Nimisha Priya Case: केरल की नर्स निमिषा प्रिया (Nimisha Priya) को यमन में हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया है और 16 जुलाई को फांसी देने की सजा सुनाई गई है। निमिषा ने यमन में एक क्लिनिक खोला था, लेकिन उनके यमनी पार्टनर तलाल मेहदी के साथ विवाद और शोषण के चलते हालात बिगड़ गए। अब उन्हें न्याय दिलाने के लिए भारत सरकार और कई सांसद सक्रिय हो चुके हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर फांसी रोकने और राजनयिक हस्तक्षेप की मांग की गई है। क्या भारत निमिषा को बचा पाएगा? जानिए इस संवेदनशील और गंभीर मामले की पूरी जानकारी इस वीडियो में। वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें ताकि आपको ऐसे ही जरूरी मुद्दों पर अपडेट मिलते रहें। वीडियो में जानें यमन के कानून के बारे में विस्तार से.
00:20यमन में केरल की रहने वाली निमिशा प्रिया को 16 जुलाई को मौत की सजा दी जाएगी
00:27निमिशा पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है
00:32भारत सरकार निमिशा को बचाने के लिए प्रयासरत है और 14 जुलाई को सुप्रीम कोट में सजा के खिलाव या चिका पर सुनवाई कोगी
00:41यमन ग्रिह युद्ध की चपेट में है जहां हुती विद्रोही गुट देश की बागडोर संभालता है
00:48इसी गुट के राजनेतिक परिशद ने निमिशा को मौत की सजा दी
00:52यमन में मौत की सजा का तरीका भारत से बिलकुल अलग है
00:56भारत में दोशी को फांसी दी जाती है लेकिन यमन में मौत की सजा गुली मार कर भी दी जाती है
01:04चलिए आपको प्रक्रिया बताते हैं
01:07मौत की सजा की प्रक्रिया
01:09दोशी को पहले कंबल में लपेट दिया जाता है
01:12फिर आटोमेटिक राइफल से उसकी पीट पर कई राउंड फाइरिंग की जाती है
01:17गोली लगाने से पहले एक डॉक्टर निशान लगाता है ताकि जल्लाद बुलिट को दिल पर निशाना लगाए जो रीड की हड़ी से होकर गुजरे
01:26यमन की मौत की सजा से जुड़े कानून आर्टिकल 477 मौत की सजा पाए व्यक्ति को हर समय पुलिस की निगरानी में रखा जाएगा
01:35आर्टिकल 478 सुप्रीम कोट द्वारा मौत की सजा पर लिखित रिपोर्ट महाभियोजब को भीजी जाती है जो राश्टरपती को सूचना देता है
01:46आर्टिकल 489 देश के राश्टरपती की मन्जोरी के बिना कोई मौत की सजा लागू नहीं होगी
01:53आर्टिकल 484 गर्भवदी महिलाओं को बच्चे के चन्म और उसके दो साल तक सजा नहीं दी जाती जब तक बच्चे की देखपाल के लिए कोई दूसरा व्यक्ति ना मिल जाए
02:06आर्टिकल 485 मौत की सजा गूली मार कर दी जाएगी इसी आर्टिकल के तहट निमिशा को सजा मिली आर्टिकल 487 पत्थर मारने की सजा देने के नियम जब तक दोशी की मृत्यू ना हो जाए उसे पत्थर मारा जाएगा
02:22आर्टिकल 488 मित्युतंड या पत्थर मारने की सजा पाए
02:27शव के दफनाने का खर्च सरकार वहन करेगी जब तक कोई रिष्टेदार इसका नुरोध ना करे
02:34निमिशा प्रिया जो कि केरल की रहने वाली हैं
02:382018 में नर्सिंग का कूर्स पूरा किया
02:40लेकिन केरल में नौकरी नहीं मिली
02:42यमन में नर्सिंग के बहतर अफसर देख वहां गई
02:45और सरकारी अस्पताल में नौकरी शुरू की
02:48यमन में ग्रिह युद्ध शुरू होने से पहले
02:51निमिशा ने टॉमी थौमस से शादी की जो आटो चालक थे
02:54उनके यहां एक बीटी हुई जिसे बाद में टॉमी अपने साथ केरल लेकिया
02:59वहीं यमन में ग्रिह युद्ध की स्थिती बनी
03:02निमिशा ने यमन में खुद का क्लिनिक खोलने की सोची
03:06इस्थानिय कानून के अनुसार विदेशी को वेबसाइट खोलने के लिए
03:10यमन के नागरिक के साथ साजेदारी करनी होती है
03:13इसी दोरान उसकी मुलाकात तलाल अब्दो महदी से हुई जो यमन का नागरिक था
03:18महदी ने साजेदारी के लिए सहमती दी और दोनों ने 2015 में क्लिनिक शुरू किया
03:25महदी ने क्लिनिक की कमाई छिपानी शुरू की और निमिशा वो उसके परिवार को प्रताडित करने लगा
03:31उसने निमिशा का पासपोर्ट चप्त किया ताकि वो भारत ना जा पाए
03:35पुलिस से मदब मांगने पर निमिशा को हिरासत मिलिया गया
03:382017 में जील की एक वाडर ने निमिशा को सलह दी कि वो महदी को प्रग दे कर बेहुश करे और भाग जाए
03:46निमिशा ने महदी को प्रग दिया जिससे उसकी मौत हो गई
03:50इसके बाद उसने शफ के टुकडे कर एक टैंक में डाल दिया और फरार हो गई
03:54एक महीने बाद निमिशा को यमन से गरफतार किया गया
03:582024 में उसे फांसी की सजा मिली
04:01यमन में मौत की सजा की कानूनी प्रक्रिया और तरीका भारत से बिलकुल अलग है
04:07यहां फांसी और गोली दोनों तरीके से सजा दी जाती है
04:11और इसके लिए कड़े नियम कानून है जो राश्रपती की मंजूरी और सुप्रीम कोट की सजा के बाद लागू होता है
04:19निमिशा प्रिया का मामला इस सब की सबसे बड़ी मिसाल है
04:22जहां राजनातिक और कानूनी विवाद के बीच एक विदेशी महिला की जिंदगी दाओं पर लगी है
04:28भारत सरकार इस मामले को लेकर सक्रिया है
04:3114 जुलाई यानि की सोमवार को सुप्रीम कोट में इस मामले को लेकर सुनवाई भी हो रही है