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A team of six policemen is on a chase to solve a murder in a suburban lodge room, with just one clue – a fake address, from the park register.


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00:00व मन और टे जी वी व � ponyूमूर को अ ँर मैंरो ready
00:06अ क्यों में आ state
00:10vision अ कियो अ कियो कि अ
00:19
00:24में Bong
00:27कि उस नीली गाड़ी में ही हमें सारे सवालों के जवाब मिलेंगे हैं
00:40वो गाड़ी का है अरूर थाने में तो लिखा पढ़ी में ज्यादा वक्त जाया मत करो यदू के साथ एक टीम को भेज कर उस गाड़ी के फिर से तलाशिव
00:50अयपपन और उस गाड़ी के मालिक आउगस्टीन के अलावा ड्राइवर सीट की तरफ देखो कोई और फिंगरप्रेंट मिलते हैं या नहीं
00:58अगर प्रॉमिनेंट निशान मिला तो हाल फिल हाल का हो सकता है
01:01लेकिन सर आप सोच क्या रहे है अरूर की पार्किंग में गाड़ी को ठिकाने लगाने वाला अयपण नहीं हो सकता
01:12लेकिन सर अयपण ने खुदी आउगस्टीन को उस जगह के बार में बता था
01:16बताया होगा लेकिन अगर ठीक उसी जगह पर कोई और उस गाड़ी को पहुँचा दे तो भी लगेगा आयपण ने किया
01:22और जब पुलीस उस गाड़ी तक पहुँचेगी आउगस्टीन का बयान आयपण को फसा देगा फिर तुम ही सोचो क्या लगेगा सबको
01:29कि आयपण ने अपना काम होने के बाद गाड़ी को उस जगे पर ठेकाने लगा के फरार हो गया
01:35मुझे जो समझ आ रहा है सुन लो एक बार
01:42बता नहीं कैसे लेकिन अम्बिली के लिए आयपण ने पैसे जुगा ने
01:47अब अगर आयपण के बीवी की बात मानें तो वो तरीका भी अम्बिली ने ही सुझाया
01:53तो जैसा अम्बिली ने भूला था आयपण ने वैसे ही किया
01:56उसके बाद वो कोईम बटूर आया और चोरी का माल बेच के पैसे लिए
02:00और फिर उसी गाड़ी में वापस यहां केरला आ गया
02:04यहां तक के गाणी तो साफ है ना
02:09हाँ
02:11मैंने पीले मेडू थाने में अपने एक साथी के जरीये सेलवराजन का बयान भी जाचा
02:16बयान के मताबिक अइयापन उसी गाड़ी में चेक पोस्ट पार करके केरला आ गया था
02:21ठीक है तो जब वो पैसे लेकर वापस आ रहा था तब रास्ते में किसी ने अइयापन को रोका होगा
02:27फिर उसने अइयापन को धंकी दी तो अंबिली का नाम सामने आया
02:31अंबिली इसमें का से है इन दोनों ने कभी साथ मिलके कुछ किया होगा जिसका ये बदला हो सकता है
02:37ठीक है तो आईयापन ने तरके मारे हैं अंबिली का नाम दे लिया होगा
02:44फिर वही अजनबी शक्स गाड़ी और पैसे लेकर ट्रिवेंडरम आया होगा अंबिली से मिले
02:49उसे आयापन ने खुद वहाँ भीज़े ऐसा उसने अंबिली को बता कर उसका भरुसा जीता होगा
03:06भरोसा पक्का हो जाए इसके लिए आयापन से मिले पैसे उसने उसे दिया होगे
03:10आयापन के साथ क्या हुआओगा ये जान के हम अंबिली के सच तक पहुचेंगे
03:21उस पुलिस डॉक के बारे में पता किये जो शल्टर वाले मामले में था
03:36कि बारे में थाखना ये जाता के बारे में चेड़े बारे में आयाओन आयाओग थारा राखना आयाओवा ये एक पुलिस दोका जान राखना में अप्राशाए सबस्क्रा
04:06झाल झाल
04:36बिंट वह आई सओ आई
04:47इस हाथसे में बहुत सारे लोगों को चोटे आई थी तो इस वज़े से चुपाना मुश्किल था
04:51कत ने लोगों को चोटे आई थी?
04:54कम से कम 10 लोगों को अनläश्रिक में से कुछ लोगों को भगदा़ की वज़े से
04:57चोटे आई सच कहूं तो इसमें टैरी का कोई दोश नहीं था लेकिन उनसे पूछने पर सारा दोश हमारे उपर डाल दिया और आपने वो रॉपरी केस के बारे में कुछ सुना है हाँ उसके बारे मैंने सुना है दो लोगों को आइडेंटिफाई किया गया है मुझे बस इतन
05:27में दोबारा नहीं आया सीधा उसे रिटार्मेंट शेल्टर भेज दिया गया सीसी डीयस दिवागी बीमारी अल्जाइमर्स की तरह वो सलहरन काम भी भूल जाते हैं जैसे अपने मास्टर अपनी ट्रेनिंग आदतें उस हादसे के बाद एस्पी के निर्देश पर उसका ज
05:57सब गये हैं बहुत बुरी हालत थी उसकी आखे धासी हुई मुपे मजरगाट पहने हुए शायद उसकी किसमत अच्छी रही होगी कि वो ज्यादा दिन नहीं तड़ पा एक सुबह अचाना की खबर आई कि वो चला गया
06:10मुझे लगता है उस म्यूजियम का विडियो देखना चाहिए पुलिस फोटोग्रफर भी तो उस दिन महाँ पर था ना
06:20परमिशन का समय नहीं है उसका इंतजार करते रहेंगे तो पता नहीं और कितना वक लग जाए लेकिन फोटोग्राफर ने तो सारी फुटेज जमा कर दी होगी
06:29उस दिन जैसा तमाशा हुआ था उसके बाद वो दूसरी कॉपी बनाए बिना काट जमाने करेगा
06:33सही बात है इंसान ही है न वैसे यह मामला कौन से थाने में दर्ज किया गया था
06:38जितनी भी चीजे चोरी होई उनमें से कुछ बेशकीमती चीज है इसले रेवन्यू इंटेलिजेंस दपार्टमेंट थेस हैंनल कर रहा होगा
06:44शाइज जेंट्रल गवर्मेंट के अंडर आता है
06:46मैं मनोज सौर से बात करता हूँ उनकी जरूर कोई पहचान होगी
06:50ठीक है
06:51नेक्स्ट
06:59हेलो सर्थ
07:02इसमें महाज़र और फोटोस की कॉपी है
07:05मैंने यह से वेटनरी सर्जन को दिखाया था
07:18उसका नाम क्या है
07:19नाम तो नहीं पता पर वो लेडी डॉक्टर थी
07:23इसकी कॉपी बनाना जुर्म है
07:24और उपर से तुमने पुलिस डेपार्टमेंट की चीज किसी आजना भी इंसान को दिखा दी
07:28तुम्हारा लाइसेंस रद होने के लिए इतना काफी है
07:30उसने केस के बारे में कुछ नहीं बताया था
07:32उसने कहा कि वो स्टॉकी की डॉक्टर है
07:34और उसे सिर्फ ये जानना था कि वो मुजियम के अंदर कैसा बरताव कर रहा था
07:38उसने कहा अगर कोट से फाइल आने तक रुकेंगे
07:40तो इलाज में देरी होगी
07:42जान किसी की वियोटर कीम थी अथि है सर
07:44उसने काफी मीनतें की थी
07:47जिस दिन वो शल्टर में लाया गया उसे दिन से हो कुछ खा पी नहीं रहा था
07:51लगता है कि उसे कुछ खाना पीना याद नहीं था
07:53जो भी देते थे उसे फैकना पड़ता था
07:55दीरे दीरे उसकी हालत दिगडने लगी और वो सुस्त हो गया
07:59तुमने जोर देखा डॉगी का एक्सरे कराने को कहा था शेल्टर के वार्डर ने बताया
08:08जी जब वो दड़ से तडप रहा था तो मुझे लगा कि उसके लोवर एब्डॉमन में कुछ हुआ होगा
08:12इसलिए मैंने एक्सरे कराने के लिए कहा था
08:15पता चला इसने कुछ निगल लिया था मुझे कुछ पिन होल्डर जैसा लगा
08:42सिक्के और रत्मों जैसी बहुत सारी चोटी मोटी चीज़े हैं जो उस दिन भग्दर में खो गई थी और मिली ही ने
08:48इसे भी निगल लिया होगा
08:53इस जेगे पर डॉगी का स्प्लीन होता है
08:56ऐसी किसी चीज़ का सीधे स्प्लीन तक पहुच पाना किसी भी तरह नामुम्किन है सर्ड ये जो पिन होल्डर है बहुत नुखीला होता है
09:04तो इसलिए पेट अंदर से फट गया होगा और इसी तरह ये भी स्प्लीन तक पहुच गई होगी
09:10अगर इसे गौर से देखे तो अब इसका गोल आकार अंगुठी जैसा है
09:14तब ही मुझे लगा कि इसने अंगुठी निगल ली है
09:17पोटोग्राफर ने जब विडियो दिखाया तो मेरा शक दूर हो गया
09:29फिर मैंने पोलिस में अपनी दोस्त की मदद से चोरी हुए सामानों की लिस्ट देखी तो पक्का हो गया
09:34ऐसा हो सकता है कि वो अंगुठी चोरों ने गिरा दी हो
09:37लेकिन फिर भी पोलिस ने चोरी हुए सामानों की लिस्ट में उस अंगुठी को दर्ज किया था
09:44सेविंटीन सेंचरी की अंगुठी थी वो सरकार के लिए वो बहुत देश किमती थी
09:50तुमें है सब कैसे पता
09:51सर वो अंगुठी धरोहरों की लिस्ट में दर्ज थी
09:55वो अंगुठी वहां हिस्टोरिकल डिपार्टमेंट वालों ने रखवाई थी
09:58यह म्यूजियूम वाले ने बताया
10:00और उसके कागजात वगेरे भी ठीक हैं
10:02कुछ गड़बर नहीं है
10:03पिन होल्डर पेट में फसा था
10:08इसलिए उसे एनमा के जरिये निकाल लिया
10:10लेकिन उस रिंग को निकालने के लिए
10:12सरजिरी ही एक मात्र रास्ता था
10:14उस समय टेरी की जो हालती उसे जान का खत्रा था
10:18सरकार अपने काम में कोई रुकावट तो चाहेगी नहीं
10:21तो एक बिमार डॉगी उनके लिए किसी काम का नहीं
10:23और ऐसी डॉग शेल्टर में भीलती ये जाते है
10:26सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है सर
10:28मुझे लगा उसकी हालत देखकर उन लोगों ने उसके लिए
10:32इक्षामरित्यों की अर्ज भी लगाई होगी
10:33जो भी हो पर तुमने जो बात चुपाई उसकी सफाय के लिए इतना काफी नहीं है डॉक्टर
10:38मेरा इरादा कुछ चुपाने का नहीं था
10:40मैंने सोचा सरजरी के बाद जब वो ठीक हो जाएगा तब मैं ये बात सबको बता दूँगी
10:45इसके अलावा और कुछ इरादा नहीं था तुमारा
10:48क्या ही इरादा होगा सर
10:50इरादा नहीं था तो तुमें एक सरे देखने के बाद उसकी पूरी हिस्टरी खंगालने और खांदान को जानने के परिशान यूई तो नहीं उठा दी
10:57क्या ढूना चाहते थी
10:59सर वो अंगूठी उसके स्प्लीन में जाकर रखकी थी
11:03मुझे पता लगाना था कि वो क्या चीज है ताकि सर्जरी में कितना वक्त लगेगा ये पता कर सकूँ
11:09उसकी बिल्कुल ऐसी हालत नहीं थी कि उसकी एमराई करवा सकूँ
11:12तो आप ही बताईए मैंने कुछ गलब किया
11:14अगर वो अंगूठी की जगे ग्लास ये केमिकल सबसेंस होता तो सर्जरी में देरी करना वेवकूफी होती
11:21मैंने अपना शक दूर करने के लिए ये किया चाहे वो एक्सरे हो या उसकी फामिली का पता लगाना
11:27वो लेडी डॉक्टर अकेली आय थी क्या
11:31नहीं सर उसका ड्राइवर भी साथ में था
11:33अय अपन?
11:34नाम नहीं पता पर 60-60 साल का होगा
11:36अय अपन?
11:42चलो
11:42शेल्टर के हर काम में अय अपन ही मेरे साथ आता था
11:46चाहे डिस्पेंसरी जाना हो या एक्सरी कराना हो
11:48मैंने दो साल में उसे जितना जाना हो
11:50मुझे काफी भरों से मन लगा था
11:52और उसने जाने से पहले जो कांड किया वो सुनाया नहीं
11:55तब भी तुमने किसी को कुछ नहीं बता है इस बारे में
11:58सर मैंने पहले ही बहुत सारी बाते चिपाई थी
12:01मुझे लगा बताऊंगी तो फर्स जाऊंगी
12:03रॉबी को खाना दिया गया?
12:14वो आजकर ठीक से खाता नहीं है
12:15क्यों? क्या बाता?
12:18नोबिल मुझे एक बात सता रही है
12:20क्या बाता बला?
12:22उस दिन वो एक आवारा डॉगी से लड़ रहा था
12:25तो इंजेक्शन तो लग गया अब क्या परशानी है?
12:29एंटी रेबीस वैक्सीन हमेशा तीन गंटे के अंदर ही लेने होती है
12:32लेकिन उस दिन मुझे काफी देर हो गई थी
12:34तीन गंटे तो ऐसी बस अंदाज इसे बोलता है
12:37एंसा नहीं है नोबिल मैंने नेट पे भी देखा
12:39तुस्ती खाना नहीं खाना यही देखा होगा न
12:42तुम इंटरनेट पर चाहे जिस भी बीमारी के बार में ढूंड़ो
12:46हर जगे यही मिलेगा
12:48अच्छा तुम्हें बुखार होता है तब भूक लगती है क्या
12:50थकान नहीं लगती
12:52इसका मतलब तुम्हें रेवीस थोड़ी है
12:54स्टेफी तुम कभी कभी कुछ जादा ही सोचती रहती हो
12:58जबर्दस्ती परिशान होती हो
13:00अरे तु बात ही परिशान होने की है
13:02हाँ लेकिन एक डॉगी के लिए इतना परिशान मत हुआ करो
13:04तो क्या मैं भी तुम्हारी तरह पथर देल हो जाऊं
13:06वैक्सीन के बारे में पूछने के लिए भी तो कॉल किया था मैंने
13:09लेकिन तुम्हारे पास तो मेरी बात सुनने का estrogen
13:34झाल झाल
14:04प्रावीर शोग थे क्या नहीं बुलिये ना एसा करो डॉक स्कॉड इंचाल से बात करके टेरी के हैंडलर की डीटेल्स निकालो आँ टेरी के हैंडलर चीक है
14:19किपने महीने से सस्पेंड़ ओ छे महीने जो हुआ उसके बाद स्कॉड में
14:34वापस जाओगे? नहीं नहीं मैंने सस्पेंशन के वक्त ही पेरेंट सर्विस के लिए अरजी दे दी थी
14:38यह सब क्यों?
14:40दरसल हमारी सर्विस भी हमारे पार्टनर डॉगी जितनी ही होती है
14:45अगर वो रिटायर तो हम भी रिटायर
14:47उससे बचना है तो हमें दूसरे डॉगी के साथ हर्याना जाके वापस ट्रेनिंग करनी होती है
14:52नौ महीने के लिए
14:53बस इतना ही है सर
14:56किसी डॉगी से अटैच नहीं हो सकते
14:59डॉग स्कॉड में एक डॉगी की सर्विस आठ साल की होती है
15:03ये कह सकते हैं कि आठ साल तक का साथ
15:05सारा दिन सारी रात एक साथ
15:07जब तक अंत का समय आता है तब तक तो
15:10हैंडलर बिल्कुल टूर जाते हैं
15:13और कुछ उने अडॉप्ट कर लेते हैं
15:16लेकिन टैरी के केस में मालूम नहीं था
15:18कि ऐसा हादसा हो जाएगा
15:19एक दिन हम वहाँ गए भी थे
15:22उस रिटार्मेंट शेल्टर में
15:23लेकिन वो बेचारा हमें पहचानी नहीं पाया
15:27डॉक्टर ने बता था कि तुम भी टैरी को डॉप्ट करने वाले थे
15:32नहीं सर दरसल वो प्लैन तो जैस्मॉन का था
15:34उसका तो मुझसे भी बुरा हाल था
15:36जैस्मॉन?
15:38हाँ, हम लोग साथ ही थे
15:40हार डॉगी के दो हैंडलर होते हैं न सर
15:42तो मेरे साथ वही था
15:43अन पेपर्स मेरा नाम पहले हाता है लेकिन
15:46जैस्मॉन टैरी के ज़्यादा करीब था
15:48सुधी, अगर टैरी की CCDS की बीमारी हमारे
15:51अल्जाइमस जैसी होती है
15:52तो वो भी दीरे दीरे ही बड़ी होगी
15:54कोई भी डॉगी अपने हैंडलर को एक जटके में तो नहीं बूल सकता
15:58तो टैरी की आदाश कमजोर होने लगी थी
16:02इसका तुम्हें अंदाजा कैसे नहीं हुआ
16:04जैस्मॉन को पता लग गया था सर
16:09एक केस के लिए जब वो टैरी को पोलाचारिया ले गया था
16:13उस वक्ट भी टैरी को सूंगने में दिक्कत हो रही थी
16:16लेकिन जैस्मॉन ने मुझे वो रिपोर्ट करने से रोक दिया
16:20उसने कहा कि ट्रेनिंग के बाद ये ठीक हो जाएगा
16:23इतने confidence से बोला तो मैंने भी उसकी बाद मान ली
16:25वैसे पोलाचारिया केस में ऐसा क्या हुआ था
16:28किसी घर में लूट के मामले की खबर आई थी
16:31लेकिन किसी आदमी ने उस घर में असला चुपा के रखा था
16:33जानवरों को मारने के लिए
16:34ट्रैकिंग करने में तो टेरी माहिर था
16:37लेकिन ऐसे मामलों में एक्स्प्लोजिव डिटेक्शन डॉक्स का ही
16:40इस्तमाल किया जाता जिनकी ट्रेनिंग अलग होती है
16:42वहाँ पर टेरी ने गलती से एक एक्स्प्लोजिव अपने मूँ में दबा लिया
16:47हमने उसे चुड़वाने की बहुत कोशिश की
16:49पर वो हमारी सुनी नहीं रहा था
16:51दो मिनिट तक उसने उसे मूमें दबाय रखा छोड़ा ही नहीं
16:55अगर वो जोर से काट लेता तो फट जाता
16:57जब म्यूजियम बाला हाथ से हुआ था तब
17:00वो मामला सामने आ गया
17:17जब बाद में मैंने उसे रिपोर्ट करने को कहा तो
17:21उसने घुस्ते में मेरा एक कॉलर पकड़ लिया
17:23सच कहूं तो उसके बाद मैं डरने लगा
17:26आप उसे अच्छे से जानते नहीं है सर
17:28बड़ा ही संकी किसम का इंसान है
17:30यह जेसमन हमें कहा में लगा?
17:48कहां गया है? कहा?
17:50वायनाड में, बेला मुंडा
17:51आज कल मैं उससे बात हुई है?
17:53दो तिन दिन पहले हमारी बात हुई थी
17:55क्या बात?
17:56कोई खास बात तो नहीं हुई
17:57मैंने उसका हाल चल पूछने के लिए कॉल किया था
17:59उसका पता जानते हो
18:00एक्जाक्ट तो नहीं जानता लेकिन
18:02स्कॉार्ट कैम से आपको उसका पता मिल सकता है
18:29तिते सुनिये?
18:31जेसमान नहीं है क्या?
18:32हा सनुम बोलो
18:33पांच्य महिने से वो यहां आये हैं?
18:36यहां के अहलाद देखके लगता है यहां तो कोई आये ही नहीं है
18:39और उसका परिवार?
18:40यहां के पड़ोसियों से पूचा था लेकिन परिवार के नाम पे उसका कोई नहीं है
18:43किसी ने कुछ बताया कि वो कहां गया होगा?
18:46पड़ोसियों की मताबिक वो यहां किसी से बात ही नहीं करता था
18:48उनकी बातों से तो वो सिर्फिरा लगता है
18:50ठीक है सानू, रखता हूँ
18:54ठीक है सानू
19:14हलो
19:15जेसमन
19:16हाँ
19:17अरे कहा है भाई
19:20घर में हूँ
19:23कहां गाओ में
19:24कोई खास बात नहीं है
19:27बस तेरा खयाल आया तो फोन कर लिया
19:29दो तिन पहले ही तो हमारी बात भी थी न
19:32हाँ वो
19:32हुई तो थी लेकिन
19:35तू कर क्या रहा आज कल
19:37हलो
19:41जेसमन
19:44पहर से फोन करो
19:52आप जिस नंबर पे संपर करना चाहते हैं
20:04वो इस वक पर क्रिप्यां पोना अप्रयाद न करें
20:07पिछले दो आफ्तों से जब भी इसकी जेसमन से बात हुए उसने का वो घर पे है
20:11लेकिन जब हमने डीडेल्स निकाली तो
20:13ट्रिवैंडरम, कोईमदूर और थ्रिश्वर में था ऐसा पता चला है
20:15अईयपन अंबली को जिस नीली गाड़ी में ले गया था उसकी लोकेशन और टाइमिंग वो भी यही थी सर
20:20तो अभी उसका स्टेटर्स क्या है
20:21अभी तो फोन स्टेटर्स आ रहा है लेकिन जब उसने पहला कॉल उठाए तब वो एरना कुलम में था
20:25ऐसा है कि एसपी सर को बताने से पहले हमें और कोई पका सबूर ढूनना पड़ेगा
20:29सर अगर वही असली मुझरिम है तो उस गाड़ी में मिले नए फिंगर प्रिंट से हम यह पका कर सकते हैं
20:34मैंने उसके सैंपल्स लेने के लिए एक टीम को डॉक स्कॉट कैम भीज़ दिया है
20:38सर मैं आपको फोन करता हूं अभी अरूर से कॉल आ रहा है
20:42कि हां श्रीजित क्या हुआ अरूर में गाड़ी खड़ी करता समय जैसमोन को एक मजदूर ने देखाथा फोटो देखते ही उसने उससे पहचान लिया
20:51अगर है
20:55कि पैक अगर है
21:04कि पैक है
21:08है
21:10सर रेयर विव मीरर और ड्राइवर साइड ओर से भी हमें उसके फिंगर पिंट्स मिले हैं
21:27इसे सप्लीमेंटरी एविड़न्स भी बनाया तो भी केस मजबुत बनता है
21:30और अंबिली राजु का जोब फोन हमें नाले से मिला
21:33एक उसके फिंगर पिंट्स उस पर भी है
21:34ये तो अच्छा है तो अभी स्टेटस क्या है उसका फोन कलूर में ओफ वह था सर
21:39हमने ट्रैफिक पुलिस हमें सारे था उनों मैलट किया है सर
21:43आर पिफ को भी इनफॉर्म किया है
21:45केप भी पॉस्टेट
21:47बिलकुँ सर
21:48बानता हूंगे ये अजम्शन है सर
22:00लेकिन स्टेडियम के आसपास के CCTV फुटेब में जो आवारा कुत्ते दिख रहे हैं
22:05और वहां के लोगों के बयान से ये स्टेडियम थेरी सही लग रही है सर
22:08तुम्हारा जजबा काबिले तारीफ है कुरिया
22:10लेकिन अगर कोई पक्का सबूत नहीं मिलता तो हम ये स्टेडियम थेरी किसी को नहीं सुना सकते
22:15तुम भी समझते हो ये कैसी बच्कानी बात होगी
22:19तो अभी के लिए इस बात को किसी भी तरह बाहर नहीं जाने देना है
22:22बेडिया तो बिलकुल भी नहीं
22:23पहले उस आरोपी को गिरफ्तार करो उससे गुना कुबूल करवा
22:27फिर बाद में हम ये सोचेंगे कि ये थेरी सबको बतानी है या नहीं
22:30ठीक है साब
22:32और तब तक हमारे काम आ सकें ऐसे और भी लोगों के बयान ले लो
22:36कमिशनर सर तो मान गए
22:38उनका बस ये कहना है कि स्टेडियम थेरी बिना इविडेंस के कुछ काम की नहीं
22:42सर प्रॉब्लम यही है कि हम अपनी सोच और समझ के हैसाब से दूसरों की सोच को परकते हैं
22:46आपने अपने करियर में ऐसे कितनों को देखा होगा
22:48ऐसे लोग कभी-कभी समझ में नहीं आते हैं
22:50आ तो परेशान मातो
22:52ये सब तब तक है जब तक हम जैस्मान को गिरफतार नहीं कर लेते हैं ना
22:56रखताओ फोन
22:57ठीक है सर
22:59सर जब मुझे पता चला उसने क्या किया है तो
23:03पहले तो मैं भी चौँग गया
23:05लेकिन जब
23:07बाद में मैंने इसके बारे में सोचा
23:09तो क्या लगा
23:11तो ऐसा लगा कि वो किसी भी हद तक जा सकता है
23:15ज्यादा बात नहीं करता
23:17लेकिन उससे बात करने के लिए
23:20ये ध्यान रखना पड़ता है कि वो
23:21कब गुस्से में और कब नहीं
23:23जब एंक्वाइरी हुई तो आक्शन लेने से पहले तुमने भी स्टेट्मेंट दिया होगा न
23:26अब उसने कोई बखेडा नहीं किया था
23:28तब मुझे भी डर था कि वो कुछ करेगा
23:30लेकिन लगी लिए उसने कुछ नहीं किया
23:32उसे सस्पेंड होने से भी ज्यादा दोख तैरी की हालत पर था
23:38यार तु गाओं चले जा यहां बेकार में किराया दे रहा है
23:48वहाँ भी क्या रखा है
23:51अकेला होने कही ही तुमसा है
23:54कहा हूँ कैसा हूँ कोई सवाल नहीं करता
23:57अब तो सब खत्म हो गया
24:00भूल जा यार क्या भूल जाओं
24:02एक दिन अचानक में तुमसे कुछों कौन हो क्या चाहिए तुमें तो तुमें कैसा लगेगा
24:06चाहे इनसान हो या कुछ जानवर हो
24:09बुरा सबको उतना ही लगता है
24:11तुम एजटक में कैसे सब कुछ भूल सकते हो
24:14तुमने उसकी हालत देखी ना
24:31स्कूल में मैं भी साधर और बच्चा ही था
24:33पर जब से स्कॉड में आया
24:35तब से लोग मुझे भी मेरे नाम से जानने लगे
24:38वो भी जैसमोन के नाम से नहीं
24:41टेरी की साथ वाला जैसमोन
24:43वही मेरी पैचान बन गया था
24:48और आज वो टेरी ही मुझे पैचान नहीं बह रहा है
25:09मैं उससे अडॉप्ट कर लूँ गया
25:10हमारे सस्पेंडोले से बात बिगड जाएगी
25:15एक बार बाबू सर से बात करते हैं
25:23अगर वो सिफारिश करने को मान जाए तो बात बन जाएगी
25:27इन रेटायर डॉक्स को उनके हैंडलर सी कई बार एडॉप्ट कर लेते हैं
25:35पिछले साल की ही बात है हमारे साथ काम करने वाले परित्रम सर ने एक एल सेशन को एडॉप्ट किया था
25:41क्योंकि वो सब रेटायर डॉक्स सर देखिए चिंता की बात तब होती ही जब उन में से कोई बिमार होता
25:46पैरी का हिलाज तो अभी चल रहा है न अहां सर अगर पहचान का हैंडलर उसके साथ होगा तो अच्छा होगा न
26:01अच्छा देखो सिंपथी दिखाने के लिए फैसला मत लो एक तो उसका ख्याल रखनो मुश्किल है और उपर से वो काफी बिमार है
26:09अगर ये सब परिवार के लिए करते तो मैं समझ सकता था पर इसके लिए हम कुछ भी कर लें ये समझेगा नहीं और हम ही बहुंकेगा
26:31मेरे लिए पहली बार मेरे पिता जी एक डॉगी लिकर आये थे
26:39उनके बारे में मैंने आपको बताया था ना सर
26:44अब शराब के नशे में वो गादे थे बताया है
26:49एक दिन गाना काते हुए वो ठेके से लौट रहते तभी वो मिला था टीपू पूरा काला छोटा सता शाम को जब गाओं में मलतूर गाडियों में भर कर लौटते थे
27:01तो मेरे पिता जी भी वहां जाकर नशे में पूरा समा बांदेते थे
27:07एक दिन जब मेरी पिताजी चौक पहुंचे तो कुछ लोगों की भीड़ी एक सांप को मार रही थी
27:13वो तो काफी गुसा हुए होंगे
27:16वो गाली देकर बोले कि धर्दी पर पैदा हुए हर जीन को यहां जीने कादिकार है
27:23और उस सांप को बचाने के लिए उन्होंने पीट पर पत्थर भी खाये
27:27फिर लोगों को लगा कि सांप मर के आओगा
27:33लेकिन मेरी पिताजी का हमाने उन्होंने पास की दुकान से थोड़ा सा दूद खरीदा
27:38और एक छोटी बच्ची की तरह उस सांप को थोड़ा थोड़ा करके दूर पिलाने लगे
27:42और थोड़ी ही देर में वो सांप उछल पड़ा
27:46उसमें फिर से जान आ गई
27:47लोगों ने फिर से पत्थर मारना शुरू कर दिया
27:54तो पिता जी ने बिना कुछ सोचे उसे अपनी शर्ट में रख लिया
27:58फिर वो अजानक से उछल पड़े जैसे उने कुछ चुबा हो
28:02उनके मुझ से खून और जहां गाने लगा
28:06वो जमीन पर गिर गे लोग उनके पास जाने से भी डर रहे थे
28:12क्योंकि उनकी शर्ट में वो साप था ना
28:14पापा पापा
28:27मुझे याद है किसी ने मुझे पकड़ा हुआ था
28:35ताकि मैं उनके पास न चला जाओ लेकिन टीपू
28:38बिना डरे मेरे पिता जी के पास चला गया बिल्कुल पास
28:42शर्ट के अंदर से साप फपकार मार रहा था
28:46तब भी वो पी जगे से जड़ा भी नहीं ला
29:08मैं रोते बिलगते देखता रहा फिर कोई मुझे वाँ से ले गया
29:14पिता जी मरे पड़े थे टीपू बहुग रहा था
29:21हमें चाहे जो भी हो जाए से पर वो तो हमारा साथ नहीं छोड़ते हैं न
29:51कि उटने, कि हुआ हो जटने एक हैंगो भी है
30:10क्या है, एक है वगा तेक हैंगो, एक हैंगो, एक है एक हैंगो
30:21कबने का लिए है
30:42जैसमों
30:47उसकी तबियत बहुत जादा भी गर देए थी
30:51वो कई दिन उसे खाना भी छोड़ चुका था और आज सुबह जब देखा तो वो नहीं बचा
30:58सर ऐसा नहीं है कि मैं नहीं समझती लेकिन मैं जो कह रही हूं इसकी गंधीरता आप नहीं समझ रहे हैं सर
31:08कि अब यहां अब यहां रोखने का कोई फायदा नहीं अब जो करना है हमें करना जानती हो ना
31:27मुझे यह नहीं करना था लेकिन उसकी नाच्रल डेट सेटिफिकेट देनी के लिए मुझ पर दबाओ था
31:56यह जो हैंड्लर था जैसमौन उससे तुम पहले से जानती थी हां जानती थी कैसे जब स्कॉर्ट केंप में वैक्सिनेशन के
32:04लिए जाती थी तब वो दिखता था तो क्या उस दिन तुमारी उससे बात होई थी
32:07कोई थी
32:13मैम
32:14मैम सुनिया
32:15तुम उसे अडॉप्ट करने के लिए थे ना
32:16कोई फाइदा नहीं अब उन नहीं रहा
32:18और ये लोग उसे दफना देंगे
32:27मैम लेकिन यह हुआ कैसे
32:32मैम प्लीज
32:37फोन दो
32:39फोन
32:49यह बात मैं सिर्फ तुम्हें बता रही हूँ
32:51ना ही यह लिखित में दूँगी और ना ही किसी के कूछने पर यह कुबो लूँगी
32:56यहां पर जो ड्राइवर था ना
32:58यह उसी का कियाधरा है
33:07प्राइवर था कि वह बात में लूँगी और रही हुआ
33:11यह बात में साड़्ट
33:17यहित और रहे हुआ कि प्राइवर के लिखता तूम्हें झाइवर आयं
33:19कर दो झाल
33:49इस जोगे जोगे, एपूज़ कोचा ओवाए?
34:12हाँ?
34:14हाँ, हाँ, मेधेताओ, सर, वीनूल सरे.
34:19यह जो जैस्वान का नंबर है वो पिछले तीन हफ्तों में वाइपिन के पास काफी दिनों तक अक्टिव रहा है
34:25मेरा कहने का मतलब यह है कि उसकी हर रात उसी इलाके में गुज़री है
34:28तो यह तो पक्का हो गया कि वो उसी इलाके में है
34:30हाँ बिल्कुल मैंने होटल और लॉजे से पता करने के लिए शाड़ी इनिट को भेज आए
34:34मुझे भी वहां की लोकेशन भेज के रखो हाँ अभी भेज देता हूँ
34:37एक और बात हाँ उस इलाके का जो ब्रोकर होगा उससे भी मेरी बात करवाओ शाद उससे कुछ पता चले हाँ
34:42हाँ ठीक है करवाता हूँ
34:43तो पता लगा ही लिया आजन अभी अभी खबर मिले कि वो वाइपन में कहीं रह रह रहा है
34:59हो बढ़िया वहां के होटेल्स और लॉज्जर्स में शैडव पाटियों से तलाश रही है
35:04ने मुझे नहीं लगता हूँ किसी लॉज में होगा क्योंकि वो किसी भी पब्लिक प्लेस पर जाने से बचेगा
35:09बिलकल इसलिए मैंने उस इलाके के भाड़े के घर और उनके ब्रोकर से पूश्टाश करने के लिए बोल दिया है
35:13पिछले एक मेने में जो भी वहां आया गया सब मंगवाया है
35:16पिर तो वह मिल जाएगा
35:18ठीक है सर, कॉल कर दो
35:19ठीक
35:20नायर अमलम वाइपिन के इलाका ये संबलता है
35:25हमारे वता हूलिये के हिसाब से उससे घर इसी ने दिलाया है
35:28तीन अफ़ते पहले मिला था सार
35:30फोटो दिखा
35:31देखते ही परचान लिया, बस आपका इंतजार कर रहे थे
35:34यहाँ से दो किलो मेटर, लेकिन ना उसे जाना होगा
35:37हम, ठीक
36:04प्रचान लिया, बस आपका इंतजार कर रहे थे
36:34सार
36:52प्रचान लिया, बस आपका इंतम से जाना है
36:55रहे थे दो किलो प्रचान लिया, बस दो किलोवे थे ने हैं
36:58भी गआपका इंतजार कर रहे भी वानतों
37:02कर रहे हैं
37:03जब जब एब जब जब जब जबड़ कर दो
37:33झाली!
37:43झाल...
37:47हमने धेर कर दिनोगाओ काफ...
37:49और यो कोईदे लिए कि नवश हुश दो, самой कि नवश दो कि तू हुशा हुशा हुशा हुशा हुशा हुशा हुशा हुशा लगा
38:19सरूज सरूज सरूज सांद।
38:49झाल झाल
39:19पुपर उठाई एसे राकिको लिए बाश बाश बाई
39:23जिन्दा है सर चाको तो मुझे ताव
39:30तुनो जल्दी कार पूँ
39:49उस दिन के बाद से जेस्मन के मूँ से किसी ने एक शब भी नहीं सुना
40:10शायद उसके पास कहने के लिए कुछ था ही नहीं
40:16हमें अब इंतजार नहीं करना चाहिए सर
40:21हर एक केस में खुबन लामा भी मिल जाए ये जरूरी तो नहीं है न
40:25अगर स्टेडियम के आसपास जेस्मन को देखने वाले एक दो गवाहों के बयान मिल जाएं तो ये सोने पर सुहागा होगा
40:33चार शिक बनाते समय खास खयाल रखना अगर जरूरत पड़े तो एक्सपर्ट्स की भी मदद ले लेना
40:40कभी कभी जर्म की सची कहानिया केवल अपरावी या कोई लेखा की नहीं लिगता है
41:10कर दो लेखा है
41:40चार्चीट तो बनानी ही पड़ती है
41:49लेकिन हमारे पास सच्चाई की बस एक कल्प नहीं थी
41:52और उसे भी सच बना के लिखने का आदेश मिला था
41:55मैं ये तो नहीं कह सकता कि हमें सच का पता चल गया था
42:00लेकिन उस पल में मैंने जो देखा उससे मैं समझ गया
42:03कि हम सच के आज पास ही थे
42:33कि एड़ती है
43:03झाल झाल
43:33झाल
44:03झाल
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