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  • 7/17/2025

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00:00किशने आटाया ना से मेरी वाल्टी को इसने ए तूने आटाया ना हाँ अठाया तो
00:30बाल्टी लगा के चली जाएगी तरण ऌगर बढ़ाएगा पानी भरने को
00:33ए हम आगी कर अत्थी है ज़ाख पर ले पानी मैं अका अच्छी कना आगए पिंगा तेरा मुह पित्रा नहां आ रे
00:44अजय को शांती जिम्ला जुटो की तरा जगडा करें हो
00:48निर्माताई, इसकी गल्ती है, मैं लाइन पे लगा के गई थी मेरी बाल्टी को, इसने हटाया में जरूरी काम से गई थी मेरे घर में, मोबाइल में फिलम देखने को जरूरी काम बोलते ना, विशांती लड़ाई बंकर, और विम्ला तू, वो आगे से दूसरी मेरी बाल्ट
01:18थोड़ा थामा भाव, जो पेट भड़ता है, पेले उसकी पूजा जरूरी है, अभी लाइक, तैयार रखा है मैंने, वाह, प्रतिम भईनी, प्रतिम, मुझे चटनी ना, एकदम स्पेशाल है, चटनी पूरे अरिया में कहीं भी नहीं मिलती, भाव आप घर चलो, मैं पॉ�
01:48दो बांगड़ा दे, क्या थाई, मिल्डर ने जो पेपर वेजा तो उस पर साइन कफ करेगी, नहीं करेगे, चल निकलने आँ से, क्यो, यह जगे के तरे बाप की है, ए अबजोल, मेरे बाप पे ने जाना अबरना, बरना क्या, हाँ, क्या क्या करेगी, तो मिनिट के अल्ड
02:18मेरे बच्पन की सहली है, हाँ, माफ कर दे रो उसको, अबजोल, मेरे बच्पन की सहली है, हाँ, माफ कर दे रो उसको,
02:48थोड़ा सर्किट है, ठीक है, तुझा, तुझा, तुचल, कल यहां से, जाने दे, काम कर, कड़ाक, चल, बाट दे इसको, निकल, अबदूल, ध्यान द्रग इस पे, अबदूल काई सहली है, हाँ,
03:18कितने हैं करते हैं किसा मूलटका की बैटेगा तुझा, लेकिन पाई वो, अपना जो माल है न, उससे जादा कड़क पकड़ उस निर्मला की चालवालो पे, साला चालीस तक का लोग, इस निर्मला के वज़े से साइन नहीं कर रहे है, जिस रीडेवलोप्मेंट का काम हमने
03:48पाईड़ादे काम है, तेरे फाईदे का मैं देख, मैंने तेरे एक स्पेशल अरेंज़मेंट किया, इन चाली आप लिए एक बी एज़का का फिलाट है, मैं तेरे लिए टू बी एज़का का फिलाट अरेंज कर रही हूं, और उसके साथ, सोफा, ऐसी सब कुछ, और उसके
04:18बिल्डर को दे दे और यह चाली वालों का घर भी बिल्डर को देहें
04:22क्या बोलती यह?
04:22तो तु तु मुझे रिश्वत देनी की कोशिश कर रही है
04:24अनाही रहे?
04:25ए विम्ला, ममता, शांती बाहर आ ओरे
04:29निर्मला
04:30तेरे और मेर विश की बात थी ना?
04:31नहीं
04:31यह सब ठ्राली वालों के भविष्व की बात है.
04:35यह मादूरी, जो खुद को इस हेरा की भाई समझती है, दादा समझती है, रिशद दे रही है मुझे.
04:41कहती है मैं मेरा और तुम सब का गर बिल्डर के नाम करवा दू.
04:44निर्मला, तु प्रह समझी?
04:46नहीं रहूंगी, जा कर लेगी, मादा लेगी मुझे, हाँ, तु रुक, यहीं रुक, देखा, तुम लोगों के भले के लिए मैं सब कर रही हूँ, और यह निर्मला, तु क्या मारेगी मुझे, हाँ, मैं खुद ही अपनी चान ले लूँगी, तू जाएगी जेल, और शाली क
05:16अर्षट कर ले अरख कर देलला अर्षब देलला तुक hours
05:23अपने सांथ
05:25आयीनल एफ यूपर काफ॥-डी दाली अःप झाया तु तु
05:29उपकृ मैं हा राह धी, हा राह धी हा राह धीए
05:30जाल भी, ञाले ही ढ़ी हाँ
05:32यह, नहीं तो मैं सच में गुद्कार लगा लूगी, दिगार!
05:42अई, अई, अई, क्या हो तरको, तु ठीक है ना, काकी, इदर कोछ हुआ आगिया?
05:49अई, अई, अई, तु बेड़ा गया, जाना अंदर से कंबल लेक्या!
05:54अई दिखा?
05:55जाओ, जाना घरी, अत्तावाँ, तु घुर्णा बनकर, घुर्णा बनकर, ने मानेगा, रुक, रुक तेरी!
06:14स्लावालेकुम साइब, तुमने फोन किया था?
06:29हाँ साइब, वो आपको एक जरूरी बात बताने की, अगर आप मादूरी ताई को ना बताएं तो, बोलो?
06:35साइब, वो मादूरी ताई निर्मला से रिष्टा निभाने के चक्कर में कोई भी कड़ा कदम नहीं उठा रही है, इसलिए उसके लोग सायन नहीं कर रहे है, मादूरी रिष्टे निभाने, तो निभाने दो, तुम किस लिए है, मुझे मेरे काम से मतलब है, जादा, जा�
07:05नहीं करेगी?
07:16यह लीजे, पाने तो.
07:18यह आई, क्यों कर रही है तु यह मेहान आवजी?
07:20चल बाप चल निकल यहाथे, चल लिका नवाथे, जल लिकाल लिकादा है.
07:22राकिष्ट छोड बाबा को, क्यों चाहिए आट साल बाद इा अधमी तेरे को?
07:26हाँ, बूल गई तू, कैसे हम लोगो को रोड पे छोड के गया था, भीक मांगने के लिए, आई, इस घर को, इस परिवार को किसी की जरूरत नहीं है, ए, अड़ा गया तू, चलबाट, चलब, अक्तली, अब एक शब दौर निकाला ना, तो थेर नहीं तेरी, मैंने इतनी प�
07:56माधुरी, माधुरी, सुना है, आज कल तुम्हारे तेवर काफी डीले पड़ गए है, किसने बुलाई है, तुम्हारे काम ले, देखो माधुरी, मैं धंदे वाला हूं, साफ साफ बात करता हूं, और ये बात अपने दिमाग में फिट कर लो, कि मैं अपनी डेडलाइन बढ
08:26जाखेश, प्रशाद, तुम दिनों का नाश्ता बना दिया है, खा लेना, इतनी सुभर सुभर काय को बना दिया है इनास्ता, मंदिर जारी हूं, आने में देर हो जाएगी, आज उनीस जुला है ना, जा
08:56सुनिए, चत्नी जरा साधा डालिए गा लोग इसी के लिए आते है क्यों चत्नी में मोहीनी मंत डलती है क्या आप इना यह हृँ लग आठाए, रह हृँ लाताए, लाताए, ल है दो पलेट लाताए, बंद करें, पंद कर चाल užा अच्टव, बंद कर चाल, क्या हूँआ भा
09:26बड़ बड़ बड़ जव हो अरे क्या तुम्हों के समझ में नहीं आ रहे हैं हाँ तुम्हों को भी खून की उल्टी करने का है अर अर अर सुन अगर मेरे बाबा का कुछ हुआ ना तो मैं तेरी जान ले लोंगा
09:56मुझे सबता।
10:26इसने गाउवालों को बताया और गाउवालों ने हमें इंफर्म किया
10:29बोडी के आसवास कुछ विला है?
10:31हाँ सर ये ब्लेड विला है
10:33एक बात और सर जितने इत्मिनान से ये बैठी हुई है
10:37और इसके हाथ की नस कटी हुई है
10:39सर देख करके ऐसा नहीं लग रहा है
10:40कि इसने सुसाइड किया है
10:41सर लगता है निउस पढ़के या निउस में देखे
10:43इसको पता चल गया था कि इसके खाने के वज़े से कुछ लोग हॉस्पिटल में भरती हुए थे
10:47जिन में से दो लोग मर गये
10:48कभी शायद गिल्ड में आके इसने सुसाइड कर लिया होगा
10:51फिलाल किसी नतीजे पे निपोश्ट थे
10:53बड़ी को पोस्पोर्टम में भीज़ाओ और फॉरल सिक्टीन पोगा
10:55सार
10:57सर
10:58सार
10:59निर्मला की पोस्पोर्टम रिपोर्ट तो हैरान कर देने वाली है
11:02पोस्पोर्टम रिपोर्ट के हिसाब से निर्मला में सुसाइड नहीं किया था
11:05उसका खोन हुआ लिए
11:06सबसे पहले उसे किसी तरह का नशिला पदाप्त दिया गया
11:09और उसके बाद उसके हाथ की नस काटी गए
11:11पर सगल के मार्क्स मिले हैं जो नॉमली विजवल नहीं है
11:14अत्या उनीज जुलाई की रात करीब साड़े दस से सारे गयारा की बीच भी गया
11:18सब ब्लेट की पॉरिंसी रिपोर्ट भी आ लेग
11:21पॉरिंसी रिपोर्ट की हिसाब से ब्लेट पर जो ब्लड मिला हैं
11:24उसके साथ निर्मला के ब्लड गुप मैच तो होता हैं
11:26लेकिन उस ब्लेट पर किसी के भी फिंगर पींट नहीं मिलें
11:29जबके ब्लेट पर निर्मला की फिंगर प्रिंट होने चीए है
11:32जी सिर्ग वही सोच रहागी
11:34कोई अपने घर सा दूर जाकर
11:36किसी ने बड़ी चालाखी से इस मुर्डर को सिसाइड की शकल देनी की कोशिश की है
11:42लेकिन ऐसा कौन कर सकता सर्थ?
11:44को सकता है विजय अधार क्योंके उनके घर पे फुट पॉजिन से मोटीव है
11:48राइट सर्थ, और दोनों के पास स्ट्रॉंग मोटीव है
11:50पून कर के बुलाओ ना, साफ
11:57साफरीट का तो नंबर बंद है
12:02नहीं सर्थ, दोनों के नंबर बंद है
12:04उनके कर पे एक टीम बेचे
12:06और चॉल चलते हैं पता करते हैं उन्नीज जलाई को मोपर क्या हुआ था
12:08राइट सर्
12:09राइट को नौ साड़े नौ बजे घर पे वापस आये
12:15तब तो साय वहा हमारी आई कर पे ही थी
12:18लेटी हुई थी
12:20हम दोनों भाई अपने कबने पे चलेगे सोने के लिए
12:24आदी राज में बाबा रूम पे आये
12:26और बोले के आई कर पे नहीं है करके
12:29आई कुछ है?
12:31आई अधर ही होगी ना?
12:33अरे अंधर नहीं है
12:35तो मैंने अपने बेटू को उन चगाया और बूलना शोरुक किया
12:38सोचा नहीं था साब
12:41निरमला इस हाल में मिलेगी
12:43साब इनको तो नहीं देखा था
12:47इसको तो नहीं देखा था, मैंने निर्मला देवी को देखा था भाहर जाते हुग इतने बजे यही कोई रात को आट बजे के आसपस
12:54मैंने कुछ कॉंस्टेबल्स को भारत अर्विजय के घर पे भेजा था लेगिन वो दोनों तो डेड़ वोड़ीज लेके अपने गाव चलेंगे
12:59शिंडे यह सब इनकी चालवी हो सकते है इनने कॉंटाक करते रो जैसे कॉंटाक होता है इनने थानेवर
13:04सर
13:05सर उनीजुलाई के रात को इसने कुछ देखा था कौन हो तुम सर मेरी स्रक पे सर पांग की दुकान है क्या तुमता था तरोस रात आदमी सर अटो में आया था और सर निर्मला ताय का पता कुछ राता
13:16निर्मला ताय है वह आगे सिना लेट सलेजास
13:19चले जाए उसका नाम चहरा या अटो का नमबर याद है तुम्हें तुम्हें कुछ लिए नहीं है सर अच्छा अच्छा लगाओ एक यारा या सारी ग्यारा बजी कि लाओ अच्छा उस रात को घर पे कोई आया था क्या मालूमनी साहिब हम दोनों तो सो गए थे और आप मेरे
13:49अरद और वीजे में से तुम्हें कोई आया था वो सकता है एक काम करो आज पास कोई CCTV कैमरा तो उसकी फूटेज ने का सर यहां आते बग देखा था CCTV फूटा हुआ था
14:00अरो साब मुझे अच्छे से तो यार नहीं है यो कैमरा मैंने फोड़ा हूँ लेकिन अगर बाकी के लोग बोल रहे है तो फोड़ा होगा सीदा सीदा सीदा वो कैमरा तुने तोड़ा था अपनी मर्जी से या किसी ने पैसे दिये थे तुझे तोड़ने के लिए अब उन �
14:30उननीस तारीकों किसे ने उसका फून कर दिया तोड़ा तेरे पस बजा का बहुत सौलीड है अब तू डिसायर कर ले यहां सीदे सीदे बताएगा या तिरी हट दिया तोड़ू में है मैंने अपना वयान बता दिया अभी आपको जो सोचना हूँ आप सोच को ठीके चल जा
15:00साहिए साहिए साहिज भी रहा रहा है क्या अभी पार गया था अभी वापस आया हूं तो इसा जड़ा कड़ा है कर देख गर में मातम का मामल चन रहे है कोड़ी शांती बना कर आख अर तू तुछ से सवाल जवाब करने होंगे मजे जब भी फॉन करूँ आ ना इसे बार र
15:30जो कि अग्यार विजे के साथ साथ निर्मला के जितने भी परेवार वाले उनका CDR और फोन लोकेशन निकल वा और दिनेश का भी
15:46हाँ सीज़ें
15:47हलो हाँ ठीक है आम पॉस्च रहे हैं सब भरत व बिजे दुनों से कॉंटक्ट हो गया थाने बुलाय दुनों के चल
15:57साथiana नहीं साथ मैंने नहीं मारा ऊसे और और रखर मैं क्यों मारूंगा उसे
16:04क्यों नहीं माड़ सकता थो ? इसके खाने की वज़ा से तेरे बाबा की मौथ हुई थी नो
16:12मौथ का बदला तो मौथ से ही लित चलंगा आरे साथ आयु से प्रफी नहीं हूँ
16:17हाँ, गुस्टे में उसके बाकड़े पे गया था, तोड़ फट ज़रूर किया था
16:22पर साब, बाद में निर्मला हॉस्पिटल आई थी, माफी भी मांगी
16:26तरकि मैं गुस्टे में था, उसलिए उसको वहां से जाने के लिए बोला साब
16:31सर, मुझे तो लगता है भरत और विजय यह दोनों कहानी बना रहे हैं, तकि हम इन दोनों पे शक ही ना करें
16:35इन पे शक ना करने की तो कोई वज़वन्ती नहीं, इनका अपना आदमी ना और कोई भी अपने आदमी को इस तोना आसानी से नहीं हुटी
16:43वो सकता है होडी वाला अदमी, इनका आप कुछ जानती हैं, कुछ कहना चाहती हैं, साब ये सब कुछ वो बिल्डर ने करवाया है, और माधुरी ने किया है
17:01ये कियो?
17:03हमारी ये चाली रीडेवलप्मेंट में जा रही है, जिसके लिए उस बिल्डर ने यहां की बदबंग औरत, माधुरी को इस सारी जमीर हड़पने का जिम्मा सौपा है, और वो मन माने डंग से और मन माने दाम पर ये सब हड़प भी रही है, लेकि निर्मला तई, वो इन स
17:33है निर्मला, जात्मला शालती जरे, और तेरे शुब चिनतक को हिम्मद, साइब, सग्री माईती तुम्हाला खोटी मही आले, अरे हम दोनों तो बहन जैसे थे, और मैं वो इनसान हूँ, उसको तब खड़ा किया था, जब उसका मरत उसको और उसके बच्चों को छोड़के
18:03पूचा है और पता लगा है हमें, कि तुम जबरदस्ती कर रहे थी उसका घर बिकवाने करें, जो घर बेशना नहीं चाहती थे, और उसके साथ-साथ तक्रीबन 30% लोग थे, जो घर नहीं बेशना चाहते थे, उसका कहना मान रहे थे, जिसकी विज़ा से री डेवलप्में
18:33बएरागी का ढढ ज़ां करके मोक्ष का ढढ लोटा है, और लोटने के बाद ही तो निर्मला की हत्या हुए है, और हर चीसका मालीगबन बथा अभी वो.
18:40मालीकबन मथा मत्मा...
18:42साफ, यह सुदीर यहां का घरजवाई है.
18:45यह जो था, वो सब मिरमला के बाबा का था.
18:48और उन्होंने मरने के पहले सब मिरमला के नाम पर कर दिया था.
18:51सुदीर के बार में और के जानती है?
18:52मुझसे क्या पूछ रहो साफ?
18:54आप खुछ छानबिन कर लो ना?
18:56आपको बहुत कुछ पता चलेगा उस बाहरागी सुदीर के बारे में.
19:07बोल.
19:09मैंने तो पहले ही बोला था कि अमा बाहरागी जीवन जीने के लिए गर से भागया था.
19:15जब मेरे को लगा कि यह जीवन मेरे बस की बात नहीं है,
19:19तो मैं वापस भाग के अपने परिवार में आगया.
19:24आपसे विंती है साब, कि मेरे पे संदे मत को.
19:28संदे ना करें?
19:29अचानक से यहां से चला गया, अचानक से वापस आगया.
19:33तेरे आने के तुरंद बाद, फूट पॉजनिंग का किस्टा हुआ.
19:36आपसके बाद, निर्मला की मौत है.
19:38अगर इस क्रम में देखे ना, तो तुम हमारा प्राइम सस्पेक बनता है.
19:41समझा?
19:43जिस दिंग तेरे खिलाव, मुझे बुखता सुबूर गवाँ मिल गवाँ,
19:47तो ऐसी धुन गवाँ मुणा,
19:49इस सारी जिंदगी जो है, बेराग गाता हुरेगा जेल में.
20:01आई, ये तो मी.
20:04अरे थाम थाम थाम, इसको रखनीचे.
20:07आई, काई जालाता?
20:08जरा पकड़ मा.
20:11आई, रहने दो ना ये सब,
20:13खेन ले जा रहा हूं, पूजा करने नहीं.
20:14अरे तेरे ले तो वही पूजा है ना?
20:16और आज तेरा ट्रायल है.
20:18ये खास ताबीज, तेरे बहुत काम आएगी.
20:23जह जह, अब देरी हो जाएगी.
20:25तुजा.
20:26मिनिक तो.
20:36पशान्त.
20:39काटा काले बाई,
20:40मुझे भूप नहीं है.
20:42तेरे को पुछ हो गयाला, अब आज सच में बर जाओगा.
20:52काले बाई.
20:54काले बाई.
20:55काले बाई.
20:56काले बाई बाई.
20:57काले बाई.
20:58चाटा काले बाई.
20:59तो.
21:00काले बाई.
21:01सर, निर्मला, भरत, विजय, माधुरी, दिनेश, राकेश और प्रशान्त.
21:06और प्रशान इन सब के कॉल डिटेल्स आ गए हैं और मॉबाइल लोकीशन डिटेल्स के सुधीर के परस तो मॉबाइल ही नहीं है
21:13सब निर्मला के मॉबाइल लोकीशन के हिसाफ से शाम के चेवजे के बाद जिस वक्त उसकी मौत हुई थी उसके मॉथ लोकीशन ऑसके घर की ती
21:22जिसके निर्मला घर पे नहीं थी और भरत विजय ने भी उसे ब हॉस्पिटल जाते में लेगा और सब बक्चो ने उसे घर में देखा था लेकिन जब सुधीर आया तब वो घर में नहीं जी इस सुधीर का विश्वास से इंग किया जासे बागी लोगे सीडियर क्याता है
21:35से मेरे इसाब से बागी साब तो ख्रीन लग रहे हैं क्योंकि नाहीं निर्मला के साथ इंसाब की कोई बातचीत हुई थी और नाहीं इसाब में से कोई भी उनिस जुलाई रात के साड़े दस सारे ग्यारा की बीच मुर्डर वले एरिया में विगा है जिसने भी किया है बह�
22:05नशे की दवा कब दी या तो उसे घर पर ही जो है नशे की दवा दी गई और उसे महां ले जाकर जो है उसकी नस काटी गई या फिर उसे महां ले जाकर उसे नशे की दवा दी गई और फिर वहां उसकी नस काटी गई इस घुडी वाले आदमी की क्या कहानी है क्योंकि अभ
22:35इन सब के पीछे एक साधी वर्दी के अंदर कॉंस्पिडल्स हो सकता है इन सस्पेक्स के जरीए हम मर्डरर तक पाँचेंगा और हो सकता है इस फुड़ी वाले की गुत्थी भी सिलग्चेंगा
23:05अरे सुबिर भाओ मोबाइल तो लेते जाओ आनो माज के टाइम में इसके बिना जीन मुष्केल है अरे नहीं यह जी का जान जालती हुई रख मैसी बहुत कुछ भूश्यू
23:16कुछे ठेवली यह उनिस चुलाई किसी को याद क्यों नहीं रहता है आई हाँ है इसे दून रही है क्या हरे हाँ कहा मिला दादा ने बिस्थर के पास छोड़ दिया था
23:46तु मेरा राजा बेटा है अलाए कितना काम है आज जाए मैं निकल दी हुआ
24:02यह पाने के आज है बाबा आपको शरम नहीं आती ना अभी आई को गई हुए साथ दिन भी नहीं हुए और तुम अपने बाबा को क्या अंदे क्या आप
24:16अपने बाबा को ग्यान देगा शरम
24:18ए बाबा ए ए बाबा इए बाबा इए इए बाबा इए ठीके रहा है अँड़ को मारा इच को ले को ले आई जा को यहाँ गाड़ी और दुकान दोनों चला-चला के मेरी कबर तूटी जा रही है और तू
24:34इन तू नहीं पहले लख़वा?
24:36इस तो पहले लख़वा, मिनू I will have āह लख़वा
24:38₹ू।
24:41कında नहीं घोड़गा
24:42शबरगे मेरें लीक।
24:43तो खोड़गे, खोड़गे
24:45खऴड़़दो RA
24:47नहीं से लिखलगे लख़वा
24:48तो बशाmetal है
24:49मोद के लख़वा
24:50यह रोज्ञेलख रहे जिन दोनों ने मेर मेर मेर को भुबाराहा हूए अब जिक चाते हो, मैं देखा क्रश रहा हमें, मेर कोह में जिक जा ठाठाइरे
25:01हुआ हुआ है
25:05हाह मेर, हाह मेर कोह मुούμε जिक जिक चाता है
25:10जिनके साथ निमला की रोज बात्षीत होती थी, जैसे कि निमला के बेटे, चॉल वाले, दूद वाला, मच्छी वाला वगरा वगरा, सिर्फ एक नमबर ऐसा है, जिसके साथ पिष्टे छह मैनों में निमला की कोई बात्षीत नहीं हुई थी, लेकिन उन्नीज जुलाई शाम
25:40कोई फोन उठाने राए एड्रेस कहा है
26:07गाय को अबुलाई बिलाओ
26:08सर
26:11सर
26:24सर
26:26मेरी डॉक्र से बात हुई, निलेश रूसे घरवाले धिरे रिकावर्तो कर रहे हैं, लेकिन अभी पी स्टेटमेंट देने के कंडिशन में नहीं
26:32अस्पिटल ऑथरिटी को बोल के रखा है कि समय समय पर में अपडेट करता रहा हैं, एक और बात सर
26:36राकेश से भी मेरी बात हुई, लेकिन उसका कहना ही है कि वो निलेश नाम की किसे आदमे को बिल्कुल नहीं जानता
26:40सर इस सुधीर के बारे में एक इंट्रेस्टिंग इंफोर्मिशन में बिलिए यह जो गुरू तुझे बहरागी जिवन सिका रहा है
26:49तो नाम नेना है ना?
26:51उसी के साथ था थाना तू? यह आने से पहले?
26:54हम साइब, मैं उसी के साथ था
26:57चला भी यह मता तूने निर्मला को क्यों मारा हो?
27:00कैसे मार?
27:01मैंने निर्मला को नहीं मारा है
27:02मैं भला निर्मला को क्यों मारूंग साहिम
27:04क्यों नहीं मारे का तू?
27:05तुम आ रहे तुम यह तो करने आया था ना तुम ताके सारी प्रपटी तेरे नाम पर हो जाए तो यह से बेजबाज करते हो यहास निकल जाए आको साइब आइसी बात नहीं है
27:13जादे खुश्यार बनने की कुशिच मत कर संचा?
27:17हम जानते हैं, तेरा उठना बैटना था माधुरी के आदमी अदुल के साथ
27:21और तुन्हे अपने बेटों को दुटी भी दी ती, कि तुन्हें तुन्हें सालक पर लेगा
27:24एना!
27:25बहुत!
27:26अब तुन्हें बेटों के जगड़े वाली बात बिलकुल सच है
27:30मैंने नर्मला को नहीं मारस है, मैंने नर्मला को नहीं मारस है
27:34पिर तेरा अचानक से घर से बाहर निकल जाना है
27:37और फिर वापेस आजाना है, इस अब क्या है?
27:39बताता से, मेरे परवा मेरा गरीवी बहुत थी साइब
27:44और इसलिए माया जो भी मेरा जमपूंजी था और मेरा
27:49नर्मला के गहने लेके माय भाग गया
27:53और दूसरे शहर में नैना के साथ रहने लगा
27:56क्यावाली के तर अच्छे से कट रही हैं
27:59लेकिन जब बुड़ापा आगया और पाईसे के तंगी के कारान नैना के साथ जगडा होने शुरू हो गया
28:07तो मैं वह से बाग के वापस आगया
28:09ताकि इदर मेरा बुड़ापा अच्छे से कट जाए
28:12लेकिन मेरी बदकिसमती देखो साइब
28:15इसका निर्मला का खूड हो जाए साथ अच्छा तो यह नैना क्या कर रही थी तेरे जिंदगी में
28:21वह साइब वह मेरा थुड़ा औरत कम जोड़ी है
28:27तो इसलिए जब अब निर्मला नहीं रही तो महीं
28:33नैना के संपर्क में वापस आगया
28:36यह बहुत बैरागी कानिया सुनाता है
28:38उसका बैराग निकालो फिर चाकड़े सच होलेगा
28:44सर
28:45सर माधुरी को वाँच इस कॉंशेवल को तैनाब किया था
28:47उसने बदाया कि माधुरी दो दिन से दिखी ही नहीं है
28:54है
28:56माधुरी की तर है
28:58क्यों
28:59सवाल हम करेंगे जवाब दे सीदा से
29:01माधुरी की दर है
29:03दो दिन से दिखाई नहीं दी
29:04तो तुने ढूंडा नहीं
29:05अरे ढूंड रहे हैं अम लो लेकिन अभी कुछ पता चला नहीं
29:08चीक है
29:12सर अब्दुल अपने घर पे इतना रिलाक्स था
29:14मुझे नहीं लगता माधुरी काई गायव हुई है
29:16मुझे तो लगता है उसे काई छुपा के रखा हो
29:18अलोके सवाल उठता है के क्यों
29:20और इस क्यों का जवाब ढूनने के लिए
29:22हमें सिर्फ माधुरी कई नहीं
29:24बलके इस अब्दुल की कुंड़ी भी ख़दानी पड़े के
29:26सर अब स्कूज में सिर्फ
29:29हलो
29:31ठीक हम पहुचते हैं
29:33सर निलेश तूल्टा थाने पहुच गया हमसे मिनने
29:35सर मैंने अपनी मर्जी से निर्मला को फोन नहीं किया
29:39मुझे करवाया गया था जबरदस्ती की
29:45किसने करवाया था फोन?
29:46सर मालूम नहीं
29:48लेकिन उसने उड़ी पहना हुआ था और एक
29:51अजीब तरेके का मास्क लगाया हुआ
29:58सर आपका पार्सल आया
29:59पार्सल?
30:00सुनेना तो यह पार्सल मंगवाया था क्या?
30:04क्या?
30:09सर नहीं आपर किसी को कोई नुकसान पचाने नहीं आया हूँ
30:11क्या चहीं तुमको?
30:13तु वीकेर इंशूरस में काम करता था था ना?
30:15हाँ, SM था
30:16मुझे निर्मला का पता चाहिए
30:17दस महीने पहले वो अंधेरी से मालाड के बीच में
30:20कार्ड बेशती थी
30:21सर वो कंपनी बंध हुए
30:23छे मैने से ज्यादा हो चुके
30:24चुक्चाब मेरा काम करने तरफ
30:26मैं ढूंता हूँ
30:28मैं ढूंता हूँ
30:29मैं ढूंता हूँ
30:30और अगले चार साड़े चार घंटे वो हमारे साती रह
30:33सर करीबन आठ बजे मुझे
30:35झेज मुझे निर्मला का सारा डेटा मिल गया और उसे नीठीट न उस ही मुझे नर्मलाको फोन करने के लिए कहा
30:42उसने फोन काड़ दिया और सर्म बहुँ भी बांद कर वहां से चला गया
30:48सर हम सब उसी दिन से हुखे-प्र जुन झ्हर पढ़े रहे
30:53अगर एका दिन भी और कोई नहीं आता तो, लेकिन निर्मला का कुछ तो रिष्टा होगा इसाद में कासा
30:58डेटा पता करते वक सर, हमें यह पता चला कि निर्मला को पता चलिया था यह कंपणी फ्रॉड है और उसने नौकरी छोड़ दी
31:05और कुछ दिन बाद मैंने भी इन अखरी छोड़ दी आप जा सेथे था तैंक यू सरॉड निलेश को मांन के चल रहे थे हैं वो तो कुदी विक्टिम निकला लिगन इसके बयान से एक फाइदा हुआ है हमें अट लीस यह तो पता चला है कि वो उड़ी और मास्क वाला आगी
31:35यह तो माधूरी है आम बेटकार नगर की दबंग आगाई कोड़ फूटेजा है हाँ सर्
32:05इस और रिख्षा के डीटेल सिका लो उसे ट्रेस का अगाई कि अलो पूनम नगर थारह से पियासाई राथ और बोल रहा हूं जी बोलिया हुआ हुआ हुआ हुआ
32:35सर पोस्मार्टम रिपोर्ट के मुताबिक माधूरी के मौत पचीज जुलाई को दोपार तीन और चार के बीच में सर फटने से हुई थे इसके बाद उसके सरीर के टुपड़े किये गए और सारे बॉड़ी पार्ट रोट के लिफ साइड में फेके गये थे ये साड़ी पे
33:05ये बहुत बड़ा खेल है जिसे शायद वो बिल्डर के मतलब ये बिल्डर जो है शटरंज का खेल खेल के इसे दो मारतियों को आपस में भिडा गिया है कोई कटे या मरें उसे कोई फरक निए उसे सिद बिसाथ जो है खाली चाहिए और ये बिसाथ? वो जमीन जिस पर री
33:35अधरी अबदुल जैसे लोगों की हमें जरुरत पड़ती है चुकि ये लोकल होते है और लोग इनकी बाते सुनते है इन्हीं के माध्यम से हम अपना काम करवाते हैं लेकिन सब कुछ कानों के दायर में रखे सर ये किसी को मारना पीटना गायब करना वाडर करना ये हमारा क
34:05सर वो आटोला मिल गया है उसको बाहर भी ठाका रखा है ये तेरा ही रिक्षान है हां सर इस आदमी को तुमने अंबेटकर नगर में छोड़ा था जी सर इस आदमी के वारे में कुछ पता है तुझे कुछ नाम या चेहरा कुछ देखाता तुन्हें नहीं सर कुछ अजीव �
34:35दूसरा नोट नहीं चे लगा फटा है दूसरा नोट दो रख ले मेरे पास चुट्टे नहीं है और मुझे नहीं पता है मुझे पैसा दो अचा ठीक है चल फोन से गरता हो नमबर बोल सर उसके बाद दूसरा नोट नहीं था तो उसने अमको ऑन-लाइन पेमेंट किया था ग
35:05सर मैं सच कह रहा हूं मैंने किसी को नहीं मारा देख सारे प्रूफ है हमारे पास तेरा फोन लोकेशन निलेश के घर के पास मिला और साड़े दस से साड़े ग्यारा के बीच में तेरा फोन लोकेशन निर्मला के घर के पास था क्या करना था वह पर तो निलेश के घर में गय
35:35से अपनी बीमार मां को घड में छोड़ कि कुछ दिनों के लिए बैंगलोर जाना पड़ा उसी दोरान सर उस निर्मला ने मेरे घर में एंट्री की पता नहीं किस तरह उसने मेरी मां से अपनी दोस्ती बढ़ाई और मेरी मां को अपने जासे में लेकर वो एक हेल्थ काड बना
36:05लेकर चली गई थी सर उस धोके बाच की वज़ा से मेरी मां की और दर्दनाक मोहत हुई सर आइस को पर मेरी माने मुझे
36:15मुझे दो चीजे बताई थी, एक तो वो हेल्थ कार्ड और एक बिना सरनेम का नाम, ये निर्मला, सर वो कार्ड के जरीये में निलेश तक पहुचा था, और निलेश ने मुझे निर्मला के घर का पता दिया था सर, सर मैं जब निर्मला के घर पहुचा तो मैंने देखा कि एक
36:45अरे अंदर में यह ए पैसान आई नहीं मिल रही है चल देख किता रहे मैं बहुत गबरा गया था इसलिए में वहार से भागाया सब
36:51अच्छी काली ओना कि लेकिन एक इनसान इतना कुछ कर सकता है पता ढू़न में के compound मिल जायेगा तो उसके साथ क्या करेगा सट्टिक है यह बता माढूरी के सथ क्या प्रॉबल्लिम थे घरी और उसे क्यो इंपर कॉन माढूरी सर तो मादूरी को नहीं जानता नहीं सर मैं किस
37:21माधुरी के साड़ी की फॉरेंस रिपूट आ गई है
37:28अम बेटकर नगर से जहां माधुरी की लाश मिली थी उसके बीज की रोट का CCTV फुटेज आ गया है
37:34हो साइब वो गाड़ी मेरी ही है लेकिन पच्चेश तारीक के दोफैर को मैंने गाड़ी बाड़े पे दी थी
37:48किसको देख अबदू तेरे खिलाफ हमार पास सारे सुझी तुने उन्नीस जुलाई को राकेश से भाड़े पे गाड़ी और वोही गाड़ी जो है हम बेटकर नगर से पूनम नगर तक हमें दिखी है CCTV कैमरा और उसी डूरेशन की दोरान तेरा फोन भी स्विच्ट आफ था ज
38:18और तुनेो खून को एन अ माध्री और नेर्मला को माहर्या सार जो तुने नंदेनोंrik मैने सिफ माध्री को मा रा है लेकिन नर्मला को मैंने नहीं मा रहते है ke जो ज़्ड़ी कुनडली है मेरे पास, तु बिल्डर के टाच्चिवह थो तुने नेर्मला के पतिके सरिये.. व
38:48चल, बाहर निकल यासे, निकल, सालाग गंदी आली का कीड़ा, एरिया में फिर से आने का नहीं साउजा, उसके बाद, राकेश से में ने गाड़ी भाड़े पहली, बॉड़ी के टुखड़े किये, और रास्ते में प्यकता चला गया, साब, साब, कोई इंसान सारी उमर तो कि
39:18निर्मला को मैंने नी मरता, सार मुझे आप भी नहीं लगता कि यह साज बोल रहा है, कातेदारी करते रो, कभी नगभी तो साज बोले गई, सार, सार, राकेश की गाड़ी की फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई है, जो की बहुत ही जौकाने वाली है, सार उस गाड़ी में एग
39:48और आइविटनेस भी, आइविटनेस? तेरी गाड़ी में निर्मला के बलट के ट्रिस्स भी मिलें और हमें पता है, तु मार कर उसी गाड़ी में लेकर गया था, अब क्या करता साइब, ये काम में अकेले नहीं कर सकता था, इसलिए मैंने प्रशांत को भी सामिल करने का डे
40:18नसीला पदात खिला दिया, ये मैच ही नहीं खिल पाया, फिर मैंने इसको पताया, कि ये जो आइने गले में तावीज बांदी है इसके कारण तो मैच नहीं खिल पाया, साइब आपको याद है, एक पुलिस वाले की लास मिली थी, जिस पे कीड़े पढ़ गए थी, वो पे
40:48कि ऐसे लोग किसी के सगे नहीं होते, ये लोग अन्दे होते, ये लोग अपने स्वार्त के कारण अपने कोक के भी बली दे सकते हैं, अगर हम दोनों को बच रहा है न, तो हमें कुछ करना होगा, तब जाकि ये माना साहे, हमने डिसाइड किया था, कि हाई को ऐसे मारेंगे
41:18अब अगर कुछ होता है, शक बाबा के उपर जाएगा, ताए कि वो इसने साल उपाद वापस आए, तक उसे दिन हमें खाने में दवाई मिला, वो फोट पोईजिन वाला केस गुआ था ना, उसाथ को जब चॉली के सारे लोग सुकून से सो रह थे, बाबा भी घर में नहीं �
41:48सबसे अच्छी आई है, पर तु अपने ही बच्चों के लिए जान का खतरा बन गई है, तुझे इस दुनिया से जाना होगा, पर तु चिंता मत कराई, तेरे बच्चों ने तरी मोक्ष का सारा इंतिजाम कर दिया है, आज उन्ने सुलाई है, हम तुछे उसी पेड़ के नी
42:18कंबल में लपेट के, में पास में हमारी गाड़ी करी, हम दोनों ने उठाया आई को, और वो गाड़ी में रखके, पेड़ के पास दो, वहाँ पे ले जाके आई को अच्छी से बैठाए, और उस ब्लेट थी, उसको कपड़े से पोच के, आई के बोड़ी के पास रख दी,
42:48लेकिन काय को आई, मैं, सल्मा, हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं, तो तुझे प्राब्लम क्या है, प्राब्लम, कितनी प्राब्लम्स गिनाओं मैं, तुम दोनों की उमर, जो कानून के हिसाब से भी शादी लायक नहीं, और तेरा ये गाड़ी चलाने की आड में चर
43:18कि नालज देना, छोड़ दे तु, अपने तरीके सुधार, पढ़ाई, पर ध्यान दे, गलत दन्दे, छोड़ दे और खासकर, माधूरी के शेंगत पर चोड़ दे तू, नहीं छोड़ेगा, कुछ में भी छोड़ेगा, और आई तिर को पसंद नहीं है न, तु देख, ते
43:48फिर देखते हो तुम्हारी शादी कैसे होती है
43:51और वैसे भी जब तक मैं जिन्दा हुना
43:53सलमा से कभी शादी नहीं होने दूगी
43:55साइब वो गटर वाली चॉल पे बाकी लोगों की तरह
43:58कीडे मकॉडों की तरह मुझे रहते हुए देखना चाहती थी
44:02तभी मैंने विसाइड ही या क्या बहुत हो गया
44:06अब आई के देन पूरे हो गए
44:08अब आई को मार के ना मुख्ष दे ते ना चाहिए
44:12क्यू किया मेरी सा देशा
44:13क्यू कर्वा नहीं मुझ से ये पाप
44:15मैंने तुमको अपना भाई नहीं
44:18बाप संजाता यू बोलो
44:20अरे तेरे जैसे बेटे को पांसी की सजा भी बहुत कम है
44:24मा बेटे जैसे पवितर रिष्टे को दागदार कर दिये थो ने
44:29सर ये केस तो बड़ा ही डिश्णर भी निगला है
44:36बाबाब और बच्चों को रिष्टा जो है विश्वास औ समर्पन पर टिकर है लेकिन जब लालाचवीच में आ जाती न तो विश्वास औ समर्पन दो नहीं खतम हो जो
44:46सर आपको लोगते कहीं निर्मला खुद भी दोशी है इसना अपने बच्चों पे अभी ध्यानी ने दिया क्योंकि एक ही बार में बच्चों में इतना बड़ा बदलाव तो आया नहीं हो है बिलकुल ठीक है
44:56निर्मला को पहले सी भांप लेना चाहिए था कि राकेश के नेचर में कुछ बदलावा रहा है क्योंकि जब तक उसने ये महसूस किया राकेश बहुत आगे निकल चुका था
45:05प्यार और लालच में इतना अंधा हो चुका था उसे कुछ दखाई देगा और नतीजा हो मारे सामने है

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