00:00हजारी बागजिले के केरेडारी प्रकंड अंतर गत कंडा बेर गाउं में संचालित अवैद कोईला खदान में फसे तीन मजदूरों का सव तेरा दिनों के बाद माइंस से सो मौर देर रात निकाल लिया गया
00:14यह rescue operation प्रसासन की ओर से नहीं बलकि अस्थानी ग्रामिनों के पहल और एक जूटता का परिनाम है
00:21हादसे के बाद तीन से चार दिनों तक NDRF की टीम द्वारा rescue operation चलाये गया था लेकिन सफलता नहीं मिल सकी
00:29इसके बाद ग्रामिनों ने मुर्चा सम्हालते हुए लगभग 13 दिनों तक लगतार खोजबिन जारी रखा
00:36देखे इन लोग तीन मजदूर थे इन लोग काम करके लौट रहे थे पानी अचानक जंगल में बर्सा हुआ और खावा नदी में इन लोग को पता ही नहीं चल पाया कि बाढ़ का इस्तिति है इन लोग फोड़ा पानी में घुसा वैसे अचानक से बाढ़ा आया उसी बाढ
01:06है कि नज ये तो परसासन का और हमारे सीयोक आपका थानपरभारी का और सट्रविनी शैनिक का इन टी पीसी का यहम जगदां रहा और हमारे ग्राम वास्तियों का इसिकर आप कर पार लौक इंन लोग सफलता पाए कम ग्राम सब्सक्राइं।
01:24जो अठक प्रियास से 13 दिन हम लोग तफलता पाएं।
01:54जो भी है चैनवाली मसीन थी पाणी सुखाने की भी मसीन थी
02:24सुखने की सुखना पर क्रेडारी अंचला दिकारी राम रतन बनवाल खाटनास्थल पर पहुंचें
02:30सुखने की सुखना पर क्रेडारी अंचला दिकारी राम रतन बनवाल खाटनास्थल पर पहुंचें
02:40सुखने की सुखना पर क्रेडारी अंचला दिकारी राम रतन बनवाल खाटनास्थल पर पहुंचें
02:54बताया कि माइन्स सुखते ही गाओं के कुछ लोगों को माइन्स के अंदर खोजबिन के लिए घुसे थे
03:00जहां मिट्टी में दवे तीनों को सौ देख लिया गया देजर रात सो मुआर को तीनों को सौ निकाला गया है
03:06बहराल सौ तो निकाल लिया गया है लेकिन अब तक इस बात के कुलासा नहीं हुआ है
03:11कि जिस माइन्स से सौ निकाला गया है वो आवैद तो था ही लेकिन वो संचालित था या नहीं
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