00:00हाँ हाँ नन्हा सा सफेत खरगोश खेल रहा था फूलों के बीच
00:19कुद कुद कर हस रहा था गाजर खाकर मस्त रहा था
00:27तितिल आई रंग बेरंगी हर गोशो बोला कितनी सुन्दर दोनों ने मिल खेल दिखाया
00:42फूलों में इंड्र धन्नुष सजाया शाम हुई तो घर चला माने प्यार से सिर सेहला
00:56कंबल में वो सो गया सपनों में फिर दोड़ गया
01:06हुआ हुआ झाल
01:14झाल झाल