Israel Iran War Update: ईरान (Iran) में फंसे भारतीय छात्रों (Indian Students) को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु (operation Sindhu) चलाया जा रहा है. छात्रों के परिजनों ने चैन की सांस ली है, क्योंकि अब वे वापस लौट रहे हैं. इसी कड़ी में ईरान (Iran) से 94 के करीब छात्र 19 जून को इंडिया (Students Returned from Iran) लौटे लेकिन जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के रहने वाले छात्र राज्य के सीएम उमर अब्दुल्ला (CM Omar Abduallah) पर बुरी तरह से भड़के. क्या कुछ बोले छात्र क्या है नाराज़गी वीडियो में जानें विस्तार से.
00:00We are very disheartened and we are very disappointed from our government, from every and each and every person here
00:06जो हमें ये जूटे दिला से दे रहे हैं सुबा से और कुछ कार नहीं रहे हैं
00:11हमें ये उमीद नहीं थी से हमसे कि हमारे लिए इतना हम क्या मला इतनी गटिया बसे मुझे मला भी उमीद ही नहीं हो रही है
00:17जो बच्चे आ रहे हैं इरान से उनको भी बोल के रखूँ कि प्लीज स्टेट गर्मेंट से कुछ एक्सपेक्ट मत करिएगा
00:22क्योंकि इन्होंने हमें इतना परेशान करके छोड़ा है इतना परेशान करके छोड़ा है
00:26लगजरी बस की डिमांड सरकार से नाराज की
00:31इरान से लोटे छात्र शर्म करो
00:35छात्रों का वीडियो देख गुसा आएगा
00:38तीन दिन पहले इरान से लोटी छात्राएं दिली से कश्मीर के लिए
00:43स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस वाली सुविधा से बेहत नाराज रही
00:47उनका कहना था अच्छी बस की वेवस्था क्यों नहीं की गई
00:51जमू के मुक्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और देश की सरकार के प्रती उनकी कड़ी नाराज की नजर आई
00:57ज़रा ये वीडियो देखिए
00:59हमारे सीम साब ने ट्वीड भी किया
01:01कि हमने ये सब कॉडिनेट करके
01:04अपने बच्चों के लिए डिलाक्स बसे बेजी है
01:06साड़े दस हो रहे है
01:08हमें कोई बस रसीव नहीं हुई है
01:10कोई भी बस नहीं आई है
01:11कुछ नहीं कोई चीज नहीं हम सुबह से बूग के है यहां पे
01:14साड़े तीन हम लैंड हुए है और भी साड़े दस हो गए और ये कोई ये कोई रिस्पोंसिबिलिटी ने ले रहे है ये जैन के हाउस से है हमने इनको सुबा भी बोला
01:23जो हमें ये जूटे दिला से दे रहे हैं सुबा से और कुछ कार ने रहे हैं
01:53हम पर दे कुछ करें हम लको इसाम कराई हम लैंने हैं करते हुए हमने इसनी चीजब रहे हुए हिसिस अब
02:08अभी तक हमने किसी सफर में कोई परेषानी नहीं। भास फेल रही हूं
02:14अभी तक कोई परेशानी नहीं हुई, बस जब से हम डेली आये हैं, जब से स्टेट गर्मेंट की जिम्यदारी है हम पर, स्टेट गर्मेंट हमाने कुछ नहीं कर रहे हैं, और मैं आगे आने वाले जो बच्चे आ रहे हैं इरान से, उनको भी बोल के रखूँ हूँ कि प्ली�
02:44सोचे जब एरान की धर्ती पर बारूद बरस रहे हूँ, आसमान पर मिसाइलों का जत्ता हो, और इसराइल एरान की बीच युद्ध का भायावह माहौल हो, तब ये छात्राएं अपनी वतन वापसी को लेकर नाराज हैं, अपनी वतन वापसी पर पुश नहीं हैं, ट्रिप
03:14के बीच जंग जारी है, और ऐसे में सुरक्षित वापसी एक बड़ी सफलता है, लेकिन ये छात्राएं इरान की तारीफ कर रही हैं, उनकी हॉस्पिटालिटी को इंडियन हॉस्पिटालिटी से बहतर बता रही हैं, जबकि अपनी ही सरकार को लगातार कोस्ती भी नजर आ �
03:44कि किसी कुर्सी की सौफ्टनेस पर और बस की ववस्था पर सवाल उठाने का एक मौका, शर्म की बात तो ये है जब देश-विदेश में संघर्ष हो रहा हूँ, तब ऐसी छोटी-छोटी आसो विधाओं को लेकर घुसा जदाना कहां तक सही है, अगर सच में देश की फिक
04:14करने से पहले धन्यवात करना चाहिए, शायद इन्हें इस बात की समझ अभी नहीं है, कि संकट के समय, संयम और आभार सबसे बड़ी ताकत होता है