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00:00शुपान्शो नमस्कार आप आज मात्रू भूमी से भारत भूमी से सबसे दूर है लेकिन भारत वासियों के दीलों के सबसे करीब है
00:20आपके नाम में भी शुब है और आपकी यात्रा नए युग का शुब आरंब भी है इस समय बात हम दोनों कर रहे हैं
00:38लेकिन मेरे साथ एक सो चालीस करोड भारत वाच्यों की भावनाएं भी है मेरी आवाज में सभी भारतियों का उत्सा और उमंग शामील है
00:57अंत्रीच में भारत का पर्चम लहराने के लिए मैं आपको हार्दिक बधाई और शुब कामनाई देता हूँ
01:13मैं जादा समय नहीं ले रहा हूँ तो सबसे पहले तो ये बताईए वहाँ सब कुशल मंगल है आपकी तब्यत ठीक है
01:24जी प्रदार मंद्रे जी बहुत बहुत धन्यवाद आपकी विशेज का और 140 करोड मेरे देशवासियों के विशेज का
01:32मैं यहाँ बिल्कुल ठीक हूँ सुरक्षित हूँ आप सब के आशिरवाद और प्यार की वज़े से बहुत अच्छा लग रहा है
01:38बहुत नया एक्सपीरियंस है यह और कहीं न कहीं बहुत सारी चीजें ऐसी हो रही हैं जो दर्शाती हैं कि
01:46मैं और मेरे जैसे बहुत सारे लोग हमारे देश में और हमारा भारत के दिशा में जा रहा है यह जो मेरी यात्रा है यह प्रत्वी से और बिट की 400 किलो मीटर तक की जो चोटी सी यात्रा है यह सिर्फ मेरी नहीं है
02:00मुझे लगता है कहीं न कहीं हमारे देश की भी यात्रा है
02:03विकाज जब मैं चोटा था
02:04मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं
02:06आशनॉड बन सकता हूँ
02:08लेकिन मुझे लगता है आपकी नेत्रत्व में
02:10आज का भारत ये मौका देता है
02:13और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है
02:16तो ये बहुत बड़ी उपलब्दी है मेरे लिए
02:19और मैं बहुत गर्व फिल कर रहा हूँ
02:21कि मैं यहाँ पे अपने देश का प्रतिनी देश्ट कर पा रहा हूँ
02:25धनिवाद प्रदान में
02:26शुप आप दूर अंतरिक्ष में है
02:29जहां ग्रेविटी ना के बराबर है
02:33पर हर भारतिय देख रहा है
02:36कि आप कितने डाउन टू अर्थ है
02:41आप जो गाजर का हलवा ले गए है
02:46क्या उससे अपने साथियों को खिलाया
02:50जी प्रदान मत्री जी ये कुछ चीजे मैं अपने देश की खाने की लेके आया था
02:56जैसे गाजर का हलवा मुंगदाल का हलवा और आमरस
03:02और मैं चाहता था कि ये बाकी भी जो मेरे साथी हैं
03:06बाकी देशों से जो आए हैं
03:08वो भी इसका स्वाद ले और जखे जो भारत का जो रिच कलिदरी हमारा जो हरिटेज है
03:14उसके उसका एक्सपीरियंस ले तो हम सभी ने बैठके इसका स्वाद लिया साथ में और सबको बहुत पसंद आया
03:20जो परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी परंपरा है आपको तो पृत्वी माता की परिक्रमा का सवभाग्य मिला है
03:39अभी आप पृत्वी के किस भाग के उपर से गुजर रहे होंगे
03:45प्रधार मंतरी जी इस समय तो मेरे पास ये इंफोर्मेशन उपलब नहीं है
03:50लेकिन थोड़ी देर पहले मैं खिर्की से विंडो से बाहर देख रहा था तो हम लोग हवाई के उपर से गुजर रहे थे
03:58और हम दिन में 16 बार परिक्रमा करते हैं
04:02सोला सूर्यदे और सोला सन्यास सन्राइज और संसेट हम देखते हैं और बहुत यह चंबित कर देने वाला यह पूरा प्रोसेस है
04:11इस परिक्रमा में इस तेज गती में जिस हम इस समय करीब 28000 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे हैं आप से बात करते वह और यह गती पता नहीं चलती क्योंकि हम तो अंदर हैं लेकिन कहीं न कहीं यह गती जरूर दिखाती है कि हमारा देश कितनी गती से आगे
04:41क्या है आपको परदैर मंतरीजी सच में खेलो तो जब पहली बार हम लोग और्बिट आंत्रिक्ष में पहुँचे तो पहला जो व्यूअ वह प्रत्वी का था और प्रत्वी को बाहर से देखके जो पहला
05:11प्रिफ्री की वननेस की फीछिंग है, जो हमारा भी मोटो है कि
05:41अनेकता में एकता वो बिलकुल उसका महत ऐसा समझ में आता है बाहर से देखने में कि लगता है कि कोई बॉर्डर एक्जिस्ट नहीं करता है कोई राज जी नहीं एक्जिस्ट करता है कंट्रीज नहीं एक्जिस्ट करती है फाइनली हम सब यूमानिटी का पार्ट है और अर्�
06:11लंबी ट्रेनिंग करके गए हैं अब आप रियल सिचुएशन में हैं सच में अंत्रिक्ष में हैं वहाँ की परिस्तितियां कितनी अलग हैं कैसे एड़ अड़ कर रहे हैं
06:27भाँ उनदाइट करके यहां परिस्तितमर्यनिकुल रहे हैं तो छोटार को भी बहुत मुश्किल हो जाती हैं
06:51ग्राविटी, माइक्रो ग्राविटी है, एपसेंट है, तो छोटी-छोटी चीज़े भी बहुत मुश्किल हो जाती है, अभी आपसे बात करते हैं, मैंने अपने पैरों को बांध रखा है, नहीं तो मैं ऊपर चला जाओंगा,
07:03पानी पीना, पैदल चलना, सोना, सोना बहुत बड़ा चालेज ए, आप छथ पो सकते हैं, आप दिवारों पो सकते हैं, आप ज़मीन पे सो सकते हैं, तो पता सब कुछ होता है प्रदार मदरीजी, ट्रेनियक अच्य है, लेकिन बातावरन चेंज होता है, तो थोड़ा सा यू
07:33और spirituality दोनों है आप अंत्रिक श्यात्रा पर है लेकिन भारत की आत्रा भी चल रही होगी बीतर में भारत दोड़ता होगा क्या उस माहूल में meditation और mindfulness का लाब भी मिलता है क्या
07:54जी प्रदान मंत्री जी मैं बिल्कुल सहमत हूँ मैं कही न कहीं ये मानता हूँ कि भारत अलड़ी दोड़ रहा है और ये mission तो केवल एक पहली सीड़ी है उस एक बड़ी दोड़ का और हम जरूर आगे पहुंच रहे हैं और अंत्रिक्ष में हमारे खुद के station भी होंगे और �
08:24हैं और mindfulness से आप अपने आपको उन situation में शानत रख पाते हैं और अपने आपको काम रखते हैं अपने आपको शानत रकते हैं तो आप अच्छे डिसीजन ले पाते हैं जि कहते हैं कि दौटे हुए बोजन को इभी नहीं कर सकता तो कितना आप शान रहेंगे उतना ही अच्छ
08:54और बहुत जल्दी लोगों को एडाप्ट करने में मदद करेंगी
08:58अब अम्तरिक्ष में कई एक्सपरिमेंट कर रहे हैं
09:03क्या कोई ऐसा एक्सपरिमेंट है जो आने वाले समय में
09:08एग्रिकल्चर या हिल्ड सेक्टर को फाइदा पहुंचाएगा
09:11जी प्रतार मंदरी जी मैं बहुत गर्व से कह सकता हूँ
09:16कि पहली बार भारती वैग्यानिकों ने साथ यूनीक एक्सपरिमेंट डिजाइन किये
09:22जो कि मैं अपने साथ स्टेशन पर लेकर आया हूँ
09:25और पहला एक्सपरिमेंट जो मैं करने वाला हूँ
09:29जो कि आज ही के दिन में scheduled है, वो है stem cells के उपर.
09:34So, अंतरिक्ष में आने से क्या होता है, कि gravity जो की absent होती है,
09:38तो load खतम हो जाता है, तो muscle loss होता है.
09:41तो जो मेरा experiment है, वो ये देख रहा है कि क्या कोई supplement दे के
09:46हम इस muscle loss को रोख सकते हैं या फिर delay कर सकते हैं.
09:50इसका direct implication धरती पे भी है, कि जिन लोगों का muscle loss होता है,
09:55old age की वज़े से, उनके उपर ये supplements यूज किये जा सकते हैं.
10:00तो मुझे लगता है कि ये definitely वहाँ यूज हो सकता है.
10:03साथे साथ, जो दूसरा experiment है, वो micro algae की growth के उपर.
10:08ये micro algae बहुत छोटे होते हैं, लेकिन बहुत nutritious होते हैं.
10:12तो अगर हम इनकी growth देख सकते हैं यहाँ पर और ऐसा process इजाद करें,
10:17कि ये ज़्यादा तादाद में हम इने उगा सकें और nutrition हम provide कर सकें,
10:22तो कहीं न कहीं ये food security के लिए भी बहुत काम आएगा धर्ती के उपर.
10:27सबसे बड़ा advantage जो है space का, वो ये है कि ये जो process है यहाँ पर बहुत जल्दी होते हैं.
10:32तो हमें महीनों तक या सालों तक वेट करने की ज़रोत नहीं होती.
10:35सुवांजो चंद्रयान की सफ़लता के बाद, देश के बच्चों में, युवाओं में, विज्ञान को लेकर एक नई रूची पैदा हुई.
10:49अंत्रिश को explore करने का जजबा बढ़ा.
10:54अब आपकी ये एतियासिक यात्रा, उस संकल्प को और मजबूती दे रही है.
11:00आज बच्चे सिर्फ आश्वां नहीं देखते हैं, वे यह सोचते हैं, मैं भी वहाँ पहुच सकता हूँ.
11:11यही सोच, यही भावना, हमारे भविश के स्पेश मीशन्स की असली बुन्याद है.
11:20आप भारत की युवाओं पीडी को क्या मेसेज देंगे?
11:24प्रधार मंद्री जी, अगर मैं अपने युवाओं पीडी को आज कोई मेसेज देना चाहूँगा,
11:30तो पहले यह बताओंगा कि बारत जिस दिशा में जा रहा है, हमने बहुत बोल्ड और बहुत उचे सपने देखे हैं,
11:37और उन सपनों को पूरा करने के लिए हमें आप सब की जरुवत है,
11:41तो उस जरुवत को पूरा करने के लिए मैं यह कहूँगा कि सकसेस का कोई एक रास्ता नहीं होता,
11:47कि आप कभी कोई एक रास्ता लेता है, कोई दूसरा रास्ता लेता है,
11:50लेकिन एक चीज जो हर रास्ते में common होती है वो ये होती है कि आप कभी कोशिश मत छोड़िये
11:57never stop trying अगर आपने ये मूल मंतर अपना लिया कि आप किसी भी रास्ते पे हो कहीं पे भी हो
12:03लेकिन आप कभी give up नहीं करेंगे तो success चाहें आजाए या कल आए पर आएगी जरूर
12:08मुझे पका विश्वास है कि आपकी ये बातें देश के युवाओं को बहुत ही अच्छी लगेगी
12:16और आप तो मुझे भली भाती जानते हैं जब भी किसी जे बात होती हैं तो मैं होमबर्ग जरूर देता हूँ
12:25हमें मिशन गगनियान को आगे बढ़ाना है हमें अपना खुद का स्पेस टेशन बनाना है और चंद्रमा पर भारतिय एस्ट्रोनोट की लेंडिंग भी करानी है
12:42इन सारे मिशन्स में आपके अनुभाव बहुत काम आने वाले हैं मुझे विस भात है आप वहाँ अपने अनुभावों को जिरूर रकोर्ड कर रहे होंगे
12:54जी प्रतानमंद्री जी बिल्कुल ये पूरा मिशन की ट्रेनिंग लेने के दोरान और एक्सपीरियंस करने के दोरान जो मुझे लेसेंस मिले हैं जो मुझे सीख मिली है वो सब एक स्पॉंज की तरह में अब्सॉब कर रहा हूँ
13:10और मुझे यकीन है कि ये सारी चीजे बहुत वैल्यूइबल प्रूव होंगी बहुत इंपॉर्टेंट होंगी हमारे लिए जब मैं वापस आओंगा और हम इन्हें एफेक्टिवली अपने मिशन्स में इनके लेसेंस अपलाई कर सकेंगे और जल्दी से जल्दी उन्हें प
13:40कि उसको अपने मिशन में पूरी तरह से 100 परसेंट अपलाई करके और उनको जल्दी से जल्दी पूरा करने की कोशिश करेंगे
13:46शुबान्सू मुझे पक्का विश्वास है कि आपका ये संदेश एक प्रेणा देगा और जब हम
13:57आपके जाने से पहले मिले थे आपके परिवार जन के भी दर्शन करने का अवसर मिला था और मैं देख रहा हूं कि आपके परिवार जन भी सभी उतने ही भावुक है उत्सा से भरे हुए हैं
14:12सुभांसु आज मुझे आपसे बात करके बहुत आनंद आया मैं जानता हूँ आपके जिम में बहुत काम है और 28,000 किलोमेटर की स्पीड से काम कर ले आपको तो मैं ज़्यादा समय आपका नहीं लूँगा
14:29आज मैं विश्वात से कह सकता हूँ कि ये भारत के गगनियान मिशन की सफलता का पहला अध्याय है आपकी यह एतियासिक यात्रा सिर्फ अंतरिक्ष तक सिमित नहीं है
14:48यह हमारी विख्सीद भारत की आत्रा को तेज गती और नई मजबूती देगी भारत दुनिया के लिए स्पेस की नई संभावनों के दुवार खूलने जा रहा है
15:08अब भारत सिर्फ उडान नहीं भरेगा भविश्य में नई उडानों के लिए मंच तयार करेगा
15:18मैं चाहता हूँ कुछ और भी सुनने की इच्छा है आपके मन में कोई मैं सवाल नहीं पूछना चाहता
15:25आपके मन में जो भाव है अगर वो आप प्रगड करेंगे देशवासी सुनेंगे देश की युवापीडी सुनेगी तो मैं भी खुद बहुत आतूर हूँ कुछ और बाते आप से सुनने के लिए
15:39और मैं हर एक बच्चे को जो ये देख रहा है हर एक मैसंज देना चाहता हूँ
16:09और वो यह है कि अगर आप कोशिश करते हैं और आप अपना भविश बनाते हैं अच्छे से, तो आपका भविश अच्छा बनेगा और हमारे देश का भविश अच्छा बनेगा
16:18और केवल एक बात अपने मन में रखिए, that sky is never the limit, ना आपके लिए, ना मेरे लिए और ना भारत के लिए
16:26और ये बात हमेशा आगर आपने मन में रखी, तो आप आगे बढ़ेंगे, आप अपना भविश उजागर करेंगे
16:33और आप हमारे देश का भविश उजागर करेंगे, और बस मेरा यही मेसेज है प्रदानमंत्री जी, और मैं बहुत भावक और बहुत ही खुश हूँ कि मुझे मौका मिला आज आप से बात करने का, और आपके थुरू, 140 करोड देशवासियों से बात करने का, जो ये देख �
17:03इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुँच चुका है, सुभांसू, मैं आपको और आपके सभी साथियों को, आपके मिशन की सभलता के लिए, बहुत बहुत शुप कामनाई देता हूँ,
17:17सुभांसू, हम सब को आपकी वापसि का इंतजार है, अपना ध्यान रखिये, मा भारते का संबान बढ़ाते रही हैं, अनेक अनेक शुप कामनाई,
17:34एक सो चालिस करोर देशवासियों की सुभकामनाई, और आपको इस कठोर परिश्रम करके, इस उन्चाई तक पहुंचेने के लिए, बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ, भारत माता की जै,
17:53धन्यवाद प्रतान मंतरी जी धन्यवाद, और सारे 140 करोर देशवासियों को धन्यवाद, और स्पेस से सबके लिए, भारत माता की जै,

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