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  • 6/17/2025
Exodus : Gods and Kings Haliwood movie explain in Hindi.
Cinema ki kahaniyon.


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Transcript
00:00तो ये कहानी है इबरानियों की जो मिस्र में 400 सालों से गुलाम थी यहां पर रहकर ये मिस्र के लोगों के लिए काम क्या करते थे उनके लिए बड़ी बड़ी मूर्तियां महल बनाना इनका काम था ताकि उनके शहर को खुब सूरत बनाया जा सके लेकिन यहां पर इतना काम कर
00:30में हम पर हमला करती इस लिए हमें वहां पर जाना होगा और उनним
00:33मकांबला करना होगा यहाँ पर महल में जो आने वाले कल oder का लड़की
00:38बताती है इस जंग में हमारे कमांडर की जानको खतरा होगा और
00:42और जो उसकी जान को बचाएगा वो इस महल का अगला राजा होगा।
00:46यहाँ पर राजा के दो खास आत्मी थे।
00:48एक तो उसका बेटा और दूसरे का नाम मुसा था जो राजा की बहन का बेटा था।
00:53यह सब अब जब में चले जाते हैं।
00:54एक पल ऐसा आता है कि जब राजा के बेटे की जान को खत्रा था
00:58यहाँ पर मुसा ने राजा के बेटे की जान को बचा लिया था।
01:02जब यह जंग से वापिस महल में आते हैं और राजा को जब यह पता चलता है कि मुसा ने उनके बेटे की जान को बचाया है
01:08तो राजा अब सोचने लगता है जैसे कि औरीकल लड़की ने बताया था
01:12कि जो जंग में कमांडर की जान को दूसरा कमांडर बचाएगा वो अगला राजा होगा
01:16राजा अब ये बात करने के लिए अपने पास मुसा को बुलाता है
01:20और कहता है कि मैं जानता हूँ
01:22तुम आने वाले कल की बातों पर यकिन नहीं करते
01:24और मेरा आने वाला कल मेरी पेशन को ये बताती है
01:27कि तुम मेरे अगले राजा होगे
01:29पर मैं तुम्हें अपना वारत कैसे चुनू
01:31मुसा राजा के बात सुनकर कहता है
01:32शायद आप ठीक कह रहे हैं और मैं आपके बतले राजा कैसे बन सकता हूँ
01:36इसके बाद अब एक और मिटिंग बुलाई जाती है
01:38जिसमें बताया जाता है कि इबरानी गुलाम वो बहुत जादा तंग कर रहे है
01:42और सही से काम भी नहीं कर रहे
01:44अब इस बात का पता करने के लिए राजा अपने बेटे को हुक्म देता है
01:48कि जाओ और जाकर पता लगाओ कि आखिर माचरा क्या है
01:51जैसा कि अब ये पेशन कोई होई थी कि अगला राजा मुसा होगा
01:55तो राजा के बेटे के दिल में इस बात को लेकर मुसा के लिए शक पैदा होने लगता है
01:59अब मुसा राजा के बेटे के पास आता है और कहता है कि तुम गुलामों के पास मत जाओ
02:04ये तुम्हारी शान के खिलाफ होगा आखिर तुम राजा के बेटे हो मैं इन सब बातों का पता करने जाता हूँ
02:09मुसा जब उन गुलामों के पास चाता है तो वहां के हालात बहुत खराब थे गुलामों को उनके काम के बतले इनाम देने की बजाए मारा पीटा जाता था
02:18मुसा जब वहां के वजीर से बात करता है तो वजीर बताता है कि इनके साथ ये सब इसलिए क्या जा रहा है ये गुलाम हमारे खिलाफ बगावत पर उतराए है
02:27मुसा कहता है तुम इन बातों को छोड़ दो मैं गुलामों से खुद बात करूँगा
02:31मुसा अभी वराने खुलामों के सब बज़ुर्गों को एक जगां पर जमा करता है और उन से बात करता है
02:36उन खुलामों में से एक बढ़ाद में बोलता है कि हम बस अपने मुलक वापिस कननान जाना चाहते हैं
02:42मुसा ये सुनकर कहता है कि तुम जानते हो
02:44वो इलाका कितना खतरनाक है
02:45वहाँ पर कितने खतरनाक कभी लेके लोग रहते हैं
02:48अगर तुम वहाँ पर गए तो कभी बच कर वापिस नहीं आ पाओगे
02:51मुसा उस बुड़े आदमी से पूछता है
02:53कि तुम मुझे बताओ कि तुम्हारा नाम क्या है
02:55वो बुड़ा आदमी कहता है कि पहले पहले तुम मुझे बताओ
02:58तुम कौन हो
02:59मुसा उन्हें बताता है कि मैं महल से आया हूँ
03:01मेरा नाम मुसा है और मैं राचा की बेहन का बेटा हूँ
03:04ये सुनकर सब को नजाने क्या हो जाता है
03:07सब लोग बहुत खुश हो गए थे
03:09अब इस बात के बाद वो ही बुड़ादमी
03:11अपनी एक आदमी के जरिए मुशा को पूठनी बस्ती में बुलाता है
03:14मुशा जब उसके पास जाता है
03:15तो बुड़ा आदमी इसे अब सारी कहानी सुनाता है
03:18कहता है कि जब तुम पैदा हुए तो उस साल एक पेशन गोई प्रेडिक्शन की गई थी
03:23कि हमारा मसीहा पैदा होगा जो हमें छुडा कर यहां से ले जाएगा
03:27उस साल जब महल में इस बात का पता चला
03:29तो महल के लोगों ने हर इबरानी बच्चे को मरवाने का हुख्म दिया
03:33तो महारे माबाब तुम्हें किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहते थे
03:36इसलिए उन्हों ने तुम्हें एक संदूप में बंद करके नदी में बहा दिया
03:40उस वक्त महल की राजा की बहन उस नदी में नहाया करती थी
03:43वो तुम्हें अपने साथ लेकर महल में चली गई और अपना बेटा बना लिया
03:47तुम मसल में ब्रानी हो
03:48मुसा उस बुड़े आदमे से कहता है अच्छी कहानी थी
03:51मैं तुम्हारी इस कहानी पर बिलकुल यकिन नहीं करता
03:54जब वो बुड़ा आदमी मुसा को ये कहानी सुना रहा था
03:56तो उसे दो और आदमी भी सुन लेते हैं
03:59और लालच में आकर महल में चाकर सब कुछ वजीर को बता देते हैं
04:03इसी दोरान राजा की हालत भी बिगड़ने लगी थी
04:05राजा की जल्दी मौत हो जाती है
04:07अब नया राजा उसके बेटे को बना दिया गया था
04:10जो मुसा से नफरत करता था
04:12और बहुत ही बेरहम जालिम इनसान था
04:15वजीर आकर सारी सच्चाई राजा के बेटे को बताता है
04:18जियोब उनका नया राजा था
04:20जिसे सुनकर वो काफी हैरान हुआ था
04:22अब तो वो मुसा से और भी नफरत करने लगता है
04:25इसलिए इस चीज़ का बहाना बना कर
04:27उसने मुसा को महल से निकाल दिया था
04:29मुसा यहां से जाने से पहले अपनी असल मा से भी मिलता है
04:34जो उसको सारी सच्चाई बताती है
04:36इसके बाद मुसा आके अपने सफर पर निकल गया था
04:39जहाँ पर इनसान का नाम और निशान भी नहीं था
04:42थी तो सिर्फ वहाँ पर मौत जैसे तैसे करकर
04:45मुसा अभी कबेले के पास पहुंचता है
04:47जहां पर वो देखता है कि कुछ लड़किया है जो कुए से पानी भर रही थी
04:51तब ही वहाँ पर कुछ आदमी बक्रियों के जुण लेकर आते हैं
04:54वो आकर उन लड़कियों को कुए से हटा देते हैं
04:57और खुद अपनी बक्रियों को पानी पिलाने लगे थी
04:59ये देखकर मुसा जब वहाँ पर पानी पिने लगता है
05:02तो वो आदमी उसे भी मना करते हैं
05:04मगर मुसा के पास एक बहुत बड़ी तलवार थी
05:07जिसे देखकर वो सब भी डर गए थी
05:09और वहाँ से चले जाते हैं
05:10जिसके बाद जब वहाँ की लड़किया ये देखती है
05:13कि मुसा ने उनकी जान को बचाया था
05:15तो वो उसे अपने गाउं में खाने की दावत देती है
05:17और इस तरह मुसा भी पर रहने लगा था
05:20उसे एक लड़की से प्यार भी हो जाता है
05:22बहुत जल्दी उनकी शादी भी हो गई थी
05:24मुसा के हाँ एक बेटा पैदा होता है
05:26यहाँ पर रहते हुए उसे 9 साल बीच चुके थे
05:29वो अब भीड बकरियां चराय करता था
05:31एक दिन बहुत तेज तुफान आ जाता है
05:33उसकी बकरियां तुफान की वज़ा से एक पहाड पर चड़ गई थी
05:37जिसे यहाँ के लोग गौर्ड खुदा का पहाड माना करते थे
05:40जब मुसा अपनी बकरियों को लेने उपर चड़ता है
05:43तो बहुत जादा मिट्टी और पत्थर नीचे गिर रहे थी
05:45जिस वज़ा से वो मिट्टी में ही दब चाता है
05:48उसका सिर्फ मु बाहिर था
05:49थोड़ी तिर बाद जब उसे होश आता है
05:51तो देखता है कि एक दरक्त को आग लगी हुई है
05:54तब उसके पास एक बच्चा आता है
05:56जो कहता है कि तुम यहां पर आकर
05:58अपने पुराने लोगों को भूल गए
06:00जो तुम्हारा अब तक इंतजार कर रहे हैं
06:02वो जानते हैं कि एक दिन
06:03उनका मसीहा उन्हें आजाद जरूर करवाएगा
06:06वो ये बाते सुनकर बेहोश हो गया था
06:08अब जब उसको दुबारा से होश आता है
06:10तो वो अपने घर था
06:11जहां पर वो अपनी बीवी को उस बच्चे के बारे में बताता है
06:15कहता है कि मुझे लगता है
06:16गौड मुझे इशारा दे रहे हैं
06:18कि जाकर मैं अपने लोगों की जान को बचाओं
06:20मुझे को एक बार फिर ये बाते सुनाई देती है
06:23इसलिए अब उसने ये फैसला किया था
06:25कि वो दुबारा मिसर जरूर जाएगा
06:27मिसर पहुँचकर सबसे पहले
06:29ये उसे बुड़े आत्मी के पास जाता है
06:30जिसने इसे सारी सच्चाई बताई थी
06:32वो कहता है तुम्हारे जाने के बाद
06:34हमारे साथ और भी बुरा सलुक होने लगा है
06:37अब रात को मुसा चुपके से
06:38महल की अस्तबल में जाता है
06:40जहां पर यहां का नया राजा
06:42यानि की राजा का बेटा भी था
06:44मुसा ने पीछे से आकर
06:45उसकी गर्दन पर तलबार को रख दिया था
06:47राजा जब देखता है कि यह मुसा है
06:49तो वो कहता है
06:50तुम्हें जिन्दा देखकर खुशी हुई मेरे भाई
06:52मुसा कहता है हाँ
06:53तुम तो चाहते थे ना कि मैं मर चाऊं
06:55पर देखो मैं जिन्दा हूँ
06:57वो कहता है कि मैं यहां पर इबरानी गुलामों का हाल देखकर आया हूँ
07:00तुम उनके साथ बहुत बुरा सलूक करते हो
07:03अगर वो तुम्हारे लिए काम करते हैं
07:04तो उनकी महनत का फल मिलना चाहिए
07:06ना के मार
07:07इतना कहकर मुसा यहां से जाने लगता है
07:10राजा कहता है कि उन लोगों की बातों में मत आओ
07:13मुसा कहता है मैं उन लोगों की बातों में नहीं
07:15बलके मुझे तो गौड खुदा की तरफ से इशारा मिला है
07:19कि मैं उनकी मदद करूँ
07:20इतना कहकर मुसा वहां से चला गया था
07:23इसके बाद दिखाया जाता है कि महल में एक मिटिंग बुलाई गई थी
07:26जिसमें राजा कहता है कि मेरे पास मुसा आया था
07:29उसने मेरे गले पर तलवार रखकर उन गुलामों को अजाद करने की बात की है
07:33तो अब उसे जिन्दा रहने का कोई हक नहीं
07:35वो जहां पर भी नजर आए उसे मार दो
07:38अब जिस भी फैमली से मुसा के बारे में पूछा जाता कि वो कहां पर है
07:41जो मुसा का साथ दे रहे थे वो कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं थे
07:46इसलिए राजा के सिपाही उनको जिन्दा ही लटका देते हैं
07:49यानि के ये उन गुलामों के लिए मुसा के बारे में ना बताने की सजा थी
07:54दूसरी तरफ मुसा को दिखाया जाता है
07:56जो गुलामों के साथ मिलकर अपनी एक टीम तैयार कर रहा था
07:59जिसमें वो उने घोर सवारी तीरंदाजी और तलवार चलाना भी सिखाता है
08:03ताके ये सब मिलकर अपनी आजादी के लिए लड़ सकें
08:06बहुत जल्दी मुसा की टीम तैयार हो गई थी
08:09सबसे पहले ये लोग ये प्लैन बनाते हैं
08:11कि ये मिसर के रहने वाले लोगों को तंग करेंगी
08:14ताके वो अपने राजा से कहकर इन्हें आजाद करवा दें
08:17वो उनकी घरों में भी आग लगा देते हैं
08:19यहां तक कि उनकी कष्टियां भी जला दी थी
08:21एक दिन मुसा के पास वो ही बच्चा आता है
08:26जो उस दिन उसे पहाड पर नज़र आया था
08:28वो कहता है कि जो जंग तुम लड़ रहे हो
08:30इसमें तो सदियां लग जाएंगी
08:32तुम कभी भी नहीं जीत सकते
08:33मुसा उस बच्चे से पूछता है
08:35तो फिर मुझे क्या करना चाहिए
08:36वो बच्चा कहता है बस देखते जाओ
08:38अब क्या होता है
08:40वही पर एक आदमी खड़ा मुसा को ही देखे जा रहा था
08:43कि वो किस से बात कर रहा है
08:44मगर उसे वो बच्चा नज़र नहीं आता
08:46इसका मतलब उस बच्चे के शकल में
08:48मुसा के पास गौड आये थे
08:50और अगले ही दिन मिस्र की नदी में
08:52बड़े बड़े मगर मचा जाते हैं
08:54चीड फार कर कर खा जाते हैं
08:56यहां तक के नदी में एक भी मचली
08:58जिंदा नहीं बची थी
08:59कश्टियों में बैटे हुए सबी लोगों को
09:02खत्म कर दिया था
09:03पानी के बजाए नदी में खून बहने लगता है
09:05जिस बचा से इनकी फसलों को भी पानी मिलना बंध हो गया था
09:09और सारी फसलें बरबाद हो जाती है
09:11फिर इन पर मेंड़कों का हमला होता है
09:13बहुत सारे मेंड़क मिस्र में आ गए थी
09:15और जब ये मेंड़क मर जाते हैं
09:18तो उन पर बहुत सारी मक्या आ गई थी
09:20वो मक्या तादात में इतनी जदा थी
09:22कि ये लोग खाना भी नहीं खा सकते थे
09:24फिर इसके बाद गोड की बिमारी फैल गई थी
09:27जिसने ना तो राजा को छोड़ा था
09:28और नहीं रानी को
09:30इन सब के बाद भी राजा बास नहीं आया था
09:32एक दिन मुसा एक घोड़े पर लिखकर
09:34राजा के बास भेज़ता है
09:36कि तुम्हे गुलामों को असाद करना होगा
09:38वरना इसके बाद और भी आफ़तें तुम पर आ सकती है
09:41जो गौड़ खुदा की तरफ से है
09:43मगर राजा अभी भी मानने को तयार नहीं था
09:46इसके बाद तो वो गुलामों पर और भी जुल्म करने लगा
09:49जब गौड़ ये देखते हैं
09:51तो अब मिस्र में पत्थरों की बारिश होने लगी थी
09:54सब भेड बकरियां मर जाती है
09:56और आकरी हमला टिडियों का था
09:58जिससे वहां की सारी फसलें पर बात हो गई थी
10:00राजा भी इन सब आफ़तों से तंग आ गया था
10:03इसलिए वो अपने गौड़ से दुआ करने जाता है
10:05ताकि सारी मुसीब्तें हट सके
10:07तब ही उसे महसूस होता है कि अधर मुसा है
10:10वो कहता है मुसा तुम यहां हो ना
10:12जिसके बाद अब राजा को गुसा आ गया था
10:14वो कहता है हाँ पहले मैं समझता था
10:17कि यह सब खुदा की तरफ से है
10:19पर मैं समझ चुका हूँ कि यह सब तुम कर रहे हो मुसा
10:22अब तो मैं एक भी गुलाम को आजाद नहीं करने वाला
10:24और मैं देखता हूँ जीता कौन है
10:26मैं या तुम्हारा गौड
10:28जिसके बाद मुसा दुबारा से उसी पहाड पर आता है
10:31जहां पर उसे गौड की शकल में बच्चा मिलता था
10:34मुसा कहता है कि अभी भी उसने हमारी बात को नहीं माना
10:37वो गौड यानि कि वो बच्चा कहता है
10:39चार सो साल की गुलामी के बार राचा को सब इबरानियों को आजाद करना ही होगा
10:44वरना उसे जाकर कह दो कि कल सुबा होते ही मिसर के सारे बच्चे मर जाएंगे
10:49और हाँ हमारे लोगों से ये कहना कि वो अपने दर्वासों के आगे एक भीड को काट कर उसका खून लगा लें
10:55तब ही यहाँ पर जो रात थी वो दिन में बदल जाती है
10:57मुसा राचा के पास आता है
10:59और कहता है कि कल रात से पहले पहले तुमें सब गुलामों को आजात करना होगा
11:04वरना यहाँ पर जितने भी बच्चे हैं सब मारे जाएंगे
11:07जब रात होती है तो एक काली परचाई ने पूरे मिसर को अपनी लपेट में ले लिया था
11:11जिससे के मिसर के सबी बच्चे मर गए थे
11:14सुबह को राचा अपने बेटे की लाश को मुसा के पास लाता है
11:18और कहता है कि कैसे गौट हैं तुम्हारे जिनोंने हमारे बच्चों को मार दिया
11:22जाओ निकल जाओ सब यहां से
11:24उसने आखिरकार हार मान कर सबी गुलामों को आज़ाद कर दिया था
11:28मुसा अपने लोगों को लेकर उनके मुल्क की तरफ रवाना होता है
11:32मगर कुछ तेर के बाद महल में जाकर राचा को यह एसास हुआ था
11:36कि उसे उन्हें ऐसे छोड़ना नहीं चाहिए था
11:38इसलिए वो अपने साथ 4,000 लोगों को लेकर उनका पीछा करता है
11:42हलाकि वो मुसा से अभी 4 दिन पीछे के दूरी पर था
11:46लेकिन उसके पास घोड़े थे
11:47इसलिए वो उन तक जल्दी पहुँच जाता है
11:49उदर मुसा को भी ये बात पता चल गई थी
11:51कि उनके पीछे मिसर का राजा आ रहा है
11:54इसलिए वो अपने लोगों को पहाड के रास्ते से जाने का कहता है
11:58क्योंकि वो जानता था कि राजा के घोड़े इस रास्ते पर नहीं चल सकते
12:01और होता भी ऐसा ही है
12:03जब राजा के घोड़े उस रास्ते से गुसर रहे थे तो घोड़ों के पाउं फिसलने की वज़ा से वो खाई में गिर जाते हैं
12:09राजा का बहुत बड़ा नुकसान हुआ था आखिर का राजा मुसा तक पहुँच जाता है
12:14अब मुसा के आगे समंदर था वो फैसला करता है कि वो समंदर को पार करेंगे जिसका इशारा इसे गौड़ की तरफ से मिला था
12:21ये जब अपने लोगों को लेकर आगे बढ़ता है तो समंदर का पानी कम होना शुरू हो गया था
12:26और बीच में एक रास्ता बन जाता है जिससे सभी ने समंदर को पार कर लिया था
12:30जब राजा के लोग भी उस रास्ते पर चलने लगते हैं तो पानी फिर से आना शुरू हो गया था
12:35वो समझ गए थे कि अब उनकी जान को खत्रा है सब पीछे की तरफ भागते हैं मगर समंदर के पानी ने उन्हें जल्दी अपने अंदर समा लिया था
12:44सब के सब मारे गए थे सिवाए राजा के राजा अब बिलकुल अकेला हो चुका था वो कुछ भी नहीं कर सकता था
12:51मुसा अपने लोगों को लेकर आगे बढ़ता है सबसे पहले ये अपने घर जाता है जिदर उसकी बीवी और बेटा थे उसे भी अब गौड पर पूरा यकीन हो चुका था
13:00वो यहां से सबी को लेकर गनान उनके मुल्क की तरफ रवाना होता है जहां पर वो अजादी से अपनी जिन्दकी गुजार सकते थे
13:08कहानी के आखिर में हमें दिखाया जाता है इस सफर में मुसा के साथ वो बच्चा भी था जो गौड के रूप में इसके पास आया करता था और इसी के साथ इस फिल्म की कहानी यहीं पर खत्म हो जाती है

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