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  • 4 months ago
Transcript
00:00आजए यहुग लुग एगां यहुग लगां वाओ आजए भादू
00:12भब ऑब ऑब
00:14बऑब एडा आजए पिटा बऑब
00:18भडब
00:20ऑब ऑबऑ
00:22भबू
00:24जए ए जए
00:26ऑब समे करते हासे
00:28शाहा णिवासे खर घर
00:31प्या हुआ? जा हो रहा यहाप?
00:38बबूदी बाबो पाभू उन्या
00:42माला उन्याओ
00:44प्यूरा प्रॉदी बड़त करू नको ये
00:49हुजर
00:50माशाल्ला, बड़ा दाना है ये, लगता है बारा रत्ती से कम नहीं होगा
01:00मिट्टी कुरेदने वाले, दल्ये के पास जाओ
01:03इनके हाथ फिरे लगे, वो भोजन की कतार में
01:08ले बटा, ले
01:18थीक हो जाएगा
01:33जब मैंने इतनी महनत से दाना हासिल किया, तो मेरे हिस्से का खाना किसी और को क्यो दिया बाबा
01:38बताता हूँ
01:40हर गरीब के मुखा दाना कोई अमीर चुरा लेता है
01:46हमसे दोरा चुरा लेता है, दोरा से घोलखंडा का नवाब चुरा लेता है
01:52और नवाब से दिल्ली बैठा मुगल शेहन्षा
01:57तो क्या शेहन्षा भी एक चोर है? उनसे कोई चुरा नहीं सकता क्या?
02:01इन सब डाकों से चुराने के लिए एक दिन उपर बैठा भगवान किसी न किसी को अवश्य भेजेगा
02:09वही आकर इन सब को अच्छा सबक सिखाएगा
02:15जयार भी यह और आखेएवान का थे मत भगेश ऑलभान को फिल्क भी एक देओड़ों थै� рук 202
02:30मावचों जयार बैवान का समय इव मत दोगों भ्तॉ
02:33लगषभा नहीं थै काुम्पल्कтор भीच्टा
02:45हाई बचारा बच्चा बाड़ की पानी में बह गया
03:15कि ना जाने किसका बच्चा हमारे मंदिर के द्वार आ गया चमतकार है गरुड इसके उपर लहरा कर खुद इसे चाया दे रहा था
03:45कि ना जाने कि ना जाने कि द्वार आ गरुड इसे पुँब लहाओन
04:00कि द्वार इसे आ उन्तिया घराने कि भीतानी
04:11है
04:15गुरुजी हमें मिला है इसलिए भस्मकाटी का तिर्चा लगाएंगे या गरुर जी स्वयम लाए हैं इसलिए सीधा होगा
04:26दोनों ही नहीं ये साक्षा देवी माकांश है आने वाले समय में ये प्रजा का पत्प्रदर्शक होगा और न्याय की स्थापना ही इसका ध्यह होगा
04:40तो क्या राजा बनेगा ये वो सैनिक होगा जो राजा से भी उचाओगा जनता की सेवा करने वाला जन सेवक होगा
04:51यदि अपने भाग्य से इतना वीर होगा, तो इसका नाम इसके विशेष्टाओं से उभरना चाहिए
04:56तुम्ही ने तो कहा ये वीर है, हरी और हर की शक्ती का अधभुद संगा
05:01हरी हर वीर मलू
05:21हराण वीर मेंगा कर प्रण एक शक्ती का अधभुद से उलवा उलवार चाहिए
05:41हराण वीर मेंगार्ण वीर मेंगा हो, हराण वीर मेंगा हो
05:49कि या तक्त या ताबूत शाही फरसंदों को खुदा ने इन्हीं रिष्टों में पिरुया है
06:14एक को ताज मुबारक होता है बाकी को कबरें
06:20और रंगजेब दोजख के अजाब से डरो
06:24दोजख से वो डरें जो लोगों में पिरे मुर्शीद बना फिरता है
06:29खुदा तक पहुँचने के लिए इसलाम कुबूल करना जरूरी नहीं
06:33खुदा खौफ का नहीं मुहब्बत का कायल है
06:38तो लोग पाच शहजदाई बजर्ग मुर्टबा धारा सिक्कों
06:43औरंग जेब तुमारी सूफियान अरू को इस जिस्मानी कैज से रिया करता है
06:50आलमगीर का फर्मान है कि ये नजराना वालिद आलम के दस्तरखान पे पेश किया जाए
06:59अल्लाह का करम जहनारा हमारा बेड़ा हमें
07:20अल्लाह करता हमारा बेड़ा हमें
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