श्री क्षेत्र धर्मस्थला सदियों से आस्था, न्याय और समुदाय का संगम। लेकिन आज यह सदियों पुरानी न्याय परंपरा एक सुनियोजित, निजी दुश्मनी-प्रेरित अभियान के निशाने पर है। महेश थिमारोडी, जो खुद को "क्रूसेडर" बताते हैं, अदालत में जमीन विवादों में लगातार हार चुके हैं और अब धर्मस्थल की छवि को धूमिल करने में जुटे हैं।
क्या यह सच में न्याय के लिए लड़ाई है? या फिर एक व्यक्तिगत एजेंडा, जिसे जन आंदोलन का नाम दिया गया है?
इस रिपोर्ट में पढ़िए और देखिए — असली कहानी, असली सवाल। इस वीडियो में हम आपको दिखाएंगे कि कैसे एक झूठी कहानी का इस्तेमाल कर महेश शेट्टी जैसे लोग धार्मिक संस्थानों की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
सच जानने के लिए पूरा वीडियो जरूर देखें और शेयर करें ताकि झूठ का पर्दाफाश हो सके।