थे तिरा झारफ दड़ से कार जएगा
11:57पाकी का पैसा भी हम बहुत ज़्दी देहें बैयाजी
12:00कर समसे
12:03यह देखागज, हर महिने का दस्ट का ब्याज, और यह रहा दस्ट का
12:09पूरे के पूरे पैसे लेकर आओ, और फिर अपना गिर्गी रखाओवा सामान वामस लखे जाओ
12:16नहीं चाहिए हमें ब्याज
12:19बस इसे यहां से लेकर जाओ
12:22तो दुख ए
12:23तुम्हें नहीं चाहिए ब्याज, तुम मत लो, मैं एक-एक पाई वसूल करूँगा
12:28थारी जादार, तारा पैसा तुम्हारा, पर समालता को ने, मैं
12:34भोल, फोड़के निकल दाउता
12:36जैसे मैं बेज़ती महापनी करता, वैसे अपना ब्याज भी महापनी करूँगा
12:41पूरे के पूरे पैसे लिखनाए ये, और फिर अपना किरुभी रखा हूवा समन वापस लिखे साए
12:45बानिकर, प्रेशशा निकल तू चल लगड़क, जल लगड़क
12:52लेकिन इन सब का
13:22कर दो
13:52कर दो
13:54वश्चा
13:56कर दो
14:00कर दो
14:04कर दो
14:06कि
14:08अ
14:12आ
14:14अ
14:16अ
14:18मालक मैं
14:20और इसकी जमा की भी पूजी, वोजब पिसकी, मेरी
14:24जिची तुम, रच्चु
14:36तुम जिन्दाव?
14:46हाँ, तुम्हारी असले जाने के लिए
14:49हमने ही सब खेल रचा था, मैं खुद अपने कानों से सब सुनना चाहती थी
14:53जब रच्चु ने मुझे बताया, मुझे एकीन ही नहीं हुआ
14:57कि मैंने इतने सालों से एक आहतीन जिस को पाल रखा था
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