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Transcript
00:00ए, कौन है तू? स्कूल जाने के बजाए यहाँ चाय देने का काम क्यों कर रहा है?
00:05बेचारा गुंगा है साब और सुन भी नहीं सकता
00:07मैं बोल सकता है साब
00:10आपका भाशन सुना है मैं रेडियो पर साब
00:18मैं तर चाय बेचने को नहीं है
00:21कम्प्लेंट लिखाने को आया साब
00:24कम्प्लेंट किसके खिलाफ बता मुझे
00:29मेरा बाबा गुरू के पास ड्राइवर था साब
00:33उसनों उनको मान डाला
00:36एक दिन मैं उनसे मिलने गया था
00:40वो मेरे को साइकल लेके देने वाले थे
00:42वहाँ जाके मैं देखा कि गुरू के आदमी लोग किसी आदमी को चाकू मार रहे थे
00:47मेरा नसीब भूटा था कि उन्होंने मुझे वाहाँ देख लिया
00:50लेकिन मेरे बाबा ने हाथ पर जोड़कर वोटा मेरे को बचा लिया
00:52बहुत डर लग रहा है बाबा
00:55मैं संभाल लूंगा बाबू के चोक्रे ने देख लिये लाइए बाबा बाबा उनके फीछे
01:09भाई को बचाने को गये लेकिन बाइक сеंद आद बाबा को कि मार दिये मैंने सुना इसका एक और चोक रही सुना
01:15लेकिन बोल नहीं पाएगा भाई, वो गुंगा और बहरा है
01:18आ आ जलललल
01:19तब से मैं अपने भाई की तरह गुंगा और बहरा होने कानाटक करता है साब
01:23तू अकेले गुंगा होने कानाटक नहीं करा था
01:31ये पूरा शेहर ही गुंगा है
01:33आज तूने अपनी जुबान खोली है
01:35कल ये पूरा शहर बोलने लगेगा
01:38अपने पिता के कातिल को पहचान सकता है
01:40बहुत अच्छे से साथ
01:42तो आ
02:00मुरा दब
02:01कर दो एक सकता है
02:08मुरा देडिन
02:13उससना
02:16कर ऐा
02:22कर टा
02:27कर आदके सफ़िए
02:30पुलीस पर परवरिश पर अप उनको बड़ा नाज है
02:44इसमें कौन सी बड़ी बात है
02:48ये तो पुलीस का काम है वो अपना काम ही करेंगे
02:51तो इसमें उनके तारीफ करने की क्या जरूरा है
02:53आपको मालूम नहीं है मैडम
02:54ये लोग सब पहुचेवे गुंडे
02:55अब जाके कोई इनका मुकाबला करेगा
02:57पूरा शहर इनसे डर डर के जीता है मैडम
03:00भगवान ने इसलिए एक असली मर्द को याँ पे भेजा है

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