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  • 3 months ago
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की शोधकर्ता ने रोहू मछली को बीमारी से बचाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने संबंधी दवा खोज निकाली है.

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00:00रेहु मश्ली को जीवन नासक बिमारी से बचाने और मश्ली में रोग पर्तिरोधक छमता को बढ़ाने संबन्दी अर्चुक दवा बिनोवा भावे विस्विद्याले के बायो टेक्नोलोजी विभाग ने खोज निकाला है मश्ली को बिमारी से बचाने के लिए सोध करता ने
00:30पौधे के ऊपर है जिसका नाम है भिल्लातक और इसका प्रयोग मतब यह एक एथिनो मेडिसिनल ब्लांट है जिसका मतलब है कि यह पौधा जो है हमारे जो आदिवासी समुदाय मतब किसी जातिय समुदाय के पारंपरिक ज्यान पर आधारित है तो इसका जो यूज है वैस
01:00अर्प को फिश के फीड में मिला के देखा और उसे जो हमारा रिजल्ट मिला वो काफी उत्साह जनक था क्योंकि वो काफी यूनो लाबकारी सिद्धुआ उसकी रोगशमता को बढ़ाने में तनाव से उसे तनाव कम करने में और उसका ग्रोथ भी काफी अच्छा मिला हमें
01:30अकम से कहां पाच्छे पर वो काम की भी हैं लेकिन सबसे ज्यादा अच्छा प्रभाव उनको भेलवा पर मिला है जिसको की भिलातक जैसा के हम पहले बोल चुके हैं और भिलातक को लेके ही इनका और ज्यादा डीटेल में रिसर्च हुआ है और ये पाया गया है कि अगर अ
02:00अंत्र पर एडवर्स या विनाशकारी असर भी नहीं होगा आकृती का सोध जारखंड के जन जातिये पौधों से रोग परतिरोधक दवा बनाकर लिवियो रोहिता अर्थात रोहु मचली पर इसका प्रियोग वा प्रसिक्छन था आने वाले समय में यह सोध मचली पालकों
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