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  • 4 months ago
Transcript
00:00अब तक सिर्फ सूथ केस चाहिए था
00:01अब मझे तू भी चाहिए
00:04बैसा सुष्णानिकी तुने हिम्मद कैसके
00:13शर्म नहीं आय तुझे
00:14अरे तुम दो बच्चे हो एक ही परिवार के
00:16और इसने ऐसी हरकत की
00:18शर्म जोर कहीं के
00:20जितनी काले अदूदनी कम है
00:21अरे तुझे तू मार देना चाहिए
00:23जब आपका बड़ा भाई
00:25मुसीबत में पढ़ा था तब आपने सिर्फ
00:27अपने बारे में सोचा और अब बेटी की
00:29शादी तूट रही है तो आपको रिष्टे याद आ रहे है
00:32उस दिन आप ही ने रिष्टे को ठोकर मार दी थी
00:35और आज इसे उसकी एहमियत नहीं है
00:37सच कहूं तो आपको इसे डांतने का हग नहीं है सर
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