00:00सब नियती है, निर्धारित है, तय है, कहते हैं कि उपर वाले की कलम से सब कुछ लिख दिया गया है
00:05तभी तो जब इतने बड़े पैमाने पर कोई हादसा होता है और कोई व्यक्ति उसमें से जिन्दा बच निकलता है
00:12तो आगे चल कर वो कहानियां कई-कई बार कही जाती है
00:34प्लेन गिरा है प्लेन गिरा है प्लेन उस हादसे को देखी है उस हादसे के पैमाने को देखी है
00:41और तब सोचिए कि एक व्यक्ति इस पूरे हादसे से जीवत बच कर निकले
00:46एक मात्र जो एक ray of hope आप कह सकते हैं ने उम्मीद की एक किरन
00:51एक मात्र जो की एक emergency exit पर बैठे हुए थे क्योंकि उनके boarding card को देखकर ये ग्यात होता है
00:57रमेश भाई उस जगे से कूद कर बाहर निकले उनकी जान बच गई वहाँ पर जो राहत कर्मी थे उन लोगों ने उनको जल्दी से एक ambulance के बिठाया और वो अस्पता लागए
01:07बहुत देव तक तो लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि ये कहानी सक्ची है
01:11जहां बहचाने मिड़ देई वहाँ एक शक्स जीवित बच्चा है तो उसे क्या कहें?
01:25चमतकार जए दोहराए वो कहवत जिसमें कहा जाता है कि जाकू राखे साईया मार सके रखोए
01:32सीट नमबर 11-A पर बैठे रमेश विश्वास कुमार ऐसे ही किसमत के धनी निकले
01:40कि लिए नज़ों कर सब सामने हुआ था मेरे खुद को मेरे खुद को भी बिलिव नहीं होता कि मैं कैसे उसमें से जिन्दा बाहर निकला
01:50कुछ को थोड़ा टाइम के लिए के तो मेरे को लगा था कि मेल भी मरने वाला हुँ नेकिन जब अहतक मुझे लगे में जिन्दा हुँ लिए कि अज़ी जिल सकत दो में कंला जो रोचोड बाद एक लिए बैल्र देश्छ एक उडिए उन्दन हमें नियुक्त वूरू हो अ�
02:20प्लेन में लाइट वन हो गई ग्रिन वर्ल वाइट बाद में वह पता ने वह प्लेन टेक उप जद्धा करने के लिए और रेस दिया वोगा ऐसा और सिधार
02:28हाथ से में रमेश के भाई भी उनके बराबर वाली सीट पर ही बैढ़े थी लेकिन वह बच नहीं सके रमेश विश्वास कुमाल के जिस तरह जान बची है वह अकलपनी है
02:47मेरे ओन जिए पर भेता ही तो जाब हमाए ओन नीशे की सीट तो जाब वहा थी पेश भी था प्लें के बाहर तो जैसे मेरा दोर तुटा ना सब तो मैरे पेश है ने त्राय कर सते हमें तो निकलने के लिए तो मेंपनी है
03:17तो फिर में निकल गया उदर
03:18रमेश विश्वास कुमार को किसी चमतकार ने बचाया
03:22तो भूमी चोहान कोंकी खिस्मत ने बचा लिया
03:25भूमी चोहान ट्राफिक में फसने के कारण
03:28एरपोर्ट सिर्फ 10 मिनट लेट पहुची
03:30लेकिन इनहीं 10 मिनट के कारण
03:32वो बोर्डिंग नहीं कर सकी
03:33वो हम लोग थोड़ा
03:39मतलब एक दस की फ्लाइट थी
03:42और बारा दस को मैक्सिमम उन लोगों का गेट बंद हो जाता है
03:45और हमें वहाँ पहुचते ही
03:47एक बारा बीस हो गया था
03:49तो मतलब 10 मिनट की लेट पहुची थी
03:51उसकी वज़़से मैं फ्लाइट पे
03:52चैकीन ही नहीं कर पाई और उन लोगों ने मुझे वापिस ही बेश दिया
03:56तो इस वज़़से मेरी फ्लाइट निस हो चुकी थी
03:58दस मिनट हमें थोड़ा रास्ते में
04:01ट्राफिक और मतलब 10 मिनट से ज्यादा ट्राफिक तो हमको बीच में हुआ था लेकिन यहीं सब रिज़न की वज़़से मैं 10 मिनट लेट पहुची थी वहाँ पे बस
04:10हम लोग एरपोर्ट से निकल के घर आ रहे थे वापिस तो उसी टाइम पे हमको गाड़े में पता चला कि जो मैं ट्राविल करने वाली थी तो वही फ्लाइट में ऐसा इंसिडेंट हुआ
04:20भूमी का परिवार उन्हें एरपोर्ट छोड़ने आया था फ्लाइट में सो जाने के कारण सब घोर निराश थे लेकिन एरपोर्ट से निकलते वक्त जब उन्हें पता चला कि जिस फ्लाइट में वो जाने वाली थी वो क्रैश हो गई है भूमी का परिवार आज अपनी खि
04:50कुछ सेकेंड्स के अंतर से विजय अपनी मोटर साइकल पर सवार होकर हॉस्टल की आगे से निकल गए
04:55जैसे ही वो निकले विमान हॉस्टल से टकरा गया
04:58ज़रा सोची अगर विजय उस वक्त वहां होते तो क्या होता
05:20वह से टकरा है और आके जड़ा के क्रेश हो गया ठीक पीछ यह ही मैंने वहां देखा तो ब्लाच हुआ वह 5 क्रमेटर के अंदर अधर ब्लाच हो अधर ब्लास्टोर में वहाँ से भाग कर मेरी बाईक रख रक चैन्य वहां पागए जैसे मैं रहा
05:40मेरे सामने एक ब्यान का सीर मेरे उपर आके गिरा जैसे सीर गिरा उदर रखा में बाक्ते हुए अंदर गया वहाँ पे जो बाइक थी जो गाड़िया थी वह भी जल ले थी मन में असा था डर के ब्लास्टो के मेरे पन्ना गिरे पर फोड़ी मत दिखा कि थोड़ा अंदर गय
06:10कि पसे म hopeless यह जा ह்रोदे मेरे खाएक है तो जांगे जाके देखा तो दर गिराता हो एकला और ताप के तर थे बचाओ बचाओ बचाओ चिलना रहे नहीं है वहाँ पे वहाँ पर यहां पे यहां पर एपर टीम आगे ए पो पोलिस की टीम एक चाम हिए हिए भचकर बचाया
06:40वहाँ पर तो पतना हूँ है विश्वम में पस्कूल से प्लातना करता हुए कि कहीं पर ऐसी गठना ना हो
07:05गनी आबादी वाला इलाका है ठीक उससे पीछे और ठीक उसके आगे यानि बहुत जादा चोईस भी नहीं था अगर पाइलिट चाते कि कहीं पर वो उसे लैंड कर सके हाला कि क्षती उसके बावजूद हुई है लेकिन फिर भी एक बीच का थोड़ा सा हिस्सा है जो क्लियरि
07:35जो बच गए वो तमाम उम्र इस हाथसे की कहानिया सुनाते रहेंगे लेकिन जिनके अपने चले गए वो इस दर्द के साथ ही जिएंगे
07:58किसी को ये टीस रहेगी कि काश रोक लिया होता किसी को दर्द रहेगा कि काश हमारे जाने वाले की भी फ्लाइट छूट गई होता