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  • 7/5/2025
UP में कांवड़ यात्रा पर घमासान, ढाबों पर नाम-धर्म की पहचान

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00:00तेश जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है और ग्यारे जुलाई से जितने भी भोले के भक्त हैं कामण लेकर के जल भरके निकलेंगे अपने अपने गंतव्यों के लिए अपने अपने शिवालियों के लिए लेकिन उससे पहले विवाद खड़ा हो गया है जो हर साल �
00:30वो कामण लेकर के निकल पड़े है अपने अपने गंतव्यों के तरफ जो अगली शिवरात्री पर जो है जाएंगे जैकारे के साथ हर हर महादेव के नारे लगाते ये भोले यहाँ पर भक्ती है यहाँ पर आस्था है यहाँ पर श्रद्धा है लेकिन इसी यात्रा के मार्
01:00प्रशासन अलर्ट है लेकिन प्रशासन अलर्ट है और उसी के साथ सा तैयारियां जोरो पर है
01:29और उन्ही तैयारियों में अब भोले के भक्त इस राश्ट्री राजमार्क पर आपको दिखाई देरे एक बार तस्वीर में आपको दिखाऊं मुजफर नगर में जहां पर मैं हूँ
01:37यहां से यह रास्ता दिल्ली को आगे हरिद्वार से जोड़ता है हरिद्वार हर की पैड़ी जहां पर गंगा जल भरने
01:43हजारों लाखों की संख्या में शिवभक्त श्रधालू सिर्फ दिल्ली इंसियार नहीं बलकि देश के अलग-अलग कोने से आते हैं
01:50और यहीं से जल भर के यह कामण ले जाने का सिलसला शुरू होता है जिसमें बड़े हैं बुढ़े हैं बच्चे हैं और गाने बजाने के साथ नारे जैगोश के साथ यह देखिए कामण भर के जल भर के अब अपने अपने शिवालियों के ओर जा रहे हैं लेकिन उसे ठीक �
02:20ठाबे ठाबे हो रही पहचान
02:32सड़क से सियासत तक खमासान
02:44पहली बार नहीं हो रहा है
02:45जो भी सरकार उस समय होती है
02:47उसकी जिम्यदारी बनती है
02:48जोरों पर है पहचान का अभियान
02:57जो क्रेता है वो क्या जाने का हक नहीं है
03:03जो दुकान से सामान खरीद रहा है या खाना खा रहा है
03:07वो बेक्ति कौन है और चदम नाम रखने के आउस्सक्ता क्या है
03:11मेरट से मुझफर नगर तक चड़ह परवार
03:15उत्रा खंड सीमा पर मचा संग्राम
03:22कामण की तैयारी प्रशासन पर चुनौती भारी
03:29हिंदू या मुसल्मान पहचान पर खमासान
03:36नाम पहचान की मुहिम लेकर के कई सारे संगठन इसे उत्र प्रदेश से लेकर उत्रा खंड तक जाना चाते थे लेकिन उत्रा खंड पुलिस ने उन्हें प्रवेश्ची करने नहीं दिया उन्हें मन्जूरी ही नहीं दी और बैरंग वापस लोटा दिया लेकिन इन सब के �
04:06दिखाई देती है विवाद की उसमें कहीं कोई कमी नहीं है
04:09कावर्ण मार्क पर नाम को लेकर नहीं थमा घमासान
04:26सियासी मुद्दा बन रहा धाबों पर पहचान का भियान
04:42एक तरफ आस्था जारी है
04:45तो दूसरी तरफ सियासत भारी है
04:56कोई पहली वार नहीं हो रहा है
04:58जो भी सरकार उस समय होती है
05:00उसकी जिम्यदारी बनती है कि उनको स्मिधा और सुरच्छा दे
05:04इस बीच कावर्ण मार्क पर धाबों पर काम करने वालों की पहचान करने का अभियान
05:10अब पूरी तरह से घमासान में तबदील हो चुका है
05:13हंगामा तब शुरू हुआ था
05:18जब हफते भर पहले मुझफर नगर में धाबे पर काम करने वाली की पहचान को लेकर
05:23मुझफर नगर के योग साधना आश्टरम के स्वामी यश्वीर के समर्थकों ने बवाल मचाया था
05:29और नाम बदल कर धावे पर काम करने वाले एक मुस्लिम कर्मचारी को पकड़ा था
05:35धीरे धीरे ये बवाल यूपी के बाकी जिलों से होते हुए लखनव के सियासी गल्यारों तक पहुँच गया
05:42वही स्वामी यश्वीर शुकरवार को अपने समर्थकों के साथ उत्राखंड के ज्वालापुर में नाम पहचान अभियान और हिंदूों को भगवान की तस्पीर बाटने के कारिकरम में जा रहे थे
05:58लेकिन उन्हें उत्तराखंड पुलिस ते उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर ही रोक दिया
06:04लिहाज़ा यश्पीर को अपने समर्थकों के साथ सीमा पर ही बैठना पड़ा
06:0928 जून को नाम पहचान अभियान के चलते आप बहुत ज़्यादा मशूर होगे
06:13कर फूरे देश में लोग आपको पहचान गए है उत्तराखंड नहीं जाने आपको इहीं पर परोक लिया है
06:19ऌ सब्सक्राइब कर पुलिस पुछार चोच करके उन्होंने रोका है कि जा रहे होंगे नाम पहुचानely के
06:31के लिए दुवार में हम इसलिए जारते खोजना नहीं हम तो अपने सनातन धर्म के जो होटल ढबे चाई की दुकान मिठाई की दुकान जूस की दुकान है वहाँ पर भगवान वारा है का चित्र लगाना और भगवा जंडा लगाना यह हमारा विशह है तो यहां पता चला व
07:01राम सिरी किर्शन धाबा है यह दि वहाँ चलेगे फिर हमें पता लगा यह तो सनातन धर्म के लोगों का धाबा नहीं संचालन तो इसके मुस्लिम करते हैं तो फिर हम वहाँ से वापिस आ जाएंगे और पुलिस को सूचना दे देंगे आप अपना इनको संभालो पुलिस �
07:31खुद को उधव ठाकरे शिफ सेना दल से जुड़ा बताने वाले लोग मुजफ़ा नगर में धाबो पर जाकर काम करने वालों से नाम पूछ रहे हैं इन तमाम विवादों के बीच आज तक संभादाता ने हरिद्वार जाते एक कामडिये के मन को भी टटोला
08:01एक अधियर की तो नंगे पैर चल दिया और जाना भोले रास्ते में खाना माना खाने कहीं रूके हैं जहां रूके थे
08:25आज तक समधाता ने यूपी उतरा खंट
08:55सीमा पर मौझूद उन लोगों से भी बात की जो बागी धाबों पर भी अभियान चलाए हुए है
09:25उनके तहत्यूं करेंगे मुसल्मान होना गल्ती नहीं है गलती है कि आप हिंदू का नाम रखके अपनी पैचान के चुपा रहे हैं अपनी पैचान चुपा रहे हैं । पूछे टाबे का नाम तो नाम शेंगी शर्मा है
09:51और मैं अगर यहाँ पर ढावा चला रहूं और नाम डाल दू मैं अब्दुल तो कहीं ना कहीं करण तो बताऊंगा ना मैं अब्दुल क्यों डाला हुआ है मैंने
09:57बरेली से कृष्ण गुपाल राज और यूपी उतराखंट सीमा से आच्चतोष मिश्टा के साथ आज तक ब्योरो
10:06जब नाम पहचान अभियान पर घमासान मच गया है तो इस पर विवाद खड़ा हुआ है और विवाद के बाद हिंदू और मुस्लिम संगठन भी आमने सामने आ गये हैं
10:18इनके बीच कई सारे ऐसे लोग हैं जिनकी अपनी दलीले हैं अपने तर्क हैं और ऐसे में इसे भुनाने का अपना एक मौका भी मिल गया है
10:37पहचान के अभियान को लेकर हिंदू संगष समिती और जमियत उलिमाए हिंद आमने सामने आ गये हैं
10:44कुछ बिधर्मी हमारे जो आस्ता का केंद्र है शाहन में कावड यात्रा और जो हमारे शिवबग्त भोले हजारों करोडों की संक्या में
10:53और वह पैदल गंगजल लेकर आते हैं तो कुछ बिधर्मी यहां पर अपनी पहचान चुपा कर और आस्ता से खिलवाट करना कारे करते हैं
11:02कुछ लोग जो है जो काम परशासन को करना चाहिए जो काम शासन को करना चाहिए कुछ लोग सुर्क्यों में बना रहने के लिए इन काम को अंजाम देते हैं
11:13किस धावे पे किसका नाम होना चाहिए, धावे का माली कोन है, हम ये कहते हैं, ये आप लोगों ने ठेका नहीं ले रखा है, ये काम शासन और परशासन का है
11:27उधर बरेली के मौलाना शाहबुद्दीन रजवी भी इस विवाद में कूद गए है
11:32उन्होंने कहा है कि मुसल्मानों को अपनी पहचान बताने में दिक्कत क्या है
11:37हलाकि उन्होंने बीजेपी पर भी हमला बोला है
11:40देखे इसलाम अपने अनुजायों को पहचान चुपाने से मना करता है
11:48इसलाम ने अपने तमाम मनने वालों से यही इस पश्ट नजरिये के साथ में कहा
11:56कि हर शख्स हर मुसल्मान अपनी शनाख अपनी पहचान को उजागर करे
12:04बिलकुल छुपाने की कोई जरुワत नहीं है और छुपाना गोया की लोगों को गुम रहा करना है
12:13और ये गुम रहा करना जाइज नहीं है
12:16मुजफ़ा नगर से शुरू हुआ यह बिवाद सूबे के बागी इलाकों को भी अपने आगोश में लेने लगा है
12:25मेरट में हिंदू संगठनों ने कावण मार्क पर पहुँच कर रेस्टरेंट और होटल चलाने बालों को नेम प्लेट लगाने के लिए कहा
12:33उधर आयुध्या में प्रशासन किसी भी अन्होनी को टालने के लिए दुकानों पर नेम प्लेट लगा रहा है ताकि दुकानदार की पहचान उजागर हो सके
12:45कावण यात्रा के दिश्टिकित सारी तेयारिया कर लिए गई है और इस समय आप देखेंगे कि जो हमारे रोड्स हैं जो निर्माणा धीन थी पूर में वो सब भी निर्मित हो चुकी हैं मोस्ति जहां पर कावण यात्राय निकलेगी जहां से
12:57तो सारे जिलादिकारियों द्वारा वैस्ता है कि गई हैं बैठक कर लिए गई हैं जो हमारे व्यापारी संगठन है जो जो वहां पर फूट स्टॉल्स लगाते हैं वहां पर भी उनसे भी बात हुई है कि इस प्रकार से उसको सून योजित ढंक से स्थापित किया जाना है �
13:27जैसे जैसे कामड यात्रा को लेकर तैयारियों को अमली जामा पहचाने का वक्त नजदीक आ रहा है पहचान का भियान प्रशासन के लिए नई चुनोती बनकरा खड़ा हुआ है
13:38बरेली से कृष्ण गुपाल राज और यूपी उत्राखंच सीमा से आच्चतोष मिश्टा के साथ आज तक बियोरो
13:47तो कामड मार्क पर आखिर तैयारियां कैसे एक बार उसकी तस्वीरे भी दिखाते हैं
13:55हम जिन मार्कों पर गुजरे अभी इन तैयारियों में बहुत सारा को शुरू होना है कामड यात्री बेहत कम संख्या में फिलहाल दिखाई पड़ रहे हैं
14:01लेकिन इस विवाद का असर दरसल ये हुआ है कि कई सारे ढाबे ने कई सारे रेस्टरॉण जो है इटरीज हैं उन्होंने बदलाव कर दिया और वो बदलाव है नाम का ये ढाबा है दीपमाला ढाबा मुझफर नगर हाईवे पर जहां मैं खड़ा हूँ
14:13इसके मालिक हैं अलताफ फुर्फ टोनी अलताफ ने अपना नाम लिख दिया है दिन में कौन कारिगर है रात में कारिगर है लेकिन ये देखिए कि माहौल ऐसा है यहां तक इनोंने लिख दिया कि इंडियन कारिगर है या जो खाना बना रहा है वो इंडियन कारिगर है रात
14:43इस नाम की वज़े से क्या रोग आते हैं पहले नाम पढ़ते हैं पिर आते हैं खाना खाने के लिए
14:53फरक तो ही थोड़ा पहले इसी बात नहीं थी ना ऐसा होता था कि नाम लगा कोण हिंदू है कोण मुसल्मान है
14:59यह भी दो साल से हो पा रहा है ऐसा विज़त की छो रहा है
15:03स्थिती है मुजफर नगर धावे पर यहीं पर विवाद खड़ा हुआ 28 जून को एक ग्राउंड रिपोर्ट आपको दिखाते हैं तैयारियों को लेखर के आखिर स्थिती इस समय है क्या
15:12कामार यात्रा शुरू होने को है लेकिन उसके ठीक पहले मुजफर नगर में एक घटना होया और उस घटना के बाद एक बार फिर इस मार्ग पर भले तैयारियों में अभी समय हो लेकिन एक दूसरी तैयारी जरूर दिखाई देती है
15:25हलाकि इसका बैक्गराउंड है दरसल पिछले साल यूपी सरकारों प्रशासन दौरा जारी किया गया वो आदेश जब लोगों से कहा गया कि आपको पहचान बतानी होगी दुकान किस की है पहचान किस की अलाकि उस पर सुप्रिम कोड का फैसला आया और सुप्रिम कोड के �
15:55है बेच खाना मिलेगा जहां मालिक का नाम ने यह कमसे कम मालिक का चेहरा लगा दिया गया अब यह मालिक हैं इसके इलावा साफ सफाई अंदर चल रही है कामर्यात्री जो आएंगे जो श्रद्धालू आएंगे तो छोटे-छोटे धाबों पर भी थोड़ा तक्षत लगा
16:25क्या क्या चेक होता है आपके मिरच मसाले और आदमी कौन-कौन रहे हैं आपके यहां पर सारी चीज़ चेक होती है नाम पूछा उन्होंने लाइसन्स वगएरा सब चीज़ देखते हैं लोगों ने लगा रखा है नाम पहचान सब हैं जी सारा टोटल का यहां फोटो कब से
16:55प्रशासन के लोग आते हैं क्या पूछते हैं बस यहीं पूछते हैं कि क्या तही आ रही है सैट अप से बिल्कुल अपना देख के चले जाते हैं
17:03पूछते कौन लोग काम करते है
17:19यात्रा शुरू होने के पहले सिर्फ खाने पीने के दुकाने नहीं जो कि मुस्लिम नाम की है अमानसार परोसा जाता है
17:29अब मुझाफर नगर भी बारो जो बाजार है यहां पर कार का गाड़ियों का काम होता है
17:33अब यह सब भी दुकाने बंद करने की तैयारी में है तो हर साल आप बंद करते हैं या इस साल बोला हुआ हर साल बंद करते हैं जो कारवार के लिए बठे हुए हो
18:03आश्री राजमार के बहुत सारे करते हैं, झाहने एको बन ब्न करते हैं, जबसे बन करते हैं?.
18:33नाम पहचान अभियान पर लगातार रिपोर्ट हम आपको दिखाते रहेंगे
18:39कामण यात्रा से जुड़ी हर खबर भी आपको दिखाते रहेंगे

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