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  • 5 months ago
कई सालों बाद ऐसा रक्षाबंधन आया है, जिसमें भद्रा कोई बाधा नहीं डालेगा. ज्योतिषियों का कहना है कि दिनभर राखी बंधवाई जा सकती है.

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00:00श्रावन शुक्ल पूर्णिवा को शुब मुहुर्त में रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है
00:14वर्षो बाद इस वर्ष रक्षा पर भद्रा का साया नहीं होने से पूरे दिन रक्षा बंधन का पर्व बहिने अपने भायों की कलाई पर बाद कर मनायेगी
00:31इस वर्ष रक्षा बंधन पर कुछ विशेश ज्योतिसी योगसयो भी निर्वित हो रहे हैं
00:41श्रावन शुक्ल पूर्णिमा नो अगस्त शनिवार को है
00:47श्रावन नक्षत्र का योग निर्वित हो रहा है वहीं सोभाग्य योग भी इस पर्व को कुछ खास बना रहा है
01:00इस वर्ष श्रावन पूर्णिमा पर मकर राशी का चंद्रमा अर्था शनिप्रधान राशी का चंद्रमा वहीं करक राशी का सूर्य यान जली तत्व की राशी का सूर्य और मिठुन राशी के ब्रहस्पती में रक्षा बंधन का परो मनाया जाएगा
01:24ुआ जाएगा रक्षा बंधन पर्व के पीछे जो हितिहास है बारह वर्षों तक देवासुर संग्राम में इंद्र को रक्षसों ने जीत लिया था उसके बाद से ही इस पर्व की भूमिका प्रारंब हुई
01:45इंद्र का इंद्र को देवराज ब्रहस्पती और इंद्राणी ने रक्षा बंधन पर इस उद्देश को लेकर रक्षा पोटली बांधी कि इस से देवासुर संग्राम में इंद्र की विजय होगी
02:10रक्षा बंधन पर रक्षा पोटली तयार की जाती है अर्थात राखी जिसको अपन बोलते हैं पहले इसे रक्षा पोटली का नाम दिया गया था
02:25रक्षा पोटली में जो महत्वपूर चीजें होती है उसमें होता है केसर केसर के साथ ही पुष्पों की गुलाब के पुष्पों की पकडियां और उसके साथ नाना परकार की वस्तुएं जो है
02:42रक्षा पोट्ली के अंदर बांदी जाती है
02:45और रक्षा बंधन के साथ
02:47इंदराणी देवराज ब्रहस्वती
02:50और इंदराणी जो है येनबधो बली राजा
02:54दानवेंद्रो महाबलह
02:56तेनत्वा मनुबद्नामी रक्षे माचलो माचलो
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