प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के गया में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने नए प्रस्तावित कानून का जिक्र किया, जिसके तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री अगर गंभीर आपराधिक आरोपों में 30 दिन से ज्यादा हिरासत में रहते हैं, तो उन्हें पद छोड़ना होगा। पीएम मोदी ने विपक्ष और भ्रष्टाचार पर जमकर हमला किया और कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई किसी के लिए भी सीमित नहीं होगी।
00:00कि प्रस्टाचार के विरुद लड़ाई को अगर अंजाम तक पहुंचाना है तो कोई भी कारवाई के दायरे से बाहर नहीं होना चाहिए
00:11कि अगर किसी छोटे सरकारी कर्मचारी को पचास गंटे तक हिरासत में रख दिया
00:22तो अपने आप वो सस्पेंड हो जाता है ड्राइवर हो चोटा ग्लार्ग हो प्यून हो उसकी जिन्दगी
00:34हमेशा हमेशा के लिए तबाह हो जाती है तो कोई भी कारवाई के दायरे से बाहर नहीं होना चाहिए
00:52आप सोचिए आज कानून है कि अगर किसी छोटे सरकारी कर्मचारी को पचास गंटे तक हिरासत में रख दिया
01:07तो अपने आप वो सस्पेंड हो जाता है ड्राइवर हो चोटा ग्लार्ग हो प्यून हो उसकी जिन्दगी
01:19हमेशा हमेशा के लिए तबाह हो जाती है लेकिन अगर कोई मुख मंत्री है कोई मंत्री है कोई प्रदान मंत्री है तो वो जेल में रहकर के भी
01:37सत्ता का सुख पा सकता है ये कैसे हो सकता है हमने कुछ समय पहले ही देखा है कि कैसे जेल से ही फाइलों पर साइन किये जा रहे थे जेल से ही सरकारी आदेद दिखाने जा रहे थे
02:03नेताओं का अगर यही रवया रहेगा
02:09तो ऐसे ब्रस्टा चार के ब्रिव लड़ाई कैसे लड़ी जा सकती है
02:16साथियों संभिधान हर जन प्रतिनिती से
02:24इमानदारी और पारदर्शिता की उमीद करता है
02:30हम संभिधान की मर्यादा को तार तार होते नहीं देख सकते
02:38इसलिए NDA सरकार ब्रस्टा चार के खिलाप
02:46एक ऐसा कानून लाई है जिसके दाइरे में देश का प्रदान मंत्री भी है
02:57इस कानून में मुख मंत्री और मंत्रियों को भी शामिल किया
03:05गया है जब यह कानून बन जाएगा तो प्रदान मंत्री हो या मुख मंत्री या फिर कोई भी मंत्री उसे गिरब
03:19तारी के तीस दिने के अंदार जमानत लेनी होगी और अगर जमानत नहीं
03:27मिली तो 31 दिन उसे कुरसी छोड़नी पड़ेगी
03:34झाल एक मंत्री तो 30 देखएपवापवापश प्रोड़ेगाद प्रुणा प्रुणत्री थास प्रुणत्री तो 30 दिने हो फिर्षल प्रुणत्री प्रुणत्री
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