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  • 7 months ago
Movie Club @Edits-Haris
Transcript
00:00
00:30शहजादी ने एक बड़े से उद्रख्त के नीचे रखने का फैसला किया ताकि बारिश से बच सके।
00:35लेकिन बारिश रखने का नाम नहीं ले रही थी और शाम होने को आगी।
00:39शहजादी बारिश में भैक चुकी थी और उसे किसी महफूज जगह की तलाश थी।
00:44आगे चल कर देखती हूँ शायद थोड़ा सा आसरा मिल जाए।
01:14तो नीचे एक सुनारी ओदिवार नजर आई जिस पर एक अजीब सी आँखर बनी हुई थी।
01:19तजस्स से मजबूर होकर शहजादी ने दिवार को छुआ।
01:22जैसे ही उसका हाथ दिवार पर लगा वो आँख खुल गई और एक जादू की तरह शहजादी को अपने अंदर खींचने लगी।
01:30जब शहजादी को होश आया तो वो एक जादूई दुनिया में पहुँच चुकी थी।
01:34जहां सब कुछ उचाकलेट से बना हुआ था।
01:37वहाँ के घरन दरख्त और यहां तक कि रास्ते भी चाकलेट के थे, लेकिन वहाँ कोई नजर नहीं आ रहा था।
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