अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पचास फीसदी टैरिफ लगा दिया है, लेकिन इस बीच ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, अमेरिका की कोर्ट ने ट्रंप के टैरिफ पर सवाल खड़े किए हैं। US कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर द फेडरल सर्किट ने साफ कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी इमरजेंसी पावर का गलत इस्तेमाल किया है। ट्रंप को कोई भी कानूनी अधिकार नहीं है कि वो दुनिया के हर देश पर मनचाहा टैरिफ लगाएं। अब कोर्ट की इस टिप्पणी में भारत में विपक्ष के नेता क्या कुछ कह रहे हैं सुनिए।
01:00अमेरिका जिस तरह की दादा की दिखा करके चाहता है या हमेशा उसने अपना वर्चस रखा है वो वर्चस तूट रहा है और इस तरह के फैसलों से और जादा उसकी इस्तिती खराब होगी वेश्विक पटल के ओपर अदालत में लेगल कहा उससे हमें मतलब नहीं है
01:27यह उनका अपना अंद्रोनी मामना है लेकिन भारत के उपर जो तमाम वस्मूं पर जो पचास परसेंट का तैरिफ लगाया है उससे हाहा का मचा हुआ है
01:40आप मसेनरी पर तवाम सारे इंस्टूमेंट्स हैं और स्रिम पर जोल्स के उपर टक्स्टाइल पर होजरी पर और कुछ तो लोग कह रहे हैं कि पचास बीस लाग रोजगार होंगे
01:58वहीं भारत में अर्थ शास्त्रियों का कहना है कि ट्रॉम्प की और से लगाए गए पचास फीस ली टारिफ का हमारे जीडिपी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा
02:13IMF World Bank projection is roundabout 6.45% RBI projection is around 6.78% but in practical sense to my understanding our full year GDP will be bit lower around 6.2 6.3 if this 50% tariff it continues for the full year however getting alternative export avenues rather than US I mean we have to push these items to the
02:43other European Union nations African nations and Asia Pacific to for the substitution of this US export if that we can do it properly in that case this deficit will be very meager
02:59हलाकि अमेरिका की कोट ने ट्रॉम्प को 14 अक्टूबर दोजार पचीस तक का समय दिया है तब कब टारिफ लागू रहेगा
03:07लेकिन ट्रॉम्प प्रशासन इसके लिए अमेरिका की सुप्रीम कोट में अपील कर सकता है पर सुप्रीम कोट ने भी टारिफ को खारिच कर दिया तो इससे अमेरिका को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा
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