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  • 4 days ago
काशीपुर के धूल भरे रास्तों में छिपा है अनिकेत, एक 25 वर्षीय गरीब मजदूर, जिसकी जिंदगी एक रहस्यमयी गुत्थी है। साधारण दिखने वाला अनिकेत एक प्राचीन रक्तरेखा का वारिस है, जिसके पीछे खतरनाक दुश्मन पड़े हैं। उसका हर कदम खतरे से भरा है, क्योंकि एक त्रिशूल के निशान वाला रहस्य उसकी जान लेना चाहता है। पुरानी किताबें और एक रहस्यमयी लॉकेट उसकी विरासत की ओर इशारा करते हैं, लेकिन सच क्या है? अनिकेत को खुद नहीं पता। जब माया, एक रहस्यमयी लड़की, उसकी जिंदगी में आती है, तो अनिकेत का छिपने का खेल खत्म हो जाता है। माया उसे बताती है कि वह एक गुप्त संगठन की सदस्य है, जो उसकी रक्तरेखा की रक्षा करता है। लेकिन दुश्मन करीब हैं, और हर कोने में खतरा छिपा है। क्या अनिकेत अपने खानदान के रहस्य को सुलझा पाएगा? क्या माया उसकी सच्ची दोस्त है, या उसके पीछे कोई छिपा मकसद है? जानने के लिए पढ़िए "The Bloodline Secret " सिर्फ "Pocket Novel" पर।

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Animals
Transcript
00:00The Bloodline Secret Episode 1
00:02अनिकेत का रहस्य एक अंजानी शुरुवात
00:06काशीपुर एक छोटा सा गाव जहां धूल भरी सडके और पुराने मंदर समय की कहानियां सुनाते थे
00:15गाव के आखिरी छोर पर एक टूटी-फूटी जोपडी में रहता था अनिकेत
00:2025 साल का अनिकेत, साधारन चहरा, फटे कपड़े और आंखों में एक चमक जो कुछ छिपाती थी
00:29वह गरीब था, एक मज़़ूर लेकिन उसकी जिन्दगी का सच साधारन नहीं था
00:36अनिकेत एक प्राचीन रक्तरेखा का वारिस था, जिसके पीछे खतरनाक दुश्मन पड़े थे
00:43काशीपुर का माहौल और अनिकेत की गरीबी
00:47काशीपुर में सुबह मंदिर की घंटियों और गायों की आवाजों से शुरू होती थी
00:52सूरज की किरणे खेतों पर पड़ती, तो गाव सुनहरे रंग में नहा जाता
00:59लेकिन अनिकेत की दुनिया में ये रंग फीके थे
01:03उसकी जोपड़ी गाव के बाहर थी, मिट्टी और बांस की दीवारे बारिश में टपकती थी
01:10उसका बिस्तर एक पुरानी चटाई था और पांस में एक तूटा बकसा
01:15जिसमें उसकी माकादिया लॉकेट और कुछ पुरानी किताबे थी
01:20अनिकेत दिन भर खेतों में मजदूरी करता
01:24जमीनदार रमेश चौधरी उसे ताने मारता, काम चोर और तेजी से काम कर
01:30अनिकेत चुप रहता, लेकिन उसकी आंखों में एक ज्वाला थी
01:34उसकी कमाई से दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से जुटती
01:39वह चावल और नमक खाकर गुजारा करता
01:43गाम वाले उसका मजाग उडाते, कुछ उसे शक की नजरों से देखते
01:49ये अनिकेत रात को जादू टोने वाली किताबे पढ़ता है, वे कहते
01:54अनिकेत इन बातों को अनसुना करता, लेकिन हर ताना उसे चोट पहुचाता
02:00रात को वह तेल के दिये की रोशनी में किताबे पढ़ता
02:05ये किताबे एक बूढे साधू ने दी थी, जो उसे काशीपुर के मंदिर में मिला था
02:12साधू ने कहा था, ये किताबे तेरी किस्मत दिखाएंगी
02:17लेकिन सावधान, किताबों में राजवन्शो, गुप्त खजानों और एक त्रिशूल निशान की बात थी
02:25अनिकेद का लौकेट, जिसमें वही निशान था, उसकी मां की आखिरी निशानी था
02:31अनिकेद का अती, अनिकेद की मां, सरिता, बचपन में उसे कहानिया सुनाती

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