04:46करते हैं कि बहीं आप विदान सभा में गोशना करिए लगड़ी के जो आदिवासी बाय बहनों की जो खत्यानी भोमियारी जमीन है वह वहां की रैयतों से उचीने नहीं और
05:002012 के पहले जिस प्रकार से मल गुजारी रसीद उनकी काटती थी वैसा ही रसीद कटे और वहां लोग खेती बाड़ी कर सके ये दो मांगे है और दोनों ही मांगे आदिवास्यों से जुड़ा हुआ है और इसलिए आज जार्खन विदान सभा में इन दो मुद्धों की जबाब
05:30करें इस जमीन वहां के आदिवासी खत्यानी रहयतों को वापस उसमें से कोई दखल नहीं करें वहां लोग खेती कर सके दो हजार बारह के पूर्व जिसकार से हो लोग माल गुजारी रसीद काट रहे थे वह रसीद काटने के भी वह प्रविशन दे बहुत-बहुत
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