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  • 2 months ago
Watch Mohabbat Ek Saza Episode 67 – an emotional journey of love, betrayal, and redemption. 💔✨
As the story unfolds, new truths come to light and decisions must be made. Don’t miss this gripping episode of the hit Pakistani drama!

📺 Drama: Mohabbat Ek Saza
📅 Episode: 67
🎥 Quality: Full HD | Language: Urdu
🎭 Starring: [Add main cast if known]
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Transcript
00:00नाजान
00:08चलो खाना खाएंगे
00:13आप लोग खा लीजे
00:15मेरी तब्या ठीक नहीं है
00:18सरदी सी लक रही है
00:19बुखार है तो नहीं वेसे
00:24बस थोड़ी सी ठकावट है
00:26और गबराद से हो रही है बस
00:30नाजान
00:33तुम ठीक नहीं लग रही है
00:36यही तुम्हें कह रही हूँ
00:38मैं ठीक नहीं हूँ
00:39ऐसा नहीं है नाजान मतलब
00:41तुम अलमास के मसले पर अटक गई हो
00:44क्यों खुद को अजियत दे रही हो
00:46देखो मैंने सब छोड़ दिया है
00:49इस घर में कोई तुम्हें बांच और अधूरी औरत नहीं कह सकता
00:52क्योंके सब को पता है कि मसला मुझ में है
00:54चलो
00:56प्लीज अब संभालो खुद को
00:58मेरे सर्वे बहुत दर्देजायत
01:01मैं आराम कर लूँगी तो ठीक हो जाएगा
01:03तुम जाओ और जाकर खाना खालो प्लीज
01:06इस तरह खाने को इंतिजार मत करवाओ
01:08ठीक है
01:09ठीक है अराम करो
01:11अल्ला शिफा दे तुम्हे
01:13या अल्ला में क्या करो
01:24उफ
01:28एक डियने टेस से सब कुछ खत्म हो जाएगा
01:35या अल्ला मैं क्या करो
01:37क्या करो मैं
01:39वो मेरी जान मुझे बहुत सर्दी लग रही है
01:52क्या तुम प्लीज जाकर गाड़ी से मेरी शॉल ले आओगे
01:55हाँ बगर इतनी सर्दी तो नहीं है अलीना
01:57मुझे सर्दी लग रहे है अली मैं बिमार हो जाओंगी प्लीज ले आओ ना
02:02अगर मैं ये टेबलर्ड्स एक साथ तीन ले लूँ तो फिर क्या होगा
02:21आप पूरी रात सोती रहेंगी और दूसरे बिन आपको कुछ यात नहीं होगा
02:26ये लो भाई शुक्री आली कोई बात नहीं
02:42तो हो मेरी जान आज रात हमारी नई जिन्दगी का अगास हो रहा है जशन मनाते हैं
02:53मैं नराज हूँ आपसे आप मुझे अफसलाती भी नहीं
03:12लेकिन मुझे तो तुम्हारी नानी में बताए कि तुम आप बहुत बड़े हो चुके हो
03:17और अकेले भी सोने लग रहे हो
03:19फिर भी मैं अपनी कहानी खुट नहीं सुन सकता
03:22इसलिए मैं आपसे नाराज हूँ
03:24लेकिन मेरी बात सुना मर्द
03:26तुमने मुझे यहां बुलाया तो मैं तुम्हारी पस फॉरण चलिया है
03:30लेकिन अगर तुम मुझे से दोस्ती नहीं करोगे तो मैं कहानी नहीं सुनाओगी
03:35ठीक है ठीक है जले दोस्ती कर लेते हैं लिकिन मैं ऐसे कहानी नहीं सुनाओगी
03:42मुझे हग कॉन करेगा अई मेरा प्यारा बेटा तुम्हारी जान का टुकड़ा है
03:53मर्द
03:54रात बहुत हो गये कहानी सुनाओगी तो जल्दी से लेट जाओ
04:00बस लेट नहीं वाला है चल जल्दी से लेटाओ
04:03हाँ नूर कल सुना मर्द को स्कूल के लिए तयार कर दोगी
04:06मेरा डॉक्टर से अपॉइंट्मेंट है अब और इसकी माँ जल्दी नहीं उठ सकती
04:11ठीक है ठीक है
04:13शुक्रिया
04:15देखाँ हम कल सुना भी साथ होंगे
04:24यह हुई ना बात बिलकुल पुरान दिनों की तरह
04:28चलो लेट चाओ और मैं कहाने सुनाती हूँ
04:32जोल्डी डिजाइनिंग
04:41सच में यह बहुत अच्छा काम है तुमने अच्छा सोचा अलीना
04:44मैं चाहती हूँ के
04:47मेरी ब्रैंड का नाम अलीना कुजान हो
04:49और इसे कोई भी न भूल पाए
04:50क्या मतलब अलीना कुजान
04:54इतना जरूरी भी नहीं है
04:55यानि अगर अलीना हो या अलीना कुजान हो
04:58इसे कोई फर्क नहीं पर था काम अच्छा होना चाहिए
04:59सबसे अहम बात ये है
05:01कि जो सोचा है और अच्छा लगता है
05:03वो काम तुम शुरू करने माली हो
05:04क्या तुम मजाग कर रहे हो अली मेरे साथ
05:06हाँ
05:07शायद तुम भूल गए हो के
05:09जब मैं मौत के नीन से जागी थी
05:11तो मुझे बस इतना याद था
05:13कि मेरी तुम से शादी हुई थी अली
05:14और तुम्हारी बीवी हूँ मैं
05:17और बस तुम्हारा ही नाम लिया था मैंने
05:19वो दिन मेरी जिन्दगी का
05:20एक नया आगास था
05:22मौत की नीन भी मेरे दिमाग से उस दिन को नहीं मिटा सकी
05:25हमारा रिश्टा, हमारा बच्चा
05:27हमारा घर, हमारी जिन्दगी
05:29हमेशा काइम रहनी चाहिए
05:31इसलिए मेरे ब्रैंड का नाम अलीना कुजान होगा
05:34मुझे लगता है कि इसके लावा कोई और नाम बेहतर नहीं हो सकता
05:37और ना ही मैं
05:39इसके लावा कोई भी नाम अपने जहन में नहीं ला सकती
05:41याली
05:57झाली
06:27झाल झाल
06:57झाल झाल
07:27झाल
07:57झाल
08:27आजो
08:28मेरी चान
08:31तुमने बहुत ज्यादा पे लिया ना
08:34नहीं मैंने इतनी ज्यादा भी नहीं पी थी यलिना
08:37मैं तुमारे लिए काफी बनाऊगे तुम बेतर हो जाऊगे
08:40यह तो नश्यमित होता है यार इसे तो होश ही नहीं बिलकुल
08:50यह तो बहुत नश्यमिय है
08:56मेरी जान ऐसे नहीं लेखते
09:16मैं तुमारे जूते उतार देती हूँ
09:18मेरा सर
09:22मैं तुमारे लिए काफी बना कर लाती हूँ नाली
09:25मेरा सर
09:31मैं अभी तुमारे सर का दड़ तूर कर दूँगी
09:37तुम अब फिकर नहीं करो मेरी जान
09:41बिलकुल फिकर नहीं करो
09:48मेरी महबब तुमें शिफा देगी
09:55मेखा जहीं deve जा हुआ जहीं कर दो कर देगा जा पान
10:03इसके ठाफ्टार प्रोगे पार, जाफ्टार नार, प्रोगे पार जाता।
10:33बर्थ, आउ ये स्वेटर पहनलों चलती से
10:42मुझे अपनी अम्मी बाबा के पास जाना है
10:45लेकिन अभी वो उठे नहीं होंगे नमी जान
10:48तो मैं ऐसा करता हूँ, मैं आज उन्हें उठा देता हूँ
10:52अच्छा ठीक है, पहले मैं तुम्हारे बाल बना दो, पर जाकर उन्हें उठा देना, ठीक है?
11:22नहीं, नहीं, नहीं, अलीना
11:31नहीं, जान
11:35मैंने तुमसे कहा था ना कि आज की राथ हमारी जिंदगी का एक नए आगास होगा
11:42कतनी देर लगेगी
11:52बस, हो क्या, तुम्हारे बाल नहीं बनाओंगी तो यह खराब हो जाएंगे
11:55बर्थ, आप भी मेरी अम्मी के पास लिया है, वो मेरे बाल बनाएगी
12:12मार्ल, भागो नहीं, रुको
12:15रुको, रुको, रुको, देखो, दर्वासा ऐसे नहीं खोलते है
12:42नहीं हो सकता है से
12:50क्या किया मैने, यह क्या किया मैने, यह क्या किया मैने
12:53नूर, तुम्हारे हाद में ब्रश शेद मर्द के लिए है
13:01यह चाहता है आप इसके बाल बनाए
13:04लाओ, दो
13:12शाबाश मेरे बेटे, अल्ला खालत करे, अम्मी तुम्हारे बाल बनाएंगी
13:29नूर, क्यों तुम कुछ कहना चाहती हो
13:31नहीं, नहीं
13:35अम्मी, बाबा कहा है
13:39वाश्रूम में है मेरी जन
13:43नूर
13:46क्या हुआ है तुम्हें
13:50ठीक तो हो
13:52हाँ, हाँ, मैं ठीक हो बलकुर
14:01यह सच नहीं हो सकता, खुद पर कामों रखो
14:12खुद पर कामों रखो
14:16यह वो ही आदमी है न, जिससे तुम प्यार करती हो
14:21अकल से काम लो, अकल से काम लो नूर
14:25खुद पर कामों रखो, कामों रखो खुद पर
14:29याला, मुझे माफ करते, मैं यह कैसे कर सकता हूँ
14:35तुम नीचे जाओ मैं थोड़ी देर में आती हो
14:41शर्मानी चाहिए, अली
14:46लाना तो तुम पर क्या किया, क्या किया तुम नहीं है
14:50मेरी जान
14:53बहुत देर हो गए, यह तुम क्या करें उंदर
14:57याद करो ली, तुमने यह नहीं क्या होगा, तुमने यह नहीं क्या होगा
15:01तुम ठीक तो हो ना, अली
15:04तुमने मुझे डरा दिया
15:27मेरी जान क्या तुम अभी भी नशे में हो
15:33अली न मैंने कल रात
15:35कल रात, मैं तुम्हारे पास वापस आई
15:38ऐसा लग रहे है जैसे अब नीन से जाकी हो
15:41पता है मेरी जान, कल रात हमारे रिश्टे की एक नई शुरुवात हुई है
15:46नई, नई, नई, नई, नई, का क्या मतलब, मतलब तुम्हें, मेरे यकीन नहीं आ रात ली
16:00नशे तुम पर इतना असर कर गया है, कि तुम्हें कुछ याद नहीं, नमंकिन, यह नहीं हो सकता, नमंकिन नहीं
16:08ये वाकः मेरे लिए मेरे खाबों की तरह खुबसूरत रात थी
16:12अलीना, प्लीज एए
16:15क्या? क्या प्लीज?
16:17क्या तul मुझे शर्मिन्दर करना चाह रहे हो अली?
16:20अलीना, देखो
16:22मुझे याद ही नहीं कल रात होग wiggle
16:25अली, याद नहीं तुमें
16:26याद नहीं है ठीक है मैं जानती हूँ लेकिन यह नहीं हो सकता ऐसे क्यों कह रहे हो तूम हम दूनों मियां बीवी हैं और इसमें गलती क्या है
16:35चुल अब में शावर लेने के लिए जा रही हूँ अगर तुम चाहो तो हम दोनों एक साथ ठीक है लगता है तुम बाखे ठीक नहीं हो पा रहे हो अली ऐसा करो तुम लेट कर आराम करो तब तक में हमाम से हो कर आती हूँ
16:49मेरी जान तुम्हारे हाथ तु बर्व जैसे ठंडे हो रहे हैं और तुम पसीने में शरावोर हो रहे हो लेकिन कल रात तुम बिल्कुल ठीक और बहुत रोमांटिक थे थे थैंक यू सो मच मेरी जान
17:13नहीं मुंके
17:14नहीं
17:17कल क्या हुआ मैं बिल्कुल भी याद नहीं कर पा रहा हूं यह क्या कर दिया मैं इतने निशे में तो बिल्कुल भी नहीं था
17:31देखो तुमने बस इतना सा नाश्टा किया इतनी सी दिर में
17:40स्कूल में अपना लाच अची तरह खत्म करना
17:42वादा
17:43वादा
17:43से पर्दस
17:44चलो जाओ
17:46तुम बहुत अच्छी मा बनोगी वैसे नूर
17:54बहुत शुक्रिया
17:55लेकिन मैं तो कहूंगी कि मा के किदार में खुद को ज्यादा न फसाओ
17:59आपका क्या मतलब है मैं समझी नहीं
18:02मेरा मतलब तो बस इतना सा है कि
18:04जब कोई आदमी, कोई शादी, कोई तालुक ही नहीं होगा
18:09तो बच्छा भी नहीं होगा है न
18:10आप फिकर न करें
18:12मैं भी इस बारे में कुछ भी नहीं सोच रही हूँ
18:15फिलहाल मर्थी तुम्हारे लिए काफी है
18:18मेरे मर्थ के इतना करीब होने से आपको परिशानी होती है
18:23सच पताईएगा
18:25तुम वाकी आजकल बहुत हसास हो गई हो
18:28मैं तो तुम से सिर्फ मजाग कर रही थी
18:30मेरे कहने का कोई और मतलब बिलकुल नहीं था
18:33और क्यूं होगा
18:34चलो खेर अब मैं हमाम जा रही हूँ
18:37जरा थोड़ी सी अपनी ठकन तो दूर करूँ
18:39चलो बाई बाई
18:40गुर मॉर्निंग खाला
18:52गुर मॉर्निंग जाहिद
18:54नाजान उठी लिए अभी तक
18:55उठ गई
18:56अलीना और अली उठ गई
19:01हाँ उठ गई है और अलीना सहबा नीचे हमाम में गई है
19:04खुद को समभालो नूर
19:11तुम ये क्या सोच रही हो
19:14तुम किस बाद से डर रही हो
19:15खुद को समभालो
19:18को बेवकूफी मत करना प्लीज
19:25अली फैक्टरी चल रही हो ना नाश्टा रास्ते में करेंगे
19:29बताओ तुम्हारा वेट करूँ क्या
19:32अली
19:35अली
19:56अली
20:00अली क्या हो
20:02फिर मॉर्निंग बिटा
20:13अम्मी कहीं इन कपड़ों में हमाम में पसीने में भीगने करा था तो नहीं है ना
20:21अगर तुम कोई अच्छी खबर सुनाती हो तो क्यों नहीं
20:24वैसे ही किया जैसे तुम ने का
20:26मूर को बुला लिया था
20:27मर्द उसे तुम्हारे पास लेकर जाएगा मैं जानती थी चलो पता तुम्हारा क्या प्लान था आपको हर चीज जानना जरूरी है ना
20:34जब बात मेरी बेटी की हो तो बिलकुल, हर बात जानना जरूरी है, चलो अब जल्डी करो, मुझे फिकर में ना डालो
20:41हकीकत, हकीकत ये है, कि एक शोहर और बीवी, जो कुछ उनके दरम्यान होना चाहिए था, वही हुआ अम्मी, ठीक है?
20:48अल्लाग गारत करे उसे, अल्लाग गारत करे उसे, जाहिए मुझे कुछ भी यार नहीं आ रहा, मैं ऐसा हर्गेज नहीं कर सकता जाहिए, और मैं तो इतने नश्य में भी नहीं था यार
21:05अली, संभालो खुद को यार, बता तुमने क्या किया भाई, हुआ क्या है?
21:08जाहिए, जाहिए, मैंने, मैं यार, कर राग नूर को धोका धिया, मैंने, मैंने धोका धिया अपनी प्रीवी को
21:28बिलकुल मैं आपके बारे में फिकर मन्त हो रहा था करेम साब, तो फिर दुपैर के खाने पर मुलाकात होगी, अल्ला हाफिस
21:33मैंने यह नहीं किया जहित, मैंने नूर को धोका दिया यार, मैंने अपनी मुहपत को धोका दिया, मैंने कैसे किया यह, खुद को संभालो अली, इस तरह काम नहीं चलता यार, खुद को संभालो जाओंगा, पागल हो जाओंगा मैं जहित, पागल हो जाओंगा, मैंने यह न�
22:03इभी को धोगा दिया कल लात मैं कैसे पूर्शु कुन हो जाओ जाईद मेरा मजाग बना दिये का है इस घर में
22:07मैं खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा दोगा दिया है मैंने और मेरी ऐसे कोई नियत नहीं थी मेरा अल्ला जानता है
22:13यार अली ठीक है
22:15देखो तुम नशे में थे तुमें कुछ याद नहीं
22:18सब ठीक है तुम एक बार सुकून का सांस लो यार
22:20यार कैसे सुकून का सांस लो जाहिद कैसे यार
22:22तुम समझ ही नहीं रहे हो
22:23जाहिद मैं क्या कह रहा हूँ तुम सुन रहे हो मुझे
22:27यार मैंने नूर को धोका दिया, मैंने अपनी उस बीवी को धोका दिया, जिससे मैं बहुत महबद करता हूँ, मैं ऐसा कैसे कर सकता हूँ, तुम जानते हो, मुझे सारी जिन्दगी इस बात का मलाल रहेगा, कि मैंने ये कैसे किया, मैं कितना दूर रहता था, उससे तुम जा
22:57सिर्फ आगास है, या लीना की पहली फता है, बाकी आइंडा, तुम देखना के मेरी बेटी बहुत चल्द, उस नागिन के पंचों से आहस्ता सब चिन लेगी, और अपने शोहर को वापस हासिल कर लेगी, तुम भी इसकी आद़ डालो तो बेटर होगा,
23:13यहाँ एक आदमी है जो कहता है कि आपकी बेटी को छूने की वज़ा से वो खुद को कभी माफ नहीं करेगा, और आप है कि इस बात को सुनने के बाद खुश हो रही हैं, किस किसम की माँ हैं आप?
23:36चलो अली, आप यचाओ कहा हो तुम?
23:43पराद साहब?
23:48हम ऐसे कौन भी वकूप बनड़ा है, नूर?
23:53मैं नहीं चांथा
23:54पराद साहब?
24:13इन्हीं क्या हो क्या?
24:21देखो, अली पुर्सकून हो जाओ, जो कुछ हुआ पहले वो याद तो करो
24:25मैं तुम से कह रहा हूँ, मुझे नहीं यादा रहा कुछ भी
24:26जाहिद सार फ़ाद लो क्या मैं अपना?
24:28देखो, अली, तुम बहुत ज़्यादा नशे में थे, इसलिए तुम्हें कुछ याद नहीं ही, छीक है?
24:32खुद को अजियत मत तो, यार
24:33कैसी अजियत, भाई? ये जज़ जूर्म है, ये मैंने ही किया है ना?
24:36यार, मैं नूर को धोका देने का कभी सोच भी नहीं सकता था, और मैंने ये कल कर दिया, देखो
24:40अली, यार, अली, कहां जा रहे हो तुम? नूर के पास जा रहे हो?
24:47जाहर, उसी के बास जारो, उसे हर चीज़ बताऊंगा मैं, कि मैं कितना खलीद इनसान हो चुका हूँ
24:52और मैं ये भी बताऊंगा कि उसके लाइक रहा ही नहीं हूँ, ये सब कुछ जाकर बताऊंगा मैं उससे अभी
24:56अली, यार, आह मेरा भाई
25:04बस करो नूर, उसे कॉल करो और बात करो
25:34कैसे करूंगा सामने इसका, कैसे देख पहूंगा मैं इसकी आखों में
25:42अली
25:49क्या हो गया तुमें हाँ, फोन तो तुम्हारे हाथ में है
25:56मैं तुमें कब से कॉल कर रही हूँ, देखा नहीं क्या
25:59परिशान लग रहे हो
26:02सॉरी, फिर से मूट खराब होगा शाय
26:06वैसे कर रात के बाद तो मेरा मूट खराब होना चाहिए, लेकिन
26:10क्या हुआ तुम्हें, अली
26:16तुम ठीक नहीं लग रहे है
26:19बोश
26:22चलो शुकर
26:27कुछ तो बोला, तुम्हें देखते ही ठीक हो गई मैं
26:31मैंने, रुको, पहले मैं
26:37मुझे ये सब पहले अपने अंदर से निकालने दो इकी तफ़ा
26:40मैं सबा तुम्हारे कमरे में आई थी
26:44मर्द के लिए
26:46तुम बात्रूम में थे
26:48मैंने तुम्हे कल राट वापस आते हुए देखा था
26:51तुम बहुत नश्र में लग रहे थे
26:54यानि मैं जानती हूँ कि तुम्हारी ऐसी हालत नहीं होती
26:58लेकिन तुम बहुत अजीब लग रहे थे
27:00मैं सो भी नहीं सकी
27:02मैं कल राट से तुमारे लिए बहुत फिकर मन दो
27:05यानि ये पहली दफ़ा नहीं हुआ
27:07लेकिन कल राट कुछ अजीब था
27:09कल राट
27:11कुछ और ही था
27:13शायद क्योंकि हम दोनों के दर में लडाईया हो रही है
27:16और शायद अब हम एक दूसर से बहुत ज़्यादा नराज रहते है
27:19मुझे नहीं पता लेकिन
27:21मैं हुट सुबह बहुत बेचर नुठी हूँ
27:23रुको
27:26पहले मेरी पूरी बात सुन लो ऐली
27:28मैं खुछ से बहुत ज़्यादा शर्मिनदा हूँ
27:31जो कुछ मेरे दिमाह में चल रहा था उस पर मैं
27:33बहुत ज़्यादा शर्मिनदा हूँ
27:35इसलिए मैं तुम से बात करना चाहती हूँ
27:37तुम मुझे से बहुत नाराज होगे
27:39और मुझे कहोगे
27:41कि नूर थोड़ी शरम करो
27:43लेकिन जब मैं सुबह कमरी में आई तो
27:46अलीना और तुम्हारे को अपने जमीन पर बिख्रे हुए थे
27:50मैं ये कह भी नहीं पा रही
27:54लेकिन जो मैंने देखा वो
27:56ऐसा लगा जैसे मेरा कोई गला दबा रहा है अपने हाथों से
27:59मुझे नहीं पता मुझे क्या हो गया लेकिन
28:01जब मैंने तुम्हारा चेहरा देखा
28:03तुम्हारा चेहरा देखते ही
28:05सब कुछ ठीक हो गया
28:07मैं अपनी सोच पर बहुत शरमिंदा हूँ
28:10लेकिन मैंने वहाँ जो देखा मुझे लगा
28:12वो सब कुछ सच है
28:13मैं शर्मिन्था हूँ
28:14मत से नराज हो ना
28:19और तुम बिल्कुल सही हो
28:22मैं भी अपने आप से बहुत नराज हूँ
28:24देखो, हम मुश्किल वक से कुज़र रहे हैं
28:31शायद दिन में दस बार जगड़ा भी करते हैं
28:34हम एक दूसरे से बहुत नराज रहते हैं
28:37लेकिन जब भी रात को सोते हूँ सर तकी पर रखती हूँ
28:40तो सुचती हूँ
28:41हम जो भी करते हैं वो सब महबबत है
28:45और जो कुछ भी हो रहा है न
28:48मैं जानती हूँ ये भी महबबत है ली
28:52और यह हमें बचा लेगी
28:54ये महबबत हमें बचालेगी चाहे कुछ भी हो जाए
28:57देखो एक बार तुमारा चहरा देखने से ही मुझे उस शक्से नजात मिलकी जो मेरे दिमाग में खूम रहा था
29:05मेरी चान
29:10तुम काम क्यों रहा हो
29:14तुम ठीक हो ना
29:16तुम मेरी आँखों में क्यों नहीं देख रहे हैं
29:19करीम साहब की बचस है
29:22ठीक है अब तुम कुछ शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं
29:27मैंने नौकरी छोड़ दे
29:30किसी को नुकसान में पहुंच रहे का क्योंके करीम साहब
29:33एक जरूरी काम से जाना है मुझे
29:36मैं तुम से बात में बात करूँ में जब मैं फ्री हो जाओंगा अभी देर हो जाएकि मुझे
29:40फॉरंग जाना होगा
29:41लेकिन अली मैं
29:42मैंने तुम्हें
29:43अली
29:45इसे क्या हो क्या हो
29:51नूर
29:54चला गाया अली उसे क्या हुआ है
29:58अल्ला गारत करे लिना
30:13इस वज़ा से अब अल्ला मुझे कभी माफ नहीं करेगा
30:16जनवर हो तू
30:18जनवर
30:28पिछले कुछ दिनों से हमारे दर्मियन लडाई हो रही है
30:37हो सकते है अली नहीं बता रहा हो
30:39ये वक्त भी घुजर जाएगा नूर
30:41मुझे तुम दोनों पर याकीन है
30:43वो तो मुझे भी याकीन है लेकिन
30:46अभी वो बहुत अजीब सा लग रहा था
30:49जाहिद सच बता मुझे
30:51क्या कोई ऐसी बात है जो मुझे नहीं बता
30:53नहीं
30:54मेरे मतलब मुझे कुछ नहीं बता
30:56चलो खेर मैं
30:58जाहिद मैं जानती हो कि तुम भी मुझे से भाग रहे हो
31:01देख रही हो तुम मेरी आँखों में भी नहीं देख रहे
31:02मुझे गलत मत समझो नूर
31:04मेरा दिमाग थोड़ा आजीब है आजकल
31:06अल्मास की वज़े से तुम्हारा दिमाग भी नहीं चल रहा
31:08देखो
31:10अल्मास के बारे में मैं कोई बात नहीं करना चाता
31:13हाँ
31:14मुझे तुम्हारी आंटी के लिए अफसोस है
31:17लेकिन अल्मास ने कोई और रास्ता छोड़ा ही नहीं
31:19खेर मुझे तेर हो रही है
31:22जाहिद
31:22अल्मास से बढ़कर बात करने होगी हमें
31:27मैं ये करने पर मचबूर नहीं
31:28मगर देखो जैद वो हामला है और तुम उसे
31:30मानता हूँ के वो हामला है
31:32मगर इससे मेरा कोई ताल्लोक नहीं
31:34और हो भी नहीं सकता
31:35जाहिद लिकीन करो
31:36मैं अल्मास को बहुत अच्छी तरह से जानती हो
31:38कि वो क्या कर सकती है
31:39मुझे पता है कि वो किस हद तक चाले चल सकती है
31:41लेकिन इस बार
31:42इस बार उसने हाथ पार कर ली है
31:44समझे तुम
31:45उसका कहना है कि वो एक ऐसे आदमी से प्रेग्नेंट हुई
31:47जो बाप नहीं बन सकता
31:48जाहिद
31:48मैं नहीं जानती कि क्या कहा जाए
31:50और मैं इस तरह खुल कर बात भी नहीं करना चाहती
31:53लेकिन मैं क्या करूँ
31:54मेरे पास और कोई रास्ता नहीं
31:55मतलब
31:56क्या वो डॉक्टर जिसका ये कहना था कि
31:58एक मिनट एक मिनट
32:00तुम ये कहना चाहती हो कि तुम्हें अलमास की बात पर यकीन है
32:03यानि अलमास सच बोल रही है
32:04और मेरे डॉक्टर गलती पर है
32:06क्या ये कहना चाह रही हो तुम नूर
32:07देखो में सिर्फ यह कहना चाहती हूँ, हमें एक टेस्ट और करवा लेना चाहिए
32:10अब वो बच्चा पैदा होने से पहले भी तो यह टेस्ट हो सकता है नजाहे
32:13अल्मास में सब कुछ पालूम कर लिया है
32:15वो सस्पताल में टेस्ट करवाने के लिए भी तयार है जिसमें तुम चाहोगे
32:18ताकि रिजल्स खराब ना है, बता है
32:20बात सुनो, नूर, अपने कान खोल कर सुनो ठीक है
32:23मेरा बच्चा नहीं हो सकता क्योंकि मैं एक नाम मुकमल मत हो
32:26अब इस बात को जहन में रखो और जाकर अपनी उस कमीनी कजन को कहो
32:30इस बार वो मेरे साथ नहीं खेल सकती क्योंकि उसने बड़ी खलती की है
32:33इस बार उसने ऐसा जूट बोला है कि वो मुझ जैसे बेवगूफ को भी धोका नहीं दे सकती, समझी तुम?
32:38अच्छा ठीक है जाहर, इतना खुसा तो मत करो मैं
32:42तुम सिर्फ तुम सिर्फ अपने काम से काम रखो नूर
32:45अपने मसाइल, अपनी शादी, अपने शोहर पर तवच्च्छ दो, ओके?
32:49प्लीज
33:08जबर्दस नूर, क्या कर दिया तुमने, यही होना रह गया था
33:14तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो, हाँ?
33:20जब आपने सुन ही लिया है, तो आपको पता होना चाहिए, कि मैं क्या करने की कोशिश कर रही हूँ
33:24तुम कितनी बेहया लड़की हो
33:26ये बता तुम लोगों को बत्तमीजी करना विरासत में मिली है क्या
33:29अपनी जबान सम्हाल के बात करें
33:31मैं आपकी मुजरिम नहीं हूँ समझाई
33:32अगर तुम मुजरिम नहीं बनना चाहती हो नूर
33:35तो इस मौमले से दूर रहना
33:37सिर्फ इसलिए कि वो तुम्हारी कसन है
33:40सिर्फ इसलिए कि तुम मेंसे किसी एक की पास
33:42कोजान की बच्चे का हक हो
33:43और तुमाई जिन्दगी बच जाए
33:44तो उसकी वकालत ना करो
33:45मिली दुश्मनी का अंदास दूसरों से बहुत मुक्तलिफ है
33:48मैं तो आपकी
33:49और इस घर की तमाम औरतों की दुश्मनी बरदाश करने की आदी हो गई हूँ
33:53लिहाजा आपकी ये थमकी मुझे ज्यादा मुतासे नहीं करने वाली है
33:57हाँ वो वैसे भी
33:59अगर अलमास जूटी है तो आप
34:01इतनी खौफ सदा क्यों हो रही है नसान साहबा
34:04क्या कह रही हो कौन सा खौफ है
34:06तुम मुझे घुसा दिलाने की कोशिश कर रही हो
34:08आपके चहरे पर खौफ साफ साहर हो रहा है
34:11लेकिन ये तो वक्त ही बताएगा
34:13कि आपके इस तरह ड़ने के पीछे
34:15कोई वज़ा है भी या नहीं
34:17गंदे लोग
34:23गंदे लोग
34:34चलो ओओ तुमसे बात करनी है
34:36आजो
34:38आपको मदलूबा नमबर इस वक्त है
34:57बराए महरबारी भी इस के बाद अपना मैसेज रिकॉड करवाए
34:59अली
35:01हमारी बात अधोरी रह गए थी
35:03और तुम चले गए
35:04मैं एजंसी जा रही हूँ फिर महां से फारिग होकर
35:07जो फोन आउन करो ना तुम उझे कॉल करना
35:09मिलते है
35:10मैं जानती हो ये भी महबबत है ली
35:24और यह हमें बचा लेगी
35:27ये महबबत हमें बचा लेगी
35:29चाहे कुछ भी हो जाए
35:30देखो एक बड़ तुम्हारा चहरा
35:34देखने से ही मुझे उस शक्स से निजात मिलते
35:37जो मेरे दिमाग में खुम रहा था
35:39हम जो भी करते हैं वो
35:42सब महबबत है
35:44और जो कुछ भी हो रहा है न
35:45मैं जानती हो ये भी महबबत है ली
35:49अज़ान तुम छोड़ दो न नूर को वो तो जाहर है अपने कजन कही साथ देगी जाहर है वो ये सब कुछ करेगी तुमने देखा न उसने मेरे शोहर को भी फिसा लिया है क्या तुम्हें नहीं पता? लेकिन हाँ वो काम्याब नहीं हो सकी है तो अब अपनी कजन को ले आ
36:19क्या चाहती हो तुम हाँ, क्या तुम्हें अखबार में इश्तिहार देना है कि जाहिद बांज है, अब या अखबार कहा से आ गया, तुम बात कहा से कहा ले जा रही हो, मैं नहीं ले जा रही लेकिन, अलमास जरू ले जाएगी, तुम कहना क्या चाहती हो, क्या तुम्हें क�
36:49नहीं, मैंने बस खुझ से ये सोचा कि मुझे जाकर उससे बात करनी चाहिए
36:53फिर मैंने अली को बताया, वो मुझसे नराज हो गया
36:56और कहा जायद को कुछ ना बताऊ
36:57उसने तुम से क्या कहा, क्या बात होई
37:01वैसे तो उसने साफ साफ कुछ भी नहीं कहा
37:05लेकिन इशारा दिया, वो इस मसली को बढ़ा देगी जरूर
37:08शेद पहले वो जूटी बाते करके और जूटी अफ्माव से शुरू करें
37:12लेकिन फिर बड़े पैमाने पर बात करेगी
37:14और उसे कोई डड़ नहीं है, वो ये मौमला मीडिया तक पहुचाएगी कह रही थी
37:17इंपॉसिबल, ये नहीं हो सकता, इतनी हिम्मत नहीं उसमें
37:24और ऐसा क्यों है नाजान, अलमास के पास खोने के लिए है ही क्या
37:28और ये सवाल मैं तुम से भी पूछती हूँ
37:31तुम्हारे पास खोने के लिए क्या कुछ है नाजान?
37:40मेरे पास खोने के लिए क्या है?
37:42यानि वो और जूटी और मकार है, ये बात जाहिद भी जानता है
37:46मैं कुछ क्यों खोने के कोई वज़ा नहीं है
37:49हाँ बिलकुल, जाहर है अगर तुम सच कह रही हो नाजान
37:51तु फिर अलमास अगर जूर बोल रही है तो फिर जाहर सी बात है वो जरूर भसेगी
37:55लेकिन नाजान मेरी बात बहुत धहान से सुनो
37:57वो लड़की बहुत खतरनाक है
37:59बहुत खतरनाक जितना हम सोच में नहीं सकते
38:01और सुनो मैं अपने तजर्बे से ना एक बात जान गई हूं कि
38:05खतरे को अपने करीब रखना ही बेतर है
38:08ये तुम क्या कह रही हो अलीना
38:11और मैं यहां खड़ी हो कर तुमारी बाते सुन रही हूं
38:13बतलब तुमने अगर अपनी शोहर की माशुका को इस घर में जगा दिये
38:16तो क्या मैं भी अपनी शोहर की माशुका को जगा दे दूँ
38:18अल्ला खेर करे क्या पाते चल रही है
38:20अब कौन सी नयाफत खड़ी हो गई भाई
38:23अपनी बेटी का दिमाग खराब हो चुका है बिलकुल
38:25बहकी बहकी बाती कर रही है आयतल साहिबा
38:27कह रही है कि मैं अल्मास को इस घर में वापस बुला लूँ
38:30इंपॉसिबल
38:31अलीना तुम पाकल हो गई हो
38:32हद हो गई है नाजान
38:33कसम से हद हो गई है
38:35बात को इतना बढ़ा दिया तुमने
38:37तुम पर एहसान करके गलती की मैंने
38:39मुझे कोई एहसान नहीं चाहिए अलीना
38:40अपना हैसान अपने पास ही रखो ठीक है
38:42बेवकूफ
38:43बेवकूफ हो तुम
38:45जो मैं तुमें समझाना चारी हूँ वो नहीं समझ रही
38:47मैं बताओं वो कहीं से भी सिर्फ एक जूटा टेस्क करवा लेगी
38:49और फिर बीडिया में जाकर तुम दोनों मिया भीवी को बदनाम करेगी समझी
38:53अलीना बस करो नाशान तुम कमने में चाहो
38:56और तुम सरे मेरी साथ हो
38:58याला
39:17क्या हुआ है तुम्हें अब मैंने क्या कर दिया मैं तो सिर्फ उस एहमक नाजान को अकल से काम लेने का कह रही थी
39:28बच्चे से नजात पाने के लिए अलमास को यहां बलाने का कह रही उना तो
39:31किसको बेवकुफ बना रही है फॉरण मताओ मुझे सब कुछ तुम क्यों अलमास को दोबारा फार्माट

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