00:00दिल्ली में यमुना नदी पर निर्माणाधीन तीसरा रेलवेपुल अब बनकर लगभग तियार है
00:21लगभग तीन दशक का लंबा इंतिजार खत्म होने वाला है
00:25अब सिर्फ इंटरलॉकिंग का काम ही बाकी रह गया है
00:28इसके बाद CRS यानी Commissioner of Railway Safety देखेंगे
00:32निरिक्षन करने के बाद पुल पर ट्रेनों का ट्राइल चलेगा
00:36ट्राइल में सफलता मिलने के बाद नियमिट ट्रेन संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा
00:41जो पुराना लोहा पुल है जिसे हम लोहा पुल कहते हैं साधान आम पुल चाल की भाशा में
00:47इसके पैरलल चूंकि ये पुराना हो चुका है इसके पैरलल बहुत ही मजबूत और उन्नत तक्नीक का नया पुल बनाये जा रहा है
00:54जिसकी लागत तकरीबन 200 करोड से जादा है साथी साथ इसका काम काफी हद तक पूर्ण हो चुका है
01:04ट्रैक, लिंकिंग, लोड टेस्टिंग ये सारे कारे चल रहे हैं इसके बाद CRS इंस्पेक्शन होगा
01:08सेरे सेस्पेक्शन की बाद ये पूल यातायाद के लिए खोला जाएगा
01:14उत्तर रेलवे के प्रमुक जनसंपर का धिकारी हिमाशू शेखारुपाध्या ने बताया
01:19कि नए पूल के चालू होने से दिल्ली के रेलवे नेटवर्क को बड़ी रहत मिलेगी
01:24खासकर पूरानी दिल्ली रेलवे से निकलने वाली ट्रेनों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा
01:29और नई दिल्ली रेलवे सेशन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा
01:32पूराने लोहे के पूल की जगह अब एक तक्नीकी रुप से उन्नत और सुरक्षित पूल बन कर तयार है
01:38which will be the most important thing about the safe and efficient train operations.
01:49Because every asset has a life.
01:52After that, it will be replaced by the new asset.
01:59It will be replaced by the new asset.
02:01The new asset is the same part.
02:04This new asset is the
02:33to be used for both of us.
02:35The second part of PUL PRAGTI MEYDAN
02:37is the first part of the new PUL
02:39which starts with the train
02:41and the train and the train
02:43and the train
02:45and the train
02:47and the train
02:49and the train
02:51and the train
02:53and the train
02:55and the train
02:57and the train
02:59and the train
03:07and the train
03:09and the train
03:11will be better.
03:13The PUL was the first part of the year
03:16and the year 2003
03:19the country started
03:21while the train
03:23was the first part of the year
03:25It means that
03:27अप्रोवल लेना पड़ा था जिसकी वजह से करीब पास साल का विलंब हुआ इसके बाद डिजाइन में परिवर्तन तकनी की दिक्कते और कारिया वरोद के कारण काम बार बार अठका निर्मान का काम साल 2016 तक पूरा करने का लक्षे था जिसके बाद साल 2018 फिर साल 2020 और आखि
03:57देखे जो भी बहतर होगा सेफटी के सेफटी को धान में रखते हुए पैसेंजर कान्विनियंस को धान में रखते हुए उस पर निर्ने लिया जाएगा
04:05देखे ये प्रक्रिया हम वैसे भी अपना रहे हैं
04:16दिल्ली और उतर भारत की रेल नेटवर्क में ये नया यमुना ब्रेज एक बड़ा बदलाव लाने वाला है
04:23जा पुरानी दिल्ली स्टेशन को राहत मिलेगी वही नई दिल्ली रेल्वे स्टेशन के यातयात भार को भी संतुलित किया जा सकेगा
04:30इसके साथ ये पुल पुरानी लोहे के पुल के विकल्प के तौर पर रेल्वे की सनरशनात्मक मजबूती और सुरक्षा मानकों को भी बहतर बनाएगा