00:00आकाश ने एक ग्रेनेड नदी में फेंका क्योंकि वो दो दिन से भूखा था और कुछ मचलियाओं पकाना चाहता था लेकिन पहला ग्रेनेड कोई असर नहीं दिखा मजबूरन उसने अपना आखरी ग्रेनेड भी फेंका इस बार पानी में जबरदस्त धमाका हुआ लेकिन म
00:30पर वार कर दिया वो खुश था कि आज कुछ खाना मिलेगा लेकिन जब उसने ये बात अपने पिता विकरांत को बताई तो उन्होंने डांट लगाई क्योंकि कुट्टों की अंतरियों में जहर होता है अगर उन्हें तुरंत निकाल न दिया जाए तो मांस भी जहरीला हो �
01:00जोरी का जूठा आरोप लगाया उसने विकरांत को जमीन पर घुटनों के बल बैठा कर मुह में बंदूक ठूंस दी तब आकाश ने एक रेशमी कपड़ा देकर बलराम को मनाया फिर एक दिन आकाश को एक बड़ी मचली मिली लेकिन जब वो यह खबर देने घर लोटा वि
01:30सफर में उसने कई पुरानी कारें देखी जिनके अंदर जाकर वो सो गया लेकिन जब उठा तो उसकी नाव चोरी हो चुकी थी फिर वह पैदल चल पड़ा और एक खेत में दो आदमियों को देखा रघु और अमर वो उसे अपने घर ले गए खाना खिलाया और धीरे धीरे