J-K के गांदरबल में Kheer Bhawani Mela की रौनक, बड़ी संख्या में उमड़े भक्त
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00:00नमसकार मैंघु आश्रफवाणिय और इसवक्त में शीदे जो है माताखीर बवाणी के मंदर में खड़ा हो हम पहले अपने दर्शकों को माताखीर
00:17नजारा दिखाएंगे कि इस मंदर की जो मानिता है और जो इस में लोगों का आना जाना है उसको लेकर
00:27कैमरामेन मुजफर आपको पहले दिखाएंगे ये माता खीर बवानी का मंदर कश्मीर के गांदर बल जिले के तुलमुल इलाके में हैं
00:36यहाँ पर सद्यू से माता खीर बवानी यहाँ पर विश्राम में हैं यहाँ पर उनका मंदर है और सद्यू से ही यहाँ पर जन्वस्टमी के दिन जो है यहाँ पर माता खीर बवानी का मंदर मनाया जाता है
00:54कश्मिरी पंडितों के लिए सबसे बड़ा तिवहार माताखीर बवानी का मंदिर है
00:59यहां पर जो यह कुंड है जिसमें आप इस वक्त फूल देख रहे हैं
01:03इसी कुंड की पूजा की जाती है और आपको दिखाएंगे किस तरह से इसमें दूद और
01:08बाकि जो कश्मिर के रिवायती फूल होते हैं चाहे गुलाब हो या बाकि जो फूल है उन से जो है इसकी पूजा होती है
01:15और यहां मानिता है कि इस कुंड का पानी हर साल खीर बवानी के मेले के दिन जो है अपना रंग बदलता है
01:26यहां तक कि कुछ लोगों का कहना है कि 1990 में जब कश्मीर में आतंगवाद की शुरुआत हुई थी तब इस कुंड का पानी का रंग जो है वो काला हो गया था और तब ही एक त्राजिदी आई थी और कश्मीरी पंटों को कश्मीर से पलाइन करना पड़ा था
01:432005 में जब जब कश्मीर में जान लेवा भुकम आया जिसमें करीब 2000 लोगों की जान गई तब भी खीर बवानी के मेले के दिन इस कुंड के पानी का रंग जो है लाल हो गया था
01:58और यहां पर आने वाले शदालू ये मानते हैं कि जो रंग इस पानी का माता खीर बवानी के इस मंदर के कुंड में आज खीर बवानी के मेले की दिन होता है
02:13वो दर्शाता है कि यह साबित करता है कि किस तरह से साल के दिन गुजरने वाले हैं
02:24मताखीर बवानी के मंदिर के बारे में और इसकी आस्ता कश्मीरी पंडितों में इतनी खास क्यूं है
02:30विस्तापित होने के बावजूद क्यूं देश के अलग-अलग हिसूं से
02:34आज याने मताखीर बवानी के मेले के दिन कश्मीरी पंडित यहां आते हैं
02:39वो हम जानने की कोशिश करेंगे नाना जी जो कि एक कश्मीरी पंडित है
02:44आप पहले हमें ये बताईए कि इस मंदिर की महतपूंता क्या है कश्मीरी पंडितों के लिए
02:53इसका इतिहास क्या है और फिर इस खीर भुवानी के मेले के दिन के बारे में बताईए
03:23नबे में तो इन्शालाओ यहां पर जो पाणी उस वकिता लाल गो आपती कि आप निकल जो इदर से तो हम निकल लेगे आज 35 साल के बैद जब आज जेस्टे अश्टमी आप जेस्टे अश्टमी हम मनाते हैं आज मा का जनम दिन है आज यहां पर और यहां पर मा का जनम दिन ह
03:53अप नेता भी है और कश्मीरी पंडित हैं
03:56आपकी पार्टी की तरफ से पहले बताईे कश्मीरी पंडितों के वेलकम to सबूजरू हमारे सब्ही मीन ही मेरी ख लोग कर दोती है
04:08दिल से सबसे बड़ी बात है वेलकम करने की जूरत है हमारी पार्टी के यहां से आपने अगर देखा होगा सिर्नगर से यहां तक सब जगा होडिंग लगी है वेलकम टू याद्रीज
04:16कम से कम मेरी एक होडिंग हर जगा लगी है
04:19तो उसको अलग में रखके
04:23आज हम प्रे कर रहे हैं माता के धरवार में
04:26फिर से एक ऐसा माहूल बनाईए
04:27जिस माहूल को लेकर
04:29वापस हमारे जो बाई वहां पर बैठे हैं
04:31वो वापस आ जाए
04:32और अपने परिवार के साथ यहां पर रहे
04:34और ये सबसे बड़ी बात होगी
04:37मैं आपके मदम से आज पूरी कश्मिरी
04:39मेजारिटी कम्मिटी को भी गुजारिश करना चाहता हूँ
04:42जिस तरीके से मैंने 2010 में
04:44आपको याद होगा
04:45विसू और मटन में उस वकत के बुज़रग को लेके गया
04:48वेलकम करवाया
04:49उसी तरीके से मैजारिटी कम्मिटी के 50 लोग निकले
04:52जमू में जाकर कश्मिरी पंडित बाइयों से बैठे
04:54दिल्ली में जाकर पंडित बाइयों से बैठे
04:56रीकंसिलेशन वो होती है
04:58क्योंकि बट जब कश्मिरी पंडित यहां से निकलाया
05:01उस वकत के नेशनलिस्ट फोर्सी जब यहां से निकले
05:03हालाथ सब को पता था
05:04कोई अपना घर नहीं छोड़ना आज भी कोई
05:07अपना एक मरला नहीं छोड़ना चाहता
05:08एक इंच नहीं छोड़ना चाहता
05:09ये सब properties, सब कुछ properties, मंदर, मंदर छोड़ के, मेरे को लगता है majority community का बहुत बड़ा हाथ होगा
05:16और the decision is in the hands of Government of India, Honorable Home Minister, Honorable PM, as well as Honorable Chief Minister of the State
05:23I wish they all will sit together and bless this community and try to create that type of atmosphere which will create return, rehabilitation and permanent settlement of Kashmiri Pandits in Valley
05:35तिस साल से कश्मिरी पंडितों की यही आस है कि गरवापसी, इस पर बहुत राजनीती हुई एक जमाने में
05:41UPA government ने जो है, उसने politics की कश्मिरी पंडितों के गरवापसी, फिर मोदी जी आये 2014 में
05:47उनका पहले ही चुनाव में यह जिनके आप सहियोगी भी है, आपका दल जिनका सहियोगी भी है, NDA का पार्ट है
05:55तो उन्होंने कहा तब भी आशवासन दिया था कश्मिरी पंडितों को, कि आपको वापस भाइज़त अपने गरों को हम वहाँ पर जो है बेजेंगे
06:04लेकिन अभी तक जो है, वो मामला जो है, सेटल नहीं हो रहा, आखल क्या कारण है, अब तो कल ही जो है, जो है, जुमो कश्मिर के बूदपूर मुकमंतरी, महबबा मुफ्ती ने एक प्लान भी दिया है, जिसके बारे में आपको जानकारी होगी, LG साब को
06:18तो आप, as a politician, as a कश्मिरी, as a कश्मिरी पंडित, आपको क्या लगता है, किस चीज, कौन सी खलल आ रही है, कि 30 साल से जो है, पलायन कर चुके कश्मिरी पंडित, अपने घरों को, अपनी मातर भूमी पर वापस नहीं आ आ पा रहे हैं
06:31देखे, इसमें दो-तिन चीज़े हैं, आपके एक ही सवाल में 4-5 सवाल थे, सबसे में मसला है कि security, conducive atmosphere, बहुत खूब सूरत लगा था, conducive atmosphere हो गया था, हर एक चीज अच्छा लग रहा था, before पहलगाम, unfortunately जो पहलगाम का वाक्या हो गया, उससे फिर insecurity हो गई, आपको शहिद
07:01building their houses, constructing their houses, वियन साइड में, पांपोर साइड में, फ्लैट बने हैं, वहाँ पर देश टार्डिक परचेंग, but unfortunately आपको पता है, दिल दहलाने वाला जो वाक्या हो गया, पहलगाम का, जिससे पूरा बारत देश हिल गया, और unfortunate निस ये थी कि पहली बार, एक militant ने, जिस तरी
07:31अपने आपकी insecurity लगी majority community, ऐसे लगा कि unfortunateness शायद वही 90 वाला वाक्या दिख रहा है, but we have a strong leadership at center, honorable PM है, honorable home minister है, they are very straight and they have one point program, कि zero tolerance for militancy, और मेरे को लगता है कि मेरी majority community की भी responsibility है, यहाँ पर minority के जो लोग रहते, उनकी भी responsibility है, कि जितने भी हम लोग यहाँ पर रहते हैं, हमें �
08:01या कोई ऐसा वाक्या तो नहीं होने वाला है, या कोई ऐसा बंदा तो नहीं है, कि जिसको हम लोग शक की नजर से देखें, और जिसके मद्दम से हम लोग यह work out करें, कि वो गलत काम करने वाला है, मेरे को लगता है, यह हम सब की responsibility है, number one, majority community, जो जाएगी बात करके, reconciliation start करी,
08:31मकान बेचे है, बहुत ऐसे हैं, जो नहीं नहीं बेचा है, अगर जिसने नहीं बेचा है, वो अपना रिकरनिस्टर करें, रिपियर करें, वो ठीक है, जिसने नहीं बेचा है, वो कहां पर आएगा, अभी हमारा एक, ABCD कोई भी सड़क पर आ गया, सौ आदमियों को लेके आ
09:01हम यह नहीं कहेंगे, आज एक गौवर्मेंट है, कल हर एक गौवर्मेंट दे रही है, हाँ, जब चालिस गार्डियों की ज़रत है, वहाँ चालिस देते है, आज सतर की ज़रत ही, सतर या तीस जो भी फैसल्टेशन है, वो हर वक्त दी जा रही है, बर दे थिंग इस कि यह �
09:31हरताल भी हुई, लेकिन अब जो आज हम देख रहे हैं यहां पर जो बीड आई है, कम से कम, जब आशंका यह जताई जारती, शायद कोई जो है कश्मीरी पंडित या शदालों, मैंने कई शदालों से बात की कश्मीरी पंडितों की साथ-साथ, अलग-अलग राजियों के ज
10:01गया है, और यहां पर कितने भी क्या भी हो, लेकिन फिर भी जो है, लोग या कश्मीरी पंडित कश्मीर वापस आते हैं, देखें, कश्मीरी पंडित 35 साल से ही नहीं, वो तो आपको पता है, उसके रूट से यहां पर, उसका परिवार रहा है, उसकी यादे है, जिसके मतल�
10:31जो है वो यादे कोई भी कश्मीरी पंडित बूलना नहीं चाहता है ना भूला है वो सब यादे उसके दिल दिमाग में है बट वो खाली यही देख रहा है कि इस बार अनफार्शनेटली मैं भी थोड़ा सा दुखी हूँ कि जो यहां क्राउड आना चाहिए था पीक मिल्टन
11:01आपका पूरा बंद सिर्नगर सिटी होती थी लाल चोग बंद होता था लेकिन यहां यातरीज जितने भी आते थे खुशी खुशी आते खुशी खुशी जाते थे बट इस बार मेरे को समझ नहीं आ रहा है ओनेसली जो हमारा मसला पहल गाम वाला जो इशू हो गया उस पहल
11:31आजारों की तादाद में जो है शदालू जो है आए हैं वो भी पहल गाम आतें की हमले के बाद पहला ये टेस्क था कि क्या परिटक कश्मीर दुबारा लोटेंगे क्या कश्मीर में खौफ का माहुल जट जाएगा तो कहीं न कहीं आज जो है इस खीर बवानी के मंदर में �
12:01जिसका नाम है लल्दद बूमें बैट वेट सूसाइटी तो हमें बड़ा अच्छा रेंज पैंटी नो ने किया हुआ है पिछली तफ़ हम सेंटर्ज उनिवस्टी में थे इस वक्त हम यहां हैं टेंट में बैठे हैं बड़ा मज़ा आ रहा है और बगवती की देया है मातर
12:31तो हर साल आते हैं यहां दर्शन करने के लिए माता के।
13:01उसके साथ साथ अब जो है बहुत सारे लोगों को रिची इस मंदिर को लेकर लेगे
13:05क्या मानिता है इस मंदिर के और क्या आप मानते हैं जो पूजा करने के लिए आप जा रहे हैं
13:09मैं पहली बार ये आया हूँ इदर पहले नहीं आये इदर एक्चुली हम जौब करते हैं इसलिए फर्स टाई हम आयें
13:16तो आप देखरें लंबी कतार है और ये सबी जो हैं यहां पर आज माताखीर बवानी के दिन दर्शन के लिए आए हैं माताखीर बवानी के और साथी साथ प्रात्ना करने के लिए और यहां पर जो है विशेश तोर से पूजा होती है आज के दिन और कभी कुछ एक यहां पर �
13:46आप ज्यादा बहतर बनास पता सकते हैं कि ये जो माता खेर बमानी का दरबार है इस पर क्श्मीरी पंडितों की क्श्मीरी पंडितों का सबसे बड़ा तहवार है ये सबसे बड़ा तहवार है हम इसको बड़े अच्छी तरह से मानते हैं इस पूजा में और इस परशाद में
14:16तो यहां पर जो है इस खीर बवानी के मंदिर में जो है कहीं न कहीं पहलगाम के आतंकी हमले के बाद आज जिस अंदाज से लोगों का सैलाब खासर से शद्दालों का सैलाब उमड़ पड़ा है
14:33और जिस गर्म जोसी से यहां के इस्थानिया लोगों ने इन शद्दालों का स्वागत किया है वो कहीं न कहीं एक उमीद तो साफ तोर से जगाता है कि कश्मीर में जंद जीवन पट्री पर दुबारा आ रहा है
14:49और साथ ही साथ सबसे बड़ा जो पिछले एक महिने से भी ज़्यादा समय से जब से पहले गाम आतें के हमला हुआ था जो परिटन थमसा गया था परिटक डर रहे थे कश्मीर आने में कहीं न कहीं लग रहा है कि आज खीर ववानी के मिले के दिन इस जन सेलाब और इन शद
15:19का माहुल देखने को मिलेगा जो कश्मीर की परंपरा भी है और कश्मीर का इतहाज ही इसलिए आये हैं माता के चरनों में यही दूआ करने के लिए माता से यही प्रासरा करने के लिए कि हमारे भारत में हमारे हंदुस्तान में शांती काइम हो हमारे इस सित्यर जमुएं कश
15:49मेरे मुस्लिम ब्रदर से जुनों ने हमारा गलकम अची तरह किया हम उनके साथ यहां पर बैठें उनके साथ शाना बाशाना काम करें चाहे वो प्रेविट सेक्टर हो चाहे वो गॉवर्मेंट सेक्टर हो और यह प्रारतना करते हैं कि जो कश्मीर में कश्मीर में जो अमन की क
16:19का यार खाइम रहें।
16:49यह प्रिश्य पंड गाल रिए पास को रख्षाल जो पास इसलिए आफ फसक्टबसु ताफ पास जड़ियो जा सुब्सक्रा आप अर्विका कि ऑ क्श्मीर मुस्क्मीर मुस्क्मीर पंडीज जा हुआ एक करें पहसा करें
17:00पार्ट आफ मैसेज एंड रिलिजिस हामोनी बिटिविन कश्मीरी मुस्किमिरी पंड़ास।
17:08वन लेडि़ी इस विड़ास।
17:10वन लेडि़ी इस विड़ास।
17:40तो आपको कितना दुख है कश्मीर से विस्तापित होने का और उमीद क्या कि भी जागी है कि आप अपने गरों में वापने दुख तो बहुत है अपने मुसल्मान बायों को हम छोड़ के आए हमें तो बहुत दुख हो गया पर अब क्या कर से जो बगवान की इच्छा होती है
18:10मंदर में तो आपको उमीद लग रही है कि कोई कोई दिन ऐसा आएगा जब कश्मीरी पुणित अपने गरों में उमेद तो बहुत है तो आएंगे ज़रूर आएंगे कश्मीरी पुणित भी आएंगे कि हम आये अपने यहां रहते हैं मुसल्मान बाई हमें उनके साथ बह�