Rajasthan Churu Plane Crash राजस्थान के चुरू में वायुसेना( Air Force ) का लड़ाकू विमान रतनगढ़ (Ratangarh ) के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दो पायलट की मौत हो गई है। वहीं इस हादसे में शहीद हुए हरियाणा के रोहतक (Rohatak ) के पायलट लोकेंद्र सिंह सिंधु (Lokendra Singh ) को अंतिम विदाई दी जाएगी..जहां पूरे सम्मान से उनका शीला बाइपास चौक के पास स्थित रामबाग में अंतिम संस्कार किया जाएगा। लोकेंद्र एयरफोर्स में पायलट के तौर पर भर्ती हुए थे, लेकिन अब स्क्वॉड्रन लीडर थे।
00:00रास्थान के चुरू में हुए फाइटर जेट क्रैस हाथसे में रोहतक शहर की देवा कालोनी के रहने वाले स्क्वार्डन डीडर लोकेंदर सिंग सिंधू शहीद होके
00:09इसकी सूचना जैसे ही घर पहुँची तो माहौल गमगीन हो गया परिवार के सदस्य और इस दाठ धाड़ास बदाने के लिए उनके घर पहुँचने लगे
00:16जानकारी की मुदाविग आज उनका राजकिय सम्मान के साथ अंतिम संसकार किया जाएगा
00:21इस मौके पर परिवार कहना है कि इस शहादत पर उन्हें घर भाए
00:25लोकेंद के बड़े भाई ज्यारेद ने बताया कि लोकेंद बुधवार सुबा जगवार जेट पर ट्रेनिंग के लिए निकले थे
00:31को पाइलेट को ट्रेनिंग देते वक्त यहादसा हुआ
00:34जानकारी की मुदाविक लोकेंद ने इस हादसे में जहां अपने प्राणों की आहुती दी
00:38वहें लोगों की जान बचाते हुए आबादी से दूर प्रेल ले गए
00:41लेकिन इसे पहले वो खुद को एक जेट कर पाते प्रेन हादसे का शिकार हो गया
00:45सबसे पहले न्यूस में देखी थी न्यूस में देखने के बाद मैंने अपने जीजाजी को कॉल किया
00:52वो विंग कमांडर है नासिक में पोस्टेड है तो उन्होंने वहाँ पर उनके यूनेट में कॉल किया
00:58यूनिट में कॉल करने पर पता चला कि जो पाइलेट्स थे उसमें लोकेंदर सिंदू जो है वो वन अब दड़ पाइलेट्स था और वो ट्रेनर था जो एक ट्रेनी को सिखा रहा था
01:12और उसके बाद दिरी दिरे सूचना आई, न्यूस के थूरू भी आई, कुछ वहां से भी मिली, साथियों से भी मिली
01:21कि कुछ तक्निकी खराब भी आ गई थी और अपने प्लेन को बचाते हुए और जिस गाउं पर उड़ रहा था
01:34उस गाउं को बचाते हुए उन्होंने सबसे पहले उसको सेव जगा पर ले जानी कोशिश करी लेकिन सेव जगा ले जाते ले जाते हुए वह बहुत कम हड़ पर आ गए थे, उचाई कम रह कही थी
01:49उचाई कम रहने की वह जैसे, वह एजेक्ट नहीं कर पाई और शहीत हो पाई
01:56पहले भी कोई ऐसा हदसा हुआ है कि आउने आप से बता है लोगिस में यह यह वाला प्लेन तो उनका ट्रेनर प्लेन था जैसके इंदर दो पैलेट बैठते हैं
02:10वैसे वह सिंगल सीटर जो प्लेन है जैगवार उसी को फ्लाई करता था और पिछे कुछ समय पहले एक दुरगिटना हो गई थी जब वह फ्लाई कर रहा था तो उस टैम पर जो उसके उपर कैनोपी होती है कैनोपी हवा में उड़ गई थी गिर गई थी उसके बावजूद भ
02:40बहुत शार्प थे वह से पहले लोकेंद्र ने सुबाद दस बज़े पिता को फोन किया साथ ही फैमिली वाटसप ग्रूप में बेटे की फोटो भी शेयर की इतना ही नहीं उन्होंने बेटे का चेहरा देखने के लिए इच्छा जाहिर की थी जिसके बाद परिवार ने उन
03:10करके बेहत भाव को रहे हैं
03:40जिए तो उसके लरत ने यारत नहीं थी और बेटा नहीं बीच में आपके बीच में आपके बीच में
04:10जहता कि परिवार की बात करें तो लोकेंद अपने पीछे पतनी एक महीने के बेटे और माता पिता को छोड़ गए हैं
04:29लोकेंद ने 2010 में बारमी पास करने के बाद एंडिय की परिशा दी थी और पहले ही प्रियास में पास कर लिया जिसके बाद तीन साल की एंडिय ट्रेनिंग ली और फिर एक साल की बैंगलूनु में ट्रेनिंग के बाद 2015 में पाइलेट के तोर पर कमिशन प्राप्त किया फिर ह
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