00:00विरासतों का शहर है लखनव। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनव। में एक ऐसी ही विरासत है जी एच कैनल। जी एच कैनल का निर्माड 200 साल पहले नवाब गाजी उद्दीन हैदर ने करवाया था और इसका उद्देश था कि कानपूर से गंगा नदी का पानी गोमत
00:30कैनल नाले में तब्दील हुई और गोमती में गंगा का पानी तो नहीं मिला मगर प्रदूशित पानी मिलने लगा अब सरकार ने इस गाजी दिन हैदर कैनल जहां गोमती से मिलती वहाँ एक सीवरेश ट्रीट्मेंट प्लांट इस्तापित किया है जो जल्द शुरू होगा
01:00सच्छिव सब्सकार कमिटी जानकारी मिली एक लखनों के सच्छ बड़े नाले हाइदर करार को इसमार स्टीजी से जोड़ा जा रहा है इसका पानी शुद करके गोमती मिया में डाला जाएगा यह बहुत सरानी और बड़ी अच्छी पहल है क्योंकि जब तक नाले लखनों
01:30देखे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनों में
01:59नबाबों का एक कारेकाल रहा है नबाब अपनी सहरदैता के लिए जाने गए उन्होंने लखनों के विकास के लिए
02:08जो महत्वपूर्ण काम किये उसमें एक था के गंगा को गोमती से जोडने की बात की थी
02:14और इस नदी को उस समय के जो विशेशग्य थे उनसे एक तकनी की गड़बर हुई
02:20क्योंकि जहां से शुरुआत होती है और अंत होता है यह उल्टी शुरू हो गई
02:27गोमती की तरफ से इसको गंगा की तरफ ले जाना था उस योजना में बीच में एक और नदी पड़ती है
02:35सही नदीव वो इसके बीच में आ गई
02:37इसलिए ये तकनीकी रूप से पूरी नहीं हो पाई
02:39बहुत अच्छी पक्की कैनाल बनाई गई थी
02:43और उस समय ये था के गंगा और गोमती मिल जाएंगी
02:46क्योंकि जो गोमती है वो आदी गंगा कहलाती है
02:49लेकिन ये प्रयास सफल नहीं हुआ
02:51लेकिन ये पक्की कैनाल बन गई थी
02:54समय के साथ ये अपरशित होती रही
02:57ये एक नाले के रूप में परवर्तित हो गई
02:59लेकिन अब इसे लखनव में ट्रैफिक के लिए
03:03एक एलिवेटेड रोड बनाने की योजना आई है
03:05और मुझको लगता है कि निशित रूप से उस समय
03:08गंगा और गोमती का मिलन नहीं हो पाया है
03:10लेकिन अब लखनव के यातायात की सुगमता का ये संगम
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