धर्मस्थला देवस्थान, जो आस्था, न्याय और सेवा का प्रतीक है, आज एक बड़े विवाद में घिरा हुआ है। 3 जुलाई 2025 को एक शिकायत ने अचानक सनसनी फैला दी – आरोप लगाया गया कि 1995 से 2014 के बीच कई महिलाओं की हत्या कर गुप्त रूप से दफनाया गया। सोशल मीडिया और कुछ मीडिया संस्थानों ने इसे सनसनीखेज बनाकर फैलाया। लेकिन, क्या सच में यह कहानी उतनी ही काली है जितनी बताई जा रही है? इस वीडियो में जानिए:
आरोपों के पीछे का सच
कर्नाटक की जनता का गुस्सा और समर्थन
800 साल पुरानी धर्मस्थला की सेवा और न्याय परंपरा
और सबसे बड़ा सवाल – क्या मीडिया और एक्टिविस्ट सच्चाई सामने आने से पहले ही न्याय कर रहे हैं?
यह वीडियो अंत तक देखिए और तय कीजिए – धर्मस्थला पर यह विवाद सच है या साजिश? देश दुनियाँ की ताज़ा खबरों और विश्लेषण के लिए देखते रहिए वनइंडिया हिंदी
00:00धर्णसला देवस्थान आजकल चर्चा में हैं जैसे कभी चांद को भी ग्रहन लग जाता है उसी प्रकार इन दिनों सदियों से न्याए आस्था और निस्वार्थ सेवा का पौरानिक संगम
00:21धर्णसला देवस्थान की प्रशस्थी को योजना बध तरीके से अप्यश का ग्रहन लगाने का शड्यांद्र किया जा रहा है कुछ विद्वेशी ताकतें कुछ मीडिया संसानों और स्वार्थी घटकों के साथ मिलकर इसकी पवित्र विरासत को धूमिल करने में लगी हैं
00:51उसका दावा है कि 1995 से 2014 के बीच हत्या की शिकार कई महिलाएं और युवतियां धर्मस्थला के आसपास दफना दी गई थे
01:00फिर क्या था यूट्यूबर्स के गर्मा गर्म फ्रलाब चलने लगे इंफ्लूएंसर्स ने नए नए कतानक गड़ दिये
01:08और कुछ मीडिया संस्थान SIT जान शुरू होने से पहले ही धर्मस्थला की छवी को स्याह करने में लग गए
01:17इस आकरामक पठकता में कई पॉइंट्स ऐसे हैं जो इस साज़िश की चुगली करते हैं
01:26इस शौर के पीछे की सच्चाई को अनुभवी कनड़ा पत्रकारों ने पहचाना
01:31बेस का पैटर्न पहले देख चुके थे एक सोची समझी रण नीती जिसके तहट एक प्रतिष्ठित हिंदू धार्मिक संस्थान पर भरोसा कम किया जाए
01:42इस गढ़े हुए नारेटिव में कई एहम बाते आसानी से छोड़ दी गई
01:48जैसे कि अतीर के असंबध मामलों में अदालत द्वारा रिहाई
01:53मंदिर की आच सो साल पुरानी दान पंजी
01:57धर्वसला की शिक्षा और समाज सुधार परंपरा
02:00सांप्रदाइक सद्भाव की मिसाल
02:03तमाम महतुपूर्ण बातों को साइड में रखकर
02:07केवल और केवल संसनी को जगे दी गई
02:11टीवी स्टूडियोज और सोशल मीडिया से दूर धरातल पर
02:17दूसरी कहानी देखने को मिल रही है
02:20चिकमगलूर से कलाबुरी तक, माईसोर से यादगीर तक, पूरे करनाटक में हजारों लोग धर्मसला के समर्थन में सड़कों पर उतर चुके हैं
02:31शद्धालू, बुजर्ग, यहां तक की अल्प संख्यक समुदाय के लोग भी मंदिर की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए तक्तियां लेकर सड़क पर आ गए
02:42उनका संदेश साब था, कि विरासत को सिर्फ वाइरल गुस्से या एक तरफा रिपोर्टिंग से नहीं मिटाया जा सकता
02:51SIT की जाँच अभीजारी है, लेकिन असली मुद्दा किसी एक आदमी के आरोपोर्ट से बड़ा है
03:00सोचने की बात ये है कि चुनिंदा अक्टिविस्ट, अजेंडाधारी पतकार और सोशल मीडिया की एको चेंबर्ज, क्या ये सब मिलकर सच्चाई सामने आने से पहले ही किसी को दोशी सिथ कर सकते हैं
03:14धर्मसला ने सद्यों के परिबर्तन को देखा है, इतिहास की आंधियों को जहेल कर ये न्याय वसेवा का केंद्र बना रहा
03:25आज लड़ाई सिर्व धर्मसला की साख बचाने की नहीं है, बलकि उस सिधान्त को बचाने की है, जो ये सिखाता है कि शोर पर सत्य की जीत होती है
03:37याद रखना चाहिए कि एक तरफा कहानी सबसे पुनीत विरासत को भी जन्मत के कटगरे में खड़ा कर सकती है
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