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  • 2 days ago
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Transcript
00:00मुझे नहीं बैटना उसके साबने, मुझे नहीं बैटना उसके साबने,
00:13मुझे ये फजूल का काना मना, ये नहीं हो रहा मुझे.
00:17I know, I know, it's hard.
00:20अविश्या फर्मा मुष्दार बेटी रही मैं.
00:23कभी कुछ जिगायत नहीं कि मैंने,
00:27कभी कुछ फर्माइश नहीं कि, कभी कुछ गलत नहीं किया मैं.
00:31मैं जितनी भी कोशिश करना, मैं वालीद कुछ नहीं कर सकती.
00:35मुझे उसमें अपा की जलक नजरा आती है.
00:38Bestroying his relationship with his son,
00:40और उसको समझ नहीं रहा, वो कितनी बड़ी गलती करता है.
00:43अब मैं तुम्हें मदद करती.
00:46देखो, हम और कुछ करी नहीं सकते.
00:49मैं आपस और कुछ चोईस ही नहीं है.
00:51जागें, जागें, जागें, जागें.
00:53करना तो है, ना?
00:55आओ, भलके बनाते हैं.
00:57और तुम रिलाक्स करो सेगें.
00:59ये निकाह भी नहीं होना चाहिए.
01:01माया की पूरी जिंदगी का मामला है.
01:03अजाब कर देंगें हुमारी जिंदगी का ब्लडी मुझादी.
01:06जिनके घर खाच क्यों ना?
01:08मैं मामूली खंकर से भी तरना चाहिए, साधिया बेगम.
01:11Thank you.
01:12तुम बैटो ना, खाना खाले।
01:14बैट जाओ, इसने प्यार से कह रहे थे.
01:18आजे.
01:24एग्जेम जोने वाले तुमारे?
01:27जिए, क्यों?
01:29चकल बे बाराज़ बजे हुआ है.
01:31आप मुझे बता देना, मेरी वैसे कुछ हुआ तुमी, प्लीज.
01:34उसे ने बाराज़ एंजेंड़ी हैं, ट्रीटमेंट चल रहा है, ठीक होजागे है.
01:38लेकिन फिर थे अग्रेसिवली क्यों बेफ करें ते बाहर?
01:41वह वह इस वज़ए से कर रहे थे, कि बाइक भी डेमेज हुए है.
01:45तो फानिशल कंपेसेशन के लिए सेट्लमेंट की बात करें थे।
01:47फानिशल कंपेसेशन क्यों?
01:49मतलब
01:51कि अच्छा होगा कि अगर
01:54काम को बांट लिया जाए है
01:57जैसे कि तुम तुम एक दिन सारी जम्मेदारी कर लो और उसे दिन पना कर लेगी
02:02आज तो मेरे खान हो तुम ने शुरू कर दिया काम जी अपनी कर दिया है
02:05तो कल से बैटा तुम कर ले ना
02:07और किसी चीज के जरूरत हो पूछना आओ कुछ सवाल हो तो हम दो है ना गर में
02:11टृणी भी होती है किचर में
02:12मैंने इतनी पावर दे दी है मेरे जहन में सवार होके बैठावा है
02:15कौन है वो जिसके लिए मैं अपनी पूरी जिंदगी दाओ पे लगा दूँ
02:42नहीं नहीं नहीं उठारी है फिर कुछ होगा और मैं फसूंगी
03:12कौन है
03:42कर दो कर दो
04:12कर दो कर दो
04:42कर दो कर दो
05:12विवर्जिस ड्रामस लिकी कहानी में आप देखेंगे
05:23माहम और अर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुख्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
05:29लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
05:31माहम एक जबाकर समझदार वे सास लिलकी है
05:35जो अपनी मा की साथ लाहूर के एक पुराने महले में रहती है
05:40वो मुसूरी की शुकीन है और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
05:44लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
05:48गर के हालात खराब है
05:50और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
05:53दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
05:57जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
06:02वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
06:04और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
06:08जो एक मुकमी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
06:12वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
06:15कि हर जगह इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
06:18बलाखिर किस्मत दोनों को एक दूसे से मिला देती है
06:21जब ऑरीन माहम को इसकी पन के अशल किमत बताता है
06:24माहम पहले तो हैरान होती है
06:26लेकिन जल ही उसे आरीन के नियत में खلوच नजराता है
06:30वो दूने एक साथ आट पर काम करने लगते है
06:33वो इसे दोरां खामुची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
06:38लिगने कहानी यहाँ खतम नहीं होती
06:40माहम को पता चलता है
06:42कि आरीनी के वालिद ने कई साल पहले
06:44इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
06:46जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
06:48अब माहम एक कश्म कश्म में उत्तला है
06:51क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
06:53या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिरफ महबत हो
06:57वालिद ने को सच्चाई का इलम होता है
06:59वो भी तोट जाता है
07:00वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
07:03और माहम से कहता है
07:04मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
07:06तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
07:09आखरे सीन में माहम के सामने
07:11दो तस्विरी होते हैं
07:12एक बदले की और एक महबत की
07:14क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी या हमेशे के ले रंग छोड़ देगी
07:18इस ड्रामसिल के हौले से अपने राग की सहार लाजमी केमेंट करें
07:22साथ में हमारा एक्टूप का चैनल इखलास टेवी को सबस्क्राइब का ना मत भूली है
07:25तेंक्स पार वाचिंग अल्हाफिस
07:55कर सके गर के हालात खराब है और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
08:01दूसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
08:05जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
08:10वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्यली कोलता है
08:12और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
08:16जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
08:20वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
08:22कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
08:26बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
08:29जब आर्ट्यली माहम को इसकी पन के अजल केमत बताता है
08:32माहम पहले तो हिरान होती है
08:34लेकिन जलही उसे आर्ट्यली के नियत में खलोज नजराता है
08:38वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
08:41वो इसी दोरां खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
08:46लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
08:48माहम को पता चलता है
08:49कि आर्टी के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
08:54जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
08:56अब माहम एक कश्म कश्म में उत्तला है
08:58किया वो अपने माज़ी का बदला ले
09:01या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
09:05ने वारीन को सचाई का इलम होता है
09:07वो भी तोट जाता है
09:08वो अपने वाप के के माप भी मांगता है
09:11और माहम से कहता है
09:12मैं तुमसे तुमारी माज़ी के किमत पर नहीं
09:14तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
09:16आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्वीरी होते है
09:20एक बदले की और एक महबत की
09:21क्या वो अपने दूरी तस्वीर मुकमल करेगी
09:24या हमेशे गले रंग चोल देगी
09:26इस ड्रामसिल के हाले से
09:27अपने राए की साहर लाजमी केमेंट करें
09:30साथ में हमारे येटूप का चैनल इखलास टेवी को
09:32सबस्क्राइब करना मत भूली है
09:33तेंस बार वाचिंग अल्ला हाफिस
09:35विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
09:38माहम और आर्मीन
09:41दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
09:44लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
09:47माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
09:51जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
09:55वो मुसूरी की शुकीन है
09:57और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
10:00लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
10:04गर के हालात खराब है
10:06और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
10:08दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
10:13जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
10:17वो पाकिस्तान में एक नई आर्ड गेली कौलता है
10:20और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
10:24जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
10:28वो इन तस्वीरों से इतना मतासिर होता है
10:30कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
10:33बलाखिर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला देती है
10:36जब आरीन माहम को इसकी पन के अजल के मत बताता है
10:40माहम पहले तो हिरान होती है
10:42लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
10:46वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
10:49वो इसे दोरां खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
10:53लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
10:55माहम को पता चलता है
10:57कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
11:02जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
11:04अब माहम एक कश्मकश में मुटला है
11:06किया वो अपने माज़ी का बदला ले
11:08या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
11:12ने बाहरे ने को सचाई का इलम होता है
11:14वो भी तोट जाता है
11:16वो अपने बाप के के मापी मापी मांगता है
11:18और माहम से कहता है
11:20मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
11:22तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
11:24आखरे सीन में माहम के सामने
11:26दो तस्विरी होते है
11:27एक बदले की और एक महबत की
11:29क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
11:32या हमेशे के ले रंग छोड़ देगी
11:33इस ड्रामसिल के हौले से
11:35अपने रागे की सहार लाजमी कमेंट करें
11:37साथ में हमारे एक्टूप का चैनल इखलास टेवी को
11:39सबस्क्राइब का ना मत भूली है
11:41तेंस पार वाचिंग अल्ला हाफिस
11:43विवर्जी ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
11:46माहम और आर्मीन दो ऐसे इसे इनसान
11:50जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
11:52लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
11:55माहम एक जपाकश समझदार रहसास ललकी है
11:58जो अपनी मा की साथ लाहूर के एक पुराने महले में रहती है
12:03वो मुसूरी की शुकीन है
12:05और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
12:08लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालियम मुक्मन कर सके
12:11गर के हालात खराब है
12:13और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
12:16दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
12:21जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिग्री लेकर वापस आया है
12:25वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक होलता है
12:28और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजर आते हैं
12:32जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
12:35वो इन तस्वीरों से इतना मतासिर होता है
12:38कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
12:41बलागिर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला देती ही
12:44जब आरीन माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
12:48माहम पहले तो हिरान होती है
12:50लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खلोज नजर आता है
12:53वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
12:56वो इसे दोराँ खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
13:01लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
13:03माहम को पता चलता है
13:05कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
13:10इसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
13:12अब माहम एक कश्मकश में मतला है
13:14क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
13:16या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
13:20निवारीन को सचाई का इलम होता है
13:22वो भी तोट जाता है
13:24वो अपने बाप के के मापी मापी मांगता है
13:26और माहम से कहता है
13:28मैं तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
13:30तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
13:32आखरे सीन में माहम के सामने
13:34दो तस्विरी होते है
13:35एक बदले की और एक महबत की
13:37क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
13:40या हमेशे गले रंग छोल देगी
13:41इस ड्रामसिल के हौले से
13:43अपने रागे की ज़ार लाजमी कमेंट करें
13:45साथ में हमारे येटोप का चैनल इखलास टेवी को
13:47सबस्क्राइब का ना मत भूली है
13:49तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
13:51विवर इस ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
13:54माहम और अर्मीन दो ऐसी इस इंसान
13:58जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
14:00लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
14:02माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
14:06जो अपनी मा की साथ लाहौर के कुराने महले में रहती है
14:11वो मुसूरी की शुकीन है
14:13और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
14:15लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
14:19गर के हालात खराब है
14:21और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
14:24दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
14:29जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
14:33वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक वालता है
14:35और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
14:40जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
14:43वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
14:46कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
14:49बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
14:52जब आरीन माहम को इसके पन के अजल केमत बताता है
14:56माहम पहले तो हिरान होती है
14:58लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
15:01वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
15:04वो इसे दोरां खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
15:09लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
15:11माहम को पता चलता है
15:13कि आरीन के वालिद ने कई साल पेले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
15:17इसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
15:20अब माहम कश्म कश्म में उतला है
15:22किया वो अपने माजी का बदला ले
15:24या एक ऐसा मस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
15:28वारीन को सच्चाई का इलम होता है
15:30वो भी तोट जाता है
15:32वो अपने बाप के के मापी मापी मांगता है
15:34और माहम से कहता है
15:35मैं तुमसे तुम्हारी माजी के किमत पर नहीं
15:38तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
15:40आखरे सीन में माहम के सामने
15:42दो तस्विरी होते है
15:43एक बदले की और एक महबत की
15:45क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
15:47या हमेशे के लिए रंग छोल देगी
15:49इस ड्रामस लिक के हाले से
15:51अपने राग की ज़ार लाजमी कमेंट करें
15:53साथ में हमारे येटोड का चेनल इखलास टेवी को
15:55सबस्क्राइब का ना मत भूली है
15:56तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
15:59विवर्जी ड्रामस लिक के कहानी में आप देखेंगे
16:02माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
16:08लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
16:10माहम एक जपाकश समझधार वे सास लिलकी है
16:14जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
16:19वो मुसूरी की शुकीन है
16:21और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
16:23लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
16:27गर के हालात खराब है
16:29और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
16:32दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
16:36जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
16:41वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक होलता है
16:43और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
16:47जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
16:51वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
16:54कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
16:57बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
17:00जब आरीन माहम को इसके पन के अजल के मत बताता है
17:03माहम पहले तो हिरान होती है
17:05लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
17:09वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
17:12वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
17:17लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
17:19माहम को पता चलता है
17:21कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
17:25जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
17:27अब माहम कश में उत्तला है
17:30क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
17:32या एक ऐसा मुस्तक्वल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
17:36बाहरीन को सचाई का इल्म होता है
17:38वो भी तोट जाता है
17:39वो अपने बाप के के माप भी मापी मांगता है
17:42और माहम से कहता है
17:43मैं तुम्हारी माज़े के किमत पर नहीं तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
17:48आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्विरी होते हैं
17:51एक बदले की और एक महबत की
17:53क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी या हमेशे गले रंग चोल देगी
17:57इस ड्रामस लिक के होले से अपने राग की सहार लाजमी कमेंट करें
18:01साथ में हमारे येटो का चेनल इखलास टेवी को सबस्क्राइब का ना मत भूली है
18:04तेंस बार वाचिंग अल्हाफिस
18:07वीवर इस ड्रामस लिक के कहानी में आप देखेंगे
18:09माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
18:15लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
18:18माहम एक जपाकश समझदार वे सास ललकी है
18:22जो अपनी मा की साथ लाहोर के कुराने महले में रहती है
18:26वो मुसूरी की शुकीन है
18:28और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
18:31लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
18:35गर के हालात खराब है
18:37और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
18:40दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
18:44जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
18:49वो पाकिस्तान में एक नई आर्ड गेली कौलता है
18:51और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
18:55जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
18:59वो इन तस्वीरे से इतना मतासर होता है
19:01कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
19:05बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
19:08जब आरीन माहम को इसके पन के अजल के मत बताता है
19:11माहम पहले तो हिरान होती है
19:13लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
19:17वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
19:20वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
19:25लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
19:27माहम को पता चलता है
19:28कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
19:33जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
19:35अब माहम एक कश्म कश्म में उतला है
19:37क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
19:40या एक ऐसा मुस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
19:44यह वारीन को सच्चाई का इलम होता है
19:46वो भी तूट जाता है
19:47वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
19:50और माहम से कहता है
19:51मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
19:53तुम्हारे हाल ये बुन्याद पर महबत करता हूँ
19:55आखरे सीन में माहम के सामने
19:57दो तस्विरी होते है
19:59एक बदले की और एक महबत की
20:00क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
20:03या हमेशे के ले रंग छोल देगी
20:05इस ड्रामसिल के होले से
20:06अपने राग की सहार लाजमी केमेंट करें
20:09साथ में हमारे येटूप का चेनल इखलास टेवी को
20:11सबस्क्राइब का ना मत भूली है
20:12तेंस पार वाचिंग, लाहाफिस
20:14विवर्जी ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
20:17माहम और आर्मीन दो ऐसे इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
20:23लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
20:26माहम एक जपाकश समझदार वे साथ ललकी है
20:30जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
20:34वो मुसूरी की शुकीन है
20:36और इसके हुआवे के वो एक दिमशूर प्रेंटर बने
20:39लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
20:43गर के हालात खराब है
20:45और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
20:47दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नौजवान है
20:52जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
20:56वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक होलता है
20:59और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
21:03जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
21:07वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
21:09कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
21:12बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
21:15जब आरीन माहम को इसके पन के असल किमत बताता है
21:19माहम पहले तो हिरान होती है
21:21लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
21:25वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
21:28वो इसे दोरां खामुची से एक खुबसुट महबत जनम लेती है
21:32लेकिन कहान यहाँ खतम नहीं होती
21:34माहम को पता चलता है
21:36कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद के करूबार में दोका दिया था
21:41जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
21:43अब माहम एक कश्म कश्म में उत्तला है
21:45किया वो अपने माज़ी का बदला ले
21:47या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
21:51वालिद ने को सच्चाई का इलम होता है
21:54वो भी तूट जाता है
21:55वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
21:57और माहम से कहता है
21:59मैं तुमसे तुमारी माज़ी के किमत पर नहीं
22:01तुमारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
22:03आखरे सीन में माहम के सामने
22:05दो तस्वीरी होते है
22:06एक बदले की और एक महबत की
22:08क्या वो अपने दूरी तस्वीर मुकमल करेगी
22:11या हमेशे के ले रंग छोड़ देगी
22:12इस ड्रामसिल के हौले से
22:14अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
22:16साथ में हमारे येटूप का चैनल इखलास टेवी को
22:18सबस्क्राइब का ना मत भूली है
22:20तेंस पार वाचिंग, लाहाफिस
22:22विवर्जी ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
22:25माहम और अर्मीन दो ऐसे इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
22:31लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
22:34माहम एक जपाकश समझदार वे साहस ललकी है
22:37जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
22:42वो मुसूरी की शुकीन है
22:44और इसके हुआवे के वो एक दिमशूर प्रेंटर बने
22:47लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
22:50गर के हालात खराब है
22:52और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
22:55दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नौजवान है
23:00जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
23:04वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक होलता है
23:07और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
23:11जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
23:14वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
23:17कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
23:20बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
23:23जब आरीन माहम को इसके पन के अजल केमत बताता है
23:27माहम पहले तो हिरान होती है
23:29लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
23:32वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
23:35वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
23:40लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
23:42माहम को पता चलता है
23:44कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
23:49जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
23:51अब माहम एक कश्म कश्म में उत्तला है
23:53किया वो अपने माज़ी का बदला ले
23:55या एक ऐसा मस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
23:59वारीन को सचाई का इलम होता है
24:01वो भी तूट जाता है
24:03वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
24:05और माहम से कहता है
24:07मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
24:09तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
24:11आखरे सीन में माहम के सामने
24:13दो तस्विरी होते है
24:14एक बदले की और एक महबत की
24:16क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
24:19या हमेशे के ले रंग छोड़ देगी
24:20इस ड्रामसिल के हौले से
24:22अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
24:24साथ में हमारे येटूप का चैनल इखलास टेवी को
24:26सबस्क्राइब का ना मत भूली है
24:28तेंस बार वाचिंग, लाहाफिस
24:30विवर्जिस ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
24:33माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
24:39लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
24:41माहम एक जपाकश समझधार रहसास ललकी है
24:45जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
24:50वो मुसूरी की शुकीन है
24:52और इसके हुआबे के वो एक दिमशूर प्रेंटर बने
24:54लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
24:58गर के हालात खराब है
25:00और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
25:03दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
25:08जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
25:12वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
25:14और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
25:19जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
25:22वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
25:25कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
25:28बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
25:31जब आरीन माहम को इसकी पन के अजल के मत बताता है
25:35माहम पहले तो हिरान होती है
25:37लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
25:40वो दोने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
25:43वो इसे दोरां खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
25:48लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
25:50माहम को पता चलता है
25:52कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
25:56जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
25:59अब माहम एक कश्मकश में मतला है
26:01किया वो अपने माज़ी का बदला ले
26:03या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
26:07ने वारेनी को सचाई का इलम होता है
26:09वो भी टूट जाता है
26:11वो अपने वाप के के माप भी मांगता है
26:13और माहम से कहता है
26:14मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
26:17तुम्हारे हाल के बन्याद पर महबत करता हूँ
26:19आखरे सीन में माहम के सामने
26:21दो तस्विरी होते है
26:22एक बदले की और एक महबत की
26:24क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
26:26या हमेशे के ले रंग चुल देगी
26:28इस ड्रामसिल के हौले से
26:30अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
26:32साथ में हमारा येटूप का चैनल इखलास टेवी को
26:34सबस्राइब का नाम मत भूली है
26:35तेंस पार वाचिंग अल्ला हाफिस
26:38विवर्जिस ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
26:41माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
26:47लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
26:49माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
26:53जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
26:58वो मुसूरी की शुकीन है और इसके हुआबे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
27:02लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
27:06गर के हालात खराब है
27:08और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
27:11दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
27:15जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
27:20वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्यली को लता है
27:22और इसी दौरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खा के नज़राते है
27:26जो एक मुकमी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
27:30वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
27:33कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
27:36बलाखिर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला देती है
27:39जब आर्ट्यली माहम को इसके पन के अजल किमत बताता है
27:43माहम पहले तो हिरान होती है
27:44लेकिन जलही उसे आर्ट्यली के नियत में खलोज नज़राता है
27:48वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
27:51वो इसे दोराँ खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
27:56लिगन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
27:58माहम को पता चलता है
28:00कि आर्टी के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
28:04इसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
28:06अब माहम एक कश्मकश में मतला है
28:09किया वो अपने माज़ी का बदला ले
28:11या एक ऐसा मुस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
28:30एक बदले की और एक महबत की
28:32किया वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
28:34या हमेशे के ले रंग चुल देगी
28:36इस ड्रामसिल के हौले से अपने राग की साल लाजमी कमेंट करें
28:40साथ में हमारे एक्टूप का चैनल इखलास टेवी को
28:42सबस्क्राइब का ना मत भूली है
28:43तेंस पार वाचिंग अल्ला हाफिस
28:46विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
28:48माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
28:54लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
28:57माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
29:01जो अपनी मा की साथ लाहूर के एक पुराने महले में रहती है
29:05वो मुसूरी की शुकीन है
29:07और इसके हुआवे के वो एक दिमशूर प्रेंटर बने
29:10लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमर कर सके
29:14गर के हालात खराब है
29:16और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
29:19दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
29:23जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
29:28वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्स में लिक वालता है
29:30और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
29:34जो एक मुकमी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
29:38वो इन तस्वीरों से इतना मुतासर होता है
29:40कि हर जगह इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
29:44बलागर किसमत दोनों को एक दुस्से से मिला देते है
29:47जब आर्ट्स माहम को इसकी पन के अजल केमत बताता है
29:50माहम पहले तो हेरान होती है
29:52लेकिन जलही उसे आर्ट के नियत में खلोज नज़राता है
29:56वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
29:59वो इसे दोरां खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
30:04लिगन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
30:06माहम को पता चलता है
30:07कि आरीनिगी के वालिद ने कई साल पेले
30:10इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
30:12जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
30:14अब माहमे कश्मकश्म में उत्तला है
30:16क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
30:19या एक ऐसा मुस्तक्विल चुने
30:21जिसमें सिर्फ महबत हो
30:23ने वालिद ने को सच्चाई का इलम होता है
30:25वो भी तोट जाता है
30:26वो अपने बाप के के मापी मांगता है
30:29और माहम से कहता है
30:30मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
30:32तुम्हारे हाल ये बुन्याद पर महबत करता हूँ
30:34आखरे सीन में माहम के सामने
30:36दो तस्विरी होते हैं
30:38एक बदले की और एक महबत की
30:39क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
30:42या हमेशे के ले रंग छोल देगी
30:44इस ड्रामसिल के हौले से
30:45अपने राग की जार लाजमी केमेंट करें
30:48साथ में हमारे एक्टूप का चैनल इखलास टेवी को
30:50सबस्राइब का नाम मत भूली है
30:51तेंक्स पार वाचिंग अल्हाफिस
30:53विवर्जिस ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
30:56माहम और अर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
31:02लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
31:05माहम एक जबाकश समझदार वे सास ललकी है
31:09जो अपनी मा की साथ लाहूर के एक पुराने महले में रहती है
31:13वो मुसूरी की शुकीन है
31:15और इसके हुआबे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
31:18लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमर कर सके
31:22गर के हालात खराब है
31:24और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
31:26दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
31:31जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
31:35वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्गेली कौलता है
31:38और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
31:42जो एक मुकमी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
31:46वो इन तस्वीरों से इतना मुतासर होता है
31:48कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
31:51बलाखिर किस्मत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
31:54जब आरीन माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
31:58माहम पहले तो हिरान होती है
32:00लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नजराता है
32:04वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
32:07वो इसे दोरां खामोची से एक खबसुत महबत जनम लेती है
32:11लिए कहानी यहाँ खतम नहीं होती
32:13माहम को पता चलता है
32:15कि आरीन के वालिद ने कई साल पेले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
32:20जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
32:22अब माहमे कश्मकश्म में उत्तला है
32:24क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
32:26या एक ऐसा मस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
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32:33वो भी तूट जाता है
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32:36और माहम से कहता है
32:38मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
32:40तुम्हारे हाल गे बन्याद पर महबत करता हूँ
32:42आखरे सीन में माहम के सामने
32:44दो तस्विरी होते हैं
32:45एक बदले की और एक महबत की
32:47क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
32:50या हमेशे के ले रंग छोल देगी
32:51इस ड्रामसिल के हाले से
32:53अपने राग की सहार लाजमी कमेंट करें
32:55साथ में हमरे एक्टो का चेनल इखलास टेवी को
32:57सबस्क्राइब का नाम मत भूली है
32:59तेंक्स पार वाचिंग अल्हाफिस
33:01विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
33:04माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
33:10लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
33:13माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
33:16जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
33:21वो मुसूरी की शुकीन है
33:23और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
33:26लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी ताले मुकमन कर सके
33:29गर के हालात खराब है
33:31और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
33:34दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
33:39जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिग्री लेकर वापस आया है
33:43वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्गेली कौलता है
33:46और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
33:50जो एक मुकमी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
33:53वो इन तस्वीरे से इतना मतासर होता है
33:56कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
33:59बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
34:02जब आर्इन माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
34:06माहम पहले तो हिरान होती है
34:08लेकिन जलही उसे आर्इन के नियत में खलोज नज़राता है
34:11वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
34:14वो इसे दोरां खामुची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
34:19लिगे कहानी यहाँ खतम नहीं होती
34:21माहम को पता चलता है
34:23कि आर्इन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
34:28जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
34:30अब माहम एक कश्मकश में मतला है
34:32क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
34:34या एक ऐसा मस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
34:38जिसमें बाहरे इनको सच्चाई का इलम होता है
34:40वो भी तूट जाता है
34:42वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
34:44और माहम से कहता है
34:46मैं तुमसे तुम्हारी माज़े के किमत पर नहीं
34:48तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
34:50आखरे सीन में माहम के सामने
34:52दो तस्विरी होते हैं
34:53एक बदले की और एक महबत की
34:55क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी या हमेशे के ले रंग छोल देगी
34:59इस ड्रामसिल के हौले से अपने राग की सहार लाजमी कमेंट करें
35:03साथ में हमारा येटोड का चेनल इखलास टेवी को सबस्क्राइब का ना मत भूली है
35:07तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
35:37कर सके घर के हालात खराब है और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
35:42दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नौजवान है
35:47जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
35:51वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
35:53और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खा के नज़राते है
35:58जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
36:01वो इन तस्वीरे से इतना मतासर होता है
36:04कि हर जब ऐसे है पनकार की तलाश में लग जाता है
36:07बलागर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला � देती है
36:10जब आरीन माहम को इसकी पन के असल केमत बताता है
36:14माहम पहले तो हीरान होती है
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36:38अब माहम एक कश्म कश्म में उत्तला है
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36:42या एक ऐसा मुस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
36:46ने बाहरे इनको सच्चाई का इलम होता है
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36:50वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
36:52और माहम से कहता है
36:53मैं तुमसे तुम्हारी माज़े के किमत पर नहीं
36:56तुम्हारे हाल गे बुन्याद पर महबत करता हूँ
36:58आखरे सीड में माहम के सामने
37:00दो तस्विरी होते हैं
37:01एक बदले की और एक महबत की
37:03क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी या हमेशे के ले रंग छोल देगी
37:07इस ड्रामसिल के हौले से अपने राग की सहार लाजमी केमेंट करें
37:11साथ में हमारे एक्टू का चेनल इखलास टेवी को सबस्क्राइब का ना मत भूली है
37:14तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
37:44कर सके गर के हालात खराब है और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
37:50दूसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नौजवान है
37:54जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
37:59वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कोलता है
38:01और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते हैं
38:06जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
38:09वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
38:12कि हर जगह इसी पनकार की तलाश में लग जाता है

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