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00:00वो जो प्षेत्र है वो तैयार नहीं है वो एक्विब्ड नहीं है कि उतनी बारिश को जहल पाएगा हमारी ही विकास की जो स्थूल भौतिक अवधारणा है उसने क्लाइमेट चेंज का असूर मॉंस्टर हमारे सामने हमारे सर पर खड़ा कर दिया है
00:30पूरी प्रथवी मिल करके आपको दनादन प्रमान दे रही है कि तुम बहुत गलत जी रहे हो तुमारी सारी माननेताएं धारणाएं सब जूटी है
00:4110, 20, 30 साल बाद ही इतिहास तुम से बहुत कडाई से और बहुत क्रोध के साथ सवाल पूछेगा
00:53कि सन 2025 में तुम क्या कर रहे थे जब प्रथवी जल रही थी और तुमारे पास कोई जवाब नहीं होगा
00:59हम वही प्रयास कर रहे हैं आपकी संस्ता है वही प्रयास कर रही है
01:12कि आपको बता पाएं कि आपके लिए तरक्की की असली परिभाशा क्या है
01:17जो हो सकता है वो मुझे तो साफ साफ पता है कि क्या है जो करा जा सकता है
01:22और क्या है वो एक मातर चीज क्या है जो करने से
01:25climate change को रोका जा सकता मैं उसको जानता हूँ
01:28Operation 2030 उसी का नाम है
01:30मेरी आवाल आ रही थी
01:40पहले बताईए तो मैं भी तो सवाल पूछ सकता हूँ
01:47मेरी आवाल आ रही थी एक गंटे तक
01:51मुझे पीछे अपने न ऐसे एक बोर्ड लगा देना चाहिए
01:57मेरी आवास सुनो हाँ बताईए
02:02जी अचारे जी मेरा स्वाल आज climate change को लेकर है
02:10आज जी एक ख़बर आई है कि उत्राखन में एक बादल पढ़िया था जिससे गाउं का गाउं बैगिया
02:15साथ ही कुछ दिनों से हम सुन रहे है कि हमाचर परदेश उत्राखन में बाड़ों की खबरे आई रही है लगाता और यूपी के भी कुछ मेंन सिटी जैसे परियाग राज और वारांसी से भी बहुत सारे रील्स आरे जिसमें लोगों के घरों में बाड़ का पानी बर गया
02:45साथ ही एक डॉक्टर कार्टर भी जो हमारे परमको अग्यानिक रही है उन्होंने भी एक बाड़ कोट किया था कि all future generations of homo sapiens and other species are going to inhabit an increasingly hellish earth
03:03तो अचारे जी, is it really very late to stop the climate change? क्या हम वाक़ी कुछ नहीं कर सकते हैं?
03:11नहीं, ऐसा नहीं है कि कुछ नहीं कर सकते हैं, पर जो कर सकते हैं, वो हम करेंगे नहीं
03:21कुछ ऐसा तो नहीं है कि बिल्कुल कुछ करा नहीं जा सकता
03:26कुल मिला करके जो climate science है, वो बड़ी सीधी है, आप जानती हैं, है ना?
03:34करबंडाय उक्साइड जो है, बहुत कम छोटे अनुपात में रहती है वातावरण में, मिलियन पार्ट्स में, दस लाख पार्ट्स में, दोसो असी पार्ट्स, दोसो असी हिस्सा उसको होना चाहिए, इतने हिए, इतने में, जो पूरी
03:52प्रत्वी की सामाने विवस्ता है वो मजे में चलती है
03:54ठीक है
03:56वो उससे बहुत बढ़ गई है
03:58बहुत बढ़ गई है
04:00वो उससे 70-80 प्रत्षियत बढ़ गई है
04:04अभी 430-440 PPM हो रही होगी
04:07यह है कुल मिला करके
04:10अब यह क्यों बढ़ गई है
04:14वो इनसान के करणन बढ़ गई है
04:15वो हमारी हर्कतों से बढ़ गई है
04:19हमने ही
04:22carbon dioxide और जो carbon dioxide equivalent gases होती है
04:26जो green house gases होती है
04:28beshed meethan हो गई
04:29हमने ही उनका उत्सरजन करा है
04:31हमीने उनको
04:32अपनी हर्कतों से
04:34हमी उनको और जादा emitter release करते जा रहे है
04:37तो हमसे ही बढ़ गई है तो कुछ करा नहीं जा सकता मैं इसमें क्या बलूँ ऐसा थोड़ी है कि कोई बाहर से बहुत बड़ी चट्टान कोई
04:45मेटेराइड कोई अस्टेराइड आकर के प्रत्वी पर टकरा रहा है और हम बेबस हैं कि अब हम क्या करें प्रत्वी से तो सारा जीवन विलूप्त हो जाएगा डानोसोर हुए थे ऐसे विलूप्त पता है न किलोमीट्रों लंबा एक आया था पत्थर अंतरिक्ष में ऐसे कर
05:15ही और ऐसे भूकम पाए और ऐसी सुनामिया आई और वो जो धूल थी वह च्छा गई वातावरण में उससे पूरे वातावरण का तापमान बदल गया मौसम बदल गया बारिश बदल गई कि धिरे-धिरे करके सब डानोसोर विलूप्त हो गए उस पर हमारा कोई हक नहीं थ
05:45हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते तो यह बात अजीब सी है हम कुछ नहीं कर सकते महने के हम इनत सब कुछ किया है यह सब कर्तूत और किसकी है कारबन डायोकसाइड को 280 ppm से 440 ppm और कौन लेके आया है खरगोश हिरन गाय चीता स्वयम प्रत्थवी समुद्र पहाड नदिया नही
06:15यह तो यह तो हम है अनूठी प्रजाती जो अपने घर को ही जला सकती है और अपने आपको गहती है तो मोस्ट इंटेलिजेंट क्रियेचर
06:26कि आपने इतनी प्रत्थवी पर इतनी उसमें से किसी को ऐसा देखा कि वह अपने घर को आग लगा दे
06:35सिर्फ मनुष्य अभागा आज तक ऐसी प्रजाते निकला है जिसने अपना ही घर बरबाद कर दिया हमेशा के लिए और वह अपने वह क्या बोलता है बुद्धिमान प्राणी
06:48है तो बेस्ट आउट्पुट ऑफ इवोलूशन हम यह सब बोला करते हैं अपने आपको
06:54इनके पास कुछ नहीं है यह तो ऐसी पागले मेंने काटके खा जाएंगे हम वह जैसे भी उन्होंने प्रत्वी नहीं खा ली तुम ऐसे तुमने प्रत्वी माने अपना ही घर खा लिया
07:13तुमने अपने बच्चों के लिए यह आपने ऐसे उध्रत किया था कोट में कि वी आ लीविंग एलिश एर्थ फॉर्ड फॉर्ड फ्यूचर जेनरेशन तुमने अपने ही बच्चों के लिए नर्ग तयार कर दिया है तुम वह प्रजाते हो इंसान पर अपने आपको इंट
07:43कार्बन डियोक्साइड का मॉलिक्यूल है ना सूरज से आ रहा है रेडियेशन जो फोटॉंस आ रहे हैं उसे एनर्जी अब्जॉर्ब कर लेता है तो वह दोस्तों पीपीम तक वह फाइदे की बात होती है क्योंकि वह ना अब्जॉर्ब करें तो जितनी आई थी उतनी सब
08:13से आया इसपेस वहां पसर गयर एडियेशन कि अध्यूल अपने आप में बढ़ियां चीज होता है वह प्रत्वी पर जीवन को टायम रखने में योगदान देता है 205-102-25 के आगे
08:28वो प्रत्वी पर जीन सम champions करता है वो प्रत्वी का तापमान बढ़हा देता है अजहां अले इस में कड़न ऑक्साय। जिसी दो
08:37चार और बी गय से दोती हैं नाइट्रोजन के यह कुछ ऑक्साइड दोते हैं और मेठेन तोम जानते ही जो हड्रोजन
08:43एकाइड है वाटर वो भी ग्रीन हॉस गैस है तो यह सब इनको सबकूर्पन डियोकसाइड ही मानिया सारी उसको
08:52तो यह तो हम ही ने रिलीज कर रखी हैं और और यह बात आपको पता हम कब से जानते हैं कि इन इन गैसों को वाटरोंड में डालने से हम बरबाद हो रहे हैं आप बता हूं कब से जानते हैं
09:04अभी दस-20 साल से
09:08यह सब आपको कम्यूनिटी के लिए काम दे रहा हूं कि इनसान को कब से पता है कि क्लाइमेट चेंज हो रहा है हमें एक दशक दो दशक तीन दशक नहीं हमें न जाने कितने दशकों से पता है कि क्लाइमेट चेंज हो रहा हूं हम कर रहे हैं हमें पता है और हम करे जा रहे हैं
09:38सत्तर साल पहले से हमें पता था कि यह हो रहा है
09:40सरकारों को भी पता था
09:44सबको पता था यह हो रहा है हमने कुछ नहीं किया
09:50हम कुछ करना भी नहीं चाहते
09:55आप सोचरों के कि आपका साधारन कारोबार चल रहा है
09:59अचानक कोई गायब हो जाएगा
10:02और जो गायब होगा वो व्यक्ते नहीं होगा वो एक प्रजात्ति होगा एन इंटाइर स्पीशीज
10:06बात आ रही है समझो है
10:11तो आप अमिट कर रहे हो आप मत अमिट करो
10:15तो जहां तक पहुँचा है PPM हो सकता है वही पर रुख जाये
10:20हालांकि वहाँ पर भी उसका रुखना मुश्किल है क्योंकि जैसा बहुत बार आपको समझा चुका हूँ
10:26कि अब फीड़बैक लूप सक्रे हो गए है
10:30और वो एरिवर्सिपे लोते हैं वो एक बार शुरू हो गए इसका मतलब अब वो इनसान के अधिकार से बाहर के हो गए
10:38अभी तक आप जो एमिशन करते थे उसमें यह था कि आपने फैक्टरी लगा रखी है
10:42उस फैक्टरी में कारवंडाय उक्साइड आप निकाल रहे हो आप फैक्टरी बंद कर दो
10:47तो वातावरण में कारवंडाय उक्साइड और जानी अब बंद हो जाएगी
10:52तो आप गुनहगार थे लेकिन कम से कम आपक पास कुछ अधिकार थे
10:57क्या अधिकार था कि चाहो तो
11:00एमिशन को रोक सकते हो
11:02लेकिन अब
11:04मामला वहाँ आ गया है कि
11:06वहाँ आप चाहो पे तुभी नहीं रोक सकते हो
11:08समझे रहो ना बात को
11:12ऐसा जैसे कि समझे लो आप कागज में आग लगा हो
11:15बहुत सारा कागज रखा है आप आग लगा हो
11:16जब तक थोड़ी सी आग लगी है
11:19तब तक आप आपने आग लगा ही फिर आप उसको ऐसे पाओं से दबा देते हो
11:23जूते से मार देते हो आग बुझ जाती है
11:26पर आप इतने बेहोश हो और इतने मूरक हो
11:29कि आग को आप फैलने दो तो एक बिंदू आता है कि अब आग आप बुझा नहीं पाओगे
11:34अब आग ही आग को आगे बढ़ाएगी तो जो पूरा क्लाइमिट का साइकल है उसमें हम वहाँ आ गए है
11:45जहां एमिशन ही एमिशन को और बढ़ाएगा पुछ में आरी बाद
11:59और जब और बढ़ेगी तो और खीचेगी और बढ़ेगी तो और खीचेगी तो वह जो पीपीएम कर्व है वह एकदम
12:07एक्सपोनेंशेल भी हो सकता है उसका उदारण भी आपको बहुत बार दे चुका हूँ
12:12कि कि अचरण था कॉन साफ ऩा व्युआ उता है मैं इस अचसरा सबसेर सफेद होती है में यह की नीचे पथर होता है दॉकर्ला होता है जब
12:30तक यह था कि तो सफेद बर्फ पर रोश्नी पड रहे थी तो सफेद रंग जो
12:35जो है प्रकाश को परावर्देत कर देता है वापस भेज देता है ठीक है जब वापस भेज देता है तो बर्फ पिखलती नहीं है क्योंकि पिखलेगी तो तब ना जब आप हीट को मने लाइट को एब्जॉब करोगे एब्जॉब नहीं किया उसको रिफ्लेक्ट कर दिया तो
13:05करता है सोखता है जब वो सोखेगा तो काला पत्थर गर्म हो जाएगा जब गर्म हो जाएगा तो बर्फ और पिगलेगी जब बर्फ और पिगलेगी तो काला पत्थर और एक्सपोज होगा और एक्सपोज होगा तो और गर्म होगा और गर्म होगा तो बर्फ और पिगलेगी
13:35जो carbon dioxide stored थी यह तो हमने पत्थर की बात की है
13:38जब हम ठंडे लाकों की बात करते हैं तो हम मिट्टी के उपर वर्फ जमाया
13:42और उस मिट्टी में carbon dioxide stored है न जाने कब से
13:47जब वर्फ पिखलती है तो वो जो ancient carbon dioxide carbon dioxide भी नहीं होती है
13:52अदिवाँ मीथेन होती है मीथेन पर्मा फ्रोस्ट के नीचे मीथेन होती है तो वहां जो बहुत पुरानी मीथेन जमा थी वह मीथेन
14:01atmosphere में release हो जाती है हम इस मीथेन को प्रक्रते ने बंद करके रखा हो था एक तरह के
14:07सिक्वेस्टरिंग थी पर मीथेन पहुंच गई atmosphere में और मीथेन का जो ग्रीन हाउस
14:14potential होता है carbon dioxide से 20 गुना होता है तो यह तो feedback loop शुरू हो गए हैं लेकिन फिर भी आप अगर
14:25पूछो कि हम क्या कर सकते हैं तो हम यह कर सकते हैं कि emission बंद कर दो
14:28एमिशन टोटल जो emissions होते हैं हमारे वो भी बहुत सीधा गड़ेत हैं दुनिया में जितने लोग हैं उनको गुणा कर दो हर व्यक्ति द्वारा जितना
14:44carbon dioxide उत्सरज़त किया जा रहा है
14:48number of people multiplied by
14:52per capita emission बस यही करना है तो उसे
14:57total emission आ जाता है तो आपको यही करना है कि आप जो अपना
15:02total अपनी जो total population है उसको कम कर दो कम होने दो अपने आप
15:10कम होती है क्योंकि लोग अपने आप धीरे-धीरे व्रिद्ध हो करके मरते जाते हैं तो
15:14population तो कम हो जाएगी आपको बस और बच्चे नहीं पैदा करने है
15:17population तो अपने आप कम हो जाएगी और दूसरा होता है पर capita
15:22emission क्या आप जो जो जी रहे उसमें emission करना कम कर दो तो नहीं होगा और आपको
15:29जीरो नहीं करना है emission ट्रक्रति में emission और
15:34absorption का एक cycle अपने आप चलता रहता है हमेशा ही carbon
15:41dioxide emit भी हो रही होती है प्रथवी से और उसको absorb भी कर रहे होते
15:45कौन absorb कर रहे होता है? forest absorb करते हैं और ocean absorb करते हैं
15:50forest absorb करते हैं और oceans absorb करते हां और हुछ जगे absorb
15:55होता है principle जो उसके carbon dioxide के sinks होते हैं वो यह दोनों होते हैं तो प्रत्वी में क्षमता है कुछ carbon dioxide अगर आप
16:02emit करोगे तो प्रत्वी बुरा नहीं मानेगी आप करते रहेगी पर आपने हद कर दिये जितना प्रत्वी
16:10कर सकती है उससे आप कई कई कई कई कई कई कई कई कई गुना आप कर रहे हो तो आपकी लाइफस्टाइल अगर ऐसी है कि उसमें कुछ
16:19carbon emission है तो चल जाता है पर जितना होना चाहिए जो जो जो ओसत जीव है इस इस ग्रह पर वो उससे च्छे गुना जादा
16:28कर रहा है कि अभी और सत कहते ही जो मुद्दा है वह कहीं और आ गया में अधर भी आ जाता हूं आप पूछते हम क्या कर सकते हैं हां बिल्कुल ठीक है कि जो पर कैपिटा कि इस वक्त प्लैनेट पर एमिशन है वह सस्टेनिबल लिमिट से 5-6 गुना ज्यादा है बिल्कुल
16:58ले रहे होते हैं और एवरेज बहुत सारी सच्चाईयां छुपा देता है कि एवरेज क्या सच्चाई छुपा देता है कि जैसे भारत देश है भारत का जो पर कैपिटा कार्बन डायोक्साइड एमिशन है वह अभी भी सस्टेनिबल लेवल्स के अंदर-अंदर है
17:17दुनिया की 90 प्रतिशत अबादी जो एमिशन करती है वह सस्टेनिबल लिमिट्स के अंदर-अंदर है तो आप चौक गई नहीं आप नहीं थोड़ा चौकिए चौक की दिखाईए तो आगे बढ़े हैं ठीक है आप चौक गई हमने मान लिया यह कैसे हो रहा है कि दुनिया
17:47कर रही है तो टोटल कार्पन एमिशन सस्टेनिबल लिमिट का कई गुना कैसे हो सकता है यह थोड़ी अरिफ्मेटिक आती हैं वह समझ गए होंगे कैसे हो सकता है यह जो बाकी 10% है
18:03इन्होंने उपद्रों मचा रखा है और उन 10% में जो टॉप 1% है वह असली कातिल
18:12यह इतना एमिशन कर रहे हैं इतना एमिशन कर रहे हैं कि जो 90% साधारन जनता है दुनिया की उस पे भारी पड़ रहे हैं
18:24एक बिलिनेर दो घंटे में अपने प्राइवेट जेट से उतना एमिशन कर सकता है जितना एमिशन करने में एक आउसत भारतिये को हजारों साल लगेंगे अपनी आउसत जिन्दगी जीते-जीते
18:39आप बैठी हैं इधर मैं बैठा हूँ हम हजारों साल में इतना कार्बेन एमिशन करेंगे उतना एक अमीर जादा अपने प्राइवेट जेट या यार्ट होती हैं उनके पास उससे कुछ घंटों में कर देगा
18:53एक टो यह हैं जिन्होंने को इतना उपर टांग रखत आम आदमी नहीं डांक रख सकते यह हैं आप को छूट मिलगए कि आप तो बेगुना हैं
19:09आपने किंच किया लें
19:16करवाने लोगों की मददगार हैं
19:19आपने उनको अपने मन पर चढ़ने की छूट दिये, वो आपके ही कंधों पर खड़े हो करके हमें इतने बड़े दिखाई देते हैं
19:33आप ही उनका माल खरीदते हो, आप ही उनको आदर्श बनाते हो, आप उनके जैसा ही बन जाना चाहते हो
19:40आप उन्हें मौका देते हो, कि वो आपकी सरकारे बनवा दे, पैसे दे दे करके, आप उन्हें मौका देते हो, आपकी मीडिया पर कबज़ा कर लें
19:50और जब वो मीडिया पर कबज़ा कर लेते हैं, तो आप उसी मीडिया को देखते भी जाते हो
19:53दुनिया भर की पूरी सोशल मीडिया बताइए कितने लोग कंट्रोल करते हैं गिनियेगा और मेंस्ट्रीम मीडिया से ज्यादा इस समय ताकतवर सोशल मीडिया और पूरी सोशल मीडिया
20:08सिंगल डिजिट में लोगों के हाथों में हैं सिंगल डिजिट में भी नौ नहीं आठ नहीं और छोटा अकड़ा और यह लोग हैं जो अपने अल्गॉरिदम्स के द्वारा टै करते हैं कि दुनिया क्या सोच रही है आप क्या सोच रही है क्या समझ रही है आपकी संस्था को �
20:38करें हैं कि सिर्फ consumption वाली टिटिलेटिंग बातें जो तुरंत आपको डोपामीन हाई देती हैं वो बातें मिनिट की दो मिनिट की छोटे-छोटे वीडियो यही हैं जो उनका algorithm लगातार आगे बढ़ाता रहता है और जितना वह वहाँ पर डोपामीन और टिटिलेशन और excitement और
21:08बार जादा carbon emission करता है यह cycle चल रहा है कैसे तोड़े cycle को तभी छूट सकता है जब आप देख पाओ कि आपको किन-किन तरीकों से यह गुलाम बना रहे हैं
21:22जब आप यह बत मत बोल दो कि फलानी चीज वाइरल हो गई पूछो वाइरल हो गई अच्छा कहां वाइरल होई अच्छा इस मीडिया पर वाइरल होई अच्छा इस मीडिया पर वाइरल होई तो वाइरल माने कैसे होता है कुछ माने कि जो algorithm है वो सबको बार-बार दिखा �
21:52तो ठीक है नालायक थे हमेशा से पर नालायकों की भी श्रेणियां होती है नालायकों में जो सबसे घटिया श्रेणी के नालायक थे उसको इन अमीरों ने बिलकुल वाइरल कर रखा है गंदगी हमेशा थे थी दुनिया में
22:06पर गंदगी का जबर्दस्त प्रचार हो रखा है और ये प्रचार बहुत सुन्योजित तरीके से और आईसी प्रचार से दुनिया की पूरी गाड़ी चल रही है पूरी विवस्थाएं चल रही है
22:20मैंने एक उदारण दिया अभी बस सोशल मीडिया का क्योंकि आज जो बड़े बड़े अमीर है उसमें से बहुत सारे ऐसे हैं जो नए नवेले अमीर बने हैं सुशल मीडिया के दम पर या इंटरनेट के दम पर
22:34और इसी तरीके से हर चीज़ आपको मिलेगी कार्बन एमिशन हम जानते हैं सबसे ज़्यादा फ्यूल ट्रांसपोर्ट फॉसिल फ्यूल जलाने से होता है
22:45आपके मन में बात किसने डाल दी सोचिएगा कि एक गुड लाइफ में कार बहुत बड़ी चीज़ होती है सोचिएगा किसने डाली होगी
22:59यह भावन आप लेके तो नहीं पैदा हुए थे यह बात किसी ने आपके मन में डाली है
23:05दुनिया का 40 से 50 प्रतिश्चत कार्बन एमिशन सिर्फ 5-7 कंपनिया है वो मिलके कर देती है
23:16और आपको क्या लग रहा है
23:19वो आपके मन में हजार तरीके से विग्यापन के द्वारा मास मीडिया के द्वारा लिट्रिचर को एफेक्ट करके
23:28कल्चर को एफेक्ट करके ये बात नहीं डाल रहा हुए कि और गाड़ियां खरीदो और फ्यूल जलाओ और ट्रैवल करो यहां जाओ वहां जाओ
23:38आपने देखा आप एरलाइन्स में जाते हो आप प्लेन में बैठो वहां पर उनके सामने आपके पत्रिका पुस्तिका रखी होती है उसमें वो बता रहे होते हैं कि कौन-कौन सी बहुत अच्छी परेटन की जगहें हैं वो आपको क्यों बता रहा है मुफ्त में कि कौन-क�
24:08मेरी इच्छा हैं तुम्हारी इच्छाएं नहीं है वो अमीरों की साधिशे हैं जो उन्होंने तुम्हारे बीतर इच्छाएं बनाकर बैठा दिये हैं तुम्हारी हर इच्छा देखना गौर से देखना तुम्हारी क्या कोई भी ऐसी इच्छा है जिससे किसी अमीर को ला�
24:38सोचो धुमधाम मने क्या
24:40और पैसा आ गया तो मेरी इच्छा है कि मैं
24:43destination वेडिंग करूँगा वो और बड़ा carbon emission है
24:46जितने आपके भीतर भावना और इच्छा
24:49उत्यजित की जाती है उतना ज़्यादा carbon emission होता और उतना ज़्यादा
24:54किसी पूझी पती को लाव होता है
24:56और यह वही पूझी पती है जो सब कारवने मिशन का जिम्यदार है
25:02और मैं यहाँ पर कोई anti capitalist बन के नहीं बोल रहा हूँ
25:11मैं तो बहुत सीधे सीधे अध्यात्मिक दृष्टिकोंड से बोल रहा हूँ
25:14भाई लालच बुरी बलाए बहुत सीधी सी बात है बहुत गीता शड़ रिपू बताती है शड़ रिपू में लोब
25:23माचसर मद यही सब तो हैं जिनसे कार्ड क्लाइमेट चेंज हो रहा है और क्या है
25:33कि आप एक कंपनी चलाते हैं कोई अपर लिमिट है आपके पास कि भाई मैं बस इतना जिस दिन टर्नोवर कर लूँगा उसके बाद मैं नहीं बढ़ाओंगा कभी होता है क्या
25:46तो आपको अगर कोंटिनुसली अपना प्रॉफिट बढ़ाना ही है टॉप लाइन भी बढ़ाना है तो आपको प्रत्वी के रिसूर्स को जलाना भी पड़ेगा ना नहीं तो आपका माल ऐसी तो तयार हो नहीं सकता
26:01एक एरलाइन्स अगर चाहती है कि उसका रिवन्य हूँ साल दर साल बढ़ता रहे तो साल दर साल उसे अपने एमिशन्स भी तो बढ़ाने पड़ेंगे न यही है ट्लाइमिट चेंज और यह रोकना बड़ा मुश्किल है अब क्योंकि हम कहीं से कोई संकेत नहीं दे रहे
26:28कि हम जिन्दगी की अपनी fundamental philosophy बदलने को तयार हैं कि हम अपनी मुड़ता अपने अग्यान को साफ साफ देखने को तयार हैं हम कह रहे हैं जैसी हमाई दिनगी चली है जैसा आज तक रहा है जो हमारा हिसाब किताब है बिल्कुल सही है हमने जिस चीज़ को good life मान रखा है हम तो
26:58मर रहा है
27:01आप उत्राखंड की बात कर रहे हैं
27:03वहाँ पर
27:04जो इलीट वर्ग है वो मरने गया था
27:06वो थोड़ी मरता है कभी
27:09गरीब मारा जाता है
27:11आम आदमी मारा जाता है
27:21यह जिनको तुम अपना भगवान बनाए बैठे हो न
27:23यही काल है तुम्हारी जिन्दगी का समझो बहुत अच्छे से
27:28और यह तो बात बहुत सीधी है
27:33मूर्ख आदमी जिसको अपना आदर्श मानता होगा
27:37वो उसकी मूर्खता की ही तो प्रतिछवी होगा
27:40गढ़ा किसको आदर्श मानेगा
27:44बड़े कधे को
27:46और अगर बहुत बड़ा गधा है तो मालूम है वो किसको अपना आदर्श मानेगा
27:50बाग को
27:52और वो बाग के पास जाएगा कहेगा देखिए मैं आपको अपना आदर्श मानता हूँ
27:57मैं आपकी चरणों में बैठ जाता हूँ लेट जाता हूँ
27:59बाग एगा अच्छे से लेट जाओ और चारो टांगे उपर कर लो और बस फिर उसको ऐसे एक मारना है खतम गधा
28:06अच्छा हर आदमी देख करता है मुझे जिन्दगी में तरक्की करनी है आपको भी करनी होगी सबको करनी है
28:18अच्छा एक बात बताओ किसी भी तरीके से संभव है कि आप तरक्की करो जो भी आपकी तरक्की की अभी परिभाशा है उस परिभाशा के अंतरगत क्या यह संभव है कि आप तरक्की करो और आपका कार्बन फूट्प्रिंट न बढ़े
28:32आपने भी तरक्की करी होगी पूरा मध्यमवर्ग तरक्की कर रहा है पिछले 20 साल में आपके घर में भी तरक्की आई होगी
28:41पहले घरों में स्कूटर होता था अब स्कूटर की जाए कार आ गई है इतनी तरक्की तो सभी घरों में आ रही है
28:48आई है तो 20 साल पहले आपके घर से जो कुल कार्वन एमिशन होता था अब उससे ज्यादा होता है कि कम होता है
28:55ज्यादा होता है
28:57हाँ और यह जो तरक्की की परिवाशा है आपने खुद नहीं जानी है यह आपके मन में ठूसी गई है
29:04कि यही तरक्की है
29:06आपके लिए गौर से देखिएगा
29:09खुद खुद परक्य देखिएगा
29:12तरक्की के आप जितने
29:14elements गिना सकती हैं
29:15उन सब elements में consumption शामिल है
29:18और आप अगर consumption करोगे
29:20तो कोई दूसरा होगा
29:22जो production कर रहा है
29:24और अपनी जेब भर रहा है
29:26आपके लिए तरक्की का
29:28मतलब होता है अब मैं पहले से
29:30ज्यादा consume कर पा रही हूँ
29:31ये definition आपके भीतर डाली गई है
29:33implant करी गई है क्योंकि जब डाली जाएगी
29:36तब ही तो किसी का माल बिकेगा
29:38और जितना उसका माल बिकेगा
29:43उतना वो और
29:44निरंकुष हो करके प्रत्वी को बरबाद करेगा
29:46क्या हम
29:54तरक्की की कोई वैकलपिक परिभाशा ला सकते हैं
29:58ये प्रश्न है
29:58अगर आप ला पाए समय रहते
30:00तो शायद थोड़ा बहुत कुछ बचजा इस प्रत्वी पर
30:04हम वही प्रयास कर रहे हैं
30:05आपकी संस्ता वही प्रयास कर रही है
30:07कि आपको बता पाएं कि आपके लिए
30:09तरक्की की असली परिभाशा क्या है
30:12मचली के लिए
30:15तरक्की की परिभाशा ये नहीं हो सकती
30:17कि उसको रेगिस्तान में
30:19बहुत बड़ा महल बना के दे दिया गया
30:21नहीं मचली के लिए तरक्की की परिभाशा हो सकती कि उसको पहाडों पर
30:29अब दोड़ने के लिए एक बड़ी साफ जगह दी गई है आप हैं कौन इससे तैह होगा ना कि आपके लिए तरक्की क्या है आप जानते ही नहीं आप कौन हो
30:42तो मुझे अब उसी पुरानी घिसी पिटी बात त्याना पड़ेगा आत्म ग्यान का अभाव ही क्लाइमेट चेंज है आपको पता ही नहीं आप मचली हो वो सब आपको रेगिस्तान में महल बेच रहे हैं और आप व्याकुल हुए जा रहे हो पहली बात तो वो जो बेचने व
31:12के भीतर तडब तडब के मरेगी बिना ये जाने आप कौन हो आपने अपनी तरक्की की परिभाशा निर्धारित कैसे कर ली आपको कैसे पता तरक्की माने क्या तो समझाने जालों ने कहा है कि पहले ये जानो कि तुम तुमें वास्तविक तकलीफ क्या है अपनी वास्तवि
31:42कोई आदमी इतना पागल उसको यही न पता हो कि दर्द उसकी कोहुनी में हो रहा है
31:54तो वो अपनी चिकित्सा के नाम पर कभी अपनी नाक में उंगली डालेगा कभी आँख में मठा डालेगा
32:05कभी घुटने पर हथोड़ा मारेगा
32:07तुम्हारी वास्तविक तकलीफ क्या ये समझो और फिर तरक्की करो
32:14और तरक्की का तवर्थ होता है अपनी असली तकलीफ को हटाना
32:18मचली की वास्तविक तकलीफ ये थी
32:21कि पानी घंदा हो रहा था
32:25पर उसको पता ही नहीं कि मैं कौन हूँ मैं मचली हूँ
32:29न उसको ये पता कि उसकी असली तकलीफ क्या है
32:31उसको किसी ने आ करके रेगिस्तान में महल बेच दिया
32:36और उसने खरीद भी लिया और जिंदगी भर की वो पूंजी लुटा बैठी
32:41और अब जाकर कि वो तड़ब तड़ब के वहां बालू पर मर रही है
32:44ये हमारी कहानी है ये क्लाइमेट चेंज की कहानी है
32:54आप एक बार जान जाओ ना आपकी वास्तविक तकलीफ क्या है पूरी दुनिया बजल जाएगी
32:58उसके बाद कोई वोट मांगने आएगा आप सबसे पहले पूछोगे मैनिफेस्टो दिखाओ
33:02मैनिफेस्टो दिखाओ इसमें कहां है क्लाइमेट एक्शन
33:06और ये तुम क्या कर रहे हो तुम्हारे मैनिफेस्टो में तो लिखा है कि इतने
33:11लाख हेक्टेर जंगल और काट देंगे ये तुम क्या कर रहे हो क्या करे जा रहे हो दुनिया में
33:16पर मचली को कोई आके बता देता है
33:26कि तू चमगादड़ है, मचली मान लेती है
33:28मचली कोई आके बता देता है, तू चील है, वो मान लेती है
33:33हम वो मचली आ है
33:34मचली को बता दिया गए, तू चील है, और साप तेरा दुश्मन है, जाके साप का शिकार कर
33:46अब मचली चली है, वहाँ पर खेत में जाके साप का शिकार करने
33:49उसके लिए जिन्दगी में यही सबसे बड़ी वरियता हो गई है कि साप का शिकार करना है मैं तो चील हूँ
33:56साप मेरा दुश्मन है
33:57तुम वो हो यह नहीं
34:00जो तुम अपने आपको मान रहे हो
34:03जो तुम्हें बता दिया गया है कि तुम हो तुम वो नहीं हो
34:06तुम अपनी असली तकलीफ समझो
34:09तो क्या कुछ हो सकता है पता नहीं
34:13हम कर रहे हैं कुछ करने की कोशिश
34:15अब कुछ हो सकता है जो नहीं हो सकता है वो आपके सहीयोग पर
34:17जो हो सकता है वो मुझे तो साफ साफ पता है कि क्या है जो करा जा सकता है
34:25और क्या है वो एक मातर चीज क्या है जो करने से climate change को रोका जा सकता है मैं उसको जानता हूँ
34:32operation 2030 उसी का नाम है
34:34अपने दम पे जितना कर सकता हूँ कर भी रहा हूँ
34:38मुझे भीतर अपने ये ग्रान ही नहीं रहेगी कि मैं जानता था और फिर भी जाने हुए को मैंने जिया नहीं
34:47तो मैं उस अर्थ में तो संतुष्ट होके ही मरूँगा
34:53लेकिन हम कुछ सार्थक बड़ा काम जमीन पर कर पाएंगे कि नहीं कर पाएंगे मुझे नहीं निर्भर करता है
35:03वो आप पर निर्भर करता है
35:05जब तक आपने ठान ही रखा है
35:13कि चील कोवे ही आपके आदर्श होंगे तब तक आप मेरे साथ नहीं खड़े हो पाओगे
35:20जब तक आप अपने परंपरागत अर्मानों पर ही चलते रहोगे तब तक आपको यही लएगा कि यह तो आचार रहे हमें हमारी अच्छी खुशहाल
35:36सपनोती जिन्दगी से वंचित कर रहा है आप समझी नहीं पाओगे कि आपके सपने आपके हैं ही नहीं
35:48आपके सपने दूसरों द्वारा आपके उपर डाली गई जन्जीरे हैं
35:54मैं अगर आपको आपके सपनों की विर्थता दिखा रहा हूं तो मैं आपकी जन्जीरे काट रहा हूं
36:06बड़ा बुरा सा लगता है न यह मानने में कि मेरी एक-एक माननेता उधार की है
36:11और उधार में भी देखो थोड़ी तो चेतना होती है एक आदमी उधार लेने जाता है
36:16तो थोड़ा होशोवास रखता है तभी उधार मांगता है हमारी माननेता हैं उधार की भी नहीं है
36:21हमारी माननिता हैं ऐसी है
36:24जैसे चोरी छुपे आपको बेहोश करके
36:28आपके भीतर कुछ फिट कर दिया गया हो
36:30ये सब तो जानते ही होता है
36:35कहीं अस्पतालों में खबरा जाती है
36:37एक आदमी था उसको ले जा करके बेहोश कर दिया
36:39धोके से उसी किड्नी निकाल ली
36:41वो बड़ा बुरा लगता है
36:43माननिता उससे मिलती जुलती पर और घातक चीज है
36:46वहाँ पर आपको चोरी से बेहोश करके
36:49आपके भीतर कुछ अतिरिक्त लगा दिया जाता है
36:51कुछ फिट कर दिया जाता है
36:52और कोई आपकी किड्नी निकाल ले
36:54ये कम घातक बात है
36:58आपकी बेहोशी में कोई आपके भीतर माननेता इंप्लांट कर दे
37:03आरोपित कर दे
37:04वो ज्यादा खतरनाग वात है
37:07पर चुकि वो काम आपकी बेहोशी में हुआ है
37:10तो आप मानते ही नहीं कि आपके सपने आपके आदर्श यह सब नकली है
37:17आप लगे हुए होगे नहीं कुछ तो हम ठीकी बोल रहे होंगे न
37:24कुछ तो हम ठीकी बोल रहे होंगे न
37:28अरे तथ्य देखो तुमारे चार और प्रत्री जल रही है
37:32तुम आखिरी पीड़ी हो शायद जो मौसमों को कुछ-कुछ अभी भी सामान ने देख पा रही है हम आप जो बच्चे पैदा कर रहे हो जब तक वो जवान होंगे
37:46आप उनको बताओगे कि मौसम ऐसे होते थे ऐसे होते थे उनको नहीं समझ में आएगा
37:50पूरी प्रत्वी मिल करके आपको दनादन प्रमान दे रही है कि तुम बहुत गलत जी रहे हो तुमारी सारी माननेताएं धारनाएं सब जूटी हैं और तुमारे सपने खोखले हैं
38:02पूरी प्रत्वी आपको प्रमान दे रही है पर फिर भी आप मानने को तयार नहीं हो
38:05अब मैं क्या करूँ मैं सबर्दस्ती मन वाओं
38:08मैं क्या करूँ
38:11भई आपका जो मन है वो आपकी territory है
38:15होना भी चाहिए
38:16और वहां आपने भर रखी है गंदगी
38:19मन में गंदगी भर रखी है
38:22मन को घर मानो
38:24घर में गंदगी भर रखी है
38:27और उससे आपका बड़ा नुकसान हो रहा है
38:28लेकिन घर तो आपका है
38:31मैं कैसे साफ करूँ
38:35मैं बाहर खड़ाओ के चिला रहा हूँ
38:36कि अपना घर साफ कर लो पर आप साफ नहीं करते
38:38तो फिर आपको मालूम है मैं क्या करता हूँ
38:42मैं रातों को चोरी छुपे सेंध लगा करके
38:45आपके घरों में घुसता हूँ
38:46आपकी सफाई करने के लिए
38:48और फिर मैं चोर कहलाता हूँ
38:50का जाता है यह जबरदस्ती आ गया
38:53बेना अनुमती के हमारे घर में
38:55बर्गलरी करी है
38:56इस ब्रोकेन इन
38:58इसने सेंध लगाई है
39:01क्या क्यों सेंध लगाई है
39:04कुछ चुराने के लिए या सफाई करने के लिए
39:06कूडा भरा है तुम्हारे घरों में
39:08वहां से मैं चुरा के क्या ले जाऊंगा
39:10और मुझे नहीं आना
39:14किसी और की गंदगी साफ करने
39:15मैं तो बात कर रहा हूँ कि सुन लो बात
39:17और बात में कोई कमी हो तो बता दो
39:19तुम्हारी इतकी बात कर रहा हूँ
39:21पर तुम्हें मानना नहीं तुम कह रहे हो
39:22यह सब कूडा करकट जो है
39:24यह तो संपदा है हमारी
39:26देखो मेरे तो कोई
39:31आने वाली पीड़ी है नहीं अपनी व्यक्तिगत
39:33पर तुम्हें तो जवाब देना होगा
39:39अपने बेटे बेटियों और पोते पोतियों को
39:42और जवाब देने लायक तुम्हारा चेहरा बचेगा नहीं
39:45ज़्यादा नहीं
39:5110-20-30 साल बाद ही
39:53इतिहास तुमसे बहुत कड़ाई से
39:57और बहुत क्रोध के साथ सवाल पूछेगा
40:01कि सन 2025 में तुम क्या कर रहे थे
40:05जब प्रत्वी जल रही थी और तुम्हारे पास कोई जवाब नहीं होगा
40:16तुम कहोगे हम तो अपने आदर्शों की पूजा कर रहे थे
40:19बाबा जी नेता जी सेट जी यही है त्रिपुटी
40:23यही थिम्मेदार है
40:26सेट जी का बताई दिया क्या करते है तो डारेक्टली एमिट करते है
40:40और सेट जी का कारोबार कानूनी तरीके से चलता रहे इसके लोग नेता जी को पैसा देते है
40:45क्योंकि कानून पे नेता जी का कब्जा है और आम जनता विद्रोह न करें इसके लिए सेट जी बाबा जी को पैसा देते हैं बाबा जी को खड़ा करते हैं
40:54कि ऴ�्यों जीनेता जी मिलकर बाबा जी को क्यों खड़ा करते हैं ताकि जब प्रथवी पर आग लगे तो बाबा जी के
41:01बच्चा यह तुम्हारे पिछले जनम का पाप � 느�酒ि की करदूत नहीं है तुम्हारे पिछले जनम
41:07पाप है बच्चा और बहुत संतोष के साथ हर चीज़ को धीरज से सहन करना चाहिए सहन शक्ति सबसे बड़ी शक्ति है बच्चा तुम सहन करो
41:19और जब आग लगे पूरी प्रत्वी पर तो बस आख बंद कर लो और अपने इश्ट का स्मरण करो
41:25और ये तो हो नहीं था ये तो भगवान की मरजी है और भगवान ने बहुत पहले पुरानी किताब में लिख रखा है कि देखो इस साल में इतने बजे ऐसे ऐसे करके प्रत्वी में आग लग जाएगी और सारी प्रजातियां मिट जाएंगी तुम्हारा कोई दोश नहीं है न
41:55मुझे न इनसानों से भी उतनी साहनुभूती नहीं है मुझे साहनुभूती है नंगे लोगों से
42:04ये सब जानवर है इन से इनके पास तो कपड़े भी नहीं है
42:11आप मान बढ़ा रहे हो आप बारिशे ला रहे हो उनके पास कपड़े भी नहीं है
42:17अब कुछ शर्म नहीं आती है
42:22अभी
42:29गाय को एक मार गया बोस्तल के पास कोई
42:35वो सड़क पर मर गई
42:37उसको छोटा सा बच्चा
42:41उसको तो दूद भी नहीं पिने दिया होगा
42:43पहले भी तो इसलिए बहुत कमजोर था
42:45और वो मरी मा को देखते वहाँ खड़ा है
42:47दो दिन से खड़ा हुआ है वहीं पर माय है
42:49वो जहां उसको उठाऊ भी ले गए तो भी वहीं खड़ा हुआ है
42:52उसको घड़ीया निकली हुई है
42:53उसको दे रही है खाने को खा नहीं रहा
42:57पिर संस्था के लोग गए उसको
43:00कौन हूँ मेरे साथ ही हो क्यों गया
43:14और ये इनसान मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं,
43:16वो तो पैदा भी जबर्दस्ती किया गया होगा,
43:19दूद्ध के लिए,
43:21बच्चिया, बचछडे,
43:22जबर्दस्ती पैदा किये जाते हैं,
43:24जब जबर्दस्ती ग्रत्रिम भरदान से पैदा होंगे,
43:26तब ही तो फिर गाय दूद देगी पहले ते तुमने उसको दबरदस्ती पैदा किया उसकी मा मार दी
43:34उसको जब तक वो जिन्दा था उसको दूद पीने नहीं दिया क्योंकि वो दूद पी लेगा तो आपके घरों में चाय कैसे बनेगी
43:41अब उसको ले आएं उसको खिला भी रहें तो खा नहीं रहा उसको जबरदस्ती पगड़ पगड़ तो उसके मुह में ठूस रहें कुछ तो खा लें मरी जाएगा इतना गमजूर है
43:49आपको पता है
43:51हर जीरो पॉइंट वण डिग्री सेल्सियस राइज पर
43:58हजारों पशुपक्षियों की प्रजातियां विलूप तो जाती हैं आपको नहीं पतल था अपने घर में बैठे हो उनका इको सिस्टम तबाह हो गया
44:08सिर्फ जीरो पॉइंट वण डिग्री एवरेज टेमप्रेचर राइज पर हजारों प्रजातियां एडिशनली खत्म हो गई
44:17उन्हें खत्म करने के लिए थोड़ी है कि आके उनको मारोगे तो ही खत्म होंगे
44:22तुम्हें उनका घर खत्म कर दिया वो खत्म हो गए नो वो कहां रहेंगे वो खत्म हो गए
44:26आपको नहीं पतलता अपने घर में हो
44:28Massive Extinction चल रहा है जंगलों में
44:33ओव क्यों चल रहा है वो आपके consumption की खातिर चल रहा है ऐसे नहीं चल रहा है
44:38आपके घर में जितना कुछ है वो जंगल काट के ही आ रहा है
44:42आपके पस पैसा आ जाता है आप बोलते हो मेरे पस पैसा आ गया है तो अब तो मैं नॉन वेज खाऊंगी
44:51दिनिया की सब्तर प्रश्यत खेती इसलिए होती है ताकि
44:57बकरा खासकर जो बीफ है वो तयार हो सके वो तब बड़े जानवर होते हैं उनको खिलाने के लिए बहुत जमीन लगती है वो जमीन जंगल काट के आती है
45:11आप सोचते होगे आपका जो घर है वो तो बस ऐसे ही स्पेस में टंगा हुआ है आईसोलेशन में आपका जो घर है वो एक कंजम्शन का पैटर्न है घर को आप ऐसे भी डिफाइन कर सकते हो
45:32जंगलों में उनको बचाने के लिए कौन पहुचेगा
45:58जो जंगलों में करोणों खत्म होगा इंसान की करतूत की हो जैसे
46:03आप देखिएगा हमारी जितनी वैल्यूज है वो सब की सब कंजम्शन को बढ़ावा देती हैं के नहीं देती हैं आप गौर से देखिएगा
46:12जिसको हम कहते हैं न कल्चरल वैल्यूज उसमें उपर उपर भले क्या दिया जाए संतोशम परमसुखम पर आप गौर से देखिएगा वहां जिन जिन बातों को एक्सॉल्ट किया जाता है
46:22जिन जिन बातों को महत बताया जाता है
46:26मुल्यवान बताया जाता है
46:28वो सारी बाते consumption को बढ़ाती है कि नहीं बढ़ाती है
46:31आप महिला हैं
46:35मुझे नहीं पता आप विवाईता हैं कि नहीं है
46:37पर आप नहों तो आपके पीछे पढ़ जाएंगे कि
46:40शादी करो बच्चे पैदा करो
46:41उसको बोला जाता है
46:44फुलनेस्ट मार्केटिंग की भाषा में
46:45और जो फुलनेस्ट होता है न
46:47ये किसी भी मार्केटर की
46:50ड्रीम होता है
46:51मिया भीवी जवान
46:53और दो हैं बच्चे और अब होगा
46:56दनादन कंजम्शन
46:57और बच्चा जो होता हो तो खास्त और पे
47:03किसी भी मार्केटर के लिए बिलकुल ऐसा होता है
47:05कि देखो लॉटरी लग भी
47:06हमारी सारी जो वैल्यूज हैं आप गौर करिएगा
47:14मार्केट फ्रेंडली वैल्यूज है
47:15मने कंजम्शन फ्रेंडली
47:20मने emission friendly
47:22हमारी सारी values ही emission friendly है
47:25आप festivals मनाते हो
47:34तो एक एक बहुत गहरी बात होनी चाहिए आध्यात्मिक बात
47:37आपने देखा है festival का मतलब emission होता है
47:40आपने देखा है
47:41पस
47:44cultural, religious, social
47:47all values
47:48are just emission friendly
47:50कोई भी चीज हो सकती है आपकी
47:59खुशी के जिसमें धूम धड़का न हो
48:00आपकी संस्था
48:04अध्यात्म के जरीए आपको
48:06एक
48:08सूक्षम आनंद
48:11सिखा रही है
48:11कि जिसमें धूम धड़का करने की बहुत जरूरत नहीं है
48:15फिर भी मौज है
48:16क्लाइमेट चेंज को यही चीज रोक सकती है बस
48:22कि मुझे आनंदित होने के लिए
48:26तेल जलाने की जरूरत नहीं है
48:28माई रिक्रियेशन ड़स नौट डिपेंड ओन कंजम्शन
48:38और फिर क्या रहा हूं यह सब चीजे ना कि
48:43दो-चार बल बंद कर दें
48:46और
48:48वो एसी है वो
48:53फोर स्टार की जगे सेवन स्टार एसी ले लिया
48:56या इवी ले ली
48:59यह अच्छी वात हैं पर इंसे बात बनेगी नहीं
49:08दो फैक्टर से हैं कितने लोग हैं और हर व्यक्ति द्वारा कितना भोगा जा रहा है
49:16कितने व्यक्ति हैं और हर व्यक्ति कितना भोग रहा है
49:20यही है
49:22और उन व्यक्तियों में भी आप जानते हो कौन से व्यक्ति हैं जो भोग रहे हैं
49:30जब तक उन्हें उनके महलों से नीचे नहीं उतारोगे खींच करके खुश नहीं हो सकता।
49:41मैंने पूचया था यह जितने सेलिब्रेटी बनके घुमते हैं यह कभी भी किसी भी मीडिया पर आए नियम क्यों नहीं है कि यह मीडिया पर आए और इनके बगल में इनका कार्बन फुट्प्रिंट कितना है यह प्रदर्शित होने लगे
49:59ताकि मुझे पता तो चले कि इस आदमी को इज़त देनी है कि नहीं देनी है और जैसे ही आपको दिखाई देगा ना कि जिसको आप पूझ रहे हो चाहे वो क्रिकेटर हो कि पॉलिटीशियन हो कि एंटरेटेनर हो कि यूट्यूबर हो कि कोई भी हो दुनिया का कि जो आपक
50:29दानव वही है
50:59वोट देने से वहले पता होना चाहिए न कि यह कितना बड़ा
51:04climate criminal है जिसको मैं वोट दे रहा हूं और इसकी जो पुरानी
51:09policies हैं उसमें कहीं भी कोई climate care शामिल है तुम आज पहली बार
51:16बार वोट मांगने नहीं आयों तुमने पहले भी बहुत बार वोट मांगें दिखाओ कि तुम्हें जब जब
51:20वोट मिला तो तुमने climate का क्या गिया यह सब सारोजनिक होना चाहिए
51:32कि किसी भी इनसान का मुल्यांकन आज करने में बहुत बड़ी वेटे जिसके
51:39कार्बन फूट्प्रिंट की होनी चाहिए और बाकी बाते छोड़ो तुम कितनी इज़त के हगदार हो यह मैं तया करूँगा इससे कि
51:47तुम्हारा कार्बन फूट्प्रिंट कितना बड़ा है कम से कम 50% वेटेज तु इस बात की होनी चाहिए
51:50लगाओ ग्रीन टैक्स हर माल जो खरीद रहे हो उसके कार्बन इंपैक्ट के हिसाब से असली टैक्स होना चाहिए ग्रीन टैक्स और साथी साथ
52:03जो भी प्रोड़क्ट्स हैं जिसमें कार्बन एमिशन जीरो है या बहुत कम है उसी टैक्स से उसको सब्सिडाइज भी करो ताकि आम आदमी पर वोज न पड़े
52:15सबसे जादा तो ग्रीन टैक्स लएगा मास पर क्योंकि फॉसिल फ्यूल के बाद कार्बन डायोक्साइड एमिशन का सबसे बड़ा कारण एनिमल अग्रिकल्चर है
52:28तो आप जो मज़े में खा लेते हो ना कि अंडे और मास और इन सब पर इतना हेवी टैक्सेशन होना चाहिए कि उनका क्लाइमेट इंपैक्ट जस्टिफाई हो सके
52:44और यह कुछ नए आइडिया नहीं है ग्रीन टैक्स तो यूरोप में बहुत सारे देश लगा ही रहे है वो चल रहा है अल्रेड़ी
53:01तो यह मैं बोलते ही जाओंगा और कुछ इसमें
53:07जी अचारे जी इसकाइप को फॉल आफ पॉस्टिन था
53:13कि अभी जिसे आपने कार्बन फुट्पिंट की बात कर रहे थे तो अभी एक नासा ने इसरों ने एक सेटलाइट भी लोच किये निसार करके
53:22तो इस सेटलाइट के खासे यह बताय जा रही है कि अब जितना भी काबर एमिशन होगा उसका पर्टिकुलर एरिया से पर्टिकुलर जीसे और भी इन डेफ में हमने पता चल जाएगा कि कितना एमिशन कहां पर हो रहा है किस कंट्री में हो रहा है तो क्या इससे कोई फाय�
53:52है जब सीधी सीधी बिल्कुल सर्टिफाइड आपके सामने इंफॉर्मेशन मौजूद होगी तो जूट बोलना थोड़ा मुश्किल होगा
54:02थैंक्यों शार्ण
54:22झाल
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