00:00सांसद लोगों के सवालों को उठाता रहेगा और अगर सवालों से डड़ती है तो कुरसी छोड़ो ये कुरसी ये पद जवाब देई का है सिर्फ इवेंट सेलिब्रेशन का नहीं है
00:11मैं इतना ही कहना चाहती हूँ कि अवाज न सुनी हमारी कुछ गम नहीं मजलुमों की चीखे तो सुन लीजिये मन की बाते बहुत करली सहब वक्त बिले तो देशवासियों की गुहार भी सुन लीजिये