यह नवर्ण मंत्र चंडी साधना का मूल है और तंत्रशास्त्र में इसे महान सिद्धि प्रदायक माना गया है।
इस मंत्र का जाप गुप्त नवरात्रि, तांत्रिक साधना, और शक्ति उपासना में विशेष फलदायक होता है। साधक इसे 9, 11 या 108 माला तक जपते हैं ताकि वे शत्रुनाश, आत्मबल, और दिव्य ऊर्जा प्राप्त कर सकें।
इस वीडियो में जानिए: ✅ नवर्ण मंत्र का सही उच्चारण ✅ इसकी साधना विधि ✅ जप के लाभ और सावधानियाँ ✅ किसे, कब और कैसे करना चाहिए यह जाप
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