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  • 2 days ago
Anshuman Jha Web Series.

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Transcript
00:00करी झायद, कमेखड़ Mगएफ
00:30झाल झाल झाल झाल
01:00कि अजाने मीघघ ये अपको पातेरी ये खीज़े में अपैसी अलाओ ये ह्टार प्लाइट में हैं अजा क्या तरह वह और आमोगे कप्तन को पड़ाब एक और शरीर का रूम प्रूम लोगा दार स्ट़् टार युख रूलाद गाना चाहिए
01:29उसके अपनी प्रेम को काम अपका लंगन में आनने के लिए भुश कर रहती है
01:36अचानद
01:44उसकी शरी में से रहन से दूरी
01:47किप तक किसी ने हो उसके?
01:50ने ताम को
01:51अपनी रोख के जो
01:55अपनी रोख के जो
01:57अपनी रुश कर अपनी रोख के
02:01वोख के
02:03कोमान व्शाल वक्ष का
02:07अच्छे जया मैं
02:09रुश
02:11ऐसके जो
02:15पल्दे़
02:19पल्दे़
02:21जो
02:23जो
02:25हुआ हुआ हुआ हुआ है
02:55हुआ हुआ हुआ है
03:25हुआ हुआ है
03:55तो लुकी तो बन्यार हो गया अपेट के नीचे का शोच्छरवने नहीं उटाराम हुग।
04:06गोपाल इन दूनों लुपर भी एक चीज होती है
04:09क्या ओपर एक चुथिये दिल
04:13आप दिल
04:19कोन अब
04:21करीं
04:27मामा जी
04:29ऐब हको ओपतलश गुल्ची
04:32हुलाअ
04:35ऑनजी
04:37एख दूना
04:41मामा जी
04:42करे भी आप
04:47तुम्हारी श्रुड जिजाग मुदा
04:50एए रडूस यह एक तगड़ा वाला बक्रा है तंद्रा किलो का कटाके लागा जीजा जी मतल्ड़ अरे वो कुछ नी वो भाईसा बाज घरा गए और माफि मांगर जो अगर वाली तंद्रा से राकी देखो अरे जीजा जी मतल्ड़ अरे वो ने वाली बहु बड़ी सुशील
05:20माफ करवेन एच्छे अड़ा हम अरे दुख ए अधिर श्वागत करो अधै आई एह अधिर अधिर को पाल हम अधू से दिलने जाने वाले हैं तो तुमने सुचा उचा उसे थोड़ा तो व्यामशारका ओ दन्य भाग हमारे आखिर आखिर आपने उस काबिल तो संझा है अ�
05:50क्या है न एकदम से चढ़ना मता थोड़ा अरेच पागल हो क्या तुम कुछ ना चाहते थे कि
05:58मधु जैसी लड़की के लिए हम सही वर हैं भी कि नहीं
06:02देखो बंदू ऐसी चीजे नहीं छिपाते तेखो हमारी जानकारी में एक यॉन रोग विशेचग गया
06:09सपन दोष शीक्रेपतन कमजोरी है एक कोई रोग नहीं है हमारे कहने का ये तातपर यथा कि मधु जैसी नेक दिल और बेपांक लड़की के साथ निभाभी पाएंगी कि नहीं तक क्यों निभाभाओगे इतने सालों से देवी का कि व्यथा के साथ तुमारी निभागी है तो
06:39अजय करेगा पहले नोकरी फिर छोगरी इस बीच इस गोपाल के लिए टाइम निकालोगे नो पाल तुमारे सबसे दोस्तों है हुआ है हुआ है हमने कहां थाना मुझे लाइबरी के बिलकुल बगल वाले सिद्डू वाले के पास जाना था है हुआ है मुझे गोल गप पे �
07:09जाना मीरा मातू जी नमस्ते आप तो तु बिलकुल समय के पाद्धी है बिलकुल पांस बज़े पहुचके जी हमारा ऐसा मानना है कि अगर आप समय की इजजद करते हैं तो समय आपकी इजद करता है अँआ अँँग्सार्य यह मेनी सबसे अच्छी साहल्या है आशा और न
07:39प्रजीन नंटार कि अचिछान दो रोज रोज रोज ना चाहिए नहीं नहीं तो एक चीज़ बहुत पसंद है बेसन की मिठाई
07:59हम दोनों की पसंद एक एक तो यह जाए तो यह जाए बसा है
08:09जीत मिठाई बंडारे, आप टो चलो चलो चलो, हम बेशन की मिठाई का ते भाग।
08:13जीत, मुझाए अबेशन की मिठाई का तो यह जब अब ए जाओ
08:17जीए
08:25मैं लगा आपन से नहीं मिलेंगी
08:28सायद मिलते बुरेंगे
08:31लेकिन जो होना है वो तो होता ही है
08:35पापा एक है कापा लिखते हैं, जा लिखने आज कार?
08:41वो देविका की लिखता
08:44वाँ, वह दूने में लादी, उत्थानों सशक्तिकरम की कानी लगती है
08:49जी, कब बढ़ा हीगा?
08:52पास आक्री कुछ पन्ने बचें, जैसे ही खतम करेंगे, वैसे ही पढ़ा देंगे, ठीक है, फिर तो सुनाई ही दीजी, लेखक पती होने का कुछ तो फैदा मेंदा हुआ है
09:22थेनु केना केना दिल गाहान कैना, मेर का दे ना रे ना रे ना, टेरे ना रे ना रे, तुझे संग तेन मेरा, तुझे संग मेरी रहना
09:50तेनु केरा, केरा, केरा, दिल्दा हार देनु
09:56इसके बाद कब मिलेंगे अप?
09:58उनीस तारीक को कॉलेज जारें
10:01तो हम उनीस को आपके कॉलेज के बार आजाएंगे
10:04तो पच्पन से ही लिखने में
10:10जी
10:12सायद अम पड़ा ही लिखने में
10:15कि अजए रहतीओ
10:23कि विल्दाने में है
10:25अनीन कि अपन, और ये कपड़े दोने का
10:29अर ये ये लिखति अर ये ये ये ये ये रालो शां
10:34पार आश
10:40नहीं अम्ध। यह क्रीम तो नहीं होंगा था मैंने. बहुत महंगा भी दिखता है।
10:46गीफ्ट ए हैं। गीफ्ट स्टाए कि अपर हैं।
10:50कहना मनाली क जाडुन काम यह बगा है।
10:55आख मेंने को परो हैं।
10:58काका हमको भी कभी दैया करों।
11:05अजहारे तुकान तुम्हारी है, कि पहलवान की छोटी बहु है, नहीं है तो फब गरा की पुरानी और यह नहीं, तो फ्लाल रखना पड़ता है, भई?
11:27महले की हर छोटी बड़ी ज़रूरत के लिए भईये के पास तो जाना पड़ता था
11:32पहलवान की छोटी बहु, हालकि उम्र में छोटी थी, लेकिन उसका गदराया हुआ बड़ी-बड़ी ओरतों को मांत देता था
11:41उसके लहराते बदन को देख, बनिया भी बिगड़ गया
11:45और छोटी बहु की बिगड़नी की नीव उसके दिस्तर में रखी जा चुकी थी
12:03अपने बदन को सहला कर, खुद को संतुष्टी देने के अलावा, उसके पास कोई रास्ता न था
12:10खुद को देखना और महसूस करना, उसकी जिन्दगी का हिस्सा था
12:21बनिये का दिया हुआ लोशन, उसके हातों से उसके पैरों को सहला रहा था
12:37उसके स्पर्ष में कहीं न कहीं बनिये की मौजूद्गी का एसास भी दिला रहा था
12:50शोटी बहू अब किसी ना किसी बहान बनिये के पास जाने लगने हैं
13:08यह लगने हैं
13:32और बन्यादी बिना पैसे लिए वो सब देने लगा जिसे लगा कर सहला कर छोटी बहु खुद को उसके पास महसूस करती
13:45और यह सिलसला यूँ ही चलता रहा कभी चीनी के उन बारीक दानों पर जो अपनी मिठास से छोटी बहु की प्यास को बुझाने की कोशिश में थे
14:15और चोटी बहु अब दूब रही थे अपने कामनाओं के समंदर में अब जवाला मुखी अपने उफान पे था जो बन्ये की नजर ने आप लिया था
14:45हुआ है
15:15छोटी बहु दिल्ली से लॉलिपॉप पाया है।
15:21कहो तो दे दू
15:23लॉलिपॉप?
15:24मुझे बेहत पसंद है लॉलिपॉप
15:29हाँ
15:29अंधर अंधर इस तो रूम में रखे हैं
15:33जो सब्सक्राइब
15:35बनिय का निमंत्रा छोटी बहु मनाना कर सकी
15:39वो बढ़ चुकी थी और इंतजार में थी
15:43कि कब कोई सपनों से बाहर उसे सुख की प्राप्ती दे
15:48जिसकी चाहत हर औरत को हुए
15:51क्रूम
15:59जुआए
16:16बनिय का लॉलीपॉप
16:18उसे सुख़द अनुभूती दे रहा था
16:21उसका एक एक रस उसके अंदर तब ही वासना नीठा रस दे रहा था
16:28और बनिया भी अपने हाथों से लॉली पॉप का परम सुख दे रहा था
16:48बनिया अपनी हर गिफ्ट की वसूली उसको चूप कर रहा था
17:01और उसका चूना छोटी बहु को भी सरहन दे रहा था
17:06अब दोनों तयार थे अपने काम उतेजना को पॉलने के लिए
17:11और जानने के लिए किसका परगार आरी है
17:18झाले के लिए
17:36झाल झाल
18:06चोटी बहू के बलाउस का अलग होना बनिये को किसी और ही आत्रा की तरफ ले गया था
18:25बनिये ने जिस तराजू पे सामान का तूल में उखिया था
18:30आज वो उसी तराजू पे चोटी बहू के शरीर को तूलना चाहता था
18:36जो बतलए खाजráion आत्रां सुफलो झाल का बर्टो घर्ता है
18:46कल बतलए थ क्या था सकते सम्क्राइ dong
18:52कल पर नार actा है
19:01घ्मानन ओ disse
19:04तराजू जोटा रहा और साथ ही साथ चोटी बहू के शरीर के स्कनों का फसाद दिए
19:34बना हमको नोटी बहूंग
20:04बूरी पे होती उथल पुथल ने शरम सीमा की तरफ प्रबेश कर गिया
20:32जहां से ज्वाला मुखी पटने ही बादा
21:02का जब आप सरीत आपनी आहों से दे रही थी
21:08आरे आरे आरे कौन अंदर मामा ले बसकत कर रहे हैं नेरा बताब अरे सरीता के उपर लेटे हुए अधर कोने सरीता को अपने अंदर लटाब
21:21कर दर आप खाफ जबर करें
21:30प्रफ
21:33क्यक्यों कै प्या बादे हैं ममा कॉंछन था किसाथ
21:36कुई?
21:42चाहुआ आँ आँ
21:50यह करो से इमाँ यह किताब कर एंग
21:53इस अपानजी अपानजी किसी ने देपी आपक है तो
21:57यह करना रख लिए लोटाइज नूमाँ लोटाइज
22:03यह बेड़ा दो इस उपाई ने?
22:04मेरे, मेरे इंतजार रहा तुम बेठो तुम बेठो, मैं खाना मना के लाता हूं
22:08छिक है, मामा, हाँ
22:13आधो ले लेने
22:13अभाण जा इसी कोई बात नितुम
22:18नालो खाना नहीं गर्मकर जेता
22:19अभाण जेए
22:27दोलो अलें गल और चुममन में डूप चुक थे
22:31दोनों ने एक दूसरे को भाहू भी ले लिया और दूसरे कबरे चले गए उसके बाद
22:41मस्तराट?
22:42मस्तराट?
22:43बड़त, ये मेरी भुकली है, वो किषिन ने किषिन, बहुती कमीना उसने मेरे गुदेगी है
22:47उसने दे दिया और अपड़ भी रहे हैं वो भी छुप छुप चुप कर बड़ मजब दो मेरी नौकरी का सवाल है
22:52नौकरी का सवाल है
22:53तो नौकरी जानी चाहिए ना ये सब पढ़े हैं आप कॉलिश में ने ने बादा करता हूँ
22:57ये पहली गलती और आखरी गलती इसके बाद कभी मुझसे गलती नी होगी
23:00आज के बाद अगर आपको ऐसी हरकते और अशलील किताबे पड़ते हुए पकड़िंगे ना
23:05तो सीधे प्रिंसिपल और मैनेजमेंट को शिकायत करेंगे हम
23:08जाहिए अब
23:09बस बस
23:10राजा राम
23:15तुम चाओ
23:18जाओ जाओ
23:19जाओ
23:20बाई बाई
23:21हाँ बाई
23:22जाओ
23:23जाओ
23:24जाओ
23:25मस्तराम
23:26जाओ
23:27मशलील किताबो का नेखा
23:28कॉलिज के अंदर बैठ कर बढ़ रहा
23:30बढ़िने वाले तो गंदे है
23:32लेकिन सोचो एसी किताबो को लिखने वाला कितना गटिया होगा
23:35कैसी मन सिकता होगी उसकी ने
23:38यह समझ मेंगा
23:40कि कोई दो पैसो के लिए
23:42अपनी हात्मा तक कैसे बेच सकता है
23:44जाओ
23:46जाओ
23:48कि मस्तराम ना
23:50हमारे हाथ जाए
23:52तो जोत्ती से फोड देंगो
23:54चलिए
23:58अरे चलिए
24:02अरे चलिए
24:04कि
24:08कि
24:10कि
24:12
24:14कि
24:16युआ
24:18घुमें और खु को
24:20कि
24:21अपके लिए
24:24अमेरे खुद के घर पहुंचके
24:26हम आपके लिए बहु नहीं लिख सकते
24:28हम आपके लिए
24:30अपके लिए
24:32हम अपना इमान हें देचसके हैं
24:36जैसे इनों नहीं देचात है
24:38प्रृष्ट बेच आधी बेचक पाध कि इलोगा़ी अर्फ यहां
24:44सहीन कडिकार रखा करा रख को अरब तरह कि participants
24:51सल्षा निंग क्या लिख रहां थो मुझे क्या रहें।
24:56तो शेक्सपेयर हैं कि आप सेक्सपेयरु उसे क्या लिख्खेया उिप थे वाeder है आप वार आपको वरंगीन पिक्चर दिखा दिखाए दिखाया जा पुछ आप अन्यूगों
25:14किताब हो गया पबले कर दो आप इन किताबों की वैली देखना चाहते हैं तुर्गाप्रसाइजी ये किताबें हमूल लिया है आज कल अमेशा आये मेरे साथ आये आये आये आये आये
25:30आये अफिए कर दो कियाओ ये टीजी ये श्याइज एप्ते है अधित कैसे मिलेंगे एक कर दो ये अधित बड़े लेखा चैस्पियर है इसका न काम वाट्व दोर वेडरा पिछे लू किया शप्ताइजी शप्णा बैटी
25:58वो बोरा तो लेकर आना जिसके अंदर ना भिकने वाली कितावे रखी हैं
26:04ले आई अबे काम कर इसे पलट ले
26:10अबे काम कीजिए इन सब को मेरी तरफ से भेंच समझ के ले जाएए दूसरे मोहले में बेच दीजिए आपका भी फायदा हो जाएगा मेरी जगा खाली हो जाएगी इदेखो सहरो बड़े बड़े लेकर को यहे लेकर कीमात समझ रहो
26:32हाँ बड़ा बोरी में वापस रख दे किताबे
27:02मैं मदू की भुआ हूँ आपको देख के नखते है जैसे आप मदू की बड़ी बहन है
27:32पानी में है आग लगी पर बस से भी धुआ उठे लगे बुचाने जो मिलके अब उसी आग में दो नजने
27:54हर पल यही मैं सोचू कैसे इस मौके का लाब उठे पानी में है आग लगी पर बस से भी धुआ उठे लगे बुचाने जो मिलके उसी आग में दो नजने
28:08अंजन की सीटी में महारो मन दोले
28:23अंजन की सीटी में महारो मन दोले
28:27चला चला चला रे डिलाबर काड़ी हुले हुले
28:33अंजन की सीटी में मारो मन डो अले
28:38दोले डोले लेव जोले लो है
29:08समीजे ऊपर एक पल में तरे लैंड करेंगे सोफे पे
29:12आदे खरने को रात पडी फुल बोटल लाया तौफे में
29:16कट-कट करके बोतल पीली करके नौट स्ट्रेस के रीली
29:19इसके बाद जरा सा ड्राइविंग स्लोव
29:23दूंगर भागे नंदी भागे और भागे देखे राणा की तोटोली भागे रेत ही रेत
29:32चला चला रे चला रे डिलावर गाडी होले होले अंजर की जिटी में भारो मन डोले
29:53पानी में है आग लगी पर बसे भी धुआ उठे लगे बुजाने जो मिलके उसी आग में दोनों जले
30:10अंजर की जिटी में भारो मन डोले
30:14अंजर की जिटी में होलो मन डोले
30:17अंजर की जिटी में होलो मन डोले
30:44अंजर की जिटी में होलो मन डोले

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