- 7/4/2025
महाराष्ट्र में भाषा पर महासंग्राम, राज-उद्धव की महारैली और BMC चुनाव का कनेक्शन, देखें
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00:00महराश्ट में पिछले तीन हफते से भाशा को लेकर बड़ी राज़ी की चल रही है
00:04ये सियासत इतनी बढ़ चुकी है कि कल राज ठाकरे ने महारैली बुला ली है जिस पे उद्धव ठाकरे भी शामिल होने वाले है
00:10मराटी अस्पिता और भाशा के नाम पर नेताओं से आगे सेलिब्रिटी, सितारों, उद्ध्युक्पतियों, कारोबारियों को सब को बुलाया जा रहा है
00:18मारपीट केस, बुकदमा, चेतावली धमकिया को चल ही रही है
00:22अब बात तोपी दाढ़ी तक पहुँच चुकी है
00:25महराज सरकार की ओर से जारी दो सरकारी आदेशों के नाम पर ये राजनीती शुरू हुई
00:31लेकिन अब इतनी भड़की, क्यों भड़की
00:33और जब सरकार ने आदेश वापस ले लिया, तब इस पर इतनी चर्चा क्यों हो रही है
00:38क्या जिस हिंदी भाषा को सम्विधान की धारा 343.1 के तहट भारतिय संकी राजबाशा माना गया हो
00:45जिस हिंदी भाषा को राजबाशा अदिनियम 1963 और राजबाशा अदिनियम 1976 जैसे कानून बने हो
00:54जिस हिंदी भाषा को लेकर सम्विधान में अनुच्छे 343.3151 तक व्यवस्था की गई है
01:01उस हिंदी भाषा के विरौध को लेकर माराष्ट में राजनितक दल विरौध की राजनिती क्यों कर रहे है
01:07दरاصل इस पूरी हिंदी भाषा को विरौध की राजनिती की जड़ असल में बी-ی-म-सी की सियासत है
01:14क्योंकि BMC के चुनावे से जोड़ कर इसे देखा जा सकता
01:18क्योंकि 19 साल तक अलग-अलग सियासत के बाद
01:21अब हिंदी विरोत के नाम पर उद्धव और राजठाकरे एक साथ नजर आ रहे
01:26कल होने वाली रैली बे शिवसेना UBT और MNS एक बंच पर एक साथ नजर आ नहीं
01:33क्या ये जोड़ी आठ साल बाद होने जारे BMC चुनाव तक जम सकती है
01:38क्या महराश सरकार के पाचवी कक्षा तक हिंदी पढ़ाने वाले आजेश के बहाने
01:43जो मराटी अस्विता की सियासत शुरू हो चुकी है उसका कोई चुनावी करेक्षन भी है
01:48महराश्ट्र में भाषा की बहाने ऐसी सियासत मची की कहीं दुकानदार से मारपीट की जा रही
02:00कहीं कान पकड़ कर माफी मंगवाई जा रही
02:02कहीं कान के नीचे लगाने की धमकी दी जा रही तो कहीं टोपी वालों को छूने की चुनवती दी जा रही
02:08क्या नेता, क्या भिनेता, क्या कारोबारी, क्या निवेशक, जंग में सब कूर पड़े
02:14हाला ये मारवारी समुदाय के विरोध प्रदर्शन और मांग के बाद मारपीक करने वाले साथ आरोपियों पर मुकदमा तो हो गया लेकिन राजनीत इधामी नहीं
02:23जिन्होंने हिंदूों के उपर हाथ उठाया है हमारी सरकार उनके उपर खिलाब काम करेगी
02:33एक तरफ महराष्ट्र सरकार के एक मंत्री कहते हैं हिंदू ओपर हाथ उठाने वाले पर कारवाई होगी दूसरी और महराष्ट के दूसरे मंत्री कहते हैं मराथी का अपमान करने वाले पर कारवाई होगी
02:44महाराष्टर में महाराथी तो बोलनी ही पड़ेगी, अगर महाराथी नहीं आती है तो आपका ये आटेनोट नहीं चलागे कि हम महाराथी बोलेंगे नहीं, हम कोशिश करेंगे ऐसा बता सकते हैं, बोल सकते हैं, मैंने ख्याल से देखिए हमें किसी और language का अफमान हमें करना �
03:14या राज ठाकरे के नाम सोशल मीडिया पोस्ट करके लिखते हैं कि उन्होंने कसम खाली है वो माराथी नहीं सीखेंगे जो करना है कर लो
03:21महराश्ट्र में सियासत के गल्यारे से समाज के पोने तक फैल रही ये सारी कड़वाहट दरसल जनहित के सरोकारों से विचलन और मुद्दा विहीं राजनीत की मिसाल है जो एक सरकारी आदेश से शुरू ही
03:33महराश्ट्र की महायूती सरकार की ओर से देश की नई शिक्षानीत के अनरूप पहले 16 अप्रेल फिर 17 जून को सरकारी आदेश पारित हुआ जिसमें राजजने कफशा एक से पाच तक मराथी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में तीसरी भाशा के रूप में हिंदी प
04:03सवाल खड़े किये जाने लगे कि महराश्ट्र में हिंदी भाशा क्यों थोपी जा रही हिंदी अनिवारे करने से मराथी एक जुटता खंडित हो जाएगी पांचवी क्लास तक हिंदी पढ़ाने से मराथी अस्मिता पर खत्रा है इस फैसले को गुजरात में लागू क्यों
04:33शुरू हो गई मामला बढ़ने लगा तो मराथा आरक्षण के मुद्दे से हुए नुकसान की जली सरकार ने चिंगारी भड़कने से पहले 16 प्रैल और 17 जून को जारी सरकारी आदेश वापस ले लिया
04:44यहां तक हिंदी को कमपलसरी सिखाने का सवाल है तो इस संदर में जो निर्णे हुआ था उन्हीं के कारेकाल में कमिटी बनी थी उस कमिटी में उनके उपनेता भी थे उसी कमिटी ने निर्णे लिया था उस निर्णे को कैबिलेटे उनके ही स्विकारा था
05:03बाशा के नाम पर महराश्ट्र में द्रुवी करन की कोशिश नाकाम होती देख मार पीट धंकी बायान बाजी का नयाद और शुरू हुआ जिसकी परिनिती हिंदी मराठी से आगे टोपी दाड़ी तक पहुंच गई
05:15दरसल महराश्ट्र सरकार ने राश्ट्रिय शिक्षा नीती 2020 के तहट प्राथमिक शिक्षा में चर्णबद्ध रूप से लागू की जा रही भाशा नीती के तहट हिंदी की पढ़ाई शुरू करने का फैसला लिया था
05:42क्योंकि इससे पहले भी उद्धव ठाकरे सरकार के दौरान डॉक्टर रगुनात माशेलकर की अध्यक्षता में गठे टाफ पोर्स ने 14 सेतंबर 2021 को जो 101 पन्नो की रिपोर्ट सौपी उसमें कक्षा एक से बारहता का अंग्रेजी और हिंदी को अनेवारिय दूसरी भाशा
06:12ठाकरे परिवार को BMC चुनाओ सामने नजर आ रहा है आठ साल पहले हुए चुनाओ में BJP को 82 सीटें और 27.2 प्रतिशत वोट मिला था तो शिव सेना को 84 सीट और 28.3 प्रतिशत वोट और MNS को 7 सीटें और 7.7 प्रतिशत वोट मिला
06:31NCP को 9 सीटें 4.8 प्रतिशत वोट मिला अन्य को 14 सीट और 15.5 प्रतिशत वोट अब अगर हिंदी विरोध के नाम पर ही सही उद्धाव राज साथ हाते हैं तो BJP की सीटें घटकर 64 हो जाएंगी
06:44कॉंग्रेस की सीटें घटकर 25 शिव सेना MNS मिलकर 118 सीटें और 36 फीस भी वोट पालेंगे बाकि NCP की एक सीट घटेगी अन्य की दो सीट
06:53बस इसी उमीदों उमानों में शायद हिंदी विरोध की बहाने उद्धाव राज को एक जुट होने का मौका तलाशा गया
07:00वरना पाचवी तक के बच्चों को हिंदी पढ़ाने से मराठी अस्मिता के नश्ट होने का कोई तर्क नजर नहीं आता
07:06आज तक ब्यूरो
07:07इस वक्त एक बड़ी खबर देवेंडर फट्णवेस महराश का मुख्यमंत्री ने भाषा विवात पर फोड़ी देर पहले एक बड़ा बयान दिया है
07:15सीएम ने भाषा के नाम पर हिंसा करने वालों पर सक्त कारवाई की बात कही है
07:21उन्होंने का कि भाषा के नाम पर गुंडा गर्दी बरदाश नहीं की जाएगी
07:25सुद्धे की डेवेंडर फट्णविस ने महराश्टर विदान सभा की अडिवेशन के दोरां क्या का
07:31महराश्टर में मराथी भाषा का अभिमान रखना ये कोई गलत बात नहीं है
07:39लेकिन भाषा के चलते अगर कोई गुंडा गर्दी करेगा तो इसको हम सहन नहीं करने वाले
07:47कोई अगर भाषा के आधार पर मारपिट करेगा तो ये सहन नहीं किया जाएगा
07:54जिस प्रकार की घटना हुई है उसके ओपर पुलीस ने एफायर भी किया और कारवई भी किया
08:01और आगे भी अगर कोई इस प्रकार से भाषा का विवात करेगा तो उसके ओपर कानून और कारवई होगी
08:09हमको हमारी मराठी का अभिमान है लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस प्रकार से अन्याय नहीं किया जा सकता
08:19क्या महराष्ट में हिंदी विरोध के पीछे चुनावी सियासत है पहला सवाल हमारा
08:26क्योंकि BMC के चुनाव नज़िकार है उसका गणित भी हमने आपको दिखाया हुआ है
08:30दूसरा सवाल क्या पांच वी तक हिंदी पढ़ाने से मराठी अस्विता को खत्रा पैदा हो सकता है
08:35जिसको लेकर तमाम राजनितिक तल भारतिय जनता पार्टी के विरोध में खड़े हुए है
08:39खुछ शिवसेन भी आप कह रहे हैं कि हम इसके पक्षधर नहीं है
08:43तीसरा हमारा important सवाल क्या हिंदी विरोध के नाम पर हिंसा से मराठी संस्विती को फाइदा पहुचता है
08:50बार-बार ये सवाल उटता है कि मराठी बोलने से मना करने पर क्या मारतिक करना सही है
08:54नितेश राने महराष्ट के कैबिनेट पंतरी हमारे साथ जुड़ रहे हैं भारतिके जनता पार्टी के निता भी है
08:59नितेश जी अब तो आप इस पूरे विवात को टोपी दाड़ी की तरफ लेके जा रहे है
09:03नितेश जी हमारे साथ थोड़ी दर में जुड़ेंगे लेकिन रामकदम से हम शुरुबात करना चाहते हैं
09:13तीन सवाल हमने आपके सामने रखे हुए रामकदम जी एक जमाने में आप भी हिंदी भाषा में
09:19महराश के विदान सबा में शपत लेने पर अबू आसिम आजमी को अपने चाटा जड़ दिया था
09:25आज वही काम MNS के कारे करता किसी दुकानदार के खिलाफ कर रहे हैं
09:29तो सरकार के तरफ से साफ शब्दों में कहा जा रहा है कि ये गुंडा गर्दी बरदाश नहीं की जाएगी
09:33रामकदम
09:34साहिल जी इस समंतना के आरह में मैं आपको बता दूँ
09:41आप भी मुंबई और महराश से ही जुड़े है
09:44मुंबई और महराश की प्रथम भाषा मराटी थी वरतमान में है
09:50और जब तक चंद्रमा और सूरज है तब तक प्रथम भाषा मराटी ही रहेगी
09:55क्योंकि महराश की पहली भाषा मराटी है
09:58देश के हर प्रांद की अपनी एक भाषा होती है
10:01और उस फ्रांत के लोगों को उस भाशा के प्रति प्रेम सम्मान होना श्वाविक है
10:07पर इसका कतरी अर्थ ये नहीं निकाले कि महाराश में अन्य भाशाओ का सन्मान नहीं है
10:12भाशा एक समवाद का माध्यम है और इस कारण हम हिंदी की भी उतना ही सम्मान करते हैं
10:20अंग्रेजी का भी उतना ही सम्मान करते हैं, विदेश में जाने के बाद अंग्रेजी काम आती है, इसके लिए भाशा ये इशे के बारे में पार्टी करके, सरकार करके, ये भूमी का है, ये पहला बिंदू. अब दूसरा महत्वापूरून बिंदू, यहां आता है, कि आपन
10:50अपना जनाधार तलाशनी की कुछ दलो की कोशिश है
10:53अब देखो नोटन की देखे आब उद्धव ठाकरे की
10:56कि उन्होंने ये पूरी तरह से
11:00अब छोटा बालक है पहली कक्षा का
11:03कौन सी भाशा का चैन करें
11:05कौन सी भाशा को चुने
11:07क्या ओ बालक बालक के माता पिता तेह करेंगी
11:10या कोई सरकार तेह करेंगी
11:11शवाभी कुरुब से नेतिक अधिकार
11:14उस बालक का है उसके माता पिताओ का है
11:16उद्धव सरकार ने करा क्या
11:18ओ जो कमिटी गठी थुई
11:20बार बार दोराना इसके लिए आवश्यक है
11:22कि देश और महराश के लोगों तक एक बात जाए
11:25याने हिंदी को जबरत
11:27लादने का फैसला करने वाली उद्धो सरकार
11:31अब उसी बात का विरोत करने वाली उद्धो सरकार
11:35याने ढोल इस सरब भी बजाएंगे
11:38ढोल दूसरी और से भी बजाएंगे
11:40तो इसमें कितनी बड़ी नोटंग की है देश जानता है
11:43अब ये जो सारा का सारा मामला चल रहा है
11:47ये केवल और केवल महराश पे जो चुना होने जा रहे है
11:50जबरन लागना ज़रा क्लियर कर दीजिए रामकदम जी आपको जबरन लागना कह रहे थे
11:55जबरन लागने की बात आप जो कर रहे थे वो जबरन लागना क्लियर कर दीजिए
11:59जो साहिल री जो दोहजार बीस से यह आरम हुआ
12:07जो माशिल कर कमिटी बैठी वो कमिटी में बबाटा के दीता थे
12:12बाद में वो कैबिनेंट में प्रस्ताव आया जिसमें स्वयम उद्दव ठाकरेजी के दस्तकत है
12:18और उसमें उन्होंने फैसला लिया कि पहली से लेके छटी कक्षा तक कि हिंदी बारवी तक किया उन्होंने
12:26हिंदी और मराठी ये तुमको जबरसी करनी सीकनी ही पड़ेगी मैंडेटरी करा कमपलसरी किया हमारा केबल मातर इश्दाए कहना कि बड़े बच्चों के मामले में अलग दिशे हो सकता है छोटा शिशू है
12:3822 अपरेल को जो आपकी सरकार के तरफ से जो गवर्मेंट रिजोलिशन लागू किया गया था ये निकालने की नौबत क्यों आई अगर वो पहले से प्रस्ताव एकसेप्ट करके वहाँ पर लागू किया गया था तो नए सेरे से ये लागू करने की नौबत क्यों आई और उ
13:08बीज बोने का काम उद्दव ठाकरी की सरकार के कारेकाल में हुआ
13:12उसके बाद बीरोक्रेटिक प्रोसेस है अपने पेड उड़ गया है
13:16उस बीरोक्रेटिक प्रोसेस में वो जी आर निकला है और जब सामने आया
13:19कि ये इस प्रकार का जी आर उस समय के मुख्यमंद्री के निरने के बाद उनके फैसले के बाद निकला है वो पता चलता ही तुरंट
13:27आदरिने मुख्यमंद्री देविंदर फड़मिजी ने मुझे खारिज कर दिया
13:32मुझे जो जियार आया है ऐसा दिखने के लिखता है
14:02लिए तब और आज में क्या स्थिती में फरका गया है उस पर मैं आऊंगा आऊंगा आपके पास लेकिन सुश्मा अंदरे ये सिर्फ राजनीती नहीं रखती आपको क्योंकि आप पर आरोप यही लग रहा है कि एक तरफ तो मशेलकर समीटी का रिपोर्ट आप एकसेट करते ह
14:32जी वैसे मेरे पास कहने सुनने के लिए बहुत सारी चीज़े है क्योंकि जो देवेंद्र जी कितनी ही आलोचना कितने ही लोगों के बारे में कर चुके हैं अब उनीको गोध में लेकर खिला पिला रहे हैं तो मुझे वा उस विशह में अभी नहीं जाना है लेकिन मैं यह �
15:02उस रिपोर्ट को क्या उस रिपोर्ट के तहत हमें कुछ चीजे करनी चाहिए कि ना करनी चाहिए इसके लिए उस रिपोर्ट पर सोच विचार के लिए उस रिपोर्ट को आगे भेज दिया था
15:12लेकिन यह आप सभी को पता हो और आज तक के सारे दर्खशकों को पता हो
15:17कि 14 सितंबर 2021 को जो रिपोर्ट आई है उसके पश्चाद जुले 2022 को यहाँ पर सरकार में जो बदलाव आये है
15:28और जो दूसरी सरकार आई थी वह एकनाचिनदे जी की सरकार आई थी तो जो जियार निकला था
15:33वह एकनाचिनदे का चलिए एक मिनट के लिए मान लेते हैं कि भ départ हमने नहीं किया है यह तो उद्धो साहाब ने
15:39तो आप तो उसे खारिश भी कर सकते थे लेकिन यह जो जियार था वह जियार एकनाच चिंदे साहब के कारेकाल में आया यह पहली बात दूसरी बात यह कि कोई जब बोलता है कि वह अपनी पुलिटिकल स्पेस धूनने के लिए जा रहे है तो हम जरा रामकदम भाई से और बि
16:09कि मराठी का जो है वह मराठी का नहीं बलकी माहनघर modular निगम का है इस तरह का जो उनका अभी एक वाकान आए तो उस पर मज़े जवाब देना चाहिए कि मराठी के बारे में सिर्फ और सिर्फ हमने ही नहीं क्योंकि講 Exercise कि बार बार बहुत रही हूं
16:26कि राजनेती गुटों से उपर उठकर हमें इस पर बात करनी पड़ेगी हम इसे राजनेती गुटों के परे जाकर बात करने की कोशिश कर रहे हैं इवन कल जो सारे लोग इकठे आएंगे वह किसी राजनेती दलगत राजनेती से उपर उठकर सिर्फ मराठी की मुद्दे को �
16:56कि चौथी कक्षा तक सिर्फ और सिर्फ मराथी ही होनी चाहिए अगर आपको हिंदी देनी तो सुष्मांगार कोई
17:03कोई पॉलिटिकल अलाइंस नहीं होगा या होनी की गुंजाईश है इस मुद्दे पर मैं मैं साहिजी का जैजे कार करके आप आपस चले जाएंगे आपने अपने गड़ मुझे मुझे यही आपको बताना है कि कल का जो मुर्चा होगा या कल का जो भी हमारा समार होगा वह सि
17:33उपर उठकर सिर्फ दो पार्टिया नहीं बलकि कई लोग साथ में आएंगे बहुत सारे ऐसे गार्डियन्स है बहुत सारे ऐसे मातपिता है स्कूली बच्चों के जो इसमें शामील होंगे लेकिन क्या यह जो कल जो हम इकटे कदम रख रहे हैं क्या वही इकटे कदम आगे
18:03तो इसलिए या इस संधर में हमारे यहां कोई ऐसी बात्षीत नहीं हुए ना कोई चर्चा हुए है रही बात रामकदम जी और इन सारे लोगों की मेरी समझ में नहीं आता यह वही लोग है जो जब तक देवेद्रों फड़नवीस एक साथ पीसी नहीं ले रहते तब तक कह
18:33से एक बात पर अड़े रही है और खासकर यह बात आपको बतानी पड़ेगी कि हम कोई हिंदी के दुश्मन नहीं है हमारी कोई शत्रुता नहीं है हम सिर्फ यह बोले जा रहे हैं कि पहली से चौथी कक्षा तक जो बालमानक शास्त्र है जो पेड़ेट्रिस्ट है और बह�
19:03से वेंद्र जी वहाँ जाकर तमिल में बोलते हैं गुजरात में कोई हिंदी की सकती नहीं होती है दक्षिनी राज्यों में कोई हिंदी की सकती नहीं होती है तो भी हमारी महराष्ट में क्यों सकती और जैसे कि आपने कहा कि अरे एक बार तो आप सपा के आदमी को चाटा मा
19:33सी उनके तरफ से यह जियर निकाला गया तब तो आप राश्ट ठाकरे को समझाने के लिए गई थे आपके पार्टी के
19:42नेता ये कहने के लिए कि कैसे थर्ड तीसरी भाषा लागों होनी चाहिए लेकिन आपकी पार्टी कहह रही है कि हमारा तो विरोध है
19:50हम नहीं चाहते हैं कि तिसरी भाषा पढ़ाई जाए महाराष्ट में पहली से लेकर पांचवी तक अच्छी दोश्वर्मा भी हमारे साथ जुड़े हुए समाजवादी पार्टी के उनसे भी हम बात करेंगे लेकिन उससे पहले शाहिना इंसी
20:00तब से पहले हमारे नेता एकना जी शिंदे ने सपश्टी करन की पहले ही दिन के मैंडिटरी शप्त का इस्तमाल नव किया जाए और हमें गर्फ है हमारी मराथी असमिता मराथी भाचा और हर एक नागरिक को सीखना चाहिए मराथी लेकिन आज जब आप ये विवाद को देख
20:30जिनकी गिरफतारी की गई है क्योंकि अमानिय मुख्यमंत्री उपर मुख्यमंत्री सभी ने कहा है कि कानूं को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए लेकिन सवाल ये उठता है साहिल जी कि जब कोई भी कम्यूनल एंगल से आप देखते हैं उन्होंने जो सवाल पूछा है म
21:00पूछना चाहती हूं यह जो पूछना चाहती हूं यह जो पब्लिक मीडिया आउट्रेज है जहां इतना सारा क्रिटिसिजम आप देख रहे हैं वो क्यूं कि म्यूंस्पिल कॉर्परेशन का जो इलेक्शन है वो राउंड दर कॉर्णर है मनसे का कोई अस्कित्व बचा नह
21:30वो एक कम्यूनल आइंगल बना रहे हैं तो यह बहुत ही दुखत है जैसे कि देवेंद्र फर्नवेस ने आज कहा कि एक भाशा को सीखना इसका मतलब नहीं कि आप दूसरा भाशा नहीं सीख सकते हैं कौन बोलता है कि आप मराथी ने बोल सकते हैं इंगलेश, हिंदी, गु
22:00पहले आपकी पार्टी की भूमी का क्या है आप इसके विरोध में हैं या पक्ष में हैं कि तीसरी भाशा महराश में पढ़ानी चाहिए कि नहीं पढ़ानी चाहिए क्योंकि आपकी पार्टी ने पहले तो नियम निकाला उसके बाद जब वापस देना पड़ा तब आप कह �
22:30पैसा कमाते हैं, रहते हैं, यहां सीखो मराथी, और वो शुरुआत हैं जरूर होती है, एक स्टैंडर्ड से ही बच्चों को सीखना ही चाहिए, लेकिन हम नहीं बोल रहे हैं कि किसी को जाता माराथी जल्दी से, सुष्मा नहीं बोल रहे हैं, कि कानूल को अपने हाथ में लो
23:00अब बोलू मैं, अब मैं बोलू, हम यहीं कह रहे हैं कि जो लोग अपने अस्तित्वा को खो बैठे हैं और जो लोग शाहिना जी जुदी से आपका जवाब,
23:13मुझे जवाब यह देना पड़ेगा कि जो अब बोल रहे हैं अरे शाइना जी दूसरों का भी सुन लीजी जो अभी बोल रहे हैं कि अभी जो बोलते समय बोल रही थी कि और कह रही थी
23:27कि जिस महराष्ट नवनिर्मान सेना का अस्तित्व खत्म हो चुका है उनके साथ वगरा अगर महराष्ट नवनिर्मान सेना का चूंकि मैं उनकी कोई प्रवक्ता वगरा नहीं हूँ लेकिन सिर्फ इतना सवाल है कि अगर महराष्ट नवनिर्मान सेना का सारा अस्तित्व खत्
23:57भविश्य में आपके नेता एकनाचिंदे नहीं रहेंगे खनेटा खेंगे
24:17इतना ध्यान रखिए कि आपके नेता एकनाचिंदे का क्या करते हैं
24:23आतु लोंडे पातिन
24:26जरा राज्ट्रिये पार्टी को भी पूछना चाहिए क्योंकि एक वक्त था जब 2008-2009 में इसी तरीके की घटाए हो रही थी और महाराश में कॉंग्रेस NCP की सरकार थी तब तो कॉंग्रेस कह रहे थी कि इस तरीके की मारपीट का हमारा हम विरूत करते हैं और हम इसके पक्ष
24:56के सही राजनीती चलेगी हिंदी भाषा निवारिया नहीं होनी चाहिए आपकी क्या भूमिका रहेगी अतुल लोंडे पार्टे लिए तेके साहिल किसी भी तरह के वाइलेंस का मारपीट का ना हमने कभी समर्थन किया था ना कभी करेंगे जो मारपीट हुए उसके खिलाफ
25:26चाहिए लेकिन यह जो पार्टी है बीजेपी और इनके साथ जो दो लोग जुड़े हुए हैं इनका कोई इनका कोई यह नहीं धरम नहीं है यह है ना मूमे राम और बगल में नतुराम ऐसी पार्टी है अगर आपको ऐसा लगता है कि मराठी अपनी मात्रुभाशा है मात्
25:56इसलिए यह मुद्दा उठा है तो इसके पहले भी आपने जियार पीछे लेने की बात कई थी फिर से उसको अनिवार्य करने बीचे के दरवाजे से चुपचाप से अनिवार्य करने की कोशिश आपने क्यों की चुनाओं के सामनी की न आपने और आपको अभी बंमालेगा�
26:26है क्योंकि जब लगता है ना साहिल आप हम लोग तो मराठी है सब मराठी बेटे हैं यहां पर पैर को लगता है ना तो हम आईगर बुलते हैं यह जो है ना एक सब्विदंशिल संबंध जो है भावनातमक्स संबंध मात्रु भाशा का इसलिए भाशा को मात्रु भाशा कहत
26:56कोई दो भाई आने से कॉंग्रेस को कुछ फरक नहीं पड़ता है कुछ फरक नहीं पड़ता है हमने अपने विचारों से कभी कॉंप्रोमाइज नहीं किया है
27:14तो सबसे पहले यह खड़ा होता है कि यह वीदता का संबान निकरते इनका क्या है हमें पद parish उध्माण को मारवित्व
27:38नहीं होनी चाहिए, एकदम गलत बात है, मुंबई यह एक आंतर राष्टिय शहर है, यह भी हमने ध्यान में रखना चाहिए, इस तरह का लाइन ओर्डर खराब होगा, तो माहरास्ट की इमेज पर उसका असर पड़ेगा, कुल मिलाकर, सवाल यहां पर आकर खड़ा होता है, क
28:08रकरण हुए है, मीरा रोड की घटना हो, या ठाने की घटना हो, यह अपवादात्मक घटनाए है, इन घटनाओं का जो आंदोलन है, उससे सीधा संबंद नहीं है, हमारी पार्टी का जो विरोध था, हिंदी को पहली से पांच मी तक अनिवार्य करने का विरोध था, और उ
28:38इसलिए पांस तारीक का रैली का आयुजन किया गया है, और इसके राजनीतिक अर्थ साहिल ना निकाले जाएं तो ज्यादा बहतर होगा, क्योंकि इसमें ना कोई पार्टी है, और इसका एजेंडा सिर्फ मराठी है, कोई लंबी राजनीतिक असर इसके होंगे, इसका मेज
29:08मुद्दे पर सभी लोग यही बात करते हैं कि मराठी का मान रखना चाहिए, लेकिन उसके साथ सवाल जो तस्वीर हैं यहाँ पर चल रही है, कोई अगर आकर यह कहना शुरू कर दे कि महाराश में तो सभी माशा हैं बोली जाती है, और खास करके मुंबई जैसे शहर में अ
29:38सवाल यहाँ पर आकर रूप जाता है, क्या इसी से मराठी संस्कृति बढ़ सकती है, साहिल जी मैं आपके साथ में हूँ, मारपीट के पक्ष में कोई नहीं हो सकता है, स्वयम राज्टाकरे जी ने कहा है कि हमें मारपीट नहीं करना है, अगर कोई मराठी नहीं बोलना है �
30:08छला रहा है, अपना व्यापार कर रहा है और वो यह कहे कि मैं हंदी नहीं बोलूगा, मुझे तो सिर्फ अपनी भाषॐ में बात करनी है, मराठी में
30:16मराठी में मुझे बाती नहीं करनी है तब तकलिफ होती है तब लोगों को गुस्सा आता है और तब इस तरह की अप्रिये घटनाएं घटती हैं जो नहीं घटनी चाहिए हम मैंसे कोई भी इस तरह की तो यह मारपीट का आदेश दिया गया था नहीं यह अपने आप कर रहे थ
30:46नहीं और राज साब के कहने के बाद इसको नियंत्रित किया गया है यह बहुत अच्छी पाते हैं लोग जो यह बैठे हुए छोटे चोटे लोग है चोटे व्यापारी है उनको तो पीड देंगे लेकिन जो बड़े लोगे जो हिंदी में बात करते हैं मराठी में बात नही
31:16कोई बिजनस्मन है लुए बहुत यह अगर कोई अगर यह कोई कहता है कि वह मराठी में बात नहीं करेगा तो यह बहुत गलत है देखिए अगर आपको याद हो तो अमिताब बच्चन की धरुमपत्नी जया बच्चन ने कहा था कि हम तो हिंदी वाले हैं मराठी में नहीं
31:46मराठी संस्कृति है हमारे लिए महराष्ट को और मराठी को बचाना है मराठी बचेगी तो महराष्ट बचेगा क्योंकि महराष्ट का निर्माण मराठी भाषा के आधार पर हुआ है साहिल भाई
31:56आशुतोष बर्मा एक वक्त था जब शिबसेना की शुरुआत हुई तब डक्षिन भारतियों के खिलाफ आंदोलन था वहाँ से शुरुआत हुई
32:08कि महराष्ट में मराठी लोगों को नोकरिया मिलनी चाहिए दोजार आज दोजार नौ में उत्तर भारतिया निशाने पर थे और आज की स्थिति में हम देख रहे हैं मारवाडी और गुज्रा थी उनके खिलाफ सवाल उठाए जा रहे है ये राजनिती कहां की राजनिती है
32:38होना चाहिए उसको बढ़ावा देना चाहिए हमारे यहां अवधी बोली जाती है बिहार में भोजप्री बोली जाती है हिंदी बोली जाती मराठी बोली जाती है इसका सम्मान होना चाहिए मुझे बिल्कुल इसमे कोई गुरेज दें लेकिन भारत की समीधान को भी मापना
33:08नए भारती नए संता में 152 और 151 में कई धाराएं अर्जित हैं महराष्टा में देड़ करोण से दो करोण के बीच उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग रहते हैं जो बूलता हिंदी भाशी हैं लेकिन अगर आप उनको जरा के धमका के मार पीट करके आप वहां का वोट पा
33:38सब्सक्राइब भी रहे थे मुझे बड़ा दुख लगता है कि 2009-2014-2019-2024 मेंस यही करती चली आ रही है और अपना पॉलिटिकल की इस हिजाब नहीं देख पा रही है चार परसंट तीन परसंट दो परसंट देर परसंट तेरा सीट से लेके जीरो सीट आ गये हैं अभी भी
34:08आज भी वहाँ पर रजिस्टेशन आधार कितने चीजों के लिए परिशानी उनकी लड़ाए लड़िये ना इतने मुझे हैं लड़ने के लिए और क्या फिल लड़ा है आपको इसमें बाती है कि राज साकरे जी जो कुछ करते हैं उसके पीछे राजनितिक फाइदा उठा
34:38आंदोलन भी मनसे के जंडे और बैनर के साथ होता बिना जंडे बिना बैनर के सिर्फ मराठी जन का आंदोलन कड़ा करना राज साकरे जी का जो कार्य है वो ये साबित करता है कि उन्हें राजनिती में वोट पाने की इच्छा कोई बहुत ज्यादा नहीं है अगर मिलेंगे
35:08अफसोस नहीं होगा लेकिन हमारे पराजे के शर्त पर अगर मराठी जिन्दा रहे तो मराठी जिन्दा रहे तो वागिश भाई वागिश भाई क्या अगर अगर यह मैंने पहले अपने स्टेट में ने कहा आप छेती भाषा है और उसको सम्मान होना चाहिए हम अपनी अव
35:38आप सर्याम जापड मारेंगे मुझे लगता है एमस के नेता और राज ठाकरे साथ को खुल किया आना चाहिए और अपने ऐसे कारे कारवाई करेश भाई नहीं किया है कोई समर्थन कर नहीं सकता है क्योंकि वह कानून व्यवस्ता का मुझा है हिंदी भाषा से द्वेश नह
36:08कम हिंदी बोलते हैं बिल्कुल मैं अगर करते हैं तो कम से कम हिंदी और मराठी दौनों देवनागरी में देवनागरी में पड़ी जाती है हिंदी और मराठी दौनों देवनागरी में पड़ी जाती है एक शब्द होता है बाल हिंदी में अगर कहेंगे तो बाल वहीं मरा�
36:38नागरी पढ़ते हुए वो बाल और बार का अंतर नहीं कर पाएगा इस तरह की आवश्यक्ता नहीं थी और ये जो है नो भाशा ताहिए जैसे गुजरात में गड़ित एक विशह रखा है वैसे महाराज में रखते जरा एक मिले एक समाल और पूसले एक साहले पूसले अमिता
37:08पहले अम अमराथी में बात करते हुए कभ देखा था गौताम अडानी को कभ देखा था अमिताब बच्चन को कभ देखा था निकाल बागे बाहर कर दीजिए मुंबई से यह तो छोटे लोगों पर आप अपना चाहिए कि एवनेस जवाब देंगे इस तरीके के काम करने ज
37:38कभी यह नहीं कहा है कि आप कुछ भी कर लिजे हम महराथी नहीं बोलेंगे अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ भी वैसी ही करवाई की जाएगी जैसी हम दूसरे लोगों के साथ करते आ रहे हैं
37:49लेकिन जरा राजनीती भी दिखा देते हैं जरा सियासत समझ लेते हैं आशुतोषवर्मा आशुतोषवर्मा देखिए आकड़े कई चीजे कहती है आकड़े ऐसी चीज है और राजनीती ऐसी चीज है कि वो बुवा भतिजा को भी यूपी में साथ में लेकिया सकती है तो �
38:192017 के चुनाव में भारतिय जंता पार्टी को 82 सीटे मिली थी, शिवसेना को 84 सीटे मिली थी और MNS को 7 सीटे मिली थी, उनका वोट परसेंटेज एक बार देख लिजेगा, 27 प्रतिशन पोट करीब करीब बीजेपी को शिवसेना को पढ़े थी, 1 प्रतिशन जादा, 28.3 प्रति�
38:49लेकिन उसके बावजूद, अगर साथ में लड़ते, तो शिवसेना और MNS मिलकर 118 सीटे मुंबई महान अगर पालिका में जीत सकते थे, 118 से 125 सीटे, जबकि बीजेपी जो 82 सीटे जीत चुकी थी, वो 64 सीटों पर आकर सिमण जाती, कॉंग्रस की सीटे भी इसमें कम हो सकत
39:19इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे से जुदा हुए थे, वो मराठी के मुद्दे पर जब एक साथ दिखना शुरू हो जाता है, तो उसके पीछे ये भी गणित होता है सुश्मान दारे, सही है की नहीं है?
39:49ने रखते हुए यह कोई एक पुलिटीकल गेम या कोई अजेंडा चलाया जा रहा है, तो शायद कल के प्रोग्राम में हम हमारे बानर पर भी पार्टियों के नाम बगरा कर सकते थे, किन्तु ऐसा नहीं हुआ, और एक बात मैं आपको याद दिला दू, जिस दिन PC लेकर द
40:19में अपनी ट्वीट में अपने स्टेटमेंट में कहीं भी नहीं कहा कि इसका क्रेडिट हमारा है। दोनों ने भी कहा कि यह सारा जो क्रेडिट है, यहां के मराठी मानुस का है।
40:45गुम हो जाते हैं किन्तु मराथी के मुद्दो मराथी के मुद्दे को लेकर कहीं भी राज ठाकरे उद्दो ठाकरे इन्होंने कहीं भी किसी भी तरह के क्रेडिट की बात नहीं की उन्होंने कहा यह सिर्फ और सिर्फ मराथी मानुस का मुद्दा है और हम फिर बार-बार चाह
41:15साहिल जी पहले तो आपका गनेत बिलकुल गलत है, साहिल जी का जवाप सुने जी जी सेना का मतलब है शिंडे सेना, तो जब आपने कहा कि शिव सेना और मनसे साथ में आएं, तो ये संभवी नहीं है, क्योंकि शिंडे सेना याने कि एकना जी शिंडे के नेत्रित्व में ही हम
41:45मन्से के जो प्रवक्ता यहां पेठे हैं, वो लोगों को आकर्शित करते हैं मराथी के प्रती, ये जो एक तर्स से वो हातापाई करने जाते हैं, वो सिलेक्टिव ही है और मैं रिपीट करूंगी, ये कहीं-कहीं हिंदू पॉक्त्स में वो जाके सिलेक्टिव नॉट-İंडिय
42:15समुदाई से आते थे मैं आपको याद दिलाना चाहता हूँ दर अनलाइज कीजिए तब आपको पता चलेगा कि सच्चाई कौन है मराथी के साथ मराथी अस्मिता के पाथ मात्र भाशा के जवाब देंगी या वागिस सारस्वत जवाब देंगा अब मैं बताओ चालिए धों
42:45पहली पहली येस येस बड़े बड़े बड़े स्पेसिफिकली बताना चाहूंगी कि जो बोल रही है कि हम एकनाच चिंदे जी के नेतरुत में करेंगे तो वो याद रखे कि कल को ऐसा हो सकता है कि एकनाच चिंदे को भी शायद डिच किया जाए और उदय सामन सारी कमांद
43:15और तीसरी बात हम आपको बता दे और तीसरी बात ये है शाहिना जी मैंने आपका शांती से सुन लिया है मैंने सुन लिया है मुझे मेरा आखरी स्टेक्मन ये पुजराग जहां कहते है
43:40क्या शिवसेना और MNS साथ में आने के लक्षण आपको दिख रहे हैं MVA के लिए खत्रा हो जाएगा जल्दी से
43:52ने ने हमें कोई खत्रा नहीं है लेकिन मैं यहां मुद्दा रखना चाहता हूँ
44:10कि BJP जो असमिता के विशय करती है हिंदू-मुसल्मान करती है अभी भाषा पर आती है नौर्थ ही और साउथ करती है इसको उधारन देता हूं में
44:18अभी जात भाषा का दर्जा का प्रपोसल जो है वो माराष्ट ने 2013 में पास कर केंद्र में दिल्ली में भेज दिया था चौदा में इनकी सरकार है चौदा से लेके 2024 तक इन्होंने उसको हाद भी नहीं लगाया लेकिन जैसे माराष्ट का चुना वाया इन्होंने वो अभी
44:48चौक इन भाषा का सूत्र अगर किसी राज्य में लागू किया गया तो वो गुजरात पे लागू किया गया है 97.6% स्कूल में गुजरात पे थी