00:00यूनिक उपांजि ने सब बैसपेटिते देगं वाहूं तको आअ teach रिख और्या करते द्याइद अज से पहले
00:06पिछले बार हमारा चाट्चा ये केदारना स्मंदर की काउड लेगा था अब की बार हम सोनी पस्ते मनवाई ये काउड हुआ बैठे बैठे उन्हें एक दो चीज दिखाई तो हमारे ये पसंद आई थी कि टोप काउड ही आज के टाम की दोजार पक्षिस की तो ये था मारा
00:36तो 40 लिटर बस चल तो 40 लिटर है हां हम लोग है 19-20 लोग हैं सब एक साथ के हैं
01:06कि बाद था दो 40 लोग हैं सब्सक्राइब काउड दो 40 लोग हैं
01:36पैदल यात्रा कर रहा है आज मुझे चलते हुए 111 दिन हो गए फिलाल मैं कहां कहां गया मैं ये भी बता देता हूँ
01:49मैं लखिमपुर खिरी से निकला हूँ रामेश्रम जोती लिंग टू बाबा बरफानी अमरनाथ की पदियात्रा कर रहा हूँ
01:55और अभी तक मैं स्री सेलम मलकार जुन के भी दर्सन किया रामेश्रम जोती लिंग के भी दर्सन किये उसके बाद चला गया बिरिंदाबन मतुरा मतुरा से सीधा चला गया मैं दिल्ली दिल्ली का खाटू साम बाबा के भी दर्सन किये उनका भी असिरबाद लेते हुए मैं सी
02:25प्राइब और में जम्मो में भाई फिर मिलते चले गया यात्री फिर सपोर्ट तोड़ा मिलता चले गया ची
02:45पैदली चलते जा रहे हैं कितना होगा इसका वज़ाने सत्रा केजी सत्रा केजी यहां कि आप जब गर से निकले तो सत्रा केजी आपके खानु पे था हाँ मेरे कंदो पई थे तो ने अभी में यह कावड उठाई है जब अलपूर मद्धि परदे सत्रा सो किलोमेटर पाद य