Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
🧔🏻‍♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:
https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021

📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021

📲 आचार्य प्रशांत की मोबाइल ऐप डाउनलोड करें:
Android: https://play.google.com/store/apps/details?id=org.acharyaprashant.apbooks
iOS: https://apps.apple.com/in/app/acharya-prashant/id1603611866

📝 चुनिंदा बोध लेख पढ़ें, खास आपके लिए: https://acharyaprashant.org/en/articles?l=1&cmId=m00021
➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant
#आचार्यप्रशांत
#Bakarid
#Kurbani
#SantKabir
#Karuna

Category

📚
Learning
Transcript
00:00बकरा काट के खाना और आलू खाना एक ही बात है क्योंकि दोनों में जान तो जाही रही है ना ये बहुत मुर्खता पूर्ण को तरक है अगर आलू बराबर बकरा तो इसी तरक को आगे बढ़ा दो बकरा बराबर इंसान तो अगर आलू खाने से बकरा खाना जायज हो गया त
00:30कि इतने इतने जानवर खा लेंगे और ये जानवर नहीं खाएंगे
00:32तो रिखा खींच तो रहे ही हो
00:35कुछ प्राणियों को तो छोड़ ही रहे हो
00:39कि इनको नहीं खाना चाहिए
00:40जैसे कुछ प्राणियों को छोड़ते हो
00:42कि इनको नहीं खाना चाहिए
00:44वैसे ही सब प्राणियों को छोड़ दो कि इनको नहीं खाना चाहिए
00:48जीवित रहने के लिए जो न्यूनतम हिंसा करनी पड़े उतनी ही करो
00:53अगर न्यूनतम हिंसा कर रहे हो तो फिर वो हिंसा नहीं कहलाती वो अनिवारिता हो जाती है

Recommended