राजस्थान: मेधावी छात्राओं की स्कूटी बनी कबाड़, सपनों पर सियासत क्यों?
Category
🗞
NewsTranscript
00:00जघन एलाएज के टूएड़ झायो है
00:30िए हुआ है
00:46कि अब कि क्या उफाता और किया स्कूटिम्स मिली है
00:56इचा इस जयों मेरे बेहने 22 एक का मिरेती� mev ऑच्छ पांच इना
01:07इपता तो सहु नहीं हो गहा उसके बाद में सेज भी ईता ओँ सिर्फ इस
01:14नहीं होगा उसके बाद मिल्हाउन बना करते हैं ओभी मिलेगी polls
01:22कुछ निए हुगा है हमारी बच्चिया है वो जो चार पंच किलो
01:52साल से वेट करें तीन साल हो गए तो स्कूल से कॉलेज चली गई हाँ कोलेज अब होने वाली में तो फाइनल लियर कंप्लीट होने वाली है स्कूटी का भी होई राय भी क्या काते हैं अभी तो कुछ कह नहीं रहे गोवर्मेंट अभी 23-24 को दे दिया हम से पहले हम वेट करते
02:22अचार सहीता लगी उसके बाद से यह बंदी है उसके बाद गूर्मेंट के आधेस नहीं बाटने के तरशे कड़ी होई है यह दूप पानी आंदी में खराब हैं बिल्कुल सर इसे खड़ी रहती है इस बीकतम हो इंस्रेंस कटम होगे गाड़ी हो किस बैस के लिए यह 22 की ह
02:52इस कोटी मिल जाती तो आने जाने में कोई परेशयायनी नहीं होती है वा परेशयायनी होती है और लेज के लिए मैं चार तीन चार साल से बैड गरहि इसकुटी यहां पर देखते हैं तो कुछ बोलते नहीं है
03:22परम बर्दिया था विजाएक जी यह जो स्कूटी रखी हुई है कबार हो गई अब चार साल में यह के चलाने लाइक भी नरी यह बच्चे जो है धूप में परिशान होते हैं 6-6 किलोमेटर से जाते हैं जो कहीं कहीं मैं बता हुआ दिगारों कि यह कमी रही है जैसे सरकार प
03:52बालक है बाली का है जो बठकते रहते हैं उनका नाम भी आया ता लिस्टों के अंदर लेकिन को देने वाला नहीं है यह कबार हो गई है अबन कई पर आवाज ही उठाए कलक्साप से बात करी है हम लोगों ने
04:01लेकिन यह को सुनने वाला नहीं है इसे स्कूटी है
04:31इस स्कूटी है इस संबंद में कॉलेज प्रिसाशन द्वारा हमारे द्वारा भी जो है कि हमारे उच्छादिकारी को अफगत करवाते हुए पत्र लिखा गया है उस संबंद में जैसा भी मारदर्शन मिलीगा उसके अनुसार कारवाय की जाएगी वो स्कूटिय डीलरों के मा
05:01सियासत के शिकार हुई बेटियों की ये सियासत की भेट चड़ी स्कूटियां है कि पिछले तीन चार सालों से कबाड हो रही है मेधावी छात्राएं इस उमीद में अच्छे नंबर लेकर आई थी कि स्कूटी मिलेगी तो इससे चड़कर स्कूल जाएंगे कॉलेज पहु�
05:31को खरीदा है और जब तक इसकी जाच होगी नहीं ये बटेगी नहीं और इस बीच जो बच्चियां हैं वो परेशान हो रही हैं और सरकारी पैसा बरबाद हो चुका है कैमर मनीज और संदीप के साथ शरत कुमार दौसा आज तक दर्मियों की चिट्टी होने वाली थी मेरे
06:01उस समय तो कंटिन्यू नहीं कर सकता था तो फ्रीज फ्रेम टाइप का कसम