Rahul Gandhi: वोटर अधिकार यात्रा (Voter Adhikar Yatra) के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जिस नारे को सर्वाधिक दोहराया वह वोट चोर-गद्दी छोड़ का रहा। आक्षेप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) पर था। लगभग छह वर्ष पहले भी राहुल (Rahul Gandhi on PM Modi) ने कुछ ऐसे ही शब्दों का प्रयोग किया था। वह वर्ष 2019 था। तब राफेल डील के बहाने उन्होंने चौकीदार चोर है का नारा दिया था।
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00:00करीब 1300 किलोमीटर की दूरी, 25 जिलू की परिक्रमा, 110 विधानसवा सीटों का सफर और 16 दिनों का लगातार मार्च
00:08राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा सिर्फ एक सियासी प्रदर्सन नहीं थी बलकि मानो आत्म चिंतन और कॉंग्रेस की साधना भी हो
00:15यह याद दिलाती है कि राजनीती का असल मकसद अंजान लोगों के साथ तब तक चलना है जब तकी वो अंजान न रह जाएं
00:23बिहार में कॉंग्रस पार्टी सालों से एक ऐसी उजड़ी हवेली की तरह दिखाई देती रही है जिसके कमरे अब भी खड़े हैं विरासत पर कोई सवाल नहीं लेकिन दीवारे सननाटे से गुंशती हैं
00:33साल 2020 का विधान सभा चुना हो या फिर कोई और चुना हो
00:37साल 2020 में सर्फ उसे 19 सीटे मिले थी मगर ठोस जनाधार नहीं मिल सका
00:42और उन यादों का क्या करें जब पूरे विधान सभा च्छेतर में पार्टी का लहराता हुआ ज़ंडा दिखाई देता हो
00:49लेकिन धीदीदीर समय ने कॉंग्रेस को खत्म किया और दूसरी पार्टीयों ने कबजा जमा लिया
00:55लेकिन अब वही एक बार फिर से हरियाली राहुल गांधी कॉंग्रेस के लिए लहलाना चाहते हैं
01:00लेकिन सवाल ये भी है कि क्या ये यात्रा कभी मोटर साइकल पर सवार होकर कभी रात के ठहराओ के बीच वोट जोरी के आरोपों और तमाम चुनावी वादों के साथ उस पुरानी हवेली में एक बार फिर से जान फूख सकेगी
01:13क्या उसको एक बार फिर से वही सुनहिर यादें लोटा सकेगी इस पर बड़ा सवाल है
01:18दरसल बिहार में 2025 का चुनाव है और आज से असली इसी का आगाज हो चुका है
01:24क्योंकि PM मोदी राहुल गांधी की इस पूरी यात्रा को मा के नाम पर फिर से खत्म कर देना चाहते है
01:31मा के समान में PM मोदी मैदान में उतर गए हैं और कॉंग्रेस की एक भूल जो इसमें मा की गाली निकल गई
01:38और उस पर अब PM मोदी के आशू क्या भरी पड़ जाएंगी या अपने आप में बड़ा सवाल है
01:43क्योंकि भिहार चुनाओ का पूरा नेरेटिव राहुल गांधी सेट करने पहुंचे थे
01:47लेकिन यहीं से PM मोदी को मौका मिल गया
01:50जिस सोले दिन के मेहनत से राहुल गांधी ने और तेजसुई ने मिल करके पूरा एजेनरा सेट किया था
01:55उसे PM मोदी ने मंगलवार को 29 मिनट के भाशन से बदल करके रखिया और नेरेटिव सेट कर दिया है
02:03लेकिन बीजेपी जिस सरह से अब गुरु आर को प्रदर्शन करने वाली बिहार बंद करने वाली अब मामला फस गया है
02:11यूँकि मामला अब फिर से एक बार बराबरी में आ गया है
02:14अब बिहार चुनाओ 2025 में गाली पॉलिटिक्स की गुंच सुनाई देगी ये तैह हो गया है
02:19बिहार विधान सभा चुनाओ 2025 की गहमा गहमी के बीच राजनीती के रंग मंच में अब गर्मी बढ़ रही
02:26इस बार कहानी के केंदर में प्रधान मंतरी मोदी की मा आ गई है
02:30वहीं राहुल गांधी की याय यात्रा भी कितनी सफल है
02:33इन दोनों की आपसी लडाई के बाद निशकर से निकालना बेहर मुस्किल है
02:38बिहार चुनाओं से पहले पीम मोदी के आशों ने बिहार की जनता के दिलों को छूने का काम किया है
02:44वहीं वोट अधिकार यात्रा के दौरान बिहार के धर्भंगा में जो घटना हुई उसको भले ही सक्स को गिरफतार करके जेल भेज दिया गया हो
02:53लेकिन राहुला और तेजस्वी के लिए ये बड़ा डेंट से कम नहीं था
02:56क्योंकि मंच साजा था राहुला और तेजस्वी के लिए लेकिन इस मंच का पूरा मामला मोदी के हाथ चला गया
03:05लाहुल गांधिया और तेजस्य यादों ने 16 दिनों तक बिहार के कोने कोने में रैलियां की
03:10उनकी रणे नीती की जातिकत समी करणों को साधा जाये
03:13युवाओं को रोजगार का सपना दिखाये जाये
03:15केंसरकार की नीतियों पर सवाल उठाये जाये
03:17दोनों बिहार की मदाता सूची से 65 लाग लोगों के नाम कटने का
03:23जो शोर से मुद्दा उठा रहे थे लेकिन पियम मोदीक ने
03:26मंगलवार को गाली को बिहार की नहीं बलकि देश की सभी माओं और बहनों के साथ जोड़कर
03:31पूरा नेरेटिव बदलने का प्रयास कर दिया है
03:34पियम मोदी के इस भावनात्मक मोड से बिहार चुनाओं में क्या होगा ये तो आने वाले वक्त में पता चलेगा
03:41लेकिन एक बात तो साफ है कि बिहार के लोकल मुद्दों से ना प्रधार मंतरी की मा की गाली का कोई लेना देना है
03:49ना ही राहूल गांधी की वोट चोरी की यात्रा का
03:51क्योंकि राहूल गांधी का ये narrative पूरे देश के लिए है लेकिन बिहार के ऐसल मुद्धे इन सब के पीछे छूटे हुए है
03:59और इसलिए सवाल उट रहा है कि अब बिहार की जनता किसका साथ देगी
04:04दरसल बिहार की राजनीत ही जात आधारी ध्राचे में सालों से बुनी हुई है
04:09कॉंग्रेस के लिए जरूरी है कि OBC महादलित दलित अल्पसंखे तबकों को न सर्फ नतुत देते हुए उन्हें तयार करे बलकि पुराने धर्रे पर ठिकी रही राजनीत को भी बदले
04:19ऐसा करने का अप्रसांगिक होती जा रही कॉंग्रेस के लिए आसान नहीं
04:23राहुल गांदी का हालियस जाती है सर्वे पर जोर और तिलंगावना मॉडल की बाद इस दिशा की ओर संकेत कर रहे हैं
04:30और ये भी इसका मतलम निकाला जा रहा है कि पार्टी युवा विधायकों को आगे बढ़ाना चाहती
04:34नग अब पार्टी पुराने चेहरों पर निर्वर रहना चाहती हालनकि जोखिम भी है
04:39बीजेपी इस अधिकार यात्रा को सियासी नाटक कहेकर भले ही खारिश कर रही हो
04:44लेकिन नितीश कुमार की अगवई वाली जेडियू अपनी दो दशक्ती लंबी सरकार की उपलब्धियां गवर्नेंस और कल्यानकारी योजराओं की लंबी सुची
04:52लेकर के भी कॉंग्रिस की कोस्टिशों को जीरो करने में जूटी है लेकिन कैस में कामिया भी होगी
04:57ऐसे में कॉंग्रिस के लिए चुनौती ये है कि वुख के वल्ग सहयोगियों के साथ चलती हुई ना नजर आए
05:02बलकि आगे बढ़ती हुई बदलती हुई भी नजर आए बलकि अपनी अलग पहचान बनाए
05:07एक ऐसी पहचान जो अधिकार, गरिमा और भागेदारी पटी की हुई
05:11तो कि राहुल गांदी बिहार में कॉंग्रिस को जिंदा कर पाए
05:14पुनरुथान और रिवाईवल शब्द साहिद बढ़ा हुई लेकिन ये संभव है कि ये पार्टी के इस्तित परिवर्तन यानि एक छोटे मगल नरनायक साज़ेदार में तबदील करने की कोशिच भी है
05:25क्योंकि कॉंग्रिस सर्फ लिम्टेट सीटों पर लड़ती आ रही दबदबा आर जेडी कही अगर कॉंग्रिस 25 से 30 सीटों तक पहुँचने में सफल होती तो भी हार की राजनीती में वो जीत हार का फैसला बहुत कम करने में बहत कामयाब हो जाएगी
05:41ये बढ़त भी सत्ता और विपक्ष के बीच निरनायक साबित हो सकती है आपको बता दें कि साल 2015 में कॉंग्रिस ने 41 सीटों पर चुना और लड़त और 27 जीती थी उस समय जेडियो आर जेडी और कॉंग्रिस महागरबंधन ने बीजेपी को माद देकर सत्ता हासिल की थी
05:56ये जीत इस बात की सबूत थी कि कॉंग्रिस भले ही छोटी साजेदार हो लेकिन निरनायक बन सकती है इसलिए जब राहुल गांधी सासा राम से पटना तक चले तो सिर्फ एक पैदल मार्च नहीं था बलकि इत्यास से आमना सामना भी था
06:10हर किलोमीटर में यही सावाल तोरा गया कि क्या कॉंग्रिस अब भी उन वोटरों पर बिस्वास करती है या फिर उसे बला चुकी है या फिर उसका प्रनुद्थान भी बिहार के कजबों की उन हवेलियों जैसा साबित होगा जो देखने में तो आलिशाह लेंगी अंदर ही
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