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00:00अज़ात। पोसलियावती। बहर अलयावती पहले में एक रूप तर घुझाना अन्नलण गोटे जा, खोली और धाणगातली।
00:10एक से दोन नंबर ची खोली। कोड़ है। करण एक से दोन नंबर ची खोली सता भारता मधे भारक आसे।
00:22102 नंबर के कमरे में क्या हुआ वो किसका माल था और आगे क्या हो गया असा माला दिल्ली तुन उचारता यह अंदिल अन्दाना गोटे क्या है चीज आप सबको मालूम है अंदिल अन्दाना गोटे क्या चीज है
00:40102 नंबर चा खोली वरती मालावाटे कोणी तरे एक सिनेमा ही काडावा लागे रस्य पंड दुल सत्या प्रकाशा ताहे त्या आश्या विचित्र गोष्टिन बोड अत्तास मला आमच्या संपर्क्र प्रमुक आश्रोक धात्रकानी कामराज निकम हैंचा कोटुम बयाना बेट
01:10सिन्खड राजा मदे राष्टवाती कॉंग्रेक्ट चे सर्चिट्लेस राज्या चे छिर्वत पावरांचे त्याना जा पद्दती ना पलक मंत्र हैंचे त्याना राज्किया दुष्ट्या आउवान देना प्रेत्न जाला
01:34बनुन खोट्या गुन्या कर अशी कलमट आकली दाशी आरमसेक्ट हा एक तो एक सुरी सापड़्ली चाकु सापड़्ली धिवालवर सापड़्ल कालपरां तुम्जा बरबरस होते ना ते आनि तुरुंगात पाट हाँ सत्य चा गहरु आपर इकड़ले जे पोलिस प्रमु
02:04स्रिकांत धिवरे ताना माज तुचा रही है ही तत्परता गुन्यान चा संदरबाद तुम्हे एक्षे दोन नंबर चा खोली वर कारवाई करता ना का दा खोली नाई
02:20आज घाई घायने गुनाज आखिल केला चा माला समाज ले सरकारी विष्राम गुरहा मदे राज्या चा अंदाज समीती चा चेर्मन चा अधिकूत प्येकड़े दीड दोन कोटी रुपयाची क्यास चापड़ते त्या खोली मदे या धुड़ात लेन अस्पाच्चे ठेके
02:50दोन कोटी रुपय जालन्या मजे जमा करायाची होते हैं जालन्यात ये सगल उगड़ जाल्यावर सुद्धा देवेंद्र फर्रणवी सनितांच ग्रोह खात जे भ्रष्टा चारना त्रुंगाट टाकनाया चा प्रणत करत होते हैं
03:09माजा प्रशासनाद भष्टा चार करना रहना मी तुरुंगाट टाकते हैं तुम्ही आता परांत कृति दना तुरुंगाट टाकते हैं
03:24SIT के लिए स्टापन्त के लिए मनतएती इससारी आहे कुड़े?
03:29SIT प्रमुग कोन आयत? SIT में कोन मेंबर सायत?
03:33लुआ अधिकारा चा मर्याध काहथा il
03:36सिस्ट्युभक अभी कहसा लेहा है
03:40तुमी गुनाद अखल के लिँल अदा?
03:44आता परहनत है कि तबसा माले मुख्यके विटनेश कोण है? अउन्धिलाणना गोटेर. मुख्यके विटनेश है परसे जानी चेशे घुआ के लिए ले आए ते घ्टेकेदार विटनेश है इते लोग नाय तुम्हे आता है है
03:59युणी डिलाई भष्टा चराचर व्रक्रमात्य में दाखा हुता है.
04:04पर पलक मंत्रा न अववान देनाराय का राजिकिया कारे करता हुआ वर्तिक उन्हें दाखाल करता हूना, पूलिस प्रमुग,
04:13यह तत्परता दाखा हुता है.
04:15हाँ सरोल सरोल या राज्यात ला या जिल्यात ला दह्षत वाद है, राज्किय दह्षत वाद, अर्थिक दह्षत वाद