00:00भयानक बाडाया है और गामाले अभी भी डरे और सहमे हुए है बहुत छतीवाए घर में एक सुई तक भी नहीं बचा है चावल दाल कपड़ा बच्चों की पड़ाई लिखा एक लिए उनकी ड्रेस कापी पुस्तक से लेके कुछ भी नहीं बचा पूरे घर के घर बहके चले
00:30ठाये को अंदाजा लगा पाना कठीन है लेकिन अवाइर पास प्रासूं के अधिकारिया है तैस्थल और सीःसाब"-त्ति उस्योषाब
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